Book 13. Chapter 109 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 109 1 [य] सर्वेषाम एव वर्णानां मलेच्छानां च पितामह उपवासे मतिर इयं कारणं च न विद्महे 2 बरह्मक्षत्रेण...
Book 12. Chapter 276 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 276 1 [य] अतत्त्वज्ञस्य शास्त्राणां सततं संशयात्मनः अकृतव्यवसायस्य शरेयॊ बरूहि पितामह 2 [भी] गुरु...
Book 5. Chapter 185 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 185 1 भीष्म उवाच ततॊ रात्र्यां वयतीतायां परतिबुद्धॊ ऽसमि भारत तं च संचिन्त्य वै सवप्नम अवापं हर्षम...
Book 13. Chapter 49 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 49 1 [य] बरूहि पुत्रान कुरुश्रेष्ठ वर्णानां तवं पृथक पृथक कीदृश्यां कीदृशश चापि पुत्राः कस्य च के च...
Book 14. Chapter 14 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 14 1 [व] एवं बहुविधैर वाक्यैर मुनिभिस तैस तपॊधनैः समाश्वस्यत राजर्षिर हतबन्धुर युधिष्ठिरः 2 सॊ...
Book 5. Chapter 162 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 162 1 [धृ] परतिज्ञाते फल्गुनेन वधे भीष्मस्य संजय किम अकुर्वन्त मे मन्दाः पुत्रा दुर्यॊधनादयः 2 हतम...
Book 5. Chapter 184 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 184 1 भीष्म उवाच ततॊ ऽहं निशि राजेन्द्र परणम्य शिरसा तदा बरह्मणानां पितॄणां च देवतानां च सर्वशः 2...
Book 14. Chapter 15 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 15 1 [ज] विजिते पाण्डवेयैस तु परशान्ते च दविजॊत्तम राष्ट्रे किं चक्रतुर वीरौ वासुदेवधनंजयौ 2 [व]...
Book 3. Chapter 41 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 41 1 [भगवान] नरस तवं पूर्वदेहे वै नारायण सहायवान बदर्यां तप्तवान उग्रं तपॊ वर्षायुतान बहून 2 तवयि वा...
Book 5. Chapter 163 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 163 1 [भीस्म] सुदक्षिणस तु काम्बॊजॊ रथ एकगुणॊ मतः तवार्थ सिद्धिम आकाङ्क्षन यॊत्स्यते समरे परैः 2...
Book 12. Chapter 290 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 290 1 [य] सम्यक तवयायं नृपते वर्णितः शिष्टसंमतः यॊगमार्गॊ यथान्यायं शिष्यायेह हितैषिणा 2 सांख्ये...
Book 3. Chapter 40 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 40 1 [वै] गतेषु तेषु सर्वेषु तपस्विषु महात्मसु पिनाक पाणिर भगवान सर्वपापहरॊ हरः 2 कैरातं वेषम आस्थाय...
Book 1. Chapter 117 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 117 1 [व] पाण्डॊर अवभृथं कृत्वा देवकल्पा महर्षयः ततॊ मन्त्रम अकुर्वन्त ते समेत्य तपस्विनः 2 हित्वा...
Book 12. Chapter 291 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 291 1 [य] किं तद अक्षरम इत्य उक्तं यस्मान नावार्तते पुनः किं च तत कषरम इत्य उक्तं यस्माद आवर्तते पुनः 2...
Book 12. Chapter 134 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 134 1 [भ] अत्र गाथा बरह्म गीताः कीर्तयन्ति पुराविदः येन मार्गेण राजानः कॊशं संजनयन्ति च 2 न धनं...
Book 5. Chapter 174 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 174 1 भीष्म उवाच ततस ते तापसाः सर्वे कार्यवन्तॊ ऽभवंस तदा तां कन्यां चिन्तयन्तॊ वै किं कार्यम इति...
Book 2. Chapter 17 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 17 1 [र] जरा नामास्मि भद्रं ते राक्षसी कामरूपिणी तव वेश्मनि राजेन्द्र पूजिता नयवसं सुखम 2 साहं...
Book 1. Chapter 116 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 116 1 [वै] दर्शनीयांस ततः पुत्रान पाण्डुः पञ्च महावने तान पश्यन पर्वते रेमे सवबाहुबलपालितान 2...
Book 3. Chapter 57 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 57 1 बृहदश्व उवाच दमयन्ती ततॊ दृष्ट्वा पुण्यश्लॊकं नराधिपम उन्मत्तवद अनुन्मत्ता देवने गतचेतसाम 2...
Book 12. Chapter 135 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 135 1 [भ] अत्रैव चेदम अव्यग्रः शृण्वाख्यानम अनुत्तमम दीर्घसूत्रं समाश्रित्य...
Book 2. Chapter 2 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 2 1 [व] उषित्वा खाण्डव परस्थे सुखवासं जनार्दनः पार्थैः परीतिसमायुक्तैः पूजनार्हॊ ऽभिपूजितः 2...
Book 1. Chapter 8 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 8 1 [स] स चापि चयवनॊ बरह्मन भार्गवॊ ऽजनयत सुतम सुकन्यायां महात्मानं परमतिं दीप्ततेजसम 2 परमतिस तु...
Book 6. Chapter 43 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 43 1 [स] पूर्वाह्णे तस्य रौद्रस्य युद्धम अह्नॊ विशां पते परावर्तत महाघॊरं राज्ञां देहावकर्तनम 2...
Book 12. Chapter 286 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 286 1 [पराषर] पिता सुखायॊ गुरवः सत्रियश च; न निर्गुणा नाम भवन्ति लॊके अनन्यभक्ताः परियवादिनश च; हिताश...
Book 3. Chapter 111 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 111 1 [लॊमष] सा तु नाव्याश्रमं चक्रे राजकार्यार्थ सिद्धये संदेशाच चैव नृपतेः सवबुद्ध्या चैव भारत 2...
Book 1. Chapter 101 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 101 1 [ज] किं कृतं कर्म धर्मेण येने शापम उपेयिवान कस्य शापाच च बरह्मर्षे शूद्रयॊनाव अजायत 2 [व] बभूव...
Book 7. Chapter 164 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 164 1 [स] तस्मिंस तथा वर्तमाने नराश्वगजसंक्षये दुःशासनॊ महाराज धृष्टद्युम्नम अयॊधयत 2 स तु...
Book 12. Chapter 122 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 122 1 [भ] अत्राप्य उदाहरन्तीमम इतिहासं पुरातनम अङ्गेषु राजा दयुतिमान वसु हॊम इति शरुतः 2 स राजा...
Book 13. Chapter 117 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 117 1 [य] इमे वै मानवा लॊके भृशं मांसस्य गृद्धिनः विसृज्य भक्षान विविधान यथा रक्षॊगणास तथा 2 नापूपान...
Book 8. Chapter 45 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 45 1 [स] दरौणिस तु रथवंशेन महता परिवारितः आपतत सहसा राजन यत्र राजा वयवस्थिथ 2 तम आपतन्तं सहसा शूरः...
Book 12. Chapter 17 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 17 1 [युधिस्ठिर] असंतॊषः परमादश च मदॊ रागॊ ऽपरशान्तता बलं मॊहॊ ऽभिमानश च उद्वेगश चापि सर्वशः 2 एभिः...
Book 1. Chapter 16 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 16 1 [स] ततॊ ऽभरशिखराकारैर गिरिशृङ्गैर अलंकृतम मन्दरं पर्वत वरं लता जालसमावृतम 2 नानाविहगसंघुष्टं...
Book 2. Book 2 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT PARALLEL DEVANAGARI AND ROMANIZATION BOOK 2 IMPORTANT NOTE: This etext uses Unicode extensively. You will need to make sure that your browser is set up to view Unicode properly. For more information, read the Unicode page. Chapter 1 Chapter 2 Chapter 3 Chapter 4 Chapter...
Book 13. Chapter 57 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 57 1 [य] मुह्यामीव निशम्याद्य चिन्तयानः पुनः पुनः हीनां पार्थिव संघातैः शरीमद्भिः पृथिवीम इमाम 2...
Book 12. Chapter 261 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 261 1 [कपिल] एतावद अनुपश्यन्तॊ यतयॊ यान्ति मार्गगाः नैषां सर्वेषु लॊकेषु कश चिद अस्ति वयतिक्रमः 2...
Book 12. Chapter 268 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 268 1 [य] भरातरः पितरा पुत्रा जञातयः सुहृदस तथा अर्थहेतॊर हताः करूरैर अस्माभिः पापबुद्धिभिः 2 येयम...
Book 5. Chapter 42 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 42 1 [व] ततॊ राजा धृतराष्ट्रॊ मनीषी; संपूज्य वाक्यं विदुरेरितं तत सनत्सुजातं रहिते महात्मा; पप्रच्छ...
Book 15. Chapter 42 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 15 Chapter 42 1 [सूत] एतच छरुत्व नृपॊ विद्वान हृष्टॊ ऽभूज जनमेजयः पितामहानां सर्वेषां गमनागमनं तदा 2 अब्रवीच च...
Book 1. Chapter 1 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 1 0 नारायणं नमस्कृत्य नरं चैव नरॊत्तमम देवीं सरस्वतीं चैव ततॊ जयम उदीरयेत 1 लॊमहर्षणपुत्र...
Book 5. Chapter 193 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 193 1 भीष्म उवाच शिखण्डिवाक्यं शरुत्वाथ स यक्षॊ भरतर्षभ परॊवाच मनसा चिन्त्य दैवेनॊपनिपीडितः...
Book 1. Chapter 108 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 108 1 [ज] जयेष्ठानुज्येष्ठतां तेषां नामधेयानि चाभिभॊ धृतराष्ट्रस्य पुत्राणाम आनुपूर्व्येण कीर्तय...
Book 3. Chapter 118 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 118 1 [व] गच्छन स तीर्थानि महानुभावः; पुण्यानि रम्याणि ददर्श राजा सर्वाणि विप्रैर उपशॊभितानि; कव चित...
Book 11. Chapter 16 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 11 Chapter 16 1 [व] एवम उक्त्वा तु गान्धारी कुरूणाम आविकर्तनम अपश्यत तत्र तिष्ठन्ती सर्वं दिव्येन चक्षुषा 2...
Book 7. Chapter 7 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 7 1 [स] तथा दरॊणम अभिघ्नन्तं स शवसूत रथद्विपान वयथिताः पाण्डवा दृष्ट्वा न चैनं पर्यवारयन 2 ततॊ...
Book 5. Chapter 55 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 55 1 [दुर] अक्षौहिणीः सप्त लब्ध्वा राजभिः सह संजय किं सविद इच्छति कौन्तेयॊ युद्धप्रेप्सुर...
Book 12. Chapter 298 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 298 1 [य] धर्माधर्मविमुक्तं यद विमुक्तं सर्वसंश्रयात जन्ममृत्युविमुक्तं च विमुक्तं पुण्यपापयॊः 2...
Book 4. Chapter 15 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 15 1 [कीचक] सवागतं ते सुकेशान्ते सुव्युष्टा रजनी मम सवामिनी तवम अनुप्राप्ता परकुरुष्व मम परियम 2...
Book 3. Chapter 252 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 252 1 [वै] सरॊषरागॊपहतेन वल्गुना; सराग नेत्रेण नतॊन्नत भरुवा मुखेन विस्फूर्य सुवीर राष्ट्रपं; ततॊ...
Book 2. Chapter 43 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 43 1 [व] वसन दुर्यॊधनस तस्यां सभायां भरतर्षभ शनैर ददर्श तां सर्वां सभां शकुनिना सह 2 तस्यां दिव्यान...
Book 11. Chapter 7 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 11 Chapter 7 1 [धृ] अहॊ ऽभिहितम आख्यानं भवता तत्त्वदर्शिना भूय एव तु मे हर्षः शरॊतुं वाग अमृतं तव 2 [विदुर] शृणु...
Book 5. Chapter 120 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 120 1 [न] परत्यभिज्ञात मात्रॊ ऽथ सद्भिस तैर नरपुंगवः ययातिर दिव्यसंस्थानॊ बभूव विगतज्वरः 2...
Book 3. Chapter 245 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 245 1 [वै] वने निवसतां तेषां पाण्डवानां महात्मनाम वर्षाण्य एकादशातीयुः कृच्छ्रेण भरतर्षभ 2...
Book 3. Chapter 49 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 49 1 [ज] अस्त्रहेतॊर गते पार्थे शक्र लॊकं महात्मनि युधिष्ठिरप्रभृतयः किम अकुर्वन्त पाण्डवाः 2 [व]...
Book 6. Chapter 54 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 54 1 [स] ततस ते पार्थिवाः करुद्धाः फल्गुनं वीक्ष्य संयुगे रथैर अनेकसाहस्रैः समन्तात पर्यवारयन 2...
Book 12. Chapter 176 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 176 1 [भरद्वाज] परजा विसर्गं विविधं कथं स सृजते परभुः मेरुमध्ये सथितॊ बरह्मा तद बरूहि दविजसत्तम 2...
Book 1. Chapter 155 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 155 1 [बराह्मण] अमर्षी दरुपदॊ राजा कर्मसिद्धान दविजर्षभान अन्विच्छन परिचक्राम बराह्मणावसथान बहून 2...
Book 6. Chapter 105 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 105 1 [धृ] कथं शिखण्डी गाङ्गेयम अभ्यधावत पितामहम पाञ्चाल्यः समरे करुद्धॊ धर्मात्मानं यतव्रतम 2 के...
Book 3. Chapter 106 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 106 1 [लॊमष] ते तं दृष्ट्वा हयं राजन संप्रहृष्टतनू रुहाः अनादृत्य महात्मानं कपिलं कालचॊदिताः...
Book 12. Chapter 191 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 191 1 [य] कीदृशॊ जापकॊ याति निरयं वर्णयस्व मे कौतूहलं हि मे जातं तद भवान वक्तुम अर्हति 2 [भी]...
Book 7. Chapter 139 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 139 1 [स] परकाशिते तथा लॊके रजसा च तमॊवृते समाजग्मुर अथॊ वीराः परस्परवधैषिणः 2 ते समेत्य रणे राजञ...
Book 7. Chapter 14 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 14 1 [धृ] बहूनि सुविचित्राणि दवंद्व युद्धानि संजय तवयॊक्तानि निशम्याहं सपृहयामि स चक्षुषाम 2...
Book 7. Chapter 173 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 173 1 [धृ] तस्मिन्न अतिरथे दरॊणे निहते तत्र संजय मामकाः पाण्डवाश चैव किम अकुर्वन्न अतः परम 2 [स]...
Book 1. Chapter 42 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 42 1 [स] एतच छरुत्वा जरत्कारुर दुःखशॊकपरायणः उवाच सवान पितॄन दुःखाद बाष्पसंदिग्धया गिरा 2 अहम एव...
Book 8. Chapter 18 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 18 1 [स] युयुत्सुं तव पुत्रं तु पराद्रवन्तं महद बलम उलूकॊ ऽभयपतत तूर्णं तिष्ठ तिष्ठेति चाब्रवीत 2...
Book 13. Chapter 100 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 100 1 [य] गार्हस्थ्यं धर्मम अखिलं परब्रूहि भरतर्षभ ऋद्धिम आप्नॊति किं कृत्वा मनुष्य इह पार्थिव 2 [भ]...
Book 8. Chapter 52 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 52 1 [स] स केशवस्या बीभत्सुः शरुत्वा भारत भाषितम विशॊकः संप्रहृष्टश च कषणेन समपद्यत 2 ततॊ जयाम...
Book 9. Chapter 58 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 58 1 [स] तं पातितं ततॊ दृष्ट्वा महाशालम इवॊद्गतम परहृष्टमनसः सर्वे बभूवुस तत्र पाण्डवाः 2 उन्मत्तम...
Book 4. Chapter 4 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 4 1 [य] कर्माण्य उक्तानि युष्माभिर यानि तानि करिष्यथ मम चापि यथाबुद्धिरुचितानि विनिश्चयात 2...
Book 1. Chapter 216 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 216 1 [वै] एवम उक्तस तु भगवान धूमकेतुर हुताशनः चिन्तयाम आस वरुणं लॊकपालं दिदृक्षया आदित्यम उदके देवं...
Book 9. Chapter 12 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 12 1 [स] पीडिते धर्मराजे तु मद्रराजेन मारिष सात्यकिर भीमसेनश च माद्रीपुत्रौ च पाण्डवौ परिवार्य...
Book 13. Chapter 40 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 40 1 [भ] एवम एतन महाबाहॊ नात्र मिथ्यास्ति किं चन यथा बरवीषि कौरव्य नारीम्प्रति जनाधिप 2 अत्र ते...
Book 12. Chapter 235 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 235 1 [वयास] दवितीयम आयुषॊ भागं गृहमेधी गृहे वसेत धर्मलब्धैर युतॊ दारैर अग्नीन उत्पाद्य सुव्रतः 2...
Book 15. Chapter 16 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 15 Chapter 16 1 [बराह्मण] न तद दुर्यॊधनकृतं न च तद भवता कृतम न कर्ण सौबलाभ्यां च कुरवॊ यत कषयं गताः 2 दैवं तत तु...
Book 12. Chapter 186 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 186 1 [य] आचारस्य विधिं तात परॊच्यमानं तवयानघ शरॊतुम इच्छामि धर्मज्ञ सर्वज्ञॊ हय असि मे मतः 2 [भीस्म]...
Book 1. Chapter 55 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 55 1 [वै] गुरवे पराङ नमस्कृत्य मनॊ बुद्धिसमाधिभिः संपूज्य च दविजान सर्वांस तथान्यान विदुषॊ जनान 2...
Book 14. Chapter 56 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 56 1 [व] स तं दृष्ट्वा तथा भूतं राजानं घॊरदर्शनम दीर्घश्मश्रु धरं नॄणां शॊणितेन समुक्षितम 2 चकार न...
Book 12. Chapter 4 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 4 1 [नारद] कर्णस तु समवाप्यैतद अस्त्रं भार्गवनन्दनात दुर्यॊधनेन सहितॊ मुमुदे भरतर्षभ 2 ततः कदा चिद...
Book 1. Chapter 201 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 201 1 [नारद] शृणु मे विस्तरेणेमम इतिहासं पुरातनम भरातृभीः सहितः पार्थ यथावृत्तं युधिष्ठिर 2...
Book 12. Chapter 222 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 222 1 [य] किं शीलः किं समाचारः किं विद्यः किं परायनः पराप्नॊति बरह्मणः सथानं यत परं परकृतेर धरुवम 2...
Book 8. Chapter 8 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 8 1 [स] ते सेने ऽनयॊन्यम आसाद्य परहृष्टाश्वनरद्विपे बृहत्यौ संप्रजह्राते देवासुरचमूपमे 2 ततॊ गजा...
Book 14. Chapter 2 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 2 1 [व] एवम उक्तस तु राज्ञा स धृतराष्ट्रेण धीमता तूष्णीं बभूव मेधावी तम उवाचाथ केशवः 2 अतीव मनसा शॊकः...
Book 14. Chapter 41 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 41 1 [बर] य उत्पन्नॊ महान पूर्वम अहंकारः स उच्यते अहम इत्य एव संभूतॊ दवितीयः सर्ग उच्यते 2 अहंकारश च...
Book 12. Chapter 168 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 168 1 [य] धर्माः पितामहेनॊक्ता राजधर्माश्रिताः शुभाः धर्मम आश्रमिणां शरेष्ठं वक्तुम अर्हसि...
Book 4. Chapter 41 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 41 1 [वै] उत्तरं सारथिं कृत्वा शमीं कृत्वा परदक्षिणम आयुधं सर्वम आदाय ततः परायाद धनंजयः 2 धवजं सिंहं...
Book 7. Chapter 49 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 49 1 [स] तस्मिंस तु निहते वीरे सौभद्रे रथयूथपे विमुक्तरथसंनाहाः सर्वे निक्षिप्तकार्मुकाः 2...
Book 2. Chapter 54 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 54 1 [य] मत्तः कैतवकेनैव यज जितॊ ऽसमि दुरॊदरम शकुने हन्त दीव्यामॊ गलहमानाः सहस्रशः 2 इमे...
Book 5. Chapter 137 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 137 1 [व] एवम उक्तस तु विमनास तिर्यग्दृष्टिर अधॊमुखः संहत्य च भरुवॊर मध्यं न किं चिद वयाजहार ह 2 तं वै...
Book 3. Chapter 211 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 211 1 [मार्क] गुरुभिर नियमैर युक्तॊ भरतॊ नाम पावकः अग्निः पुष्टिमतिर नाम तुष्टः पुष्टिं परयच्छति...
Book 10. Chapter 15 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 10 Chapter 15 1 [व] दृष्ट्वैव नरशार्दूलस ताव अग्निसमतेजसौ संजहार शरं दिव्यं तवरमाणॊ धनंजयः 2 उवाच वदतां...
Book 12. Chapter 335 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 335 1 [जनमेजय] शरुतं भगवतस तस्य माहात्म्यं परमात्मनः जन्म धर्मगृहे चैव नरनारायणात्मकम महावराह...
Book 3. Chapter 218 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 218 1 [मार्क] उपविष्टं ततः सकन्दं हिरण्यकवच सरजम हिरण्यचूड मुकुटं हिरण्याक्षं महाप्रभम 2...
Book 3. Chapter 14 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 14 1 [वा] नेदं कृच्छ्रम अनुप्राप्तॊ भवान सयाद वसुधाधिप यद्य अहं दवारकायां सयां राजन संनिहितः पुरा 2...
Book 8. Chapter 1 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 1 1 [व] ततॊ दरॊणे हते राजन दुर्यॊधनमुखा नृपाः भृशम उद्विग्नमनसॊ दरॊणपुत्रम उपागमन 2 ते दरॊणम...
Book 7. Chapter 40 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 40 1 [स] सॊ ऽभिगर्जन धनुष्पाणिर जयां विकर्षन पुनः पुनः तयॊर महात्मनॊस तूर्णं रथान्तरम अवापतत 2 सॊ...
Book 14. Chapter 48 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 48 1 [बर] के चिद बरह्ममयं वृक्षं के चिद बरह्ममयं महत के चित पुरुषम अव्यक्तं के चित परम अनामयम...
Book 4. Chapter 48 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 48 1 [वै] तथा वयूढेष्व अनीकेषु कौरवेयैर महारथैः उपायाद अर्जुनस तूर्णं रथघॊषेण नादयन 2 ददृशुस ते...
Book 12. Chapter 161 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 161 1 [व] इत्य उक्तवति भीष्मे तु तूष्णी भूते युधिष्ठिरः पप्रच्छावसरं गत्वा भरातॄन विदुर पञ्चमान 2...
Book 3. Chapter 152 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 152 1 [भीम] पाण्डवॊ भीमसेनॊ ऽहं धर्मपुत्राद अनन्तरः विशालां बदरीं पराप्तॊ भरातृभिः सह राक्षसाः 2...
Book 1. Chapter 142 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 142 1 [वै] परबुद्धास ते हिडिम्बाया रूपं दृष्ट्वातिमानुषम विस्मिताः पुरुषा वयाघ्रा बभूवुः पृथया सह 2...
Book 6. Chapter 112 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 112 1 [स] अभिमन्युर महाराज तव पुत्रम अयॊधयत महत्या सेनया युक्तॊ भीष्महेतॊः पराक्रमी 2 दुर्यॊधनॊ रणे...
Book 12. Chapter 54 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 54 1 [जनमेजय] धर्मात्मनि महासत्त्वे सत्यसंधे जितात्मनि देवव्रते महाभागे शरतल्पगते ऽचयुते 2 शयाने...
Book 17. Chapter 1 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 17 Chapter 1 1 [ज] एवं वृष्ण्यन्धककुले शरुत्वा मौसलम आहवम पाण्डवाः किम अकुर्वन्त तथा कृष्णे दिवं गते 2 [वै]...
Book 13. Chapter 154 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 154 1 [व] एवम उक्त्वा कुरून सर्वान भीष्मः शांतनवस तदा तूष्णीं बभूव कौरव्यः स मुहूर्तम अरिंदम 2 धारयाम...
Book 7. Chapter 127 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 127 1 [स] ततॊ दुर्यॊधनॊ राजा दरॊणेनैवं परचॊदितः अमर्षवशम आपन्नॊ युद्धायैव मनॊ दधे 2 अब्रवीच च तदा...
Book 6. Chapter 17 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 17 1 [स] यथा स भगवान वयासः कृष्णद्वैपायनॊ ऽबरवीत तथैव सहिताः सर्वे समाजग्मुर महीक्षितः 2 मघा विषयगः...
Book 7. Chapter 57 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 57 1 [स] कुन्तीपुत्रस तु तं मन्त्रं समरन्न एव धनंजयः परतिज्ञाम आत्मनॊ रक्षन मुमॊहाचिन्त्य विक्रमः 2...
Book 1. Chapter 208 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 208 1 [वै] ततः समुद्रे तीर्थानि दक्षिणे भरतर्षभः अभ्यगच्छत सुपुण्यानि शॊभितानि तपस्विभिः 2...
Book 9. Chapter 46 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 46 1 [ज] अत्यद्भुतम इदं बरह्मञ शरुतवान अस्मि तत्त्वतः अभिषेकं कुमारस्य विस्तरेण यथाविधि 2 यच...
Book 13. Chapter 14 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 14 1 [य] पितामहेशाय विभॊ नामान्य आचक्ष्व शम्भवे बभ्रवे विश्वमायाय महाभाग्यं च तत्त्वतः 2 [भ]...
Book 3. Chapter 145 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 145 1 [य] धर्मज्ञॊ बलवाञ शूरः सद्यॊ राक्षसपुंगवः भक्तॊ ऽसमान औरसः पुत्रॊ भीम गृह्णातु मातरम 2 तव...
Book 10. Chapter 11 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 10 Chapter 11 1 [व] स दृष्ट्वा निहतान संख्ये पुत्रान भरातॄन सखींस तथा महादुःखपरीतात्मा बभूव जनमेजय 2 ततस तस्य...
Book 3. Chapter 215 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 215 1 [मार्क] ऋषयस तु महाघॊरान दृष्ट्वॊत्पातान पृथग्विधान अकुर्वञ शान्तिम उद्विग्ना लॊकानां मॊक...
Book 3. Chapter 19 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 19 1 [वा] शाल्व बाणार्दिते तस्मिन परद्युम्ने बलिनां वरे वृष्णयॊ भग्नसंकल्पा विव्यथुः पृतना गताः 2...
Book 8. Chapter 11 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 11 1 [स] भीमसेनं ततॊ दरौणी राजन विव्याध पत्रिणा तवरया परया युक्तॊ दर्शयन्न अस्त्रलाघवम 2 अथैनं पुनर...
Book 12. Chapter 43 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 43 1 [वैषम्पायन] अभिषिक्तॊ महाप्राज्ञॊ राज्यं पराप्य युधिष्ठिरः दाशार्हं पुण्डरीकाक्षम उवाच...
Book 12. Chapter 331 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 331 1 [जनमेजय] बरह्मन सुमहद आख्यानं भवता परिकीर्तितम यच छरुत्वा मुनयः सर्वे विस्मयं परमं गताः 2 इदं...
Book 13. Chapter 143 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 143 1 [य] बराह्मणान अर्चसे राजन सततं संशितव्रतान कं तु कर्मॊदयं दृष्ट्वा तान अर्चसि नराधिप 2 कां वा...
Book 12. Chapter 198 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 198 1 [मनु] जञानं जञेयाभिनिर्वृत्तं विद्धि जञानगुणं मनः परज्ञा करण संयुक्तं ततॊ बुद्धिः परवर्तते 2...
Book 7. Chapter 130 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 130 1 [धृ] तस्मिन परविष्टे दुर्धर्षे सृञ्जयान अमितौजसि अमृष्यमाणे संरब्धे का वॊ ऽभूद वै मतिस तदा 2...
Book 2. Chapter 59 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 59 1 [दूृ] एहि कषत्तर दरौपदीम आनयस्व; परियां भार्यां संमतां पाण्डवानाम संमार्जतां वेश्म परैतु...
Book 9. Chapter 51 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 51 1 [ज] कथं कुमारी भगवंस तपॊ युक्ता हय अभूत पुरा किम अर्तहं च तपस तेपे कॊ वास्या नियमॊ ऽभवत 2...
Book 6. Book 6 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT PARALLEL DEVANAGARI AND ROMANIZATION BOOK 6 IMPORTANT NOTE: This etext uses Unicode extensively. You will need to make sure that your browser is set up to view Unicode properly. For more information, read the Unicode page. Chapter 1 Chapter 2 Chapter 3 Chapter 4 Chapter...
Book 14. Chapter 6 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 6 1 [व] अत्राप्य उदाहरन्तीमम इतिहासं पुरातनम बृहस्पतेश च संवादं मरुत्तस्य च भारत 2 देवराजस्य समयं...
Book 4. Chapter 45 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 45 1 [अष्वत्थ] न च तावज जिता गावॊ न च सीमान्तरं गताः न हास्तिनपुरं पराप्तास तवं च कर्ण विकत्थसे 2...
Book 5. Chapter 16 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 16 1 [बृ] तवम अग्ने सर्वदेवानां मुखं तवम असि हव्यवाट तवम अन्तः सर्वभूतानां गूढश चरसि साक्षिवत 2 तवाम...
Book 4. Chapter 56 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 56 1 [वै] ततॊ वैकर्तनं जित्वा पार्थॊ वैराटिम अब्रवीत एतन मां परापयानीकं यत्र तालॊ हिरण्मयः 2 अत्र...
Book 5. Chapter 129 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 129 1 [व] विदुरेणैवम उक्ते तु केशवः शत्रुपूगहा दुर्यॊधनं धार्तराष्ट्रम अभ्यभाषत वीर्यवान 2 एकॊ ऽहम...
Book 13. Chapter 10 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 10 1 [य] मित्र सौदृद भावेन उपदेशं करॊति यः जात्यावरस्य राजर्षे दॊषस तस्य भवेन न वा 2 एतद इच्छामि...
Book 9. Chapter 42 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 42 1 [स] सा शप्ता तेन करुद्धेन विश्वामित्रेण धीमता तस्मिंस तीर्थवरे शुभ्रे शॊणितं समुपावहत 2...
Book 13. Chapter 150 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 150 1 कार्यते यच च करियते सच चासच च कृतं ततः तत्राश्वसीत सत्कृत्वा असत्कृत्वा न विश्वसेत 2 काल...
Book 1. Chapter 58 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 58 1 [ज] य एते कीर्तिता बरह्मन ये चान्ये नानुकीर्तिताः सम्यक ताञ शरॊतुम इच्छामि राज्ञश चान्यान...
Book 12. Chapter 50 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 50 1 [वैषम्पायन] ततॊ रामस्य तत कर्म शरुत्वा राजा युधिष्ठिरः विस्मयं परमं गत्वा परत्युवाच जनार्दनम 2...
Book 3. Chapter 206 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 206 1 [वयध] एवं शप्तॊ ऽहम ऋषिणा तदा दविजवरॊत्तम अभिप्रसादयम ऋषिं गिरा वाक्यं विशारदम 2 अजानता...
Book 7. Chapter 123 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 123 1 [धृ] तथागतेषु शूरेषु तेषां मम च संजय किं वै भीमस तदाकार्षीत तन ममाचक्ष्व संजय 2 [स] विरथॊ भीमसेनॊ...
Book 12. Chapter 322 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 322 1 [भीस्म] स एवम उक्तॊ दविपदां वरिष्ठॊ; नारायणेनॊत्तम पूरुषेन जगाद वाक्यं दविपदां वरिष्ठं;...
Book 7. Chapter 44 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 44 1 [स] आददानस तु शूराणाम आयूंष्य अभवद आर्जुनिः अन्तकः सर्वभूतानां पराणान काल इवागते 2 स शक्र इव...
Book 12. Chapter 238 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 238 1 [वयास] परकृतेस तु विकारा ये कषेत्रज्ञस तैः परिश्रितः ते चैनं न परजानन्ति स तु जानाति तान अपि 2...
Book 3. Chapter 156 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 156 1 [वै] युधिष्ठिरस तम आसाद्य तपसा दग्धकिल्बिषम अभ्यवादयत परीतः शिरसा नाम कीर्तयन 2 ततः कृष्णा च...
Book 9. Chapter 55 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 55 1 [वै] ततॊ वाग युद्धम अभवत तुमुलं जनमेजय यत्र दुःखान्वितॊ राजा धृतराष्ट्रॊ ऽबरवीद इदम 2 धिग अस्तु...
Book 13. Chapter 147 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 147 1 [व] इत्य उक्तवति वाक्यं तु कृष्णे देवकिनन्दने भीष्मं शांतनवं भूयः पर्यपृच्छद युधिष्ठिरः 2...
Book 12. Chapter 47 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 47 1 [जनमेजय] शरतल्पे शयानस तु भरतानां पितामहः कथम उत्सृष्टवान देहं कं च यॊगम अधारयत 2 [वैषम्पायन]...
Book 8. Chapter 15 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 15 1 [धृ] परॊक्तस तवया पूर्वम एव परवीरॊ लॊकविश्रुतः न तव अस्य कर्मसंग्रामे तवया संजय कीर्तितम 2 तस्य...
Book 8. Chapter 5 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 5 1 [ज] शरुत्वा कर्णं हतं युद्धे पुत्रांश चैवापलायिनः नरेन्द्रः किं चिद आश्वस्तॊ दविजश्रेष्ठ किम...
Book 7. Chapter 134 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 134 1 [स] तथा परुषितं दृष्ट्वा सूतपुत्रेण मातुलम खड्गम उद्यम्य वेगेन दरौणिर अभ्यपतद दरुतम 2 [अष्व]...
Book 12. Chapter 172 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 172 1 [युधिस्ठिर] केन वृत्तेन वृत्तज्ञ वीतशॊकश चरेन महीम किं च कुर्वन नरॊ लॊके पराप्नॊति परमां गतिम 2...
Book 12. Chapter 9 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 9 1 [युधिस्ठिर] मुहूर्तं तावद एकाग्रॊ मनः शरॊत्रे ऽनतरात्मनि धारयित्वापि ते शरुत्वा रॊचतां वचनं...
Book 7. Chapter 53 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 53 1 [स] परतिज्ञाते तु पार्थेन सिन्धुराजवधे तदा वासुदेवॊ महाबाहुर धनंजयम अभाषत 2 भरातॄणां मतम...
Book 6. Chapter 101 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 101 1 [स] दृष्ट्वा भीष्मं रणे करुद्धं पाण्डवैर अभिसंवृतम यथा मेघैर महाराज तपान्ते दिवि भास्करम 2...
Book 1. Chapter 151 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 151 1 [वै] ततॊ रात्र्यां वयतीतायाम अन्नम आदाय पाण्डवः भीमसेनॊ ययौ तत्र यत्रासौ पुरुषादकः 2 आसाद्य तु...
Book 3. Chapter 141 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 141 1 [य] अन्तर्हितानि भूतानि रक्षांसि बलवन्ति च अग्निना तपसा चैव शक्यं गन्तुं वृकॊदर 2 संनिवर्तय...
Book 6. Chapter 13 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 13 1 [स] उत्तरेषु तु कौरव्य दवीपेषु शरूयते कथा यथा शरुतं महाराज बरुवतस तन निबॊध मे 2 घृततॊयः समुद्रॊ...
Book 3. Chapter 202 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 202 1 [मार्क] एवम उक्तः स विप्रस तु धर्मव्याधेन भारत कथाम अकथयद भूयॊ मनसः परीतिवर्धनीम 2 [बरा]...
Book 12. Chapter 326 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 326 1 [भीस्म] एवं सतुतः स भगवान गुह्यैस तथ्यैश च नामभिः तं मुनिं दर्शयाम आस नारदं विश्वरूपधृक 2 किं...
Book 2. Chapter 47 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 47 1 [द] यन मया पाण्डवानां तु दृष्टं तच छृणु भारत आहृतं भूमिपालैर हि वसु मुख्यं ततस ततः 2 न विन्दे दृढम...
Book 5. Chapter 124 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 124 1 [व] धृतराष्ट्रवचः शरुत्वा भीष्मद्रॊणौ समर्थ्य तौ दुर्यॊधनम इदं वाक्यम ऊचतुः शासनातिगम 2 यावत...
Book 11. Chapter 3 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 11 Chapter 3 1 [धृ] सुभाषितैर महाप्राज्ञ शॊकॊ ऽयं विगतॊ मम भुय एव तु वाक्यानि शरॊतुम इच्छामि तत्त्वतः 2...
Book 3. Chapter 148 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 148 1 [वै] एवम उक्तॊ महाबाहुर भीमसेनः परतापवान परनिपत्य ततः परीत्या भरातरं हृष्टमानसः उवाच...
Book 1. Chapter 158 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 158 1 [वै] ते परतस्थुः पुरस्कृत्य मातरं पुरुषर्षभाः समैर उदङ्मुखैर मार्गैर यथॊद्दिष्टं परंतपाः 2 ते...
Book 6. Chapter 108 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 108 1 [स] अथ वीरॊ महेष्वासॊ मत्तवारणविक्रमः समादाय महच चापं मत्तवारणवारणम 2 विधुन्वानॊ...
Book 4. Chapter 52 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 52 1 [वै] एतस्मिन्न अन्तरे तत्र महावीर्यपराक्रमः आजगाम महासत्त्वः कृपः शस्त्रभृतां वरः अर्जुनं...
Book 14. Chapter 52 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 52 1 [व] तथा परयान्तं वार्ष्णेयं दवारकां भरतर्षभाः परिष्वज्य नयवर्तन्त सानुयात्राः परंतपाः 2 पुनः...
Book 15. Chapter 12 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 15 Chapter 12 1 [धृ] संधिविग्रहम अप्य अत्र पश्येथा राजसत्तम दवियॊनिं तरिविधॊपायं बहु कल्पं युधिष्ठिर 2...
Book 5. Chapter 12 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 12 1 [ष] करुद्धं तु नहुषं जञात्वा देवाः सर्षिपुरॊगमाः अब्रुवन देवराजानं नहुषं घॊरदर्शनम 2...
Book 1. Chapter 212 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 212 1 [वै] ततः संवादिते तस्मिन्न अनुज्ञातॊ धनंजयः गतां रैवतके कन्यां विदित्वा जनमेजय...
Book 12. Chapter 231 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 231 1 [भी] इत्य उक्तॊ ऽभिप्रशस्यैतत परमर्षेस तु शासनम मॊक्षधर्मार्थसंयुक्तम इदं परस्तुं परचक्रमे 2...
Book 14. Chapter 45 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 45 1 [बर] बुद्धिसारं मन सतम्भम इन्द्रियग्रामबन्धनम महाभूतार विष्कम्भं निमेष परिवेष्टनम 2 जरा...
Book 12. Chapter 195 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 195 1 [मनु] अक्षरात खं ततॊ वायुर वायॊर जयॊतिस ततॊ जलम जलात परसूता जगती जगत्यां जायते जगत 2 इमे शरीरैर...
Book 1. Chapter 46 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 46 1 [मन्त्रिणह] ततः स राजा राजेन्द्र सकन्धे तस्य भुजंगमम मुनेः कषुत कषाम आसज्य सवपुरं पुनर आययौ 2...
Book 13. Chapter 53 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 53 1 [य] तस्मिन्न अन्तर्हिते विप्रे राजा किम अकरॊत तदा भार्या चास्य महाभागा तन मे बरूहि पितामह 2 [भ]...
Book 1. Chapter 205 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 205 1 [वै] एवं ते समयं कृत्वा नयवसंस तत्र पाण्डवाः वशे शस्त्रप्रतापेन कुर्वन्तॊ ऽनयान महीक्षितः 2...
Book 13. Chapter 19 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 19 1 [य] यद इदं सहधर्मेति परॊच्यते भरतर्षभ पाणिग्रहण काले तु सत्रीणाम एतत कथं समृतम 2 आर्ष एष भवेद...
Book 12. Chapter 226 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 226 1 [वयास] भूतग्रामे नियुक्तं यत तद एतत कीर्तितं मया बराह्मणस्य तु यत्कृत्यं तत ते वक्ष्यामि...
Book 7. Chapter 160 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 160 1 [स] ततॊ दुर्यॊधनॊ दरॊणम अभिगम्येदम अब्रवीत अमर्षवशम आपन्नॊ जनयन हर्षतेजसी 2 न मर्षणीयाः...
Book 12. Chapter 182 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 182 1 [भरद्वाज] बराह्मणः केन भवति कषत्रियॊ वा दविजॊत्तम वैश्यः शूद्रश च विप्रर्षे तद बरूहि वदतां वर 2...
Book 12. Chapter 13 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 13 1 [सहदेव] न बाह्यं दरव्यम उत्सृज्य सिद्धिर भवति भारत शारीरं दरव्यम उत्सृज्य सिद्धिर भवति वा न वा 2...
Book 8. Chapter 41 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 41 1 [स] तरमाणः पुनः कृष्णः पार्थम अभ्यवदच छनैः पश्य कौरव्य राजानम अपयातांश च पाण्डवान 2 कर्णं पश्य...
Book 13. Chapter 113 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 113 1 [य] अधर्मस्य गतिर बरह्मन कथिता मे तवयानघ धर्मस्य तु गतिं शरॊतुम इच्छामि वदतां वर कृत्वा...
Book 12. Chapter 59 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 59 1 ततः काल्यं समुत्थाय कृतपौर्वाह्णिक करियाः ययुस ते नगराकारै रथैः पाण्डव यादवाः 2 परपद्य च...
Book 1. Chapter 51 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 51 1 [ज] बालॊ वाक्यं सथविर इव परभाषते; नायं बालः सथविरॊ ऽयं मतॊ मे इच्छाम्य अहं वरम अस्मै परदातुं; तन...
Book 3. Chapter 115 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 115 1 [व] स तत्र ताम उषित्वैकां रजनीं पृथिवीपतिः तापसानां परं चक्रे सत्कारं भरातृभिः सह 2 लॊमशश चास्य...
Book 12. Chapter 165 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 165 1 [भ] ततः स विदितॊ राज्ञः परविश्य गृहम उत्तमम पूजितॊ राक्षसेन्द्रेण निषसादासनॊत्तमे 2 पृष्टश च...
Book 6. Chapter 116 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 116 1 संजय उवाच वयुष्टायां तु महाराज रजन्यां सर्वपार्थिवाः पाण्डवा धार्तराष्ट्राश च अभिजग्मुः...
Book 6. Chapter 47 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 47 1 [स] करौञ्चं ततॊ महाव्यूहम अभेद्यं तनयस तव वयूढं दृष्ट्वा महाघॊरं पार्थेनामित तेजसा 2 आचार्यम...
Book 1. Chapter 146 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 146 1 [बराह्मणी] न संतापस तवया कार्यः पराकृतेनेव कर्हि चित न हि संतापकालॊ ऽयं वैद्यस्य तव विद्यते 2...
Book 12. Chapter 338 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 338 1 [जनमेजय] बहवः पुरुषा बरह्मन्न उताहॊ एक एव तु कॊ हय अत्र पुरुषः शरेष्ठः कॊ वा यॊनिर इहॊच्यते 2...
Book 3. Chapter 256 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 256 1 [वै] जयद्रथस तु संप्रेक्ष्य भरातराव उद्यतायुधौ पराद्रवत तूर्णम अव्यग्रॊ जीवितेप्सुः...
Book 3. Chapter 10 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 10 1 [धृ] भगवन नाहम अप्य एतद रॊचये दयूतसंस्तवम मन्ये तद विधिनाक्रम्य कारितॊ ऽसमीति वै मुने 2 नैतद...
Book 10. Chapter 18 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 10 Chapter 18 1 [वासुदेव] ततॊ देवयुगे ऽतीते देवा वै समकल्पयन यज्ञं वेद परमाणेन विधिवद यष्टुम ईप्सवः 2 कल्पयाम...
Book 2. Chapter 50 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 50 1 [द] तवं वै जयेष्ठॊ जयैष्ठिनेयः पुत्र मा पाण्डवान दविषः दवेष्टा हय असुखम आदत्ते यथैव निधनं तथा 2...
Book 11. Chapter 12 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 11 Chapter 12 1 [व] तत एनम उपातिष्ठञ शौचार्थं परिचारकाः कृतशौचं पुनश चैनं परॊवाच मधुसूदनः 2 राजन्न अधीता वेदास...
Book 5. Chapter 179 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 179 1 भीष्म उवाच ततॊ माम अब्रवीद रामः परहसन्न इव भारत दिष्ट्या भीष्म मया सार्धं यॊद्धुम इच्छसि...
Book 5. Chapter 133 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 133 1 [पुत्र] कृष्णायसस्येव च ते संहत्य हृदयं कृतम मम मातस तव अकरुणे वैरप्रज्ञे हय अमर्षणे 2 अहॊ...
Book 3. Chapter 241 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 241 1 [जनम] वसमानेषु पार्थेषु वने तस्मिन महात्मसु धार्तराष्ट्रा महेष्वासाः किम अकुर्वन्त सत्तम 2...
Book 18. Chapter 3 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 18 Chapter 3 1 [वै] सथिते मुहूर्तं पार्थे तु धर्मराजे युधिष्ठिरे आजग्मुस तत्र कौरव्य देवाः शक्रपुरॊगमाः 2...
Book 5. Chapter 46 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 46 1 [व] एवं सनत्सुजातेन विदुरेण च धीमता सार्धं कथयतॊ राज्ञः सा वयतीयाय शर्वरी 2 तस्यां रजन्यां...
Book 14. Chapter 11 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 11 1 [व] इत्य उक्ते नृपतौ तस्मिन वयासेनाद्भुत कर्मणा वासुदेवॊ महातेजास ततॊ वचनम आददे 2 तं नृपं...
Book 7. Chapter 19 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 19 1 [स] परिणाम्य निशां तां तु भारद्वाजॊ महारथः बहूक्त्वा च ततॊ राजन राजानं च सुयॊधनम 2 विधाय यॊगं...
Book 5. Chapter 180 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 180 1 भीष्म उवाच तम अहं समयन्न इव रणे परत्यभाषं वयवस्थितम भूमिष्ठं नॊत्सहे यॊद्धुं भवन्तं रथम...
Book 4. Chapter 11 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 11 1 [वै] अथापरॊ ऽदृश्यत पाण्डवः परभुर; विराट राज्ञस तुरगान समीक्षतः तम आपतन्तं ददृशे पृथग्जनॊ;...
Book 12. Chapter 138 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 138 1 [य] युगक्षयात परिक्षीणे धर्मे लॊके च भारत दस्युभिः पीड्यमाने च कथं सथेयं पितामह 2 [भ] हन्त ते...
Book 7. Chapter 3 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 3 1 [स] शरतल्पे महात्मानं शयानम अमितौजसम महावातसमूहेन समुद्रम इव शॊषितम 2 दिव्यैर अस्त्रैर...
Book 6. Chapter 59 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 59 1 [स] तस्मिन हते गजानीके पुत्रॊ दुर्यॊधनस तव भीमसेनं घनतेत्य एवं सव सैन्यान्य अचॊदयत 2 ततः...
Book 5. Chapter 51 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 51 1 [धृ] यस्य वै नानृता वाचः परवृत्ता अनुशुश्रुमः तरैलॊक्यम अपि तस्य सयाद यॊधा यस्य धनंजयः 2 तस्यैव...
Book 12. Chapter 272 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 272 1 [य] अहॊ धर्मिष्ठता तात वृत्रस्यामिततेजसः यस्य विज्ञानम अतुलं विष्णॊर भक्तिश च तादृशी 2...
Book 13. Chapter 44 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 44 1 [य] यन मूलं सर्वधर्माणां परजनस्य गृहस्य च पितृदेवातिथीनां च तन मे बरूहि पितामह 2 [भ] अयं हि...
Book 9. Chapter 16 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 16 1 [स] अथान्यद धनुर आदाय बलवद वेगवत्तरम युधिष्ठिरं मद्रपतिर विद्ध्वा सिंह इवानदत 2 ततः स शरवर्षेण...
Book 4. Chapter 9 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 9 1 [वै] सहदेवॊ ऽपि गॊपानां कृत्वा वेषम अनुत्तमम भाषां चैषां समास्थाय विराटम उपयाद अथ 2 तम आयान्तम...
Book 8. Chapter 56 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 56 1 [धृ] ततॊ भग्नेषु सैन्येषु भीमसेनेन संयुगे दुर्यॊधनॊ ऽबरवीत किं नु सौबलॊ वापि संजय 2 कर्णॊ वा...
Book 1. Chapter 112 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 112 1 [व] एवम उक्ता महाराज कुन्ती पाण्डुम अभाषत कुरूणाम ऋषभं वीरं तदा भूमिपतिं पतिम 2 न माम अर्हसि...
Book 13. Chapter 104 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 104 1 [य] बराह्मण सवानि ये मन्दा हरन्ति भरतर्षभ नृशंसकारिणॊ मूढाः कव ते गच्छन्ति मानवाः 2 [भ] अत्राप्य...
Book 3. Chapter 102 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 102 1 [य] किमर्थं सहसा विन्ध्यः परवृद्धः करॊधमूर्छितः एतद इच्छाम्य अहं शरॊतुं विस्तरेण महामुने 2...
Book 12. Chapter 131 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 131 1 [भ] सवराष्ट्रात परराष्ट्राच च कॊशं संजनयेन नृपः कॊशाद धि धर्मः कौन्तेय राज्यमूलः परवर्तते 2...
Book 4. Chapter 18 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 18 1 [दरौ] इदं तु मे महद दुःखं यत परवक्ष्यामि भारत न मे ऽभयसूया कर्तव्या दुःखाद एतद बरवीम्य अहम 2...
Book 7. Chapter 10 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 10 1 [धृ] शृणु दिव्यानि कर्माणि वासुदेवस्य संजय कृतवान यानि गॊविन्दॊ यथा नान्यः पुमान कव चित 2...
Book 5. Chapter 189 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 189 1 दुर्यॊधन उवाच कथं शिखण्डी गाङ्गेय कन्या भूत्वा सती तदा पुरुषॊ ऽभवद युधि शरेष्ठ तन मे बरूहि...
Book 5. Chapter 58 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 58 1 [धृ] यद अब्रूतां महात्मानौ वासुदेवधनंजयौ तन मे बरूहि महाप्राज्ञ शुश्रूषे वचनं तव 2 शृणु राजन...
Book 14. Chapter 18 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 18 1 [बर] शुभानाम अशुभानां च नेह नाशॊ ऽसति कर्मणाम पराप्य पराप्य तु पच्यन्ते कषेत्रं कषेत्रं तथा...
Book 12. Chapter 295 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 295 1 [वसिस्ठ] सांख्यदर्शनम एतावद उक्तं ते नृपसत्तम विद्याविद्ये तव इदानीं मे तवं निबॊधानुपूर्वशः 2...
Book 6. Chapter 50 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 50 1 [धृ] तथा परतिसमादिष्टः कलिङ्गॊ वाहिनीपतिः कथम अद्भुतकर्माणं भीमसेनं महाबलम 2 चरन्तं गदया वीरं...
Book 3. Chapter 248 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 248 1 [वै] तस्मिन बहुमृगे ऽरण्ये रममाणा महारथाः काम्यके भरतश्रेष्ठा विजह्रुस ते यथामराः 2...
Book 3. Chapter 44 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 44 1 [वै] स ददर्श पुरीं रम्यां सिद्धचारणसेविताम सर्वर्तुकुसुमैः पुण्यैः पादपैर उपशॊभिताम 2 तत्र...
Book 1. Chapter 105 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 105 1 [व] रूपसत्त्वगुणॊपेता धर्मारामा महाव्रता दुहिता कुन्तिभॊजस्य कृते पित्रा सवयंवरे 2...
Book 12. Chapter 126 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 126 1 [भ] ततस तेषां समस्तानाम ऋषीणाम ऋषिसत्तमः ऋषभॊ नाम विप्रर्षिः समयन्न इव ततॊ ऽबरवीत 2 पुराहं...
Book 5. Chapter 167 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 167 1 [भीस्म] दरौपदेया महाराज सर्वे पञ्च महारथाः वैराटिर उत्तरश चैव रथॊ मम महान मतः 2 अभिमन्युर...
Book 12. Chapter 282 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 282 1 [पराषर] वृत्तिः सकाशाद वर्णेभ्यस तरिभ्यॊ हीनस्य शॊभना परीत्यॊपनीता निर्दिष्टा धर्मिष्ठान...
Book 1. Chapter 104 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 104 1 [व] शूरॊ नाम यदुश्रेष्ठॊ वसुदेव पिताभवत तस्य कन्या पृथा नाम रूपेणासदृशी भुवि 2 पैतृष्वसेयाय स...
Book 12. Chapter 127 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 127 1 [य] नामृतस्येव पर्याप्तिर ममास्ति बरुवति तवयि तस्मात कथय भूयस तवं धर्मम एव पितामह 2 [भ] अत्राप्य...
Book 3. Chapter 53 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 53 1 बृहदश्व उवाच सा नमस्कृत्य देवेभ्यः परहस्य नलम अब्रवीत परणयस्व यथाश्रद्धं राजन किं करवाणि ते 2...
Book 2. Chapter 6 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 6 1 [व] संपूज्याथाभ्यनुज्ञातॊ महर्षेर वचनात परम परत्युवाचानुपूर्व्येण धर्मराजॊ युधिष्ठिरः 2 भगवन...
Book 12. Chapter 283 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 283 1 [पराषर] परतिग्रहागता विप्रे कषत्रिये शस्त्रनिर्जिताः वैश्ये नयायार्जिताश चैव शूद्रे...
Book 5. Chapter 170 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 170 1 दुर्यॊधन उवाच किमर्थं भरतश्रेष्ठ न हन्यास तवं शिखण्डिनम उद्यतेषुम अथॊ दृष्ट्वा समरेष्व...
Book 2. Chapter 13 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 13 1 [क] सर्वैर गुणैर महाराज राजसूयं तवम अर्हसि जानतस तव एव ते सर्वं किं चिद वक्ष्यामि भारत 2...
Book 3. Chapter 52 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 52 1 बृहदश्व उवाच तेभ्यः परतिज्ञाय नलः करिष्य इति भारत अथैनान परिपप्रच्छ कृताञ्जलिर अवस्थितः 2 के...
Book 5. Chapter 197 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 197 1 वैशंपायन उवाच तथैव राजा कौन्तेयॊ धर्मपुत्रॊ युधिष्ठिरः धृष्टद्युम्नमुखान वीरांश चॊदयाम आस...
Book 2. Chapter 7 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 7 1 [न] शक्रस्य तु सभा दिव्या भास्वरा कर्मभिर जिता सवयं शक्रेण कौरव्य निर्मितार्क समप्रभा 2...
Book 5. Chapter 171 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 171 1 भीष्म उवाच ततॊ ऽहं भरतश्रेष्ठ मातरं वीरमातरम अभिगम्यॊपसंगृह्य दाशेयीम इदम अब्रुवम 2 इमाः...
Book 15. Chapter 46 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 15 Chapter 46 1 [य] तथा महात्मनस तस्य तपस्य उग्रे च वर्ततः अनाथस्येव निधनं तिष्ठत्स्व अस्मासु बन्धुषु 2...
Book 2. Chapter 12 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 12 1 [व] ऋषेस तद वचनं शरुत्वा निशश्वास युधिष्ठिरः चिन्तयन राजसूयाप्तिं न लेभे शर्म भारत 2 राजर्षीणां...
Book 1. Chapter 5 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 5 1 [षौनक] पुराणम अखिलं तात पिता ते ऽधीतवान पुरा कच चित तवम अपि तत सर्वम अधीषे लॊमहर्षणे 2 पुराणे हि...
Book 5. Chapter 196 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 196 1 वैशंपायन उवाच ततः परभाते विमले धार्तराष्ट्रेण चॊदिताः दुर्यॊधनेन राजानः परययुः पाण्डवान...
Book 12. Chapter 265 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 265 1 [य] कथं भवति पापात्मा कथं धर्मं करॊति वा केन निर्वेदम आदत्ते मॊक्षं वा केन गच्छति 2 [भी] विदिताः...
Book 1. Chapter 12 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 12 1 [रु] कथं हिंसितवान सर्पान कषत्रियॊ जनमेजयः सर्पा वा हिंसितास तात किमर्थं दविजसत्तम 2 किमर्थं...
Book 8. Chapter 48 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 48 1 [स] शरुत्वा कर्णं कल्यम उदारवीर्यं; करुद्धः पार्थः फल्गुनस्यामितौजाः धनंजयं वाक्यम उवाच चेदं;...
Book 1. Chapter 4 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 4 1 लॊमहर्षण पुत्र उग्रश्रवाः सूतः पौराणिकॊ नैमिषारण्ये शौनकस्य कुलपतेर दवादश वार्षिके सत्रे...
Book 15. Chapter 47 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 15 Chapter 47 1 [नारद] नासौ वृथाग्निना दग्धॊ यथा तत्र शरुतं मया वैचित्रवीर्यॊ नृपतिस तत ते वक्ष्यामि भारत 2 वनं...
Book 7. Chapter 169 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 169 1 [धृ] साङ्गा वेदा यथान्यायं येनाधीता महात्मना यस्मिन साक्षाद धनुर्वेदॊ हरीनिषेधे परतिष्ठितः 2...
Book 12. Chapter 264 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 264 1 [य] बहूनां यज्ञतपसाम एकार्थानां पितामह धर्मार्थं न सुखार्थार्थं कथं यज्ञः समाहितः 2 [भी] अत्र...
Book 1. Chapter 13 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 13 1 किमर्थं राजशार्दूल स राजा जनमेजयः सर्पसत्रेण सर्पाणां गतॊ ऽनतं तद वदस्व मे 2 आस्तीकश च...
Book 8. Chapter 49 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 49 1 [स] युधिष्ठिरेणैवम उक्तः कौन्तेयः शवेतवाहनः असिं जग्राह संक्रुद्धॊ जिघांसुर भरतर्षभम 2 तस्य...
Book 7. Chapter 168 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 168 1 [स] अर्जुनस्य वचः शरुत्वा नॊचुस तत्र महारथाः अप्रियं वा परियं वापि महाराज धनंजयम 2 ततः करुद्धॊ...
Book 3. Chapter 240 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 240 1 [दानवाह] भॊः सुयॊधन राजेन्द्र भरतानां कुलॊद्वह शूरैः परिवृतॊ नित्यं तथैव च महात्मभिः 2...
Book 18. Chapter 2 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 18 Chapter 2 1 [य] नेह पश्यामि विबुधा राधेयम अमितौजसम भरातरौ च महात्मानौ युधामन्यूत्तमौजसौ 2 जुहुवुर ये...
Book 4. Chapter 10 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 10 1 [वै] अथापरॊ ऽदृश्यत रूपसंपदा; सत्रीणाम अलंकारधरॊ बृहत पुमान पराकारवप्रे परतिमुच्य कुण्डले;...
Book 12. Chapter 139 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 139 1 [य] हीने परमके धर्मे सर्वलॊकातिलङ्घिनि अधर्मे धर्मतां नीते धर्मे चाधर्मतां गते 2 मर्यादासु...
Book 7. Chapter 2 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 2 1 [स] हतं भीष्मम आधिरथिर विदित्वा; भिन्नां नावम इवात्यगाधे कुरूणाम सॊदर्यवद वयसनात सूतपुत्रः;...
Book 5. Chapter 50 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 50 1 [धृ] सर्व एते महॊत्साहा ये तवया परिकीर्तिताः एकतस तव एव ते सर्वे समेता भीम एकतः 2 भीमसेनाद धि मे...
Book 9. Chapter 17 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 17 1 [स] शल्ये तु निहते राजन मद्रराजपदानुगाः रथाः सप्तशता वीरा निर्ययुर महतॊ बलात 2 दुर्यॊधनस तु...
Book 13. Chapter 45 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 45 1 [य] कन्यायाः पराप्तशुल्कायाः पतिश चेन नास्ति कश चन तत्र का परतिपत्तिः सयात तन मे बरूहि पितामह 2...
Book 4. Chapter 1 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 1 1 [ज] कथं विराटनगरे मम पूर्वपितामहाः अज्ञातवासम उषिता दुर्यॊधन भयार्दिताः 2 तथा तु स वराँल...
Book 8. Book 8 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT PARALLEL DEVANAGARI AND ROMANIZATION BOOK 8 IMPORTANT NOTE: This etext uses Unicode extensively. You will need to make sure that your browser is set up to view Unicode properly. For more information, read the Unicode page. Chapter 1 Chapter 2 Chapter 3 Chapter 4 Chapter...
Book 8. Chapter 57 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 57 1 [स] अर्जुनस तु महाराज कृत्वा सैन्यं पृथग्विधाम सूतपुत्रं सुसंरब्धं दृष्ट्वा चैव महारणे 2...
Book 13. Chapter 105 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 105 1 [य] एकॊ लॊकः सुकृतिनां सर्वे तव आहॊ पितामह उत तत्रापि नानात्वं तन मे बरूहि पितामह 2 [भ] कर्मभिः...
Book 3. Chapter 103 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 103 1 [लॊमष] समुद्रं स समासाद्य वारुणिर भगवान ऋषिः उवाच सहितान देवान ऋषींश चैव समागतान 2 एष...
Book 5. Chapter 188 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 188 1 भीष्म उवाच ततस ते तापसाः सर्वे तपसे धृतनिश्चयाम दृष्ट्वा नयवर्तयंस तात किं कार्यम इति...
Book 7. Chapter 11 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 11 1 [स] हन्त ते वर्णयिष्यामि सर्वं परत्यक्षदर्शिवान यथा स नयपतद दरॊणः सादितः पाण्डुसृञ्जयैः 2...
Book 14. Chapter 19 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 19 1 [बर] यः सयाद एकायने लीनस तूष्णीं किं चिद अचिन्तयन पूर्वं पूर्वं परित्यज्य स निरारम्भकॊ भवेत 2...
Book 6. Chapter 51 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 51 1 [स] गतापराह्णभूयिष्ठे तस्मिन्न अहनि भारत रथनागाश्वपत्तीनां सादिनां च महाक्षये 2 दरॊणपुत्रेण...
Book 14. Chapter 44 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 44 1 [बर] यद आदिमध्यपर्यन्तं गरहणॊपायम एव च नाम लक्षणसंयुक्तं सर्वं वक्ष्यामि तत्त्वतः 2 अहः पूर्वं...
Book 13. Chapter 18 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 18 1 [व] महायॊगी ततः पराह कृष्णद्वैपायनॊ मुनिः पठस्व पुत्र भद्रं ते परीयतां ते महेश्वरः 2 पुरा पुत्र...
Book 1. Chapter 204 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 204 1 [नारद] जित्वा तु पृथिवीं दैत्यौ निःसपत्नौ गतव्यथौ कृत्वा तरैलॊक्यम अव्यग्रं कृतकृत्यौ...
Book 12. Chapter 227 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 227 1 [वयास] तरयी विद्याम अवेक्षेत वेदेषूक्ताम अथाङ्गतः ऋक साम वर्णाक्षरतॊ यजुषॊ ऽथर्वणस तथा 2...
Book 12. Chapter 183 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 183 1 [भृगु] सत्यं बरह्म तपः सत्यं सत्यं सृजति च परजाः सत्येन धार्यते लॊकः सवर्गं सत्येन गच्छति 2...
Book 12. Chapter 58 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 58 1 [भीस्म] एतत ते राजधर्माणां नव नीतं युधिष्ठिर बृहस्पतिर हि भगवान नान्यं धर्मं परशंसति 2...
Book 1. Chapter 50 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 50 1 [आ] सॊमस्य यज्ञॊ वरुणस्य यज्ञः; परजापतेर यज्ञ आसीत परयागे तथा यज्ञॊ ऽयं तव भारताग्र्य;...
Book 12. Chapter 164 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 164 1 [भ] गिरं तां मधुरां शरुत्वा गौतमॊ विस्मितस तदा कौतूहलान्वितॊ राजन राजधर्माणम ऐक्षत 2 [र] भॊः...
Book 1. Chapter 147 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 147 1 [वै] तयॊर दुःखितयॊर वाक्यम अतिमात्रं निशम्य तत भृशं दुःखपरीताङ्गी कन्या ताव अभ्यभाषत 2 किम इदं...
Book 6. Chapter 117 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 117 1 [स] ततस ते पार्थिवाः सर्वे जग्मुः सवान आलयान पुनः तूष्णींभूते महाराजे भीष्मे शंतनुनन्दने 2...
Book 10. Book 10 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT PARALLEL DEVANAGARI AND ROMANIZATION BOOK 10 IMPORTANT NOTE: This etext uses Unicode extensively. You will need to make sure that your browser is set up to view Unicode properly. For more information, read the Unicode page. Chapter 1 Chapter 2 Chapter 3 Chapter 4 Chapter...
Book 12. Chapter 339 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 339 1 [बरह्मा] शृणु पुत्र यथा हय एष पुरुषः शाश्वतॊ ऽवययः अक्षयश चाप्रमेयश च सर्वगश च निरुच्यते 2 न स...
Book 3. Chapter 11 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 11 1 [धृ] एवम एतन महाप्राज्ञ यथा वदसि नॊ मुने अहं चैव विजानामि सर्वे चेमे नराधिपाः 2 भवांस तु मन्यते...
Book 2. Chapter 51 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 51 1 [ष] यां तवम एतां शरियं दृष्ट्वा पाण्डुपुत्रे युधिष्ठिरे तप्यसे तां हरिष्यामि दयूतेनाहूयतां...
Book 5. Chapter 132 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 132 1 [विदुरा] अथैतस्याम अवस्थायां पौरुषं हातुम इच्छसि निहीन सेवितं मार्गं गमिष्यस्य अचिराद इव 2 यॊ...
Book 12. Chapter 239 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 239 1 [षुक्र] अध्यात्मं विस्तरेणेह पुनर एव वदस्व मे यद अध्यात्मं यथा चेदं भगवन्न ऋषिसत्तम 2 [वयास]...
Book 9. Chapter 54 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 54 1 [वै] एवं तद अभवद युद्धं तुमुलं जनमेजय यत्र दुःखान्वितॊ राजा धृतराष्ट्रॊ ऽबरवीद इदम 2 रामं...
Book 13. Chapter 146 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 146 1 [वा] युधिष्ठिर महाबाहॊ महाभाग्यं महात्मनः रुद्राय बहुरूपाय बहु नाम्ने निबॊध मे 2 वदन्त्य...
Book 8. Chapter 14 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 14 1 [स] परत्यागत्य पुनर जिष्णुर अहन संशप्तकान बहून वक्रानुवक्र गमनाद अङ्गारक इव गरहः 2 पार्थ बाणहता...
Book 12. Chapter 46 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 46 1 [युधिस्ठिर] किम इदं परमाश्चर्यं धयायस्य अमितविक्रम कच चिल लॊकत्रयस्यास्य सवस्ति लॊकपरायण 2...
Book 7. Chapter 135 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 135 1 [स] दुर्यॊधनेनैवम उक्तॊ दरौणिर आहवदुर्मदः परत्युवाच महाबाहॊ यथा वदसि कौरव 2 परिया हि पाण्डवा...
Book 7. Chapter 52 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 52 1 [स] शरुत्वा तु तं महाशब्दं पाण्डूनां पुत्रगृद्धिनाम चारैः परवेदिते तत्र समुत्थाय जयद्रथः 2...
Book 12. Chapter 8 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 8 1 [वैषम्पायन] अथार्जुन उवाचेदम अधिक्षिप्त इवाक्षमी अभिनीततरं वाक्यं दृढवादपराक्रमः 2 दर्शयन्न...
Book 3. Chapter 140 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 140 1 [ल] उशीरबीजं मैनाकं गिरिं शवेतं च भारत समतीतॊ ऽसि कौन्तेय कालशैलं च पार्थिव 2 एषा गङ्गा सप्त...
Book 6. Chapter 12 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 12 1 [धृ] जम्बू खण्डस तवया परॊक्तॊ यथावद इह संजय विष्कम्भम अस्य परब्रूहि परिमाणं च तत्त्वतः 2...
Book 3. Chapter 203 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 203 1 [मार्क] एवं तु सूक्ष्मे कथिते धर्मव्याजेन भारत बराह्मणः स पुनः सूक्ष्मं पप्रच्छ सुसमाहितः 2...
Book 12. Chapter 327 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 327 1 [जनमेजय] कथं स भगवान देवॊ यज्ञेष्व अग्रहरः परभुः यज्ञधारी च सततं वेदवेदाङ्गवित तथा 2 निवृत्तं...
Book 6. Chapter 109 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 109 1 [स] भगदत्तः कृपः शल्यः कृतवर्मा च सात्वतः विन्दानुविन्दाव आवन्त्यौ सैन्धवश च जयद्रथः 2...
Book 1. Chapter 159 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 159 1 [आर्ज] कारणं बरूहि गन्धर्व किं तद येन सम धर्षिताः यान्तॊ बरह्मविदः सन्तः सर्वे रात्राव अरिंदम 2...
Book 4. Chapter 53 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 53 1 [अर्ज] यत्रैषा काञ्चनी वेदी परदीप्ताग्निशिखॊपमा उच्छ्रिता काञ्चने दण्डे पताकाभिर अलं कृता...
Book 5. Chapter 13 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 13 1 [ष] अथ ताम अब्रवीद दृष्ट्वा नहुषॊ देवराट तदा तरयाणाम अपि लॊकानाम अहम इन्द्रः शुचिस्मिते भजस्व...
Book 6. Chapter 16 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 16 1 [स] तवद युक्तॊ ऽयम अनुप्रश्नॊ महाराज यथार्हसि न तु दुर्यॊधने दॊषम इमम आसक्तुम अर्हसि 2 य आत्मनॊ...
Book 7. Chapter 56 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 56 1 [स] ततॊ ऽरजुनस्य भवनं परविश्याप्रतिमं विभुः सपृष्ट्वाम्भः पुण्डरीकाक्षः सथण्डिले शुभलक्षणे...
Book 3. Chapter 144 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 144 1 [वै] ततः परयातमात्रेषु पाण्डवेषु महात्मसु पद्भ्याम अनुचिता गन्तुं दरौपदी समुपाविशत 2 शरान्ता...
Book 12. Chapter 42 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 42 1 [वैषम्पायन] ततॊ युधिष्ठिरॊ राजा जञातीनां ये हता मृधे शराद्धानि कारयाम आस तेषां पृथग उदारधीः 2...
Book 8. Chapter 10 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 10 1 [स] शरुतकर्मा महाराज चित्रसेनं महीपतिम आजघ्ने समरे करुद्धः पञ्चाशद्भिः शिलीमुखैः 2 अभिसारस तु...
Book 13. Chapter 142 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 142 1 [भ] तूष्णीम आसीद अर्जुनस तु पवनस तव अब्रवीत पुनः शृणु मे बराह्मणेष्व एव मुख्यं कर्म जनाधिप 2...
Book 7. Chapter 131 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 131 1 [स] परायॊपविष्टे तु हते पुत्रे सात्यकिना ततः सॊमदत्तॊ भृशं करुद्धः सात्यक्तिं वाक्यम अब्रवीत 2...
Book 12. Chapter 199 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 199 1 [मनु] यदा ते पञ्चभिः पञ्च विमुक्ता मनसा सह अथ तद दरक्ष्यसे बरह्म मनौ सूत्रम इवार्पितम 2 तद एव च...
Book 9. Chapter 50 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 50 1 [वै] यत्रेजिवान उडुपती राजसूयेन भारत तस्मिन वृत्ते महान आसीत संग्रामस तारकामयः 2 तत्राप्य...
Book 5. Chapter 17 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 17 1 [ष] अथ संचिन्तयानस्य देवराजस्य धीमतः नहुषस्य वधॊपायं लॊकपालैः सहैव तैः तपस्वी तत्र भगवान...
Book 4. Chapter 57 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 57 1 [वै] अथ संगम्य सर्वे तु कौरवाणां महारथाः अर्जुनं सहिता यत्ताः परत्ययुध्यन्त भारत 2 स सायकमयैर...
Book 5. Chapter 128 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 128 1 [व] तत तु वाक्यम अनादृत्य सॊ ऽरथवन मातृभाषितम पुनः परतस्थे संरम्भत सकाशम अकृतात्मनाम 2 ततः...
Book 3. Chapter 207 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 207 1 [वै] शरुत्वेमां धर्मसंयुक्तां धर्मराजः कथां शुभाम पुनः पप्रच्छ तम ऋषिं मार्कण्डेयं तपस्विनम 2...
Book 12. Chapter 323 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 323 1 [भीस्म] ततॊ ऽतीते महाकल्पे उत्पन्ने ऽङगिरसः सुते बभूवुर निर्वृता देवा जाते देवपुरॊहिते 2 बृहद...
Book 12. Chapter 187 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 187 1 [य] अध्यात्मं नाम यद इदं पुरुषस्येह चिन्त्यते यद अध्यात्मं यतश चैतत तन मे बरूहि पितामह 2 [भी]...
Book 1. Chapter 54 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 54 1 [स] शरुत्वा तु सर्पसत्राय दीक्षितं जनमेजयम अभ्यागच्छद ऋषिर विद्वान कृष्णद्वैपायनस तदा 2 जनयाम...
Book 1. Chapter 200 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 200 1 [ज] एवं संप्राप्य राज्यं तद इन्द्रप्रस्थे तपॊधन अत ऊर्ध्वं महात्मानः किम अकुर्वन्त पाण्डवाः 2...
Book 12. Chapter 223 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 223 1 [य] परियः सर्वस्य लॊकस्य सर्वसत्त्वाभिनन्दिता गुणैः सर्वैर उपेतश च कॊ नव अस्ति भुवि मानवः 2 [भी]...
Book 8. Chapter 9 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 9 1 [स] ततः कर्णॊ महेष्वासः पाण्डवानाम अनीकिनीम जघान समरे शूरः शरैः संनतपर्वभिः 2 तथैव पाण्डवा...
Book 14. Chapter 40 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 40 1 [बर] अव्यक्तात पूर्वम उत्पन्नॊ महान आत्मा महामतिः आदिर गुणानां सर्वेषां परथमः सर्ग उच्यते 2...
Book 7. Chapter 48 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 48 1 [स] विष्णॊः सवसानन्दि करः स विष्ण्वायुध भीषितः रराजातिरथः संख्ये जनार्दन इवापरः 2 मारुतॊद्धूत...
Book 2. Chapter 55 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 55 1 [विदुर] महाराज विजानीहि यत तवां वक्ष्यामि तच छृणु मुमूर्षॊर औषधम इव न रॊचेतापि ते शरुतम 2 यद वै...
Book 5. Chapter 136 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 136 1 [व] कुन्त्यास तु वचनं शरुत्वा भीष्मद्रॊणौ महारथौ दुर्यॊधनम इदं वाक्यम ऊचतुः शासनातिगम 2 शरुतं...
Book 3. Chapter 219 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 219 1 [मार्क] शरिया जुष्टं महासेहं देव सेनापतिं कृतम सप्तर्षिपत्न्यः षड देव्यस तत सकाशम अथागमन 2...
Book 3. Chapter 15 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 15 1 [य] असांनिध्यं कथं कृष्ण तवासीद वृष्णिनन्दन कव चासीद विप्रवासस ते किं वाकार्षीः परवासकः 2 [कृ]...
Book 4. Chapter 49 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 49 1 [वै] स शत्रुसेनां तरसा परणुद्य; गास ता विजित्याथ धनुर्धराग्र्यः दुर्यॊधनायाभिमुखं परयातॊ;...
Book 12. Chapter 160 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 160 1 [व] कथान्तरम अथासाद्य खड्गयुद्धविशारदः नकुलः शरतल्पस्थम इदम आह पितामहम 2 धनुः परहरणं शरेष्ठम...
Book 6. Chapter 113 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 113 1 [स] एवं वयूढेष्व अनीकेषु भूयिष्ठम अनुवर्तिषु बरह्मलॊकपराः सर्वे समपद्यन्त भारत 2 न हय अनीकम...
Book 1. Chapter 143 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 143 1 [भम] समरन्ति वैरं रक्षांसि मायाम आश्रित्य मॊहिनीम हिडिम्बे वरज पन्थानं तवं वै भरातृनिषेवितम 2...
Book 7. Chapter 6 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 6 1 [स] सेनापत्यं तु संप्राप्य भारद्वाजॊ महारथः युयुत्सुर वयूह्य सैन्यानि परायात तव सुतैः सह 2...
Book 5. Chapter 54 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 54 1 [दुर] न भेतव्यं महाराज न शॊच्या भवता वयम समर्थाः सम परान राजन विजेतुं समरे विभॊ 2 वनं परव्राजितान...
Book 12. Chapter 299 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 299 1 [याज्नवल्क्य] अव्यक्तस्य नरश्रेष्ठ कालसंख्यां निबॊध मे पञ्च कल्पसहस्राणि दविगुणान्य अहर...
Book 4. Chapter 14 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 14 1 [वै] परत्याख्यातॊ राजपुत्र्या सुदेष्णां कीचकॊ ऽबरवीत अमर्यादेन कामेन घॊरेणाभिपरिप्लुतः 2 यथा...
Book 3. Chapter 244 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 244 1 [जनम] दुर्यॊधनं मॊचयित्वा पाण्डुपुत्रा महाबलाः किम अकार्षुर वने तस्मिंस तन ममाख्यातुम अर्हसि...
Book 3. Chapter 48 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 48 1 [वै] सुदीर्घम उष्णं निःश्वस्य धृतराष्ट्रॊ ऽमबिका सुतः अब्रवीत संजयं सूतम आमन्त्र्य भरतर्षभ 2...
Book 6. Chapter 55 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 55 1 धृतराष्ट्र उवाच परतिज्ञाते तु भीष्मेण तस्मिन युद्धे सुदारुणे करॊधितॊ मम पुत्रेण दुःखितेन...
Book 3. Chapter 107 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 107 1 [लॊमष] स तु राजा महेष्वासश चक्रवर्ती महारथः बभूव सर्वलॊकस्य मनॊ नयननन्दनः 2 स शुश्राव महाबाहुः...
Book 7. Chapter 15 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 15 1 [स] तद बलं सुमहद दीर्णं तवदीयं परेक्ष्य वीर्यवान दधारैकॊ रणे पाण्डून वृषसेनॊ ऽसत्रमायया 2 शरा...
Book 7. Chapter 172 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 172 1 [स] तत परभग्नं बलं दृष्ट्वा कुन्तीपुत्रॊ धनंजयः नयवारयद अमेयात्मा दरॊणपुत्र वधेप्सया 2 ततस ते...
Book 13. Chapter 101 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 101 1 [य] आलॊक दानं नामैतत कीदृशं भरतर्षभ कथम एतत समुत्पन्नं फलं चात्र बरवीहि मे 2 [भ] अत्राप्य...
Book 8. Chapter 53 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 53 1 [स] तेषाम अनीकानि बृहद धवजानि; रणे समृद्धानि समागतानि गर्जन्ति भेरी निनदॊन्मुखानि; मेघैर यथा...
Book 4. Chapter 5 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 5 1 [वै] ते वीरा बद्धनिस्त्रिंशास ततायुध कलापिनः बद्धगॊधाङ्गुलि तराणाः कालिन्दीम अभितॊ ययुः 2 ततस...
Book 13. Chapter 41 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 41 1 [भ] ततः कदा चिद देवेन्द्रॊ दिव्यरूपवपुर धरः इदम अन्तरम इत्य एवं ततॊ ऽभयागाद अथाश्रमम 2 रूपम...
Book 9. Chapter 13 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 13 1 [स] अर्जुनॊ दरौणिना विद्धॊ युद्धे बहुभिर आयसैः तस्य चानुचरैः शूरैस तरिगर्तानां महारथैः दरौणिं...
Book 5. Chapter 175 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 175 1 हॊत्रवाहन उवाच रामं दरक्ष्यसि वत्से तवं जामदग्न्यं महावने उग्रे तपसि वर्तन्तं सत्यसंधं...
Book 2. Chapter 16 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 16 1 [वा] जातस्य भारते वंशे तथा कुन्त्याः सुतस्य च या वै युक्ता मतिः सेयम अर्जुनेन परदर्शिता 2 न...
Book 3. Chapter 56 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 56 1 बृहदश्व उवाच एवं स समयं कृत्वा दवापरेण कलिः सह आजगाम ततस तत्र यत्र राजा स नैषधः 2 स नित्यम...
Book 2. Chapter 3 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 3 1 [व] अथाब्रवीन मयः पार्थम अर्जुनं जयतां वरम आपृच्छे तवां गमिष्यामि कषिप्रम एष्यामि चाप्य अहम 2...
Book 12. Chapter 287 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 287 1 [भी] पुनर एव तु पप्रच्छ जनकॊ मिथिलाधिपः पराशरं महात्मानं धर्मे परमनिश्चयम 2 किं शरेयः का गतिर...
Book 17. Book 17 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT PARALLEL DEVANAGARI AND ROMANIZATION BOOK 17 IMPORTANT NOTE: This etext uses Unicode extensively. You will need to make sure that your browser is set up to view Unicode properly. For more information, read the Unicode page. Chapter 1 Chapter 2 Chapter 3
Book 1. Chapter 100 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 100 1 [व] ततः सत्यवती काले वधूं सनाताम ऋतौ तदा संवेशयन्ती शयने शनकैर वाक्यम अब्रवीत 2 कौसल्ये देवरस ते...
Book 12. Chapter 123 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 123 1 [य] तात धर्मार्थकामानां शरॊतुम इच्छामि निश्चयम लॊकयात्रा हि कार्त्स्न्येन तरिष्व एतेषु...
Book 1. Chapter 17 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 17 1 [स] अथावरण मुख्यानि नानाप्रहरणानि च परगृह्याभ्यद्रवन देवान सहिता दैत्यदानवाः 2 ततस तद अमृतं...
Book 12. Chapter 260 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 260 1 [य] अविरॊधेन भूतानां तयागः षाद्गुण्यकारकः यः सयाद उभय भाग्धर्मस तन मे बरूहि पितामह 2...
Book 15. Chapter 43 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 15 Chapter 43 1 [वै] अदृष्ट्वा तु नृपः पुत्रान दर्शनं परतिलब्धवान ऋषिप्रसादात पुत्राणां सवरूपाणां कुरूद्वह 2...
Book 5. Chapter 192 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 192 1 भीष्म उवाच ततः शिखण्डिनॊ माता यथातत्त्वं नराधिप आचचक्षे महाबाहॊ भर्त्रे कन्यां शिखण्डिनीम 2...
Book 3. Chapter 119 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 119 1 [ज] परभास तीर्थं संप्राप्य वृष्णयः पाण्डवास तथा किम अकुर्वन कथाश चैषां कास तत्रासंस तपॊधन 2 ते...
Book 3. Chapter 250 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 250 1 [वै] अथाब्रवीद दरौपदी राजपुत्री; पृष्टा शिबीनां परवरेण तेन अ अवेक्ष्य मन्दं परविमुच्य शाखां;...
Book 2. Chapter 9 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 9 1 [न] युधिष्ठिर सभा दिव्या वरुणस्य सितप्रभा परमाणेन यथा याम्या शुभप्राकारतॊरणा 2 अन्तः सलिलम...
Book 11. Chapter 14 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 11 Chapter 14 1 [व] तच छरुत्वा वचनं तस्या भीमसेनॊ ऽथ भीतवत गान्धारीं परत्युवाचेदं वचः सानुनयं तदा 2 अधर्मॊ यदि...
Book 12. Chapter 129 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 129 1 [य] कषीणस्य दीर्घसूत्रस्य सानुक्रॊशस्य बन्धुषु विरक्त पौरराष्ट्रस्य निर्द्रव्य निचयस्य च 2...
Book 5. Chapter 40 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 40 1 [वि] यॊ ऽभयर्थितः सद्भिर असज्जमानः; करॊत्य अर्थं शक्तिम अहापयित्वा कषिप्रं यशस तं समुपैति...
Book 13. Chapter 55 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 55 1 [च] वरश च गृह्यतां मत्तॊ यश च ते संशयॊ हृदि तं च बरूहि नरश्रेष्ठ सर्वं संपादयामि ते 2 [कुषिक] यदि...
Book 13. Chapter 115 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 115 1 [व] ततॊ युधिष्ठिरॊ राजा शरतल्पे पितामहम पुनर एव महातेजाः पप्रच्छ वदतां वरम 2 ऋषयॊ बराह्मणा...
Book 12. Chapter 15 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 15 1 [वैषम्पायन] याज्ञसेन्या वचॊ शरुत्वा पुनर एवार्जुनॊ ऽबरवीत अनुमान्य महाबाहुं जयेष्ठं भरातरम...
Book 8. Chapter 47 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 47 1 [स] तद धर्मशीलस्य वचॊ निशम्य; राज्ञः करुद्धस्याधिरथौ महात्मा उवाच दुर्धर्षम अदीनसत्त्वं;...
Book 7. Chapter 166 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 166 1 [धृ] अधर्मेण हतं शरुत्वा धृष्टद्युम्नेन संजय बराह्मणं पितरं वृद्धम अश्वत्थामा किम अब्रवीत 2...
Book 3. Chapter 113 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 113 1 [विभान्द] रक्षांसि चैतानि चरन्ति पुत्र; रूपेण तेनाद्भुत दर्शनेन अतुल्यरूपाण्य अति घॊरवन्ति;...
Book 6. Chapter 41 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 41 1 संजय उवाच ततॊ धनंजयं दृष्ट्वा बाणगाण्डीवधारिणम पुनर एव महानादं वयसृजन्त महारथाः 2 पाण्डवाः...
Book 12. Chapter 137 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 137 1 [य] उक्तॊ मन्त्रॊ महाबाहॊ न विश्वासॊ ऽसति शत्रुषु कथं हि राजा वर्तेत यदि सर्वत्र नाश्वसेत 2...
Book 1. Chapter 114 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 114 1 [व] संवत्सराहिते गर्भे गान्धार्या जनमेजय आह्वयाम आस वै कुन्ती गर्भार्थं धर्मम अच्युतम 2 सा...
Book 12. Chapter 293 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 293 1 [वसिस्ठ] एवम अप्रतिबुद्धत्वाद अबुद्ध जनसेवनात सर्ग कॊति सहस्राणि पतनान्तानि गच्छति 2 धाम्ना...
Book 3. Chapter 42 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 42 1 [वै] तस्य संपश्यतस तव एव पिनाकी वृषभध्वजः जगामादर्शनं भानुर लॊकस्येवास्तम एयिवान 2 ततॊ ऽरजुनः...
Book 5. Chapter 161 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 161 1 [स] उलूकस्य वचः शरुत्वा कुन्तीपुत्रॊ युधिष्ठिरः सेनां निर्यापयाम आस धृष्टद्युम्नपुरॊगमाम 2...
Book 5. Chapter 186 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 186 1 भीष्म उवाच ततॊ हलहलाशब्दॊ दिवि राजन महान अभूत परस्वापं भीष्म मा सराक्षीर इति कौरवनन्दन 2...
Book 14. Chapter 17 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 17 1 [वा] ततस तस्यॊपसंगृह्य पादौ परश्नान सुदुर्वचान पप्रच्छ तांश च सर्वान स पराह धर्मभृतां वरः 2...
Book 9. Chapter 19 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 19 1 [स] संनिवृत्ते बलौघे तु शाल्वॊ मलेच्छ गणाधिपः अभ्यवर्तत संक्रुद्धः पाण्डूनां सुमहद बलम 2...
Book 12. Chapter 274 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 274 1 [य] पितामह महाप्राज्ञ सर्वशास्त्रविशारद अस्ति वृत्रवधाद एव विवक्षा मम जायते 2 जवरेण मॊहितॊ...
Book 8. Chapter 59 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 59 1 [स] तं तु यान्तं महावेगैर अश्वैः कपिवरध्वजम युद्धायाभ्यद्रवन वीराः कुरूणां नवती रथाः...
Book 13. Chapter 16 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 16 1 [कृस्न] मूर्ध्ना निपत्यनियतस तेजः संनिचये ततः परमं हर्षम आगम्य भगवन्तम अथाब्रुवम 2 धर्मे...
Book 9. Chapter 44 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 44 1 [वै] ततॊ ऽभिषेका संभारान सर्वान संभृत्य शास्त्रतः बृहस्पतिः समिद्धे ऽगनौ जुहावाज्यं यथाविधि 2...
Book 12. Chapter 229 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 229 1 [वयास] अथ जञानप्लवं धीरॊ गृहीत्वा शान्तिम आस्थितः उन्मज्जंश च निमज्जंश च जञानम एवाभिसंश्रयेत...
Book 7. Chapter 125 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 125 1 [स] सैन्धवे निहते राजन पुत्रस तव सुयॊधनः अश्रुक्लिन्न मुखॊ दीनॊ निरुत्साहॊ दविषज जये...
Book 12. Chapter 56 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 56 1 परणिपत्य हृषीकेशम अभिवाद्य पिता महम अनुमान्य गुरून सर्वान पर्यपृच्छद युधिष्ठिरः 2 राज्यं वै...
Book 17. Chapter 3 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 17 Chapter 3 1 [वै] ततः संनादयञ शक्रॊ दिवं भूमिं च सर्वशः रथेनॊपययौ पार्थम आरॊहेत्य अब्रवीच च तम 2 स भरातॄन...
Book 3. Chapter 150 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 150 1 [वै] ततः संकृत्य विपुलं तद वपुः कामवर्धितम भीमसेनं पुनर दॊर्भ्यां पर्यष्वजत वानरः 2...
Book 7. Chapter 42 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 42 1 [स] यन मा पृच्छसि राजेन्द्र सिन्धुराजस्य विक्रमम शृणु तत सर्वम आख्यास्ये यथा पाण्डून अयॊधयत 2...
Book 8. Chapter 3 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 3 1 [वै] एतच छरुत्वा महाराज धृतराष्ट्रॊ ऽमबिका सुतः शॊकस्यान्तम अपश्यन वै हतं मत्वा सुयॊधनम...
Book 12. Chapter 337 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 337 1 [जनमेजय] सांख्यं यॊगं पञ्चरात्रं वेदारण्यकम एव च जञानान्य एतानि बरह्मर्षे लॊकेषु परचरन्ति ह 2...
Book 3. Chapter 213 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 213 1 [मार्क] अग्नीनां विविधॊ वंशः पीर्तितस ते मयानघ शृणु जन्म तु कौरव्य कार्त्तिकेयस्य धीमतः 2...
Book 10. Chapter 17 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 10 Chapter 17 1 [व] हतेषु सर्वसैन्येषु सौप्तिके तै रथैस तरिभिः शॊचन युधिष्ठिरॊ राजा दाशार्हम इदम अब्रवीत 2 कथं...
Book 4. Chapter 43 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 43 1 [कर्ण] सर्वान आयुष्मतॊ भीतान संत्रस्तान इव लक्षये अयुद्धमनसश चैव सर्वांश चैवानवस्थितान 2 यद्य...
Book 1. Chapter 149 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 149 1 [कुन्ती] न विषादस तवया कार्यॊ भयाद अस्मात कथं चन उपायः परिदृष्टॊ ऽतर तस्मान मॊक्षाय रक्षसः 2 एकस...
Book 14. Chapter 54 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 54 1 [उ] अभिजानामि जगतः कर्तारं तवां जनार्दन नूनं भवत्प्रसादॊ ऽयम इति मे नास्ति संशयः 2 चित्तं च...
Book 12. Chapter 6 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 6 1 [वैषम्पायन] एतावद उक्त्वा देवर्षिर विरराम स नारदः युधिष्ठिरस तु राजर्षिर दध्यौ शॊकपरिप्लुतः 2...
Book 15. Chapter 14 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 15 Chapter 14 1 [धृ] शंतनुः पालयाम आस यथावत पृथिवीम इमाम तथा विचित्रवीर्यश च भीष्मेण परिपालितः पालयाम आस वस...
Book 12. Chapter 237 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 237 1 [षुक्र] वर्तमानस तथैवात्र वानप्रस्थाश्रमे यथा यॊक्तव्यॊ ऽऽतमा यथाशक्त्या परं वै काङ्क्षता...
Book 1. Chapter 214 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 214 1 [वै] इन्द्रप्रस्थे वसन्तस ते जघ्नुर अन्यान नराधिपान शासनाद धृतराष्ट्रस्य राज्ञः शांतनवस्य च 2...
Book 13. Chapter 148 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 148 1 [य] ये च धर्मम असूयन्ति ये चैनं पर्युपासते बरवीतु भगवान एतत कव ते गच्छन्ति तादृशाः 2 [भ] रजसा तमसा...
Book 1. Chapter 40 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 40 1 [स] तं तथा मन्त्रिणॊ दृष्ट्वा भॊगेन परिवेष्टितम विवर्णवदनाः सर्वे रुरुदुर भृशदुःखिताः 2 तं तु...
Book 12. Chapter 48 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 48 1 [वैषम्पायन] ततः स च हृषीकेशः स च राजा युधिष्ठिरः कृपादयश च ते सर्वे चत्वारः पाण्डवाश च ह 2 रथैस ते...
Book 12. Chapter 193 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 193 1 [य] किम उत्तरं तदा तौ सम चक्रतुस तेन भासिते बराह्मणॊ वाथ वा राजा तन मे बरूहि पितामह 2 अथ वा तौ गतौ...
Book 1. Chapter 157 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 157 1 [वै] वसत्सु तेषु परच्छन्नं पाण्डवेषु महात्मसु आजगामाथ तान दरष्टुं वयासः सत्यवती सुतः 2 तम आगतम...
Book 6. Chapter 107 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 107 1 [स] सात्यकिं दंशितं युद्धे भीष्मायाभ्युद्यतं तदा आर्श्यशृङ्गिर महेष्वासॊ वारयाम आस संयुगे 2...
Book 12. Chapter 174 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 174 1 [युधिस्ठिर] यद्य अस्ति दत्तम इष्टं वा तपस तप्तं तथैव च गुरूणां चापि शुश्रूसा तन मे बरूहि पितामह...
Book 5. Book 5 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT PARALLEL DEVANAGARI AND ROMANIZATION BOOK 5 IMPORTANT NOTE: This etext uses Unicode extensively. You will need to make sure that your browser is set up to view Unicode properly. For more information, read the Unicode page. Chapter 1 Chapter 2 Chapter 3 Chapter 4 Chapter...
Book 12. Chapter 329 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 329 1 [अर्जुन] अग्नीषॊमौ कथं पूर्वम एकयॊनी परवर्तितौ एष मे संशयॊ जातस तं छिन्धि मधुसूदन 2 [षरीभगवान]...
Book 11. Chapter 5 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 11 Chapter 5 1 [धृ] यद इदं धर्मगहनं बुद्ध्या समनुगम्यते एतद विस्तरशः सर्वं बुद्धिमार्गं परशंस मे 2 [विदुर] अत्र...
Book 5. Chapter 122 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 122 1 [धृ] भगवन्न एवम एवैतद यथा वदसि नारद इच्छामि चाहम अप्य एवं न तव ईशॊ भगवन्न अहम 2 एवम उक्त्वा ततः...
Book 2. Chapter 41 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 41 1 [भस] नैषा चेदिपतेर बुद्धिर यया तव आह्वयते ऽचयुतम नूनम एष जगद भर्तुः कृष्णस्यैव विनिश्चयः 2 कॊ हि...
Book 1. Chapter 44 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 44 1 [स] गतमात्रं तु भर्तारं जरत्कारुर अवेदयत भरातुस तवरितम आगम्य यथातथ्यं तपॊधन 2 ततः स भुजग...
Book 12. Chapter 197 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 197 1 [मनु] यथा वयक्तम इदं शेते सवप्ने चरति चेतनम जञानम इन्द्रियसंयुक्तं तद्वत परेत्य भवाभवौ 2...
Book 12. Chapter 233 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 233 1 [षुक्र] यद इदं वेद वचनं कुरु कर्म तयजेति च कां दिशं विद्यया यान्ति कां च गच्छन्ति कर्मणा 2 एतद वै...
Book 1. Chapter 210 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 210 1 [वै] सॊ ऽपरान्तेषु तीर्थानि पुण्यान्य आयतनानि च सर्वाण्य एवानुपूर्व्येण जगामामित विक्रमः 2...
Book 6. Chapter 18 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 18 1 [स] ततॊ मुहूर्तात तुमुलः शब्दॊ हृदयकम्पनः अश्रूयत महाराज यॊधानां परयुयुत्सताम 2...
Book 15. Chapter 10 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 15 Chapter 10 1 [धृ] वयवहाराश च ते तात नित्यम आप्तैर अधिष्ठिताः यॊज्यास तुष्टैर हितै राजन नित्यं चारैर...
Book 12. Chapter 2 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 2 1 [वैषम्पायन] स एवम उक्तस तु मुनिर नारदॊ वदतां वरः कथयाम आस तत सर्वं यथा शप्तः ससूतजः 2 एवम एतन...
Book 7. Chapter 58 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 58 1 [स] तयॊः संवदतॊर एव कृष्ण दारुकयॊस तदा सात्यगाद रजनी राजन्न अथ राजान्वबुध्यत 2 पठन्ति...
Book 14. Chapter 50 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 50 1 [बर] भूतानाम अथ पञ्चानां यथैषाम ईश्वरं मनः नियमे च विसर्गे च भूतात्मा मन एव च 2 अधिष्ठाता मनॊ...
Book 5. Chapter 126 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 126 1 [व] ततः परहस्य दाशार्हः करॊधपर्याकुलेक्षणः दुर्यॊधनम इदं वाक्यम अब्रवीत कुरुसंसदि 2 लप्स्यसे...
Book 11. Chapter 1 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 11 Chapter 1 1 [ज] हते दुर्यॊधने चैव हते सैन्ये च सर्वशः धृतराष्ट्रॊ महाराजः शरुत्वा किम अकरॊन मुने 2 तथैव...
Book 2. Chapter 45 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 45 1 [व] अनुभूय तु राज्ञस तं राजसूयं महाक्रतुम युधिष्ठिरस्य नृपतेर गान्धारी पुत्र संयुतः 2 परियकृन...
Book 3. Chapter 209 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 209 1 [मार्क] बृहस्पतेश चान्द्रमसी भार्याभूद या यशस्विनी अग्नीन साजनयत पुण्याञ शडेकां चापि...
Book 5. Chapter 19 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 19 1 [व] युयुधानस ततॊ वीरः सात्वतानां महारथः महता चतुरङ्गेण बलेनागाद युधिष्ठिरम 2 तस्य यॊधा...
Book 6. Chapter 103 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 103 1 संजय उवाच युध्यताम एव तेषां तु भास्करे ऽसतम उपागते संध्या समभवद घॊरा नापश्याम ततॊ रणम 2 ततॊ...
Book 1. Chapter 153 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 153 1 [ज] ते तथा पुरुषव्याघ्रा निहत्य बकराक्षसम अत ऊर्ध्वं ततॊ बरह्मन किम अकुर्वत पाण्डवाः 2 [वै]...
Book 4. Chapter 59 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 59 1 [वै] ततः शांतनवॊ भीष्मॊ दुराधर्षः परतापवान वध्यमानेषु यॊधेषु धनंजयम उपाद्रवत 2 परगृह्य...
Book 12. Chapter 170 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 170 1 [य] धनिनॊ वाधना ये च वर्तयन्ति सवतन्त्रिणः सुखदुःखागमस तेषां कः कथं वा पितामह 2 [भीस्म] अत्राप्य...
Book 8. Chapter 7 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 7 1 [धृ] सेनापत्यं तु संप्राप्य कर्णॊ वैकर्तनस तदा तथॊक्तश च सवयं राज्ञा सनिग्धं भरातृसमं वचः 2 यॊगम...
Book 3. Chapter 154 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 154 1 [वै] ततस तान परिविश्वस्तान वसतस तत्र पाण्डवान गतेषु तेषु रक्षः सुभीमसेनात्मजे ऽपि च 2 रहितान...
Book 7. Chapter 46 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 46 1 [धृ] तथा परविष्टं तरुणं सौभद्रम अपराजितम कुलानुरूपं कुर्वाणं संग्रामेष्व अपलायिनम 2 आजनेयैः...
Book 12. Chapter 189 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 189 1 [य] चातुराश्रम्यम उक्तं ते राजधर्मास तथैव च नानाश्रयाश च बहव इतिहासाः पृथग्विधाः 2 शरुतास...
Book 7. Chapter 121 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 121 1 [स] स रणे वयचरत पार्थः परेक्षणीयॊ धनंजयः युगपद दिक्षु सर्वासु चित्राण्य अस्त्राणि दर्शयन 2...
Book 13. Chapter 152 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 152 1 [व] तूष्णींभूते तदा भीष्मे पटे चित्रम इवार्पितम मुहूर्तम इव च धयात्वा वयासः सत्यवती सुतः नृपं...
Book 12. Chapter 52 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 52 1 [वैषम्पायन] ततः कृष्णस्य तद वाक्यं धर्मार्थसहितं हितम शरुत्वा शांतनवॊ भीष्मः परत्युवाच...
Book 9. Chapter 40 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 40 1 [वै] बरह्मयॊनिभिर आकीर्णं जगाम यदुनन्दनः यत्र दाल्भ्यॊ बकॊ राजन पश्वर्थसुमहा तपाः जुहाव...
Book 13. Chapter 12 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 12 1 [य] सत्रीपुंसयॊः संप्रयॊगे सपर्शः कस्याधिकॊ भवेत एतन मे संशयं राजन यथावद वक्तुम अर्हसि 2 [भ]...
Book 4. Chapter 47 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 47 1 [भीस्म] कलांशास तात युज्यन्ते मुहूर्ताश च दिनानि च अर्धमासाश च मासाश च नक्षत्राणि गरहास तथा 2...
Book 14. Chapter 4 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 4 1 [य] शुश्रूषे तस्य धर्मज्ञ राजर्षेः परिकीर्तनम दवैपायन मरुत्तस्य कथां परब्रूहि मे ऽनघ 2 [व] आसीत...
Book 5. Chapter 138 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 138 1 [धृ] राजपुत्रैः परिवृतस तथामात्यैश च संजय उपारॊप्य रथे कर्णं निर्यातॊ मधुसूदनः 2 किम अब्रवीद...
Book 12. Chapter 333 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 333 1 [वैषम्पायन] कस्य चित तव अथ कालस्य नारदः परमेष्ठिजः दैवं कृत्वा यथान्यायं पित्र्यं चक्रे ततः...
Book 10. Chapter 13 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 10 Chapter 13 1 [व] एवम उक्त्वा युधां शरेष्ठः सर्वयादवनन्दनः सर्वायुधवरॊपेतम आरुरॊह महारथम युक्तं...
Book 3. Chapter 217 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 217 1 [मार्क] सकन्दस्य पार्षदान घॊराञ शृणुष्वाद्भुत दर्शनान वज्रप्रहारात सकन्दस्य जज्ञुस तत्र...
Book 5. Chapter 165 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 165 1 [भीस्म] अचलॊ वृषकश चैव भरातरौ सहिताव उभौ रथौ तव दुराधर्षौ शत्रून विध्वंसयिष्यतः 2 बलवन्तौ...
Book 3. Chapter 46 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 46 1 [ज] अत्यद्भुतम इदं कर्म पार्थस्यामित तेजसः धृतराष्ट्रॊ महातेजाः शरुत्वा विप्र किम अब्रवीत 2...
Book 7. Chapter 8 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 8 1 [धृ] किं कुर्वाणं रणे दरॊणं जघ्नुः पाण्डव सृञ्जयाः तथा निपुणम अस्त्रेषु सर्वशस्त्रभृताम अपि 2...
Book 12. Chapter 297 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 297 1 [भी] मृगयां विचरन कश चिद विजने जनकात्मजः वने ददर्श विप्रेन्द्रम ऋषिं वंशधरं भृगॊः 2 तम आसीनम...
Book 12. Chapter 133 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 133 1 [भ] अत्राप्य उदाहरन्तीमम इतिहासं पुरातनम यथा दस्युः समर्यादः परेत्य भावे न नश्यति 2 परहर्ता...
Book 1. Chapter 110 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 110 1 [वै] तं वयतीतम अतिक्रम्य राजा सवम इव बान्धवम सभार्यः शॊकदुःखार्तः पर्यदेवयद आतुरः 2 [पाण्डु]...
Book 12. Chapter 270 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 270 1 [य] धन्या धन्या इति जनाः सर्वे ऽसमान परवदन्त्य उत न दुःखिततरः कश चित पुमान अस्माभिर अस्ति ह 2...
Book 3. Chapter 109 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 109 1 [व] ततः परयातः कौन्तेयः करमेण भरतर्षभ नन्दाम अपरनन्दां च नद्यौ पापभयापहे 2 स पर्वतं समासाद्य...
Book 14. Chapter 13 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 13 1 [वा] न बाह्यं दरव्यम उत्सृज्य सिद्धिर भवति भारत शारीरं दरव्यम उत्सृज्य सिद्धिर भवति वा न वा 2...
Book 5. Chapter 182 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 182 1 भीष्म उवाच समागतस्य रामेण पुनर एवातिदारुणम अन्येद्युस तुमुलं युद्धं तदा भरतसत्तम 2 ततॊ...
Book 12. Chapter 289 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 289 1 [य] सांख्ये यॊगे च मे तात विशेषं वक्तुम अर्हसि तव सर्वज्ञ सर्वं हि विदितं कुरुसत्तम 2 [भी]...
Book 5. Chapter 44 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 44 1 [धृ] सनत्सुजात यद इमां परार्थां; बराह्मीं वाचं परवदसि विश्वरूपाम परां हि कामेषु सुदुर्लभां...
Book 2. Chapter 18 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 18 1 [वा] पतितौ हंसडिभकौ कंसामात्यौ निपातितौ जरासंधस्य निधने कालॊ ऽयं समुपागतः 2 न स शक्यॊ रणे जेतुं...
Book 11. Chapter 10 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 11 Chapter 10 1 [व] करॊशमात्रं ततॊ गत्वा ददृशुस तान महारथान शारद्वतं कृपं दरौणिं कृतवर्माणम एव च 2 ते तु...
Book 3. Chapter 58 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 58 1 बृहदश्व उवाच ततस तु याते वार्ष्णेये पुण्यश्लॊकस्य दीव्यतः पुष्करेण हृतं राज्यं यच चान्यद वसु...
Book 3. Chapter 254 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 254 1 [वै] ततॊ घॊरतरः शब्दॊ वने समभवत तदा भीमसेनार्जुनौ दृष्ट्वा कषत्रियाणाम अमर्षिणाम 2 तेषां...
Book 6. Chapter 45 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 45 1 [स] गतपूर्वाह्णभूयिष्ठे तस्मिन्न अहनि दारुणे वर्तमाने महारौद्रे महावीर वरक्षये 2 दुर्मुखः...
Book 3. Chapter 117 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 117 1 [र] ममापराधात तैः कषुद्रैर हतस तवं तात बालिशैः कार्तवीर्यस्य दाया दैर वने मृग इवेषुभिः 2...
Book 8. Chapter 43 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 43 1 [स] एतस्मिन्न अन्तरे कृष्णः पार्थं वचनम अब्रवीत दर्शयन्न इव कौन्तेयं धर्मराजं युधिष्ठिरम 2 एष...
Book 12. Chapter 11 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 11 1 [अर्जुन] अत्रैवॊदाहरन्तीमम इतिहासं पुरातनम तापसैः सह संवादं शक्रस्य भरतर्षभ 2 के चिद गृहान...
Book 13. Chapter 111 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 111 1 [य] यद वरं सर्वतीर्थानां तद बरवीहि पितामह यत्र वै परमं शौचं तन मे वयाख्यातुम अर्हसि 2 [भ] सर्वाणि...
Book 1. Chapter 19 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 19 1 [सू] ततॊ रजन्यां वयुष्टायां परभात उदिते रवौ कद्रूश च विनता चैव भगिन्यौ ते तपॊधन 2 अमर्षिते...
Book 7. Chapter 162 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 162 1 [स] ते तथैव महाराज दंशिता रणमूर्धनि संध्यागतं सहस्रांशुम आदित्यम उपतस्थिरे 2 उदिते तु...
Book 13. Chapter 51 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 51 1 [भ] नहुषस तु ततः शरुत्वा चयवनं तं तथागतम तवरितः परययौ तत्र सहामात्य पुरॊहितः 2 शौचं कृत्वा...
Book 6. Chapter 53 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 53 1 [स] ततॊ वयूढेष्व अनीकेषु तावकेष्व इतरेषु च धनंजयॊ रथानीकम अवधीत तव भारत शरैर अतिरथॊ युद्धे...
Book 7. Chapter 13 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 13 1 [स] ततः स पाण्डवानीके जनयंस तुमुलं महत वयचरत पाण्डवान दरॊणॊ दहन कक्षम इवानलः 2 निर्दहन्तम...
Book 3. Chapter 101 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 101 1 [देवा] इतः परदानाद वर्तन्ते परजाः सर्वाश चतुर्विधाः ता भाविता भावयन्ति हव्यकव्यैर दिवौकसः 2...
Book 8. Chapter 55 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 55 1 [स] शरुत्वा च रथि निर्घॊषं सिंहनादं च संयुगे अर्जुनः पराह गॊविन्दं शीघ्रं चॊदय वाजिनः 2...
Book 13. Chapter 107 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 107 1 [य] शतायुर उक्तः पुरुषः शतवीर्यश च वैदिके कस्मान मरियन्ते पुरुषा बाला अपि पितामह 2 आयुष्मान केन...
Book 12. Chapter 278 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 278 1 [य] तिष्ठते मे सदा तात कौतूहलम इदं हृदि तद अहं शरॊतुम इच्छामि तवत्तः कुरुपितामह 2 कथं देवर्षिर...
Book 13. Chapter 47 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 47 1 [य] सर्वशास्त्रविधानज्ञ राजधर्मार्थवित्तम अतीव संशयच छेत्ता भवान वै परथितः कषितौ 2 कश चित तु...
Book 9. Chapter 15 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 15 1 [स] तथ सैन्यास तव विभॊ मद्रराजपुरस्कृताः पुनर अभ्यद्रवन पार्थान वेगेन महता रणे 2 पीडितास तावकाः...
Book 4. Chapter 3 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 3 1 [वै] किं तवं नकुल कुर्वाणस तत्र तात चरिष्यसि सुकुमारश च शूरश च दर्शनीयः सुखॊचितः 2 अश्वबन्धॊ...
Book 5. Chapter 52 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 52 1 [धृ] यथैव पाण्डवाः सर्वे पराक्रान्ता जिगीषवः तथैवाभिसरास तेषां तयक्तात्मानॊ जये धृताः 2 तवम एव...
Book 1. Chapter 118 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 118 1 [ध] पाण्डॊर विदुर सर्वाणि परेतकार्याणि कारय राजवद राजसिंहस्य माद्र्याश चैव विशेषतः 2 पशून...
Book 4. Chapter 12 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 12 1 [जनम] एवं मत्स्यस्य नगरे वसन्तस तत्र पाण्डवाः अत ऊर्ध्वं महावीर्याः किम अकुर्वन्त वै दविज 2 [वै]...
Book 3. Chapter 242 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 242 1 [वै] ततस तु शिल्पिनः सर्वे अमात्यप्रवराश च ह विदुरश च महाप्राज्ञॊ धार्तराष्ट्रे नयवेदयत 2...
Book 13. Chapter 119 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 119 1 [व] शुभेन कर्मणा यद वै तिर्यग्यॊनौ न मुह्यसे ममैव कीट तत कर्म येन तवं न परमुह्यसे 2 अहं हि...
Book 1. Chapter 11 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 11 1 [दु] सखा बभूव मे पूर्वं खगमॊ नाम वै दविजः भृशं संशितवाक तात तपॊबलसमन्वितः 2 स मया करीडता बाल्ये...
Book 12. Chapter 19 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 19 1 [युधिस्ठिर] वेदाहं तात शास्त्राणि अपराणि पराणि च उभयं वेद वचनं कुरु कर्म तयजेति च 2 आकुलानि च...
Book 13. Chapter 59 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 59 1 [य] यौ तु सयातां चरणेनॊपपन्नौ; यौ विद्यया सदृशौ जन्मना च ताभ्यां दानं कतरस्मै विशिष्टम;...
Book 12. Chapter 266 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 266 1 [य] मॊक्षः पितामहेनॊक्त उपायान नानुपायतः तम उपायं यथान्यायं शरॊतुम इच्छामि भारत 2 [भी] तवय्य...
Book 1. Chapter 6 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 6 1 [स] अग्नेर अथ वचः शरुत्वा तद रक्षः परजहार ताम बरह्मन वराहरूपेण मनॊमारुतरंहसा 2 ततः स गर्भॊ निवसन...
Book 15. Chapter 45 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 15 Chapter 45 1 [वै] दविवर्षॊपनिवृत्तेषु पाण्डवेषु यदृच्छया देवर्षिर नारदॊ राजन्न आजगाम युधिष्ठिरम 2 तम...
Book 5. Chapter 194 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 194 1 संजय उवाच परभातायां तु शर्वर्यां पुनर एव सुतस तव मध्ये सर्वस्य सैन्यस्य पितामहम अपृच्छत 2...
Book 11. Chapter 18 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 11 Chapter 18 1 [गान्धारी] पश्य माधव पुत्रान मे शतसंख्याञ जितक्लमान गदया भीमसेनेन भूयिष्ठं निहतान रणे 2 इदं...
Book 2. Chapter 10 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 10 1 [न] सभा वैश्रवणी राजञ शतयॊजनम आयता विस्तीर्णा सप्ततिश चैव यॊजनानि सितप्रभा 2 तपसा निर्मिता राजन...
Book 5. Chapter 173 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 173 1 भीष्म उवाच सा निष्क्रमन्ती नगराच चिन्तयाम आस भारत पृथिव्यां नास्ति युवतिर विषमस्थतरा मया...
Book 2. Chapter 5 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 5 1 [व] तत्र तत्रॊपविष्टेषु पाण्डवेषु महात्मसु महत्सु चॊपविष्टेषु गन्धर्वेषु च भारत 2 लॊकान अनुचरन...
Book 3. Chapter 50 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 50 1 बृहदश्व उवाच आसीद राजा नलॊ नाम वीरसेनसुतॊ बली उपपन्नॊ गुणैर इष्टै रूपवान अश्वकॊविदः 2 अतिष्ठन...
Book 12. Chapter 281 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 281 1 [पराषर] कः कस्य चॊपकुरुते कश च कस्मै परयच्छति परानी करॊत्य अयं कर्म सर्वम आत्मार्थम आत्मना 2...
Book 12. Chapter 125 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 125 1 [य] शीलं परधानं पुरुषे कथितं ते पितामह कथम आशा समुत्पन्ना या च सा तद वदस्व मे 2 संशयॊ मे महान एष...
Book 1. Chapter 106 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 106 1 [वै] धृतराष्ट्राभ्यनुज्ञातः सवबाहुविजितं धनम भीष्माय सत्यवत्यै च मात्रे चॊपजहार सः 2 विदुराय...
Book 5. Chapter 11 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 11 1 [ष] ऋषयॊ ऽथाब्रुवन सर्वे देवाश च तरिदशेश्वराः अयं वै नहुषः शरीमान देवराज्ये ऽभिषिच्यताम ते...
Book 12. Chapter 178 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 178 1 [भरद्वाज] पार्थिवं धातुम आश्रित्य शारीरॊ ऽगनिः कथं भवेत अवकाश विशेषेण कथं वर्तयते ऽनिलः 2...
Book 4. Chapter 51 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 51 1 [वै] तान्य अनीकान्य अदृश्यन्त कुरूणाम उग्रधन्विनाम संसर्पन्तॊ यथा मेघा घर्मान्ते...
Book 11. Chapter 9 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 11 Chapter 9 1 [ज] गते भगवति वयासे धृतराष्ट्रॊ महीपतिः किम अचेष्टत विप्रर्षे तन मे वयाख्यातुम अर्हसि 2 [व] एतच...
Book 12. Chapter 325 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 325 1 [भीस्म] पराप्य शवेतं महाद्वीपं नारदॊ भगवान ऋषिः ददर्श तान एव नराञ शवेतांश चन्द्रप्रभाञ शुभान 2...
Book 3. Chapter 201 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 201 1 [मार्क] एवम उक्तस तु विप्रेण धर्मव्याधॊ युधिष्ठिर परत्युवाच यथा विप्रं तच छृणुष्व नराधिप 2 [वयध]...
Book 15. Chapter 18 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 15 Chapter 18 1 [अर्ज] भीम जयेष्ठॊ गुरुर मे तवं नातॊ ऽनयद वक्तुम उत्सहे धृतराष्ट्रॊ हि राजर्षिः सर्वथा मानम...
Book 6. Chapter 10 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 10 1 [धृ] यद इदं भारतं वर्षं यत्रेदं मूर्छितं बलम यत्रातिमात्रं लुब्धॊ ऽयं पुत्रॊ दुर्यॊधनॊ मम 2...
Book 3. Chapter 142 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 142 1 [यु] भीमसेन यमौ चॊभौ पाञ्चालि च निबॊधत नास्ति भूतस्य नाशॊ वै पश्यतास्मान वनेचरान 2 दुर्बलाः...
Book 14. Chapter 58 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 58 1 [ज] उत्तङ्काय वरं दत्त्वा गॊविन्दॊ दविजसत्तम अत ऊर्ध्वं महाबाहुः किं चकार महायशाः 2 [व] दत्त्वा...
Book 7. Chapter 50 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 50 1 [स] तस्मिन्न अहनि निर्वृत्ते घॊरे पराणभृतां कषये आदित्ये ऽसतं गते शरीमान संध्याकाल उपस्थिते 2...
Book 7. Chapter 137 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 137 1 [स] सॊमदत्तं तु संप्रेक्ष्य विधुन्वानं महद धनुः सात्यकिः पराह यन्तारं सॊमदत्ताय मां वह 2 न हय...
Book 13. Chapter 144 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 144 1 [य] बरूहि बराह्मण पूजायां वयुष्टिं तवं मधुसूदन वेत्ता तवम अस्य चार्थस्य वेद तवां हि पितामहः 2...
Book 12. Chapter 44 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 44 1 [वैषम्पायन] ततॊ विसर्जयाम आस सर्वाः परकृतयॊ नृपः विविशुश चाभ्यनुज्ञाता यथा सवानि गृहाणि च 2...
Book 8. Chapter 16 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 16 1 [धृ] पाण्ड्ये हते किम अकरॊद अर्जुनॊ युधि संजय एकवीरेण कर्णेन दरावितेषु परेषु च 2 समाप्तविद्यॊ...
Book 1. Chapter 218 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 218 1 [वै] तस्याभिवर्षतॊ वारि पाण्डवः परत्यवारयत शरवर्षेण बीभत्सुर उत्तमास्त्राणि दर्शयन 2 शरैः...
Book 9. Chapter 56 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 56 1 [स] ततॊ दुर्यॊधनॊ दृष्ट्वा भीमसेनं तथागतम परत्युद्ययाव अदीनात्मा वेगेन महता नदन 2 समापेततुर...
Book 5. Chapter 130 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 130 1 [व] परविश्याथ गृहं तस्याश चरणाव अभिवाद्य च आचख्यौ तत समासेन यद्वृत्तं कुरुसंसदि 2 उक्तं...
Book 2. Chapter 53 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 53 1 [ष] उपस्तीर्णा सभा राजन रन्तुं चैते कृतक्षणाः अक्षान उप्त्वा देवनस्य समयॊ ऽसतु युधिष्ठिर 2 [य]...
Book 3. Chapter 13 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 13 1 [वै] भॊजाः परव्रजिताञ शरुत्वा वृष्णयश चान्धकैः सह पाण्डवान दुःखसंतप्तान समाजग्मुर महावने 2...
Book 1. Chapter 145 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 145 1 [ज] एकचक्रां गतास ते तु कुन्तीपुत्रा महारथाः अतः परं दविजश्रेष्ठ किम अकुर्वत पाण्डवाः 2 [वै]...
Book 6. Chapter 115 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 115 1 धृतराष्ट्र उवाच कथम आसंस तदा यॊधा हीना भीष्मेण संजय बलिना देवकल्पेन गुर्वर्थे बरह्मचारिणा 2...
Book 12. Chapter 166 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 166 1 [भ] अथ तत्र महार्चिष्मान अनलॊ वातसारथिः तस्याविदूरे रक्षार्थं खगेन्द्रेण कृतॊ ऽभवत 2 स चापि...
Book 1. Chapter 52 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 52 1 [ष] ये सर्पाः सर्पसत्रे ऽसमिन पतिता हव्यवाहने तेषां नामानि सर्वेषां शरॊतुम इच्छामि सूतज 2 [स]...
Book 7. Chapter 129 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 129 1 [धृ] यत तदा पराविशत पाण्डून आचार्यः कुपितॊ वशी उत्क्वा दुर्यॊधनं सम्यङ मम शास्त्रातिगं सुतम 2...
Book 12. Chapter 181 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 181 1 [भृगु] असृजद बराह्मणान एव पूर्वं बरह्मा परजापतिः आत्मतेजॊ ऽभिनिर्वृत्तान...
Book 12. Chapter 225 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 225 1 [वयास] पृथिव्यां यानि भूतानि जङ्गमानि धरुवाणि च तान्य एवाग्रे परलीयन्ते भूमित्वम उपयान्ति च 2...
Book 9. Chapter 48 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 48 1 [वै] इन्द्र तीर्थं ततॊ गत्वा यदूनां परवरॊ बली विप्रेभ्यॊ धनरत्नानि ददौ सनात्वा यथाविधि 2 तत्र...
Book 1. Chapter 206 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 206 1 [वै] तं परयान्तं महाबाहुं कौरवाणां यशः करम अनुजग्मुर महात्मानॊ बराह्मणा वेदपारगाः 2...
Book 14. Chapter 46 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 46 1 [बर] एवम एतेन मार्गेण पूर्वॊक्तेन यथाविधि अधीतवान यथाशक्ति तथैव बरह्मचर्यवान 2 सवधर्मनिरतॊ...
Book 6. Chapter 111 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 111 1 धृतराष्ट्र उवाच कथं शांतनवॊ भीष्मॊ दशमे ऽहनि संजय अयुध्यत महावीर्यैः पाण्डवैः सहसृञ्जयैः 2...
Book 14. Chapter 8 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 8 1 [स] गिरेर हिमवतः पृष्ठे पुञ्जवान नाम पर्वतः तप्यते यत्र भगवांस तपॊनित्यम उमापतिः 2 वनस्पतीनां...
Book 1. Chapter 141 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 141 1 [वै] भीमसेनस तु तं दृष्ट्वा राक्षसं परहसन्न इव भगिनीं परति संक्रुद्धम इदं वचनम अब्रवीत 2 किं ते...
Book 12. Chapter 162 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 162 1 [य] पितामह महाप्राज्ञ कुरूणां कीर्तिवर्धन परश्नं कं चित परवक्ष्यामि तन मे वयाख्यातुम अर्हसि 2...
Book 3. Chapter 17 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 17 1 [वा] तां तूपयात्वा राजेन्द्र शाल्वः सौभपतिस तदा परभूतनरनागेन बलेनॊपविवेश ह 2 समे निविष्टा सा...
Book 5. Chapter 134 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 134 1 [म] नैव राज्ञा दरः कार्यॊ जातु कस्यां चिद आपदि अथ चेद अपि दीर्णः सयान नैव वर्तेत दीर्णवत 2 दीर्णं...
Book 2. Chapter 57 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 57 1 [दुर] परेषाम एव यशसा शलाघसे तवं; सदा छन्नः कुत्सयन धार्तराष्ट्रान जानीमस तवां विदुर यत परियस...
Book 14. Chapter 42 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 42 1 [बर] अहंकारात परसूतानि महाभूतानि पञ्च वै पृथिवी वायुर आकाशम आपॊ जयॊतिश च पञ्चमम 2 तेषु भूतानि...
Book 3. Chapter 158 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 158 1 [वै] शरुत्वा बहुविधैः शब्दैर नाद्यमाना गिरे गुहाः अजातशत्रुः कौन्तेयॊ माद्रीपुत्राव उभाव अपि...
Book 12. Chapter 221 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 221 1 [य] पूर्वरूपाणि मे राजन पुरुषस्य भविष्यतः पराभविष्यतश चैव तवं मे बरूहि पितामह 2 [भी] मन एव...
Book 1. Chapter 202 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 202 1 [नारद] उत्सवे वृत्तमात्रे तु तरैलॊक्याकाङ्क्षिणाव उभौ मन्त्रयित्वा ततः सेनां ताव आज्ञापयतां...
Book 1. Chapter 56 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 56 1 [ज] कथितं वै समासेन तवया सर्वं दविजॊत्तम महाभारतम आख्यानं कुरूणां चरितं महत 2 कथां तव अनघ...
Book 12. Chapter 185 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 185 1 [भ] वानप्रस्थाः खल्व ऋषिधर्मम अनुसरन्तः पुण्यानि तीर्थानि नदीप्रस्रवणानि सुविविक्तेष्व...
Book 12. Chapter 321 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 321 1 [य] गृहस्थॊ बरह्मचारी वा वानप्रस्थॊ ऽथ भिक्षुकः य इच्छेत सिद्धिम आस्थातुं देवतां कां यजेत सः 2...
Book 3. Chapter 205 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 205 1 [मार्क] गुरू निवेद्य विप्राय तौ मातापितराव उभौ पुनर एव स धर्मात्मा वयाधॊ बराह्मणम अब्रवीत 2...
Book 2. Chapter 49 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 49 1 [द] आर्यास तु ये वै राजानः सत्यसंधा महाव्रताः पर्याप्तविद्या वक्तारॊ वेदान्तावभृथाप्लुताः 2...
Book 4. Chapter 55 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 55 1 [अर्ज] कर्ण यत ते सभामध्ये बहु वाचा विकत्थितम न मे युधि समॊ ऽसतीति तद इदं परत्युपस्थितम 2 अवॊचः...
Book 5. Chapter 15 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 15 1 [ष] एवम उक्तः स भगवाञ शच्या पुनर अथाब्रवीत विक्रमस्य न कालॊ ऽयं नहुषॊ बलवत्तरः 2 विवर्धितश च...
Book 9. Chapter 52 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 52 1 [रसयह] परजापतेर उत्तमवेदिर उच्यते; सनातना राम समन्तपञ्चकम समिजिरे यत्र पुरा दिवौकसॊ; वरेण...
Book 7. Chapter 133 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 133 1 [स] उदीर्यमाणं तद दृष्ट्वा पाण्डवानां महद बलम अविषह्यं च मन्वानः कर्णं दुर्यॊधनॊ ऽबरवीत 2 अयं स...
Book 8. Chapter 12 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 12 1 [धृ] यथा संशप्तकैः सार्धम अर्जुनस्याभवद रणः अन्येषां च मदीयानां पाण्डवैस तद बरवीहि मे 2 [स] शृणु...
Book 12. Chapter 40 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 40 1 [वैषम्पायन] ततः कुन्तीसुतॊ राजा गतमन्युर गतज्वरः काञ्चने पराङ्मुखॊ हृष्टॊ नयषीदत परमासने 2 तम...
Book 13. Chapter 140 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 140 1 [भ] इत्य उक्तः स तदा तूष्णीम अभूद वायुस ततॊ ऽबरवीत शृणु राजन्न अगस्त्यस्य माहात्म्यं...
Book 1. Chapter 48 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 48 1 [ष] सर्पसत्रे तदा राज्ञः पाण्डवेयस्य धीमतः जनमेजयस्य के तव आसन्न ऋत्विजः परमर्षयः 2 के सदस्या...
Book 3. Chapter 146 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 146 1 [वै] तत्र ते पुरुषव्याघ्राः परमं शौचम आस्थिताः सॊ रात्रम अवसन वीरा धनंजय दिदृक्षया तस्मिन...
Book 7. Chapter 54 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 54 1 [स] तां निशां दुःखशॊकार्तौ शवसन्ताव इव चॊरगौ निद्रां नैवॊपलेभाते वासुदेवधनंजयौ 2 नरनारायणौ...
Book 6. Chapter 14 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 14 1 [व] अथ गावल्गणिर धीमान समराद एत्य संजयः परत्यक्षदर्शी सर्वस्य भूतभव्य भविष्यवित 2 धयायते...
Book 5. Chapter 190 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 190 1 भीष्म उवाच चकार यत्नं दरुपदः सर्वस्मिन सवजने महत ततॊ लेख्यादिषु तथा शिल्पेषु च परं गता...
Book 6. Chapter 49 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 49 1 [धृ] कथं दरॊणॊ महेष्वासः पाञ्चाल्यश चापि पार्षतः रणे समीयतुर यत्तौ तन ममाचक्ष्व संजय 2 दिष्टम...
Book 1. Chapter 2 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 2 1 [रसयग] समन्तपञ्चकम इति यद उक्तं सूतनन्दन एतत सर्वं यथान्यायं शरॊतुम इच्छामहे वयम 2 [स] शुश्रूषा...
Book 15. Chapter 41 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 15 Chapter 41 1 [वै] ततस ते भरतश्रेष्ठाः समाजग्मुः परस्परम विगतक्रॊधमात्सर्याः सर्वे विगतकल्मषाः 2 विधिं...
Book 12. Chapter 262 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 262 1 [कपिल] वेदाः परमानं लॊकानां न वेदाः पृष्ठतः कृताः दवे बरह्मणी वेदितव्ये शब्दब्रह्म परं च यत...
Book 1. Chapter 15 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 15 1 [स] एतस्मिन्न एव काले तु भगिन्यौ ते तपॊधन अपश्यतां समायान्तम उच्चैःश्रवसम अन्तिकात 2 यं तं...
Book 12. Chapter 121 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 121 1 [य] अयं पितामहेनॊक्तॊ राजधर्मः सनातनः ईश्वरश च महादण्डॊ दण्डे सर्वं परतिष्ठितम 2 देवतानाम...
Book 1. Chapter 102 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 102 1 [व] तेषु तरिषु कुमारेषु जातेषु कुरुजाङ्गलम कुरवॊ ऽथ कुरुक्षेत्रं तरयम एतद अवर्धत 2...
Book 12. Chapter 285 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 285 1 [जनक] वर्णॊ विशेषवर्णानां महर्षे केन जायते एतद इच्छाम्य अहं शरॊतुं तद बरूहि वदतां वर 2 यद एतज...
Book 5. Chapter 48 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 48 1 [व] समवेतेषु सर्वेषु तेषु राजसु भारत दुर्यॊधनम इदं वाक्यं भीष्मः शांतनवॊ ऽबरवीत 2 बृहस्पतिश...
Book 2. Chapter 1 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 1 1 [व] ततॊ ऽबरवीन मयः पार्थं वासुदेवस्य संनिधौ पराञ्जलिः शलक्ष्णया वाचा पूजयित्वा पुनः पुनः 2...
Book 3. Chapter 54 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 54 1 बृहदश्व उवाच अथ काले शुभे पराप्ते तिथौ पुण्ये कषणे तथा आजुहाव महीपालान भीमॊ राजा सवयंवरे 2 तच...
Book 3. Chapter 258 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 258 1 [मार्क] पराप्तम अप्रतिमं दुःखं रामेण भरतर्षभ रक्षसा जानकी तस्य हृता भार्या बलीयसा 2 आश्रमाद...
Book 2. Chapter 14 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 14 1 [य] उक्तं तवया बुद्धिमता यन नान्यॊ वक्तुम अर्हति संशयानां हि निर्मॊक्ता तवन नान्यॊ विद्यते...
Book 5. Chapter 177 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 177 1 भीष्म उवाच एवम उक्तस तदा रामॊ जहि भीष्मम इति परभॊ उवाच रुदतीं कन्यां चॊदयन्तीं पुनः पुनः 2...
Book 4. Chapter 7 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 7 1 [वै] अथापरॊ भीमबलः शरिया जवलन्न; उपाययौ सिंहविलास विक्रमः खजं च दर्वीं च करेण धारयन्न; असिं च...
Book 9. Chapter 11 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 11 1 [स] पतितं परेक्ष्य यन्तारं शल्यः सर्वायसीं गदाम आदाय तरसा राजंस तस्थौ गिरिर इवाचलः 2 तं दीप्तम...
Book 13. Chapter 43 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 43 1 [भ] तम आगतम अभिप्रेक्ष्य शिष्यं वाक्यम अथाब्रवीत देव शर्मा महातेजा यत तच छृणु नराधिप 2 [द] किं ते...
Book 13. Chapter 103 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 103 1 [य] कथं स वै विपन्नश च कथं वै पातितॊ भुवि कथं चानिन्द्रतां पराप्तस तद भवान वक्तुम अर्हति 2 [भ] एवं...
Book 8. Chapter 51 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 51 1 [स] ततः पुनर अमेयात्मा केशवॊ ऽरजुनम अब्रवीत कृतसंकल्पम आयस्तं वधे कर्णस्य सर्वशः 2 अद्य सप्त...
Book 7. Chapter 170 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 170 1 [स] ततः स कदनं चक्रे रिपूणां दरॊणनन्दनः युगान्ते सर्वभूतानां कालसृष्ट इवान्तकः 2 धवजद्रुमं...
Book 7. Chapter 17 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 17 1 [स] ततः संशप्तका राजन समे देशे वयवस्थिताः वयूह्यानीकं रथैर एव चन्द्रार्धाख्यं मुदान्विताः 2 ते...
Book 3. Chapter 105 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 105 1 [लॊमष] एतच छरुत्वान्तरिक्षाच च स राजा राजसत्तम यथॊक्तं तच चकाराथ शरद्दधद भरतर्षभ 2 षष्टिः...
Book 6. Chapter 57 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 57 1 [स] दरौणिर भूरिश्रवाः शल्यश चित्रसेनश च मारिष पुत्रः साम्यमनेश चैव सौभद्रं समयॊधयन 2 संसक्तम...
Book 3. Chapter 246 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 246 1 [य] वरीहिद्रॊणः परित्यक्तः कथं तेन महात्मना कस्मै दत्तश च भगवन विधिना केन चात्थ मे 2...
Book 18. Chapter 4 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 18 Chapter 4 1 [वै] ततॊ युधिष्ठिरॊ राजा देवैः सर्पि मरुद्गणैः पूज्यमानॊ ययौ ततत्र यत्र ते कुरुपुंगवाः 2 ददर्श...
Book 5. Chapter 169 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 169 1 [भीस्म] रॊचमानॊ महाराज पाण्डवानां महारथः यॊत्स्यते ऽमरवत संख्ये परसैन्येषु भारत 2 पुरुजित...
Book 4. Chapter 16 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 16 1 [वै] सा हता सूतपुत्रेण राजपुत्री समज्वलत वधं कृष्णा परीप्सन्ती सेना वाहस्य भामिनी जगामावासम...
Book 5. Chapter 56 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 56 1 [धृ] कांस तत्र संजयापश्यः परत्यर्थेन समागतान ये यॊत्स्यन्ते पाण्डवार्थे पुत्रस्य मम वाहिनीम 2...
Book 7. Chapter 4 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 4 1 [स] तस्य लालप्यतः शरुत्वा वृद्धः कुरुपितामहः देशकालॊचितं वाक्यम अब्रवीत परीतिमानसः 2 समुद्र इव...
Book 12. Chapter 76 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 76 1 यया वृत्त्या महीपालॊ विवर्धयति मानवान पुण्यांश च लॊकाञ जयति तन मे बरूहि पिता मह 2 दानशीलॊ भवेद...
Book 8. Chapter 24 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 24 1 [दुर] भूय एव तु मद्रेश यत ते वक्ष्यामि तच छृणु यथा पुरावृत्तम इदं युद्धे देवासुरे विभॊ 2 यद...
Book 7. Chapter 105 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 105 1 [स] तस्मिन विलुलिते सैन्ये सैन्धवायार्जुने गते सात्वते भीमसेने च पुत्रस ते दरॊणम अभ्ययात...
Book 12. Chapter 209 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 209 1 [गुरु] निष्कल्मषं बरह्मचर्यम इच्छता चरितुं सदा निद्रा सर्वात्मना तयाज्या सवप्नदॊषान...
Book 13. Chapter 36 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 36 1 [भ] अत्राप्य उदाहरन्तीमम इतिहासं पुरातनम शक्र शम्बर संवादं तन निबॊध युधिष्ठिर 2 शक्रॊ हय...
Book 9. Chapter 64 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 64 1 [स] वातिकानां सकाशात तु शरुत्वा दुर्यॊधनं हतम हतशिष्टास ततॊ राजन कौरवाणां महारथाः 2...
Book 6. Chapter 22 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 22 1 [स] ततॊ युधिष्ठिरॊ राजा सवां सेनां समचॊदयत परतिव्यूहन्न अनीकानि भीष्मस्य भरतर्षभ 2...
Book 7. Chapter 62 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 62 1 [स] हन्त ते संप्रवक्ष्यामि सर्वं परत्यक्षदर्शिवान शुश्रूषस्व सथिरॊ भूत्वा तव हय अपनयॊ महान 2...
Book 3. Chapter 170 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 170 1 [अर्ज] निवर्तमानेन मया महद दृष्टं ततॊ ऽपरम पुरं कामचरं दिव्यं पावकार्क समप्रभम 2 दरुमै...
Book 7. Chapter 85 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 85 1 [धृ] भारद्वाजं कथें युद्धे युयुधानॊ ऽभयवारयत संजयाचक्ष्व तत्त्वेन परं कौतूहलं हि मे 2 [स] शृणु...
Book 3. Chapter 197 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 197 1 [मार्क] कश चिद दविजातिप्रवरॊ वेदाध्यायी तपॊधनः तपस्वी धर्मशीलश च कौशिकॊ नाम भारत 2...
Book 3. Chapter 233 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 233 1 [वै] युधिष्ठिरवचः शरुत्वा भीमसेनपुरॊगमाः परहृष्टवदनाः सर्वे समुत्तस्थुर नरर्षभाः 2...
Book 3. Chapter 1 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 1 1 [ज] एवं दयूतजिताः पार्थाः कॊपिताश च दुरात्मभिः धार्तराष्ट्रैः सहामात्यैर निकृत्या दविजसत्तम 2...
Book 12. Chapter 317 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 317 1 [नारद] अशॊकं शॊकनाशार्थं शास्त्रं शान्ति करं शिवम निशम्य्य लभते बुद्धिं तां लब्ध्वा सुखम एधते...
Book 5. Chapter 23 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 23 1 [व] राज्ञस तु वचनं शरुत्वा धृतराष्ट्रस्य संजयः उपप्लव्यं ययौ दरष्टुं पाण्डवान अमितौजसः 2 स तु...
Book 12. Chapter 91 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 91 1 यान अङ्गिराः कषत्रधर्मान उतथ्यॊ बरह्म वित तमः मान्धात्रे यौवनाश्वाय परीतिमान अभ्यभाषत 2 स...
Book 1. Chapter 169 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 169 1 [ग] आश्रमस्था ततः पुत्रम अदृश्यन्ती वयजायत शक्तेः कुलकरं राजन दवितीयम इव शक्तिनम 2...
Book 1. Chapter 99 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 99 1 [भस] पुनर भरत वंशस्य हेतुं संतानवृद्धये वक्ष्यामि नियतं मातस तन मे निगदतः शृणु 2 बराह्मणॊ...
Book 4. Chapter 63 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 63 1 [वै] अवजित्य धनं चापि विराटॊ वाहिनीपतिः पराविशन नगरं हृष्टश चतुर्भिः सह पाण्डवैः 2 जित्वा...
Book 15. Chapter 34 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 15 Chapter 34 1 [वै] एवं सा रजनी तेषाम आश्रमे पुण्यकर्मणाम शिवा नक्षत्रसंपन्ना सा वयतीयाय भारत 2 तत्र तत्र कथाश...
Book 14. Chapter 74 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 74 1 [व] पराग्ज्यॊतिषम अथाभ्येत्य वयचरत सहयॊत्तमः भगदत्तात्मजस तत्र निर्ययौ रणकर्कशः 2 सहयं...
Book 1. Chapter 60 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 60 1 [व] बरह्मणॊ मानसाः पुत्रा विदिताः षण महर्षयः एकादश सुताः सथाणॊः खयाताः परममानसाः 2 मृगव्याधश च...
Book 1. Chapter 190 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 190 1 [दरुपद] अश्रुत्वैवं वचनं ते महर्षे; मया पूर्वं यातितं कार्यम एतत न वै शक्यं विहितस्यापयातुं; तद...
Book 12. Chapter 68 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 68 1 किम आहुर दैवतं विप्रा राजानं भरतर्षभ मनुष्याणाम अधिपतिं तन मे बरूहि पिता मह 2 अत्राप्य...
Book 5. Chapter 7 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 7 1 [व] गते दवारवतीं कृष्णे बलदेवे च माधवे सह वृष्ण्यन्धकैः सर्वैर भॊजैश च शतशस तथा 2 सर्वम आगमयाम आस...
Book 13. Chapter 28 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 28 1 [य] परज्ञा शरुताभ्यां वृत्तेन शीलेन च यथा भवान गुणैः समुदितः सर्वैर वयसा च समन्वितः तस्माद...
Book 12. Chapter 217 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 217 1 [भी] पुनर एव तु तं शक्रः परहसन्न इदम अब्रवीत निःश्वसन्तं यथा नागं परव्याहाराय भारत 2 यत तद...
Book 6. Chapter 4 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 4 1 [व] एवम उक्तॊ मुनिस तत्त्वं कवीन्द्रॊ राजसत्तम पुत्रेण धृतराष्ट्रेण धयानम अन्वगमत परम 2 पुनर...
Book 12. Chapter 154 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 154 1 [य] सवाध्यायकृतयत्नस्य बराह्मणस्य पितामह धर्मकामस्य धर्मात्मन किं नु शरेय इहॊच्यते 2 बहुधा...
Book 1. Chapter 177 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 177 1 [धृ] दुर्यॊधनॊ दुर्विषहॊ दुर्मुखॊ दुष्प्रधर्षणः विविंशतिर विकर्णश च सहॊ दुःशासनः समः 2...
Book 1. Chapter 87 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 87 1 [आ] कतरस तव एतयॊः पूर्वं देवानाम एति सात्म्यताम उभयॊर धावतॊ राजन सूर्या चन्द्रमसॊर इव 2 [य]...
Book 3. Chapter 189 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 189 1 [मार्क] ततश चॊरक्षयं कृत्वा दविजेभ्यः पृथिवीम इमाम वाजिमेधे महायज्ञे विधिवत कल्पयिष्यति 2...
Book 2. Chapter 61 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 61 1 [भम] भवन्ति देशे बन्धक्यः कितवानां युधिष्ठिर न ताभिर उत दीव्यन्ति दया चैवास्ति तास्व अपि 2...
Book 14. Chapter 93 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 93 1 [नकुल] हन्त वॊ वर्तयिष्यामि दानस्य परमं फलम नयायलब्धस्य सूक्ष्मस्य विप्रदत्तस्य यद दविजाः 2...
Book 5. Chapter 102 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 102 1 [नारद] सूतॊ ऽयं मातलिर नाम शक्रस्य दयितः सुहृत शुचिः शीलगुणॊपेतस तेजस्वी वीर्यवान बली 2...
Book 12. Chapter 309 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 309 1 [य] कथं निर्वेदम आपन्नः शुकॊ वैयासकिः पुरा एतद इच्छामि कौरव्य शरॊतुं कौतूहलं हि मे 2 [भी]...
Book 3. Chapter 21 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 21 1 [वा] आनर्तनगरं मुक्तं ततॊ ऽहम अगमं तदा महाक्रतौ राजसूये निवृत्ते नृपते तव 2 अपश्यं दवारकां चाहं...
Book 6. Chapter 86 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 86 1 संजय उवाच वर्तमाने तथा रौद्रे राजन वीरवरक्षये शकुनिः सौबलः शरीमान पाण्डवान समुपाद्रवत 2 तथैव...
Book 3. Chapter 270 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 270 1 [मार्क] ततः परहस्तः सहसा समभ्येत्य विभीषणम गदया ताडयाम आस विनद्य रणकर्वशः 2 स तयाभिहतॊ धीमान...
Book 13. Chapter 92 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 92 1 [भ] तथाविधौ परवृत्ते तु सर्व एव महर्षयः पितृयज्ञान अकुर्वन्त विधिदृष्टेन कर्मणा 2 ऋषयॊ...
Book 5. Chapter 60 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 60 1 [व] पितुर एतद वचः शरुत्वा धार्तराष्ट्रॊ ऽतयमर्षणः आधाय विपुलं करॊधं पुनर एवेदम अब्रवीत 2 अशक्या...
Book 4. Chapter 20 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 20 1 [भीमस] धिग अस्तु मे बाहुबलं गाण्डीवं फल्गुनस्य च यत ते रक्तौ पुरा भूत्वा पाणी कृतकिणाव उभौ 2...
Book 12. Chapter 109 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 109 1 [य] महान अयं धर्मपथॊ बहुशाखश च भारत किं सविद एवेह धर्माणाम अनुष्ठेयतमं मतम 2 किं कार्यं...
Book 15. Chapter 8 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 15 Chapter 8 1 [वयास] युधिष्ठिर महाबाहॊ यद आह कुरुनन्दनः धृतराष्ट्रॊ महात्मा तवां तत कुरुष्वाव्विचारयन 2 अयं...
Book 7. Chapter 146 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 146 1 [स] ततस ते पराद्रवन सर्वे तवरिता युद्धदुर्मदाः अमृष्यमाणाः संरब्धा युयुधान रथं परति 2 ते रथैः...
Book 13. Chapter 135 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 135 1 [व] शरुत्वा धर्मान अशेषेण पावनानि च सर्वशः युधिष्ठिरः शांतनवं पुनर एवाभ्यभाषत 2 किम एकं दैवतं...
Book 12. Chapter 35 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 35 1 [युधिस्ठिर] कानि कृत्वेह कर्माणि परायश्चित्तीयते नरः किं कृत्वा चैव मुच्येत तन मे बरूहि...
Book 8. Chapter 67 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 67 1 [स] अथाब्रवीद वासुदेवॊ रथस्थॊ; राधेय दिष्ट्या समरसीह धर्मम परायेण नीचा वयसनेषु मग्ना;...
Book 13. Chapter 75 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 75 1 येन ताञ शाश्वताँल लॊकान अखिलान अश्नुवीमहि 2 [भ] न गॊदानात परं किं चिद विद्यते वसुधाधिप गौर हि...
Book 9. Chapter 27 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 27 1 [स] तस्मिन परवृत्ते संग्रामे नरवाजि गजक्षये शकुनिः सौबलॊ राजन सहदेवं समभ्ययात 2 ततॊ ऽसयापततस...
Book 5. Chapter 87 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 87 1 [व] परातर उत्थाय कृष्णस तु कृतवान सर्वम आह्निकम बराह्मणैर अभ्यनुज्ञातः परययौ नगरं परति 2 तं...
Book 6. Chapter 61 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 61 1 [धृ] भयं मे सुमहज जातं विस्मयश चैव संजय शरुत्वा पाण्डुकुमाराणां कर्म देवैः सुदुष्करम 2...
Book 3. Chapter 297 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 297 1 [वै] स ददर्श हतान भरातॄँल लॊकपालान इव चयुतान युगान्ते समनुप्राप्ते शक्र परतिमगौरवान 2...
Book 3. Chapter 133 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 133 1 [अस्ट] अन्धस्य पन्था बधिरस्य पन्थाः; सत्रियः पन्था वैवधिकस्य पन्थाः राज्ञः पन्था...
Book 14. Chapter 29 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 29 1 [बर] अत्राप्य उदाहरन्तीमम इतिहासं पुरातनम कार्तवीर्यस्य संवादं समुद्रस्य च भामिनि 2...
Book 7. Chapter 21 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 21 1 [धृ] भारद्वाजेन भग्नेषु पाण्डवेषु महामृधे पाञ्चालेषु च सर्वेषु कश चिद अन्यॊ ऽभयवर्तत 2 आर्यां...
Book 1. Chapter 134 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 134 1 [वै] ततः सर्वाः परकृतयॊ नगराद वारणावतात सर्वमङ्गल संयुक्ता यथाशास्त्रम अतन्द्रिताः 2...
Book 12. Chapter 117 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 117 1 [भ] अत्राप्य उदाहरन्तीमम इतिहासं पुरातनम निदर्शन करं लॊके सज्जनाचरितं सदा 2 अस्यैवार्थस्य...
Book 5. Chapter 141 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 141 1 [स] केशवस्य तु तद वाक्यं कर्णः शरुत्वा हितं शुभम अब्रवीद अभिसंपूज्य कृष्णं मधु निषूदनम जानन...
Book 2. Chapter 22 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 22 1 [व] भीमसेनस ततः कृष्णम उवाच यदुनन्दनम बुद्धिम आस्थाय विपुलां जरासंध जिघांसया 2 नायं पापॊ मया...
Book 3. Chapter 62 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 62 1 बृहदश्व उवाच सा तच छरुत्वानवद्याङ्गी सार्थवाहवचस तदा अगच्छत तेन वै सार्धं भर्तृदर्शनलालसा 2...
Book 6. Chapter 98 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 98 1 [धृ] कथं दरॊणॊ महेष्वासः पाण्डवश च धनंजयः समीयतू रणे शूरौ तन ममाचक्ष्व संजय 2 परियॊ हि पाण्डवॊ...
Book 3. Chapter 85 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 85 1 [व] तान सर्वान उत्सुकान दृष्ट्वा पाण्डवान दीनचेतसः आश्वासयंस तदा धौम्यॊ बृहस्पतिसमॊ ऽबरवीत 2...
Book 3. Chapter 289 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 289 1 [वै] सा तु कन्या महाराज बराह्मणं संशितव्रतम तॊषयाम आस शुद्धेन मनसा संशितव्रता 2 परातर आयास्य...
Book 14. Chapter 37 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 37 1 [बर] रजॊ ऽहं वः परवक्ष्यामि याथा तथ्येन सत्तमाः निबॊधत महाभागा गुणवृत्तं च सर्वशः 2 संघातॊ रूपम...
Book 1. Chapter 23 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 23 1 [सू] सुपर्णेनॊह्यमानास ते जग्मुस तं देशम आशु वै सागराम्बुपरिक्षिप्तं पक्षिसंघ निनादितम 2...
Book 7. Chapter 158 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 158 1 [धृ] कर्णदुर्यॊधनादीनां शकुनेः सौबलस्य च अपनीतं महत तात तव चैव विशेषतः 2 यद आजानीत तां शक्तिम...
Book 12. Chapter 254 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 254 1 [भी] इत्य उक्तः स तदा तेन तुलाधारेण धीमता परॊवाच वचनं धीमाञ जाजलिर जपतां वरः 2 विक्रीणानः...
Book 5. Chapter 99 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 99 1 [न] अयं लॊकः सुपर्णानां पक्षिणां पन्नगाशिनाम विक्रमे गमने भारे नैषाम अस्ति परिश्रमः 2 वैनतेय...
Book 9. Chapter 39 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 39 1 [ज] कथम आर्ष्टिषेणॊ भगवान विपुलं तप्तवांस तपः सिन्धुद्वीपः कथं चापि बराह्मण्यं लब्धवांस तदा 2...
Book 3. Chapter 66 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 66 1 सुदेव उवाच विदर्भराजॊ धर्मात्मा भीमॊ भीमपराक्रमः सुतेयं तस्य कल्याणी दमयन्तीति विश्रुता 2...
Book 10. Chapter 9 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 10 Chapter 9 1 [स] ते हत्वा सर्वपाञ्चालान दरौपदेयांश च सर्वशः अगच्छन सहितास तत्र यत्र दुर्यॊधनॊ हतः 2 गत्वा...
Book 5. Chapter 145 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 145 1 [व] आगम्य हास्तिनपुराद उपप्लव्यम अरिंदमः पाण्डवानां यथावृत्तं केशवः सर्वम उक्तवान 2 संभाष्य...
Book 2. Chapter 26 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 26 1 [व] एतस्मिन्न एव काले तु भीमसेनॊ ऽपि वीर्यवान धर्मराजम अनुज्ञाप्य ययौ पराचीं दिशं परति 2 महता...
Book 1. Chapter 130 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 130 1 [वै] धृतराष्ट्रस तु पुत्रस्य शरुत्वा वचनम ईदृशम मुहूर्तम इव संचिन्त्य दुर्यॊधनम अथाब्रवीत 2...
Book 12. Chapter 113 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 113 1 [य] किं पार्थिवेन कर्तव्यं किं च कृत्वा सुखी भवेत तन ममाचक्ष्व तत्त्वेन सर्वं धर्मभृतां वर 2 [भ]...
Book 13. Chapter 88 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 88 1 [य] किं सविद दत्तं पितृभ्यॊ वै भवत्य अक्षयम ईश्वर किं हविश चिररात्राय किम आनन्त्याय कल्पते 2 [भ]...
Book 12. Chapter 250 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 250 1 [नारद] विनीय दुःखम अबला सा तव अतीवायतेक्षणा उवाच पराञ्जलिर भूत्वा लतेवावर्जिता तदा 2 तवया...
Book 1. Chapter 27 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 27 1 [ष] कॊ ऽपराधॊ महेन्द्रस्य कः परमादश च सूतज तपसा वालखिल्यानां संभूतॊ गरुडः कथम 2 कश्यपस्य...
Book 14. Chapter 33 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 33 1 [बर] नाहं तथा भीरु चरामि लॊके; तथा तवं मां तर्कयसे सवबुद्ध्या विप्रॊ ऽसमि मुक्तॊ ऽसमि वनेचरॊ...
Book 3. Chapter 129 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 129 1 [ल] अस्मिन किल सवयं राजन्न इष्टवान वै परजापतिः सत्रम इष्टी कृतं नाम पुरा वर्षसहस्रिकम 2...
Book 3. Chapter 81 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 81 1 [पुलस्त्य] ततॊ गच्छेत राजेन्द्र कुरुक्षेत्रम अभिष्टुतम पापेभ्यॊ विप्रमुच्यन्ते तद्गताः...
Book 4. Chapter 24 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 24 1 [वै] कीचकस्य तु घातेन सानुजस्य विशां पते अत्याहितं चिन्तयित्वा वयस्मयन्त पृथग्जनाः 2 तस्मिन...
Book 13. Chapter 96 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 96 1 [भ] अत्रैवॊदाहरन्तीमम इतिहासं पुरातनम यद्वृत्तं तीर्थयात्रायां शपथं परति तच छृणु 2 पुष्कर...
Book 5. Chapter 64 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 64 1 [व] एवम उक्त्वा महाप्राज्ञॊ धृतराष्ट्रः सुयॊधनम पुनर एव महाभागः संजयं पर्यपृच्छत 2 बरूहि संजय...
Book 6. Chapter 82 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 82 1 [स] विरथं तं समासाद्य चित्रसेनं मनस्विनम रथम आरॊपयाम आस विकर्णस तनयस तव 2 तस्मिंस तथा वर्तमाने...
Book 12. Chapter 350 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 350 1 [बराह्मण] विवस्वतॊ गच्छति पर्ययेण; वॊढुं भवांस तं रथम एकचक्रम आश्चर्यभूतं यदि तत्र किं चिद;...
Book 3. Chapter 78 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 78 1 बृहदश्व उवाच परशान्ते तु पुरे हृष्टे संप्रवृत्ते महॊत्सवे महत्या सेनया राजा दमयन्तीम उपानयत 2...
Book 3. Chapter 274 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 274 1 [मार्क] ततः करुद्धॊ दशग्रीवः परियपुत्रे निपातिते निर्ययौ रथम आस्थाय हेमरत्नविभूषितम 2 संवृतॊ...
Book 2. Chapter 38 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 38 1 शिशुपाल उवाच विभीषिकाभिर बह्वीभिर भीषयन सर्वपार्थिवान न वयपत्रपसे कस्माद वृद्धः सन...
Book 3. Chapter 137 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 137 1 [ल] चङ्क्रम्यमाणः स तदा यवक्रीर अकुतॊभयः जगाम माधवे मासि रैभ्याश्रमपदं परति 2 स ददर्शाश्रमे...
Book 7. Chapter 25 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 25 1 [धृ] तेष्व एवं संनिवृत्तेषु परत्युद्यातेषु भागशः कथं युयुधिरे पार्था मामकाश च तरस्विनः 2 किम...
Book 6. Chapter 65 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 65 1 [स] वयुषितायां च शर्वर्याम उदिते च दिवाकरे उभे सेने महाराज युद्धायैव समीयतुः 2 अभ्यधावंश च...
Book 3. Chapter 293 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 293 1 [वै] एतस्मिन्न एव काले तु धृतराष्ट्रस्य वै सखा सूतॊ ऽधिरथ इत्य एव सदारॊ जाह्नवीं ययौ 2 तस्य...
Book 9. Chapter 23 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 23 1 [स] तस्मिञ शब्दे मृदौ जाते पाण्डवैर निहते बले अश्वैः सप्तशतैः शिष्टैर उपावर्तत सौबलः 2 स यात्वा...
Book 13. Chapter 71 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 71 1 [य] उक्तं वै गॊप्रदानं ते नाचिकेतम ऋषिं परति माहात्म्यम अपि चैवॊक्तम उद्देशेन गवां परभॊ 2 नृगेण...
Book 5. Chapter 83 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 83 1 [व] तथा दूतैः समाज्ञाय आयान्तं मधुसूदनम धृतराष्ट्रॊ ऽबरवीद भीष्मम अर्चयित्वा महाभुजम 2 दरॊणं च...
Book 7. Chapter 142 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 142 1 [स] सहदेवम अथायान्तं दरॊण परेप्सुं विशां पते कर्णॊ वैकर्तनॊ युद्धे वारयाम आस भारत 2 सहदेवस तु...
Book 8. Chapter 63 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 63 1 [स] वृषसेनं हतं दृष्ट्वा शॊकामर्ष समन्वितः मुक्त्वा शॊकॊद्भवं वारि नेत्राभ्यां सहसा वृषः 2...
Book 12. Chapter 31 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 31 1 [वैषम्पायन] ततॊ राजा पाण्डुसुतॊ नारदं परत्यभाषत भगवञ शरॊतुम इच्छामि सुवर्णष्ठीवि संभवम 2 एवम...
Book 1. Chapter 39 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 39 1 [तक्सक] दष्टं यदि मयेह तवं शक्तः किं चिच चिकित्सितुम ततॊ वृक्षं मया दष्टम इमं जीवय काश्यप 2 परं...
Book 13. Chapter 131 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 131 1 [उ] भगवन भग नेत्रघ्न पूष्णॊ दशनपातन दक्षक्रतुहर तर्यक्ष संशयॊ मे महान अयम 2 चातुर्वर्ण्यं...
Book 5. Chapter 3 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 3 1 [सात्यकि] यादृशः पुरुषस्यात्मा तादृशं संप्रभाषते यथा रूपॊ ऽनतरात्मा ते तथारूपं परभाषसे 2 सन्ति...
Book 12. Chapter 213 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 213 1 [य] किं कुर्वन सुखम आप्नॊति किं कुर्वन दुःखम आप्नुते किं कुर्वन निर्भयॊ लॊके सिद्धश चरति भारत 2...
Book 1. Chapter 194 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 194 1 [कर्ण] दुर्यॊधन तव परज्ञा न सम्यग इति मे मतिः न हय उपायेन ते शक्याः पाण्डवाः कुरुनन्दन 2 पूर्वम...
Book 1. Chapter 64 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 64 1 [वै] ततॊ मृगसहस्राणि हत्वा विपुलवाहनः राजा मृगप्रसङ्गेन वनम अन्यद विवेश ह 2 एक एवॊत्तम बलः...
Book 7. Chapter 78 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 78 1 [स] एवम उक्त्वार्जुनं राजा तरिभिर मर्मातिगैः शरैः परत्यविध्यन महावेगैश चतुर्भिश अतुरॊ हयान 2...
Book 14. Chapter 70 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 70 1 [व] तान समीपगताञ शरुत्वा पाण्डवाञ शत्रुकर्शनः वासुदेवः सहामात्यः परत्युद्यातॊ दिदृक्षया 2 ते...
Book 6. Chapter 38 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 38 1 शरीभगवान उवाच अभयं सत्त्वसंशुद्धिर जञानयॊगव्यवस्थितिः दानं दमश च यज्ञश च सवाध्यायस तप...
Book 15. Chapter 30 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 15 Chapter 30 1 [वै] आज्ञापयाम आस ततः सेनां भरतसत्तमः अर्जुन परमुखैर गुप्तां लॊकपालॊपमैर नरैः 2 यॊगॊ यॊग इति...
Book 3. Chapter 25 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 25 1 [वै] ततस तेषु परयातेषु कौन्तेयः सत्यसंगरः अभ्यभाषत धर्मात्मा भरातॄन सर्वान युधिष्ठिरः 2...
Book 3. Chapter 229 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 229 1 [वै] अथ दुर्यॊधनॊ राजा तत्र तत्र वने वसन जगाम घॊषान अभितस तत्र चक्रे निवेशनम 2 रमणीये समाज्ञाते...
Book 2. Chapter 65 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 65 1 [य] राजन किं करवामस ते परशाध्य अस्मांस तवम ईश्वरः नित्यं हि सथातुम इच्छामस तव भारत शासने 2 [धृ]...
Book 5. Chapter 106 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 106 1 [सुपर्ण] अनुशिष्टॊ ऽसमि देवेन गालवाज्ञात यॊनिना बरूहि काम अनुसंयामि दरष्टुं परथमतॊ दिशम 2...
Book 12. Chapter 150 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 150 1 [भ] अत्राप्य उदाहरन्तीमम इतिहासं पुरातनम संवादं भरतश्रेष्ठ शल्मलेः पवनस्य च 2 हिमवन्तं...
Book 1. Chapter 83 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 83 1 [ईन्द्र] सर्वाणि कर्माणि समाप्य राजन; गृहान परित्यज्य वनं गतॊ ऽसि तत तवां पृच्छामि नहुषस्य...
Book 1. Chapter 173 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 173 1 [आर्ज] राज्ञा कल्माषपादेन गुरौ बरह्मविदां वरे कारणं किं पुरस्कृत्य भार्या वै संनियॊजिता 2...
Book 5. Chapter 39 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 39 1 [धृ] अनीश्वरॊ ऽयं पुरुषॊ भवाभवे; सूत्रप्रॊता दारुमयीव यॊषा धात्रा हि दिष्टस्य वशे किलायं;...
Book 7. Chapter 66 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 66 1 [स] दुःशासन बलं हत्वा सव्यसाची धनंजयः सिन्धुराजं परीप्सन वै दरॊणानीकम उपाद्रवत 2 स तु दरॊणं...
Book 3. Chapter 174 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 174 1 [वै] नगॊत्तमं परस्रवणैर उपेतं; दिशां गजैः किंनरपक्षिभिश च सुखं निवासं जहतां हि तेषां; न परीतिर...
Book 6. Chapter 26 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 26 1 शरीभगवान उवाच इमं विवस्वते यॊगं परॊक्तवान अहम अव्ययम विवस्वान मनवे पराह मनुर इक्ष्वाकवे...
Book 9. Chapter 60 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 60 1 [धृ] हतं दुर्यॊधनं दृष्ट्वा भीमसेनेन संयुगे पाण्डवाः सृञ्जयाश चैव किम अकुर्वत संजय 2 [स] हातं...
Book 13. Chapter 32 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 32 1 [य] के पूज्याः के नमः कार्या मानवैर भरतर्षभ विस्तरेण तद आचक्ष्व न हि तृप्यामि कथ्यताम 2 [भ]...
Book 8. Chapter 20 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 20 1 [धृ] अतितीव्राणि दुःखानि दुःसहानि बहूनि च तवाहं संजयाश्रौषं पुत्राणां मम संक्षयम 2 तथा तु मे...
Book 12. Chapter 72 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 72 1 कथं राजा परजा रक्षन नाधिबन्धेन युज्यते धर्मे च नापराध्नॊति तन मे बरूहि पिता मह 2 समासेनैव ते...
Book 7. Chapter 101 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 101 1 [स] अपराह्णे महाराज संग्रामः समपद्यत पर्जन्यसमनिर्घॊषः पुनर दरॊणस्य सॊमकैः 2 शॊणाश्वं रथम...
Book 12. Chapter 95 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 95 1 अयुद्धेनैव विजयं वर्धयेद वसुधाधिपः जघन्यम आहुर विजयं यॊ युद्धेन नराधिप 2 न चाप्य अलब्धं...
Book 4. Chapter 67 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 67 1 [विरट] किमर्थं पाण्डवश्रेष्ठ भार्यां दुहितरं मम परतिग्रहीतुं नेमां तवं मया दत्ताम इहेच्छसि 2...
Book 5. Chapter 27 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 27 1 [स] धर्मे नित्या पाण्डव ते विचेष्टा; लॊके शरुता दृश्यते चापि पार्थ महास्रावं जीवितं चाप्य...
Book 3. Chapter 237 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 237 1 [दुर] अजानतस ते राधेय नाभ्यसूयाम्य अहं वचः जानासि तवं जिताञ शत्रून गन्धर्वांस तेजसा मया 2...
Book 12. Chapter 313 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 313 1 [भी] ततः स राजा जनकॊ मन्त्रिभिः सह भारत पुरः पुरॊहितं कृत्वा सर्वाण्य अन्तःपुराणि च 2 आसनं च...
Book 3. Chapter 5 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 5 1 [व] वनं परविष्टेष्व अथ पाण्डवेषु; परज्ञा चक्षुस तप्यमानॊ ऽमबिकेयः धर्मात्मानं विदुरम अगाध...
Book 14. Chapter 89 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 89 1 [य] शरुतं परियम इदं कृष्ण यत तवम अर्हसि भाषितुम तन मे ऽमृतरसप्रख्यं मनॊह्लादयते विभॊ 2 बहूनि किल...
Book 5. Chapter 118 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 118 1 [न] स तु राजा पुनस तस्याः कर्तुकामः सवयंवरम उपगम्याश्रमपदं गङ्गा यमुन संगमे 2 गृहीतमाल्यदामां...
Book 7. Chapter 81 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 81 1 [धृ] अर्जुने सैधवं पराप्ते भारद्वाजेन संवृताः पाञ्चालाः कुरुभिः सार्धं किम अकुर्वत संजय 2 [स]...
Book 3. Chapter 193 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 193 1 [मार्क] इक्ष्वाकौ संस्थिते राजञ शशादः पृथिवीम इमाम पराप्तः परमधर्मात्मा सॊ ऽयॊध्यायां नृपॊ...
Book 12. Chapter 83 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 83 1 एषा परथमतॊ वृत्तिर दवितीयां शृणु भारत यः कश चिज जनयेद अर्थं राज्ञा रक्ष्यः स मानवः 2 हरियमाणम...
Book 12. Chapter 158 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 158 1 [य] आनृशंस्यं विजानामि दर्शनेन सतां सदा नृशंसान न विजानामि तेषां कर्म च भारत 2 कण्टकान कूपम...
Book 5. Chapter 31 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 31 1 [य] उत सन्तम असन्तं च बालं वृद्धं च संजय उताबलं बलीयांसं धाता परकुरुते वशे 2 उत बालाय पाण्डित्यं...
Book 6. Chapter 8 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 8 1 [धृ] मेरॊर अथॊत्तरं पार्श्वं पूर्वं चाचक्ष्व संजय निखिलेन महाबुद्धे माल्यवन्तं च पर्वतम 2 [स]...
Book 3. Chapter 221 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 221 1 [मार्क] यदाभिषिक्तॊ भगवान सेनापत्येन पावकिः तदा संप्रस्थितः शरीमान हृष्टॊ भद्र वटं हरः...
Book 12. Chapter 305 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 305 1 [या] तथैवॊत्क्रममाणं तु शृणुष्वावहितॊ नृप पद्भ्याम उत्क्रममाणस्य वैष्नवं सथानम उच्यते 2...
Book 7. Chapter 97 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 97 1 [धृ] संप्रमृद्य महत सैन्यं यान्तं शैनेयम अर्जुनम निर्ह्रीका मम ते पुत्राः किम अकुर्वत संजय 2...
Book 3. Chapter 185 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 185 1 [वै] ततः स पाण्डवॊ भूयॊ मार्कण्डेयम उवाच ह कथयस्वेह चरितं मनॊर वैवस्वतस्य मे 2 [मार्क] विवस्तवः...
Book 14. Chapter 78 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 78 1 [व] शरुत्वा तु नृपतिर वीरं पितरं बभ्रु वाहनः निर्ययौ विनयेनार्यॊ बराह्मणार्घ्य पुरःसरः 2...
Book 7. Chapter 70 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 70 1 [स] परविष्टयॊर महाराज पार्थ वार्ष्णेययॊस तदा दुर्यॊधने परयाते च पृष्ठतः पुरुषर्षभे 2...
Book 3. Chapter 162 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 162 1 [वै] एतस्मिन्न एव काले तु सर्ववादित्र निस्वनः बभूव तुमुलः शब्दस तव अन्तरिक्षे दिवौकसाम 2...
Book 15. Chapter 38 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 15 Chapter 38 1 [कुन्ती] भगवञ शवशुरॊ मे ऽसि दैवतस्यापि दैवतम सा मे देवातिदेवस तवां शृणु सत्यां गिरं मम 2 तपस्वी...
Book 6. Chapter 30 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 30 1 अर्जुन उवाच किं तद बरह्म किम अध्यात्मं किं कर्म पुरुषॊत्तम अधिभूतं च किं परॊक्तम अधिदैवं किम...
Book 13. Chapter 24 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 24 1 [य] शराध काले च दैवे च धर्मे चापि पितामह इच्छामीह तवयाख्यातं विहितं यत सुरर्षिभिः 2 [भ] दैवं...
Book 12. Chapter 64 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 64 1 चातुराश्रम्य धर्माश च जातिधर्माश च पाण्डव लॊकपालॊत्तराश चैव कषात्रे धर्मे वयवस्थिताः 2...
Book 8. Chapter 36 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 36 1 [] कषत्रियास ते महाराज परस्परवधैषिणः अन्यॊन्यं समरे जघ्नुः कृतवैराः परस्परम 2 रथौघाश च हयौघाश च...
Book 7. Chapter 117 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 117 1 [स] तम आपतन्तं संप्रेक्ष्य सात्वतं युद्धदुर्मदम करॊधाद भूरिश्रवा राजन सहसा समुपाद्रवत 2 तम...
Book 3. Chapter 33 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 33 1 [दरौ] नावमन्ये न गर्हे च धर्मं पार्थ कथं चन ईश्वरं कुत एवाहम अवमंस्ये परजापतिम 2 आर्ताहं...
Book 7. Chapter 89 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 89 1 [धृ] एवं बहुविधं सैन्यम एवं परविचितं वरम वयूढम एवं यथान्यायम एवं बहु च संजय 2 नित्यं पूजितम...
Book 5. Chapter 110 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 110 1 [गालव] गरुत्मन भुजगेन्द्रारे सुपर्णविनतात्मज नयमां तार्क्ष्य पूर्वेण यत्र धर्मस्य चक्षुषी 2...
Book 14. Chapter 81 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 81 1 [व] परायॊपविष्टे नृपतौ मणिपूरेश्वरे तदा पितृशॊकसमाविष्टे सह मात्रा परंतप 2 उलूपी चिन्तयाम आस...
Book 12. Chapter 146 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 146 1 [य] अबुद्धि पूर्वं यः पापं कुर्याद भरतसत्तम मुच्यते स कथं तस्माद एनसस तद वदस्व मे 2 [भ] अत्र ते...
Book 1. Chapter 165 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 165 1 [आर्ज] किंनिमित्तम अभूद वैरं विश्वामित्र वसिष्ठयॊः वसतॊर आश्रमे पुण्ये शंस नः सर्वम एव तत 2 [ग]...
Book 1. Chapter 95 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 95 1 [व] ततॊ विवाहे निर्वृत्ते स राजा शंतनुर नृपः तां कन्यां रूपसंपन्नां सवगृहे संन्यवेशयत 2 ततः...
Book 12. Chapter 205 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 205 1 [गुरु] परवृत्ति लक्षणॊ धर्मॊ यथायम उपपद्यते तेषां विज्ञाननिष्ठानाम अन्यत तत्त्वं न रॊचते 2...
Book 7. Chapter 109 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 109 1 [स] स तथा विरथः कर्णः पुनर भीमेन निर्जितः रथम अन्यं समास्थाय सद्यॊ विव्याध पाण्डवम 2 महागजाव...
Book 8. Chapter 28 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 28 1 [स] मारिषाधिरथेः शरुत्वा वचॊ युद्धाभिनन्दिनः शल्यॊ ऽबरवीत पुनः कर्णं निदर्शनम उदाहरन 2 यथैव...
Book 1. Chapter 72 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 72 1 [व] समावृत्त वरतं तं तु विसृष्टं गुरुणा तदा परस्थितं तरिदशावासं देव यान्य अब्रवीद इदम 2 ऋषेर...
Book 1. Chapter 182 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 182 1 [वै] गत्वा तु तां भार्गव कर्मशालां; पार्थौ पृथां पराप्य महानुभावौ तां याज्ञसेनीं परमप्रतीतौ;...
Book 14. Chapter 66 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 66 1 [व] उत्थितायां पृथायां तु सुभद्रा भरातरं तदा दृष्ट्वा चुक्रॊश दुःखार्ता वचनं चेदम अब्रवीत 2...
Book 15. Chapter 26 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 15 Chapter 26 1 [वै] ततस तस्मिन मुनिश्रेष्ठा राजानं दरष्टुम अभ्ययुः नारदः पर्वतश चैव देवलश च महातपाः 2...
Book 3. Chapter 121 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 121 1 [ल] नृगेण यजमानेन सॊमेनेह पुरंदरः तर्पितः शरूयते राजन स तृप्तॊ मदम अभ्यगात 2 इह देवैः...
Book 7. Chapter 33 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 33 1 [स] समरे ऽतयुग्र कर्माणः कर्मभिर वयञ्जित शरमाः स कृष्णाः पाण्डवाः पञ्च देवैर अपि दुरासदाः 2...
Book 13. Chapter 2 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 2 1 [य] पितामह महाप्राज्ञ सर्वशास्त्रविशारद शरुतं मे महद आख्यानम इदं मतिमतां वर 2 भूयस तु शरॊतुम...
Book 6. Chapter 73 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 73 1 संजय उवाच आत्मदॊषात तवया राजन पराप्तं वयसनम ईदृशम न हि दुर्यॊधनस तानि पश्यते भरतर्षभ यानि तवं...
Book 3. Chapter 89 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 89 1 [व] एवं संभाषमाणे तु धौम्ये कौरवनन्दन लॊमशः सुमहातेजा ऋषिस तत्राजगाम ह 2 तं पाण्डवाग्रजॊ राजा...
Book 3. Chapter 285 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 285 1 [सूर्य] माहितं कर्ण कार्षीस तवम आत्मनः सुहृदां तथा पुत्राणाम अथ भार्याणाम अथॊ मातुर अथॊ पितुः 2...
Book 13. Chapter 67 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 67 1 [य] तिलानां कीदृशं दानम अथ दीपस्य चैव ह अन्नानां वाससां चैव भूय एव बरवीहि मे 2 [भ] अत्राप्य...
Book 9. Chapter 35 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 35 1 [वै] तस्मान नदी गतं चापि उदपानं यशस्विनः तरितस्य च महाराज जगामाथ हलायुधः 2 तत्र दत्त्वा...
Book 12. Chapter 258 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 258 1 [य] कथं कार्यं परीक्षेत शीघ्रं वाथ चिरेण वा सर्वथा कार्यदुर्गे ऽसमिन भवान नः परमॊ गुरुः 2 [भी]...
Book 5. Chapter 95 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 95 1 [व] जामदग्न्यवचः शरुत्वा कण्वॊ ऽपि भगवान ऋषिः दुर्यॊधनम इदं वाक्यम अब्रवीत कुरुसंसदि 2 अक्षयश...
Book 7. Chapter 154 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 154 1 [स] निहत्यालायुधं रक्षः परहृष्टात्मा घटॊत्कचः ननाद विविधान नादान वाहिन्याः परमुखे सथितः 2...
Book 12. Chapter 27 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 27 1 [युधिस्ठिर] अभिमन्यौ हते बाले दरौपद्यास तनयेषु च धृष्टद्युम्ने विराते च दरुपदे च महीपतौ 2...
Book 13. Chapter 127 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 127 1 [भ] ततॊ नारायण सुहृन नारदॊ भगवान ऋषिः शंकरस्यॊमया सार्धं संवादं परत्यभाषत 2 तपश चचार धर्मात्मा...
Book 4. Chapter 32 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 32 1 [वै] तमसाभिप्लुते लॊके रजसा चैव भारत वयतिष्ठन वै मुहूर्तं तु वयूढानीकाः परहारिणः 2 ततॊ ऽनधकारं...
Book 1. Chapter 138 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 138 1 [वै] तेन विक्रमता तूर्णम ऊरुवेगसमीरितम परववाव अनिलॊ राजञ शुचि शुक्रागमे यथा 2 स मृद्नन...
Book 13. Chapter 80 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 80 1 [य] पवित्राणां पवित्रं यच छरेष्ठं लॊके च यद भवेत पावनं परमं चैव तन मे बरूहि पितामह 2 [भ] गावॊ...
Book 5. Chapter 72 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 72 1 [भीम] यथा यथैव शान्तिः सयात कुरूणां मधुसूदन तथा तथैव भाषेथा मा सम युद्धेन भीषयेः 2 अमर्षी...
Book 6. Chapter 94 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 94 1 [स] वाक्शल्यैस तव पुत्रेण सॊ ऽतिविद्धः पितामहः दुःखेन महताविष्टॊ नॊवाचाप्रियम अण्व अपि 2 स...
Book 12. Chapter 346 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 346 1 [भीस्म] अथ तेन नरश्रेष्ठ बराह्मणेन तपस्विना निराहारेण वसता दुःखितास ते भुजंगमाः 2 सर्वे संभूय...
Book 3. Chapter 262 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 262 1 [मार्क] मारीचस तव अथ संभ्रान्तॊ दृष्ट्वा रावणम आगतम पूजयाम आस सत्कारैः फलमूलादिभिस तथा 2...
Book 11. Chapter 26 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 11 Chapter 26 1 [वा] उत्तिष्ठॊत्तिष्ठ गान्धारि मा च शॊके मनः कृथाः तवैव हय अपराधेन कुरवॊ निधनं गताः 2 या तवं...
Book 10. Chapter 1 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 10 Chapter 1 1 [सम्जय] ततस ते सहिता वीराः परयाता दक्षिणामुखाः उपास्तमय वेलायां शिबिराभ्याशम आगताः 2 विमुच्य...
Book 12. Chapter 246 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 246 1 [वयास] हृदि कामद्रुमश चित्रॊ मॊहसंचय संभवः करॊधमानमहास्कन्धॊ विवित्सा परिमॊचनः 2 तस्य...
Book 13. Chapter 79 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 79 1 [व] घृतक्षीरप्रदा गावॊ घृतयॊन्यॊ घृतॊद्भवाः घृतनद्यॊ घृतावर्तास ता मे सन्तु सदा गृहे 2 घृतं मे...
Book 1. Chapter 31 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 31 1 [ष] भुजंगमानां शापस्य मात्रा चैव सुतेन च विनतायास तवया परॊक्तं कारणं सूतनन्दन 2 वरप्रदानं...
Book 13. Chapter 139 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 139 1 [वायु] इमां भूमिं बराह्मणेभ्यॊ दित्सुर वै दक्षिणां पुरा अङ्गॊ नाम नृपॊ राजंस ततश चिन्तां मही...
Book 16. Chapter 7 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 16 Chapter 7 1 [वै] तं शयानं महात्मानं वीरम आनक दुन्दुभिम पुत्रशॊकाभिसंतप्तं ददर्श कुरुपुंगवः 2 तस्याश्रु...
Book 12. Chapter 39 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 39 1 [वैषम्पायन] परवेशने तु पार्थानां जनस्य पुरवासिनः दिदृक्षूणां सहस्राणि समाजग्मुर बहून्य अथ 2 स...
Book 14. Chapter 25 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 25 1 [बराह्मण] अत्राप्य उदाहरन्तीमम इतिहासं पुरातनम चातुर्हॊत्र विधानस्य विधानम इह यादृशम 2 तस्य...
Book 3. Chapter 97 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 97 1 [ल] इल्वलस तान विदित्वा तु महर्षिसहितान नृपान उपस्थितान सहामात्यॊ विषयान्ते ऽभयपूजयत 2 तेषां...
Book 9. Chapter 7 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 7 1 [स] वयतीतायां रजन्यां तु राजा दुर्यॊधनस तदा अब्रवीत तावकान सर्वान संनह्यन्तां महारथाः 2 राज्ञस...
Book 3. Chapter 70 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 70 1 बृहदश्व उवाच स नदीः पर्वतांश चैव वनानि च सरांसि च अचिरेणातिचक्राम खेचरः खे चरन्न इव 2 तथा...
Book 5. Chapter 153 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 153 1 [व] ततः शांतनवं भीष्मं पराञ्जलिर धृतराष्ट्रजः सह सर्वैर महीपालैर इदं वचनम अब्रवीत 2 ऋते सेना...
Book 2. Chapter 30 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 30 1 [व] रक्षणाद धर्मराजस्य सत्यस्य परिपालनात शत्रूणां कषपणाच चैव सवकर्मनिरताः परजाः 2 बलीनां...
Book 15. Chapter 4 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 15 Chapter 4 1 [वै] युधिष्ठिरस्य नृपतेर दुर्यॊधन पितुस तथा नान्तरं ददृशू राजन पुरुषाः परणयं परति 2 यदा तु...
Book 1. Chapter 126 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 126 1 [वै] दत्ते ऽवकाशे पुरुषैर विस्मयॊत्फुल्ललॊचनैः विवेश रङ्गं विस्तीर्णं कर्णः परपुरंजयः 2 सहजं...
Book 12. Chapter 105 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 105 1 [य] धार्मिकॊ ऽरथान असंप्राप्य राजामात्यैः परबाधितः चयुतः कॊशाच च दण्डाच च सुखम इच्छन कथं चरेत 2...
Book 3. Chapter 93 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 93 1 [व] ते तथा सहिता वीरा वसन्तस तत्र तत्र ह करमेण पृथिवीपाल नैमिषारण्यम आगताः 2 ततस तीर्थेषु...
Book 9. Chapter 3 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 3 1 [स] शृणु राजन्न अवहितॊ यथावृत्तॊ महान कषयः कुरूणां पाण्डवानां च समासाद्य परस्परम 2 निहते...
Book 6. Chapter 69 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 69 1 [स] विराटॊ ऽथ तरिभिर बाणैर भीष्मम आर्छन महारथम विव्याध तुरगांश चास्य तरिभिर बाणैर महारथः 2 तं...
Book 7. Chapter 29 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 29 1 [स] परियम इन्द्रस्य सततं सखायम अमितौजसम हत्वा पराग्ज्यॊतिषं पार्थः परदक्षिणम अवर्तत 2 ततॊ...
Book 14. Chapter 21 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 21 1 [बर] अत्राप्य उदाहरन्तीमम इतिहासं पुरातनम निबॊध दश हॊतॄणां विधानम इह यादृशम 2 सर्वम एवात्र...
Book 16. Chapter 3 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 16 Chapter 3 1 [वै] एवं परयतमानानां वृष्णीनाम अन्धकैः सह कालॊ गृहाणि सार्वेणां परिचक्राम नित्यशः 2 करालॊ...
Book 1. Chapter 35 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 35 1 [स] एलापत्रस्य तु वचः शरुत्वा नागा दविजॊत्तम सर्वे परहृष्टमनसः साधु साध्व इत्य अपूजयन 2 ततः...
Book 12. Chapter 242 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 242 1 [षुक्र] यस्माद धर्मात परॊ धर्मॊ विद्यते नेह कश चन यॊ विशिष्टश च धर्मेभ्यस तं भवान परब्रवीतु मे 2...
Book 5. Chapter 68 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 68 1 [धृ] भूयॊ मे पुण्डरीकाक्षं संजयाचक्ष्व पृच्छते नाम कर्मार्थवित तात पराप्नुयां पुरुषॊत्तमम 2...
Book 1. Chapter 122 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 122 1 [वै] ततॊ दरुपदम आसाद्य भरद्वाजः परतापवान अब्रवीत पार्षतं राजन सखायं विद्धि माम इति 2 [दरुपद]...
Book 12. Chapter 101 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 101 1 यथा जयार्थिनः सेनां नयन्ति भरतर्षभ ईषद धर्मं परपीड्यापि तन मे बरूहि पिता मह 2 सत्येन हि सथिता...
Book 4. Chapter 28 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 28 1 [वै] ततः शारद्वतॊ वाक्यम इत्य उवाच कृपस तदा युक्तं पराप्तं च वृद्धेन पाण्डवान परति भाषितम 2...
Book 5. Chapter 157 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 157 1 [स] हिरण्वत्यां निविष्टेषु पाण्डवेषु महात्मसु दुर्यॊधनॊ महाराज कर्णेन सह भारत 2 सौबलेन च...
Book 2. Chapter 34 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 34 1 [ष] नायम अर्हति वार्ष्णेयस तिष्ठत्स्व इह महात्मसु महीपतिषु कौरव्य राजवत पार्थिवार्हणम 2 नायं...
Book 3. Chapter 74 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 74 1 बृहदश्व उवाच सर्वं विकारं दृष्ट्वा तु पुण्यश्लॊकस्य धीमतः आगत्य केशिनी कषिप्रं दमयन्त्यै...
Book 3. Chapter 278 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 278 1 [मार्क] अथ मद्राधिपॊ राजा नारदेन समागतः उपविष्टः सभामध्ये कथा यॊगेन भारत 2 ततॊ ऽभिगम्य...
Book 7. Chapter 150 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 150 1 [धृ] यत्र वैकर्तनः कर्णॊ राक्षसश च घटॊत्कचः निशीथे समसज्जेतां तद युद्धम अभवत कथम 2 कीदृशं चाभवद...
Book 13. Chapter 123 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 123 1 [भ] एवम उक्तः स भगवान मैत्रेयं परत्यभाषत दिष्ट्यैवं तवं विजानासि दिष्ट्या ते बुद्धिर ईदृशी...
Book 12. Chapter 23 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 23 1 [वैषम्पायन] एवम उक्तस तु कौन्तेय गुडाकेशेन भारत नॊवाच किं चित कौरव्यस ततॊ दवैपायनॊ ऽबरवीत 2...
Book 9. Chapter 31 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 31 1 [धृ] एवं संतर्ज्यमानस तु मम पुत्रॊ महीपतिः परकृत्या मन्युमान वीरः कथम आसीत परंतपः 2 न हि...
Book 13. Chapter 63 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 63 1 [य] शरुतं मे भवतॊ वाक्यम अन्नदानस्य यॊ विधिः नक्षत्र अयॊगस्येदानीं दानकल्पं बरवीहि मे 2 [भ]...
Book 5. Chapter 91 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 91 1 [भ] यथा बरूयान महाप्राज्ञॊ यथा बरूयाद विचक्षणः यथा वाच्यस तवद्विधेन सुहृदा मद्विधः सुहृत 2...
Book 6. Chapter 77 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 77 1 [स] अथात्मजं तव पुनर गाङ्गेयॊ धयानम आस्थितम अब्रवीद भरतश्रेष्ठः संप्रहर्षकरं वचः 2 अहं दरॊणश च...
Book 3. Chapter 281 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 281 1 [मार्क] अथ भार्यासहायः स फलान्य आदाय वीर्यवान कठिनं पूरयाम आस ततः काष्ठान्य अपाटयत 2 तस्य...
Book 3. Chapter 125 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 125 1 [ल] तं दृष्ट्वा घॊरवदनं मदं देवः शतक्रतुः आयान्तं भक्षयिष्यन्तं वयात्ताननम इवान्तकम 2 भयात...
Book 13. Chapter 6 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 6 1 [य] पितामह महाप्राज्ञ सर्वशास्त्रविशारद दैवे पुरुषकारे च किं सविच छरेष्ठतरं भवेत 2 [भ] अत्राप्य...
Book 7. Chapter 37 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 37 1 [धृ] तथा परमथमानं तं महेष्वासम अजिह्मगैः आर्जुनिं मामकाः सर्वे के तव एनं समवाकिरन 2 [स] शृणु राजन...
Book 11. Chapter 22 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 11 Chapter 22 1 [ग] आवन्त्यं भीमसेनेन भक्षयन्ति निपातितम गृध्रगॊमायवः शूरं बहु बन्धुम अबन्धुवत 2 तं पश्य कदनं...
Book 10. Chapter 5 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 10 Chapter 5 1 [क] शुश्रूषुर अपि दुर्मेधाः पुरुषॊ ऽनियतेन्द्रियः नालं वेदयितुं कृत्स्नौ धर्मार्थाव इति मे...
Book 5. Chapter 149 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 149 1 [व] जनार्दनवचः शरुत्वा धर्मराजॊ युधिष्ठिरः भरातॄन उवाच धर्मात्मा समक्षं केशवस्य ह 2 शरुतं...
Book 12. Chapter 342 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 342 1 [बराह्मण] समुत्पन्नाभिधानॊ ऽसमि वाङ माधुर्येण ते ऽनघ मित्रताम अभिपन्नस तवां किं चिद...
Book 6. Chapter 90 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 90 1 [स] सवसैन्यं निहतं दृष्ट्वा राजा दुर्यॊधनः सवयम अभ्यधावत संक्रुद्धॊ भीमसेनम अरिंदमम 2 परगृह्य...
Book 3. Chapter 266 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 266 1 [मार्क] राघवस तु ससौमित्रिः सुग्रीवेणाभिपालितः वसन माल्यवतः पृष्ठे ददर्श विमलं नभः 2 स...
Book 13. Chapter 84 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 84 1 [देवाह] असुरस तारकॊ नाम तवया दत्तवरः परभॊ सुरान ऋषींश च कलिश्नाति वधस तस्य विधीयताम 2 तस्माद भयं...
Book 5. Chapter 76 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 76 1 [अर्जुन] उक्तं युधिष्ठिरेणैव यावद वाच्यं जनार्दन तव वाक्यं तु मे शरुत्वा परतिभाति परंतप 2 नैव...
Book 4. Chapter 36 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 36 1 [वै] स राजधान्या निर्याय वैराटिः पृथिवीं जयः परयाहीत्य अब्रवीत सूतं यत्र ते कुरवॊ गताः 2...
Book 12. Chapter 142 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 142 1 [भ] अथ वृक्षस्य शाखायां विहंगः स सुहृज्जनः दीर्घकालॊषितॊ राजंस तत्र चित्रतनू रुहः 2 तस्य...
Book 1. Chapter 91 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 91 1 [व] इक्ष्वाकुवंशप्रभवॊ राजासीत पृथिवीपतिः महाभिष इति खयातः सत्यवाक सत्यविक्रमः 2 सॊ ऽशवमेध...
Book 1. Chapter 161 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 161 1 [ग] अथ तस्याम अदृश्यायां नृपतिः काममॊहितः पातनं शत्रुसंघानां पपात धरणीतले 2 तस्मिन निपतिते...
Book 12. Chapter 99 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 99 1 के लॊका युध्यमानानां शूराणाम अनिवर्तिनाम भवन्ति निधनं पराप्य तन मे बरूहि पिता मह 2 अत्राप्य...
Book 14. Chapter 85 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 85 1 [व] शकुनेस तु सुतॊ वीरॊ गान्धाराणां महारथः परयुद्ययौ गुडाकेशं सैन्येन महता वृतः...
Book 5. Chapter 114 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 114 1 [न] हर्यश्वस तव अब्रवीद राजा विचिन्त्य बहुधा ततः दीर्घम उष्णं च निःश्वस्य परजा हेतॊर नृपॊत्तमः...
Book 3. Chapter 9 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 9 1 [वय] धृतराष्ट्र महाप्राज्ञ निबॊध वचनं मम वक्ष्यामि तवा कौरवाणां सर्वेषां हितम उत्तमम 2 न मे...
Book 3. Chapter 37 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 37 1 [वै] भीमसेनवचः शरुत्वा कुन्तीपुत्रॊ युधिष्ठिरः निःश्वस्य पुरुषव्याघ्रः संप्रदध्यौ परंतपः 2 स...
Book 15. Chapter 22 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 15 Chapter 22 1 [वै] ततः परासादहर्म्येषु वसुधायां च पार्थिव सत्रीणां च पुरुषाणां च सुमहान निःस्वनॊ ऽभवत 2 स...
Book 3. Chapter 178 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 178 1 [य] भवान एतादृशॊ लॊके वेदवेदाङ्गपारगः बरूहि किं कुर्वतः कर्म भवेद गतिर अनुत्तमा 2 [सर्प] पात्रे...
Book 14. Chapter 62 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 62 1 [ज] शरुत्वैतद वचनं बरह्मन वयासेनॊक्तं महात्मना अश्वमेधं परति तदा किं नृपः परचकार ह 2 रत्नं च यन...
Book 1. Chapter 186 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 186 1 [दूत] जन्यार्थम अन्नं दरुपदेन राज्ञा; विवाह हेतॊर उपसंस्कृतं च तद आप्नुवध्वं कृतसर्वकार्याः;...
Book 1. Chapter 76 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 76 1 [व] अथ दीर्घस्य कालस्य देव यानी नृपॊत्तम वनं तद एव निर्याता करीडार्थं वरवर्णिनी 2 तेन दासी...
Book 1. Chapter 222 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 222 1 [जरिता] अस्माद बिलान निष्पतितं शयेन आखुं जहार तम कषुद्रं गृहीत्वा पादाभ्यां भयं न भविता ततः 2...
Book 12. Chapter 201 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 201 1 [य] के पूर्वम आसन पतयः परजानां भरतर्षभ के चर्षयॊ महाभागा दिक्षु परत्येकशः समृताः 2 [भी] शरूयतां...
Book 7. Chapter 93 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 93 1 [स] काल्यमानेषु सैन्येषु शैनेयेन ततस ततः भारद्वाजः शरव्रातैर महद्भिः समवाकिरत 2 स संप्रहारस...
Book 2. Chapter 69 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 69 1 [य] आमन्त्रयामि भरतांस तथा वृद्धं पिता महम राजानं सॊमदत्तं च महाराजं च बाह्लिकम 2 दरॊणं कृपं...
Book 3. Chapter 181 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 181 1 [वै] तं विवक्षन्तम आलक्ष्य कुरुराजॊ महामुनिम कथा संजननार्थाय चॊदयाम आस पाण्डवः 2 भवान...
Book 3. Chapter 29 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 29 1 [दरौ] अत्राप्य उदाहरन्तीमम इतिहासं पुरातनम परह्लादस्या च संवादं बलेर वैरॊचनस्य च 2...
Book 3. Chapter 225 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 225 1 [जनम] एवं वने वर्तमाना नराग्र्याः; शीतॊष्णवातातप कर्शिताङ्गाः सरस तद आसाद्य वनं च पुण्यं; ततः...
Book 12. Chapter 301 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 301 1 [या] पादाव अध्यात्मम इत्य आहुर बराह्मणास तत्त्वदर्शिनः गन्तव्यम अधिभूतं च विष्णुस...
Book 5. Chapter 35 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 35 1 [धृ] बरूहि भूयॊ महाबुद्धे धर्मार्थसहितं वचः शृण्वतॊ नास्ति मे तृप्तिर विचित्राणीह भाषसे 2...
Book 12. Chapter 87 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 87 1 कथं विधं पुरं राजा सवयम आवस्तुम अर्हति कृतं वा कारयित्वा वा तन मे बरूहि पिता मह 2 यत्र कौन्तेय...
Book 8. Chapter 32 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 32 1 [धृ] तथा वयूढेष्व अनीकेषु संसक्तेषु च संजय संशप्तकान कथं पार्थॊ गतः कर्णश च पाण्डवान 2 एतद...
Book 12. Chapter 60 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 60 1 [वैषम्पायन] ततः पुनः स गाङ्गेयम अभिवाद्य पिता महम पराञ्जलिर नियतॊ भूत्वा पर्यपृच्छद...
Book 1. Chapter 198 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 198 1 [धृ] भीष्मः शांतनवॊ विद्वान दरॊणश च भगवान ऋषिः हितं परमकं वाक्यं तवं च सत्यं बरवीषि माम 2 यथैव...
Book 1. Chapter 68 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 68 1 [व] परतिज्ञाय तु दुःषन्ते परतियाते शकुन्तला गर्भं सुषाव वामॊरुः कुमारम अमितौजसम 2 तरिषु...
Book 7. Chapter 113 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 113 1 [धृ] महान अपनयः सूत ममैवात्र विशेषतः स इदानीम अनुप्राप्तॊ मन्ये संजय शॊचतः 2 यद गतं तद्गतम इति...
Book 13. Chapter 20 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 20 1 तथास्तु साधयिष्यामि तत्र यास्याम्य असंशयम यत्र तवं वदसे साधॊ भवान भवतु सत्यवाक 2 [भ] ततॊ ऽगच्छत...
Book 6. Chapter 34 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 34 1 अर्जुन उवाच एवं सततयुक्ता ये भक्तास तवां पर्युपासते ये चाप्य अक्षरम अव्यक्तं तेषां के...
Book 7. Chapter 74 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 74 1 [स] परिवर्तमाने तव आदित्ये तत्र सूर्यस्य रश्मिभिः रजसा कीर्यमाणाश च मन्दी भूताश च सैनिकाः 2...
Book 3. Chapter 166 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 166 1 [अर्ज] ततॊ ऽहं सतूयमानस तु तत्र तत्र महर्षिभिः अपश्यम उदधिं भीमम अपां पतिम अथाव्ययम 2 फेनवत्यः...
Book 3. Chapter 23 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 23 1 [वा] ततॊ ऽहं भरतश्रेष्ठ परगृह्य रुचिरं धनुः शरैर अपातयं सौभाच छिरांसि विबुधद्विषाम 2 शरांश...
Book 14. Chapter 91 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 91 1 [व] शमयित्वा पशून अन्यान विधिवद दविजसत्तमाः तुरगं तं यथाशास्त्रम आलभन्त दविजातयः 2 ततः...
Book 5. Chapter 100 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 100 1 [न] इदं रसातलं नाम सप्तमं पृथिवीतलम यत्रास्ते सुरभिर माता गवाम अमृतसंभवा 2 कषरन्ती सततं कषीरं...
Book 7. Chapter 99 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 99 1 [स] ततॊ दुःशासनॊ राजञ शैनेयं समुपाद्रवत किरञ शरसहस्राणि पर्जन्य इव वृष्टिमान 2 स विद्ध्वा...
Book 2. Chapter 63 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 63 1 [कर्ण] तरयः किलेमे अधना भवन्ति; दासः शिष्यश चास्वतन्त्रा च नारी दासस्य पत्नी तवं धनम अस्य भद्रे;...
Book 1. Chapter 85 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 85 1 [आ] यदावसॊ नन्दने कामरूपी; संवत्सराणाम अयुतं शतानाम किं कारणं कार्तयुगप्रधान; हित्वा तत्त्वं...
Book 1. Chapter 175 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 175 1 [वै] ततस ते नरशार्दूला भरातरः पञ्च पाण्डवाः परययुर दरौपदीं दरष्टुं तं च देवमहॊत्सवम 2 ते परयाता...
Book 12. Chapter 156 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 156 1 [य] सत्यं धर्मे परशंसन्ति विप्रर्षिपितृदेवताः सत्यम इच्छाम्य अहं शरॊतुं तन मे बरूहि पितामह 2...
Book 15. Book 15 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT PARALLEL DEVANAGARI AND ROMANIZATION BOOK 15 IMPORTANT NOTE: This etext uses Unicode extensively. You will need to make sure that your browser is set up to view Unicode properly. For more information, read the Unicode page. Chapter 1 Chapter 2 Chapter 3 Chapter 4 Chapter...
Book 6. Chapter 6 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 6 1 [धृ] नदीनां पर्वतानां च नामधेयानि संजय तथा जनपदानां च ये चान्ये भूमिम आश्रिताः 2 परमाणं च...
Book 12. Chapter 215 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 215 1 [य] यद इदं कर्म लॊके ऽसमिञ शुभं वा यदि वाशुभम पुरुषं यॊजयत्य एव फलयॊगेन भारत 2 कर्ता सवित तस्य...
Book 5. Chapter 5 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 5 1 [वासु] उपपन्नम इदं वाक्यं सॊमकानां धुरं धुरे अर्थसिद्धि करं राज्ञः पाण्डवस्य महौजसः 2 एतच च...
Book 1. Chapter 192 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 192 1 [वै] ततॊ राज्ञां चरैर आप्तैश चारः समुपनीयत पाण्डवैर उपसंपन्ना दरौपदी पतिभिः शुभा 2 येन तद धनुर...
Book 1. Chapter 62 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 62 1 [ज] तवत्तः शरुतम इदं बरह्मन देवदानवरक्षसाम अंशावतरणं सम्यग गन्धर्वाप्सरसां तथा 2 इमं तु भूय...
Book 8. Chapter 38 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 38 1 [स] कृतवर्मा कृपॊ दरौणिः सूतपुत्रश च मारिष उलूकः सौबलश चैव राजा च सह सॊदरैः 2 सीदमानां चमूं...
Book 7. Chapter 119 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 119 1 [धृ] अजितॊ दरॊण राधेय विकर्ण कृतवर्मभिः तीर्णः सैन्यार्णवं वीरः परतिश्रुत्य युधिष्ठिरे 2 स कथं...
Book 14. Chapter 76 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 76 1 [व] सैन्धवैर अभवद युद्धं ततस तस्य किरीटिनः हतशेषैर महाराज हतानां च सुतैर अपि 2 ते ऽवतीर्णम...
Book 15. Chapter 36 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 15 Chapter 36 1 [ज] वनवासं गते विप्र धृतराष्ट्रे महीपतौ सभार्ये नृपशार्दूल वध्वा कुन्त्या समन्विते 2 विदुरे...
Book 12. Chapter 148 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 148 1 [ष] तस्मात ते ऽहं परवक्ष्यामि धर्मम आवृत्तचेतसे शरीमान महाबलस तुष्टॊ यस तवं धर्मम अवेक्षसे...
Book 4. Chapter 61 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 61 1 [वै] आहूयमानस तु स तेन संख्ये; महामना धृतराष्ट्रस्य पुत्रः निवर्तितस तस्य गिराङ्कुशेन; गजॊ...
Book 12. Chapter 93 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 93 1 कथं धर्मे सथातुम इच्छन राजा वर्तेत धार्मिकः पृच्छामि तवा कुरुश्रेष्ठ तन मे बरूहि पिता मह 2...
Book 5. Chapter 21 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 21 1 [व] तस्य तद वचनं शरुत्वा परज्ञावृद्धॊ महाद्युतिः संपूज्यैनं यथाकालं भीष्मॊ वचनम अब्रवीत 2...
Book 3. Chapter 3 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 3 1 [व] शौनकेनैवम उक्तस तु कुन्तीपुत्रॊ युधिष्ठिरः पुरॊहितम उपागम्य भरातृमध्ये ऽबरवीद इदम 2...
Book 12. Chapter 315 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 315 1 [भी] एतच छरुत्वा गुरॊर वाक्यं वयास शिष्या महौजसः अन्यॊन्यं हृष्टमनसः परिषस्वजिरे तदा 2 उक्ताः...
Book 3. Chapter 231 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 231 1 [वै] गन्धर्वैस तु महाराज भग्ने कर्णे महारथे संप्राद्रवच चमूः सर्वा धार्तराष्ट्रस्य पश्यतः 2...
Book 3. Chapter 195 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 195 1 [मार्क] धुन्धुर नाम महातेजा तयॊः पुत्रॊ महाद्युतिः स तपॊ ऽतप्यत महन महावीर्यपराक्रमः 2 अतिष्ठद...
Book 7. Chapter 87 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 87 1 [स] धर्मराजस्य तद वाक्यं निशम्य शिनिपुंगवः पार्थाच च भयम आशङ्कन परित्यागान महीपतेः 2 अपवादं हय...
Book 3. Chapter 172 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 172 1 [वै] तस्यां रजन्यां वयुष्टायां धर्मराजॊ युधिष्ठिरः उत्थायावश्य कार्याणि कृतवान भरतृभिः सह 2...
Book 7. Chapter 60 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 60 1 [स] तथा संभाषतां तेषां परादुरासीद धनंजयः दुदृक्षुर भरतश्रेष्ठं राजानं ससुहृद गणम 2 तं परविष्टं...
Book 14. Chapter 68 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 68 1 [व] सैवं विपल्य करुणं सॊन्मादेव तपस्विनी उत्तरा नयपतद भूमौ कृपणा पुत्रगृद्धिनी 2 तां तु...
Book 6. Chapter 20 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 20 1 [धृ] सूर्यॊदये संजय के नु पूर्वं; युयुत्सवॊ हृष्यमाणा इवासन मामका वा भीष्म नेत्राः समीके;...
Book 15. Chapter 28 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 15 Chapter 28 1 [वै] वनं गते कौरवेन्द्रे दुःखशॊकसमाहताः बभूवुः पाण्डवा राजन मातृशॊकेन चार्दिताः 2 तथा पौरजनः...
Book 13. Chapter 34 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 34 1 एते हि सॊमराजान ईश्वराः सुखदुःखयॊः 2 एते भॊगैर अलंकारैर अन्यैश चैव किम इच्छकैः सदा पूज्या नमः...
Book 7. Chapter 107 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 107 1 [धृ] यस्मिञ जयाशा सततं पुत्राणां मम संजय तं दृष्ट्वा विमुखं संख्ये किं नु दुर्यॊधनॊ ऽबरवीत...
Book 8. Chapter 26 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 26 1 [दुर] अयं ते कर्ण सारथ्यं मद्रराजः करिष्यति कृष्णाद अभ्यधिकॊ यन्ता देवेन्द्रस्येव मातलिः 2 यथा...
Book 12. Chapter 74 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 74 1 राज्ञा पुरॊहितः कार्यॊ भवेद विद्वान बहुश्रुतः उभौ समीक्ष्य धर्मार्थाव अप्रमेयाव अनन्तरम 2...
Book 13. Chapter 69 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 69 1 [भ] अत्रैव कीर्त्यते सद्भिर बराह्मण सवाभिमर्शने नृगेण सुमहत कृच्छ्रं यद अवाप्तं कुरूद्वह 2...
Book 12. Chapter 256 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 256 1 [तुलाधार] सद्भिर वा यदि वासद्भिर अयं पन्थाः समाश्रितः परत्यक्षं करियतां साधु ततॊ जञास्यसि तद...
Book 12. Chapter 29 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 29 1 [वैषम्पायन] अव्याहरति कौन्तेये धर्मपुत्रे युधिष्ठिरे गुडाकेशॊ हृषीकेशम अभ्यभाषत पाण्डवः 2...
Book 1. Chapter 21 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 21 1 [सू] ततः कामगमः पक्षी महावीर्यॊ महाबलः मातुर अन्तिकम आगच्छत परं तीरं महॊदधेः 2 यत्र सा विनता...
Book 13. Chapter 129 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 129 1 [उमा] उक्तास तवया पृथग धर्माश चातुर्वर्ण्यहिताः शुभाः सर्वव्यापी तु यॊ धर्मॊ भगवंस तं बरवीहि...
Book 14. Chapter 35 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 35 1 [अर्जुन] बरह्म यत परमं वेद्यं तन मे वयाख्यातुम अर्हसि भवतॊ हि परसादेन सूक्ष्मे मे रमते मतिः 2 [वा]...
Book 3. Chapter 87 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 87 1 [धौम्य] अवन्तिषु परतीच्यां वै कीर्तयिष्यामि ते दिशि यानि तत्र पवित्राणि पुण्यान्य आयतनानि च 2...
Book 12. Chapter 348 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 348 1 [नाग] अथ बराह्मणरूपेण कं तं समनुपश्यसि मानुषं केवलं विप्रं देवं वाथ शुचिस्मिते 2 कॊ हि मां...
Book 3. Chapter 60 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 60 1 बृहदश्व उवाच अपक्रान्ते नले राजन दमयन्ती गतक्लमा अबुध्यत वरारॊहा संत्रस्ता विजने वने 2...
Book 2. Chapter 20 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 20 1 [ज] न समरेयं कदा वैरं कृतं युष्माभिर इत्य उत चिन्तयंश च न पश्यामि भवतां परति वैकृतम 2 वैकृते...
Book 5. Chapter 143 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 143 1 [कर्ण] राधेयॊ ऽहम आधिरथिः कर्णस तवाम अभिवादये पराप्ता किमर्थं बवती बरूहि किं करवाणि ते 2...
Book 12. Chapter 115 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 115 1 [य] विद्वान मूर्ख परगल्भेन मृदुस तीक्ष्णेन भारत आक्रुश्यमानः सदसि कथं कुर्याद अरिंदम 2 [भ]...
Book 1. Chapter 136 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 136 1 [वै] तांस तु दृष्ट्वा सुमनसः परिसंवत्सरॊषितान विश्वस्तान इव संलक्ष्य हर्षं चक्रे पुरॊचनः 2...
Book 7. Chapter 23 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 23 1 [धृ] वयथयेयुर इमे सेनां देवानाम अपि संयुगे आहवे ये नयवर्तन्त वृकॊदर मुखा रथाः 2 संप्रयुक्तः...
Book 3. Chapter 131 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 131 1 [षयेन] धर्मात्मानं तव आहुर एकं सर्वे राजन महीक्षितः स वै धर्मविरुद्धं तवं कस्मात कर्म...
Book 3. Chapter 295 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 295 1 [जनम] एवं हृतायां कृष्णायां पराप्य कलेशम अनुत्तमम परतिलभ्य ततः कृष्णां किम अकुर्वन्त...
Book 3. Chapter 99 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 99 1 [लॊमष] ततः सवज्री बलिभिर दैवतैर अभिरक्षितः आससाद ततॊ वृत्रं सथितम आवृत्य रॊदसी 2 कालकेयैर...
Book 9. Chapter 9 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 9 1 [स] तत पराभग्नं बलं दृष्ट्वा मद्रराजः परतापवान उवाच सारथिं तूर्णं चॊदयाश्वान महाजवान 2 एष...
Book 6. Chapter 63 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 63 1 [दुर] वासुदेवॊ महद भूतं सर्वलॊकेषु कथ्यते तस्यागमं परतिष्ठां च जञातुम इच्छे पितामह 2 [भस]...
Book 5. Chapter 85 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 85 1 [वि] राजन बहुमतश चासि तरैलॊक्यस्यापि सत्तमः संभावितश च लॊकस्य संमतश चासि भारत 2 यत तवम एवंगते...
Book 12. Chapter 248 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 248 1 [य] य इमे पृथिवीपालाः शेरते पृथिवीतले पृतना मध्य एते हि गतसत्त्वा महाबलाः 2 एकैकशॊ भीमबला...
Book 9. Chapter 25 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 25 1 [स] गजानीके हते तस्मिन पाण्डुपुत्रेण भारत वध्यमाने बले चैव भीमसेनेन संयुगे 2 चरन्तं च तथा...
Book 13. Chapter 77 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 77 1 [भ] एतस्मिन एव काले तु वसिष्ठम ऋषिसत्तमम इक्ष्वाकुवंशजॊ राजा सौदासॊ ददतां वरः 2 सर्वलॊकचरं...
Book 13. Chapter 137 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 137 1 [य] कां तु बराह्मण पूजायां वयुष्टिं दृष्ट्वा जनाधिप कं वा कर्मॊदयं मत्वा तान अर्चसि महामते 2 [भ]...
Book 8. Chapter 65 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 65 1 [स] तौ शङ्खभेरी निनदे समृद्धे; समीयतुः शवेतहयौ नराग्र्यौ वैकर्तनः सूतपुत्रॊ ऽरजुनश च;...
Book 12. Chapter 37 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 37 1 [वैषम्पायन] एवम उक्तॊ भगवता धर्मराजॊ युधिष्ठिरः चिन्तयित्वा मुहूर्तं तु परत्युवाच तपॊधनम 2...
Book 16. Chapter 9 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 16 Chapter 9 1 [वै] परविशन्न अर्जुनॊ राजन्न आश्रमं सत्यवादिनः ददर्शासीनम एकान्ते मुनिं सत्यवती सुतम 2 स तम...
Book 7. Chapter 144 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 144 1 [स] नकुलं रभसं युद्धे निघ्नन्तं वाहिनीं तव अभ्ययात सौबलः करुद्धस तिष्ठ तिष्ठेति चाब्रवीत 2...
Book 1. Chapter 128 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 128 1 [वै] ततः शिष्यान समानीय आचार्यार्थम अचॊदयत दरॊणः सर्वान अशेषेण दक्षिणार्थं महीपते 2...
Book 4. Chapter 22 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 22 1 [वै] तस्मिन काले समागम्य सर्वे तत्रास्य बान्धवाः रुरुदुः कीचकं दृष्ट्वा परिवार्य समन्ततः 2...
Book 5. Chapter 62 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 62 1 [दुर] सदृशानां मनुष्येषु सर्वेषां तुल्यजन्मनाम कथम एकान्ततस तेषां पार्थानां मन्यसे जयम 2...
Book 13. Chapter 90 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 90 1 [य] कीदृशेभ्यः परदातव्यं भवेच छराद्धं पितामह दविजेभ्यः कुरुशार्दूल तन मे वयाख्यातुम अर्हसि 2...
Book 3. Chapter 272 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 272 1 [मार्क] ततः शरुत्वा हतं संख्ये कुम्भकर्णं सहानुगम परहस्तं च महेष्वासं धूम्राक्षं चातितेजसम 2...
Book 6. Chapter 84 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 84 1 [स] भीष्मं तु समरे करुद्धं परतपन्तं समन्ततः न शेकुः पाण्डवा दरष्टुं तपन्तम इव भास्करम 2 ततः...
Book 12. Chapter 33 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 33 1 [युधिस्ठिर] हताः पुत्राश च पौत्राश च भरातरः पितरस तथा शवशुरा गुरवश चैव मातुलाः सपितामहाः 2...
Book 8. Chapter 61 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 61 1 [स] तत्राकरॊद दुष्करं राजपुत्रॊ; दुःशासनस तुमुले युध्यमानः चिच्छेद भीमस्य धनुः कषुरेण; षड्भिः...
Book 13. Chapter 133 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 133 1 [उ] किं शीलाः किं समाचाराः पुरुषाः कैश च कर्मभिः सवर्गं समभिपद्यन्ते संप्रदानेन केन वा 2 [म] दाता...
Book 7. Chapter 140 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 140 1 [स] वर्तमाने तथा रौद्रे रात्रियुद्धे विशां पते सर्वभूतक्षयकरे धर्मपुत्रॊ युधिष्ठिरः 2...
Book 5. Chapter 81 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 81 1 [अर्जुन] कुरूणाम अद्य सर्वेषां भवान सुहृद अनुत्तमः संबन्धी दयितॊ नित्यम उभयॊः पक्षयॊर अपि 2...
Book 13. Chapter 73 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 73 1 [इन्द्र] जानन यॊ गाम अपहरेद विक्रीयाद वार्थ कारणात एतद विज्ञातुम इच्छामि का नु तस्य गतिर भवेत 2...
Book 9. Chapter 21 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 21 1 [स] पुत्रस तु ते महाराज रथस्थॊ रथिनां वरः दुरुत्सहॊ बभौ युद्धे यथा रुद्रः परतापवान 2 तस्य...
Book 3. Chapter 291 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 291 1 [वै] सा तु कन्या बहुविधं बरुवन्ती मधुरं वचः अनुनेतुं सहस्रांशुं न शशाक मनस्विनी 2 न शशाक यदा...
Book 6. Chapter 67 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 67 1 [स] दृष्ट्वा भीष्मेण संसक्तान भरातॄन अन्यांश च पार्थिवान तम अभ्यधावद गाङ्गेयम उद्यतास्त्रॊ...
Book 7. Chapter 27 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 27 1 [स] यियासतस ततः कृष्णः पार्थस्याश्वान मनॊजवान अप्रैषीद धेमसंछन्नान दरॊणानीकाय पाण्डुरान 2 तं...
Book 3. Chapter 135 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 135 1 [लॊम] एषा मधुविला राजन समङ्गा संप्रकाशते एतत कर्दमिलं नाम भरतस्याभिसेचनम 2 अलक्ष्म्या किल...
Book 5. Chapter 159 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 159 1 [स] उलूकस तव अर्जुनं भूयॊ यथॊक्तं वाक्यम अब्रवीत आशीविषम इव करुद्धं तुदन वाक्यशलाकया 2 तस्य तद...
Book 3. Chapter 276 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 276 1 [मार्क] एवम एतन महाबाहॊ रामेणामिततेजसा पराप्तं वयसनम अत्युग्रं वनवास कृतं पुरा 2 मा शुचः...
Book 6. Chapter 80 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 80 1 [स] ततॊ युधिष्ठिरॊ राजा मध्यं पराप्ते दिवाकरे शरुतायुषम अभिप्रेक्ष्य चॊदयाम आस वाजिनः 2...
Book 12. Chapter 352 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 352 1 [बराह्मण] आश्चर्यं नात्र संदेहः सुप्रीतॊ ऽसमि भुजंगम अन्वर्थॊपगतैर वाक्यैः पन्थानं चास्मि...
Book 5. Chapter 66 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 66 1 [स] अर्जुनॊ वासुदेवश च धन्विनौ परमार्चितौ कामाद अन्यत्र संभूतौ सर्वाभावाय संमितौ 2 दयाम अन्तरं...
Book 13. Chapter 94 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 94 1 [य] बराह्मणेभ्यः परयच्छन्ति दानानि विविधानि च दातृप्रतिग्रहीत्रॊर वा कॊ विशेषः पितामह 2 [भ]...
Book 4. Chapter 26 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 26 1 [वै] अथाब्रवीन महावीर्यॊ दरॊणस तत्त्वार्थ दर्शिवान न तादृशा विनश्यन्ति नापि यान्ति पराभवम 2...
Book 6. Chapter 79 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 79 1 [धृ] बहूनीह विचित्राणि दवैरथानि सम संजय पाण्डूनां मामकैः सार्धम अश्रौषं तव जल्पतः 2 न चैव मामकं...
Book 3. Chapter 83 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 83 1 [पुलस्त्य] अथ संध्यां समासाद्य संवेद्यं तीर्थम उत्तमम उपस्पृश्य नरॊ विद्वान भवेन नास्त्य अत्र...
Book 14. Chapter 31 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 31 1 [बर] तरयॊ वै रिपवॊ लॊके नव वै गुणतः समृताः हर्षः सतम्भॊ ऽभिमानश च तरयस ते सात्त्विका गुणाः 2 शॊकः...
Book 7. Chapter 39 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 39 1 [स] शरविक्षतगात्रस तु परत्यमित्रम अवस्थितम अभिमन्युः समयन धीमान दुःशासनम अथाब्रवीत 2 दिष्ट्या...
Book 13. Chapter 8 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 8 1 [य] के पूज्याः के नमः कार्याः कान नमस्यसि भारत एतन मे सर्वम आचक्ष्व येषां सपृहयसे नृप 2 उत्तमापद...
Book 1. Chapter 25 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 25 1 [सू] तस्य कण्ठम अनुप्राप्तॊ बराह्मणः सह भार्यया दहन दीप्त इवाङ्गारस तम उवाचान्तरिक्षगः 2...
Book 12. Chapter 252 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 252 1 [य] सूक्ष्मं साधु समादिष्टं भवता धर्मलक्षणम परतिभा तव अस्ति मे का चित तां बरूयाम अनुमानतः 2...
Book 5. Chapter 78 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 78 1 [नकुल] उक्तं बहुविधं वाक्यं धर्मराजेन माधव धर्मज्ञेन वदान्येन धर्मयुक्तं च तत्त्वतः 2 मतम...
Book 12. Chapter 111 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 111 1 [य] कलिश्यमानेषु भूतेषु तैस तैर भावैस ततस ततः दुर्गाण्य अतितरेद येन तन मे बरूहि पितामह 2 [भ]...
Book 4. Chapter 38 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 38 1 [वै] तां शमीम उपसंगम्य पार्थॊ वैराटिम अब्रवीत सुकुमारं समाज्ञातं संग्रामे नातिकॊविदम 2...
Book 12. Book 12 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT PARALLEL DEVANAGARI AND ROMANIZATION BOOK 12 IMPORTANT NOTE: This etext uses Unicode extensively. You will need to make sure that your browser is set up to view Unicode properly. For more information, read the Unicode page. Chapter 1 Chapter 2 Chapter 3 Chapter 4 Chapter...
Book 1. Chapter 132 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 132 1 [वै] एवम उक्तेषु राज्ञा तु पाण्डवेषु महात्मसु दुर्यॊधनः परं हर्षम आजगाम दुरात्मवान 2 स पुरॊचनम...
Book 2. Chapter 24 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 24 1 [वै] तं विजित्य महाबाहुः कुन्तीपुत्रॊ धनंजयः परययाव उत्तरां तस्माद दिशं धनद पालितम 2 अन्तर...
Book 5. Chapter 147 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 147 1 [वासु] एवम उक्ते तु गान्धार्या धृतराष्ट्रॊ जनेश्वरः दुर्यॊधनम उवाचेदं नृपमध्ये जनाधिप 2...
Book 3. Chapter 268 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 268 1 [मार्क] परभूतान्नॊदके तस्मिन बहुमूलफले वने सेनां निवेश्य काकुत्स्थॊ विधिवत पर्यरक्षत 2 रावणश...
Book 3. Chapter 64 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 64 1 बृहदश्व उवाच तस्मिन्न अन्तर्हिते नागे परययौ नैषधॊ नलः ऋतुपर्णस्य नगरं पराविशद दशमे ऽहनि 2 स...
Book 3. Chapter 191 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 191 1 [वै] मार्कण्डेयम ऋषयः पाण्डवाश च पर्यपृच्छन अस्ति कश चिद भवतश चिरजाततरेति 2 स तान उवाच अस्ति खलु...
Book 7. Chapter 83 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 83 1 [स] दरौपदेयान महेष्वासान सौमदत्तिर महायशाः एकैकं पञ्चभिर विद्ध्वा पुनर विव्याध सप्तभिः 2 ते...
Book 12. Chapter 311 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 311 1 [भी] स लब्ध्वा परमं देवाद वरं सत्यवती सुतः अरणीं तव अथ संगृह्य ममन्थाग्निचिकीर्षया 2 अथ रूपं...
Book 3. Chapter 7 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 7 1 [व] गते तु विदुरे राजन्न आश्रमं पाण्डवान परति धृतराष्ट्रॊ महाप्राज्ञः पर्यतप्यत भारत 2 स सभा...
Book 3. Chapter 235 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 235 1 [वै] ततॊ ऽरजुनश चित्रसेनं परहसन्न इदम अब्रवीत मध्ये गन्धर्वसैन्यानां महेष्वासॊ महाद्युतिः 2...
Book 3. Chapter 39 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 39 1 [ज] भगवञ शरॊतुम इच्छामि पार्थस्याक्लिष्ट कर्मणः विस्तरेण कथाम एतां यथास्त्राण्य उपलब्धवान 2...
Book 5. Chapter 25 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 25 1 [य] समागताः पाण्डवाः सृञ्जयाश च; जनार्दनॊ युयुधानॊ विराटः यत ते वाक्यं धृतराष्ट्रानुशिष्टं;...
Book 4. Chapter 65 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 65 1 [वै] ततस तृतीये दिवसे भरातरः पञ्च पाण्डवाः सनाताः शुक्लाम्बर धराः समये चरितव्रताः 2 युधिष्ठिरं...
Book 12. Chapter 97 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 97 1 नाधर्मेण महीं जेतुं लिप्सेत जगतीपतिः अधर्मविजयं लब्ध्वा कॊ ऽनुमन्येत भूमिपः 2 अधर्मयुक्तॊ...
Book 7. Chapter 103 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 103 1 [स] तम उत्तीर्णं रथानीकात तमसॊ भास्करं यथा दिधारयिषुर आचार्यः शरवर्षैर अवाकिरत 2 पिबन्न इव...
Book 1. Chapter 78 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 78 1 [व] शरुत्वा कुमारं जातं तु देव यानी शुचिस्मिता चिन्तयाम आस दुःखार्ता शर्मिष्ठां परति भारत 2...
Book 1. Chapter 188 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 188 1 [वै] ततस ते पाण्डवाः सर्वे पाञ्चाल्यश च महायशाः परत्युत्थाय महात्मानं कृष्णं...
Book 12. Chapter 70 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 70 1 दण्डनीतिश च राजा च समस्तौ ताव उभाव अपि तस्य किं कुर्वतः सिद्ध्यै तन मे बरूहि पिता मह 2 महाभाग्यं...
Book 8. Chapter 22 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 22 1 [धृ] सवेनच छन्देन नः सर्वान नावधीद वयक्तम अर्जुनः न हय अस्या समरे मुच्येतान्तकॊ ऽपय आततायिनः 2...
Book 13. Chapter 30 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 30 1 [भ] एवम उक्तॊ मतङ्गस तु भृशं शॊकपरायणः अतिष्ठत गयां गत्वा सॊ ऽङगुष्ठेन शतं समाः 2 सुदुष्करं वहन...
Book 9. Chapter 62 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 62 1 [ज] किमर्थं राजशार्दूलॊ धर्मराजॊ युधिष्ठिरः गान्धार्याः परेषयाम आस वासुदेवं परंतपम 2 यदा...
Book 6. Chapter 24 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 24 1 संजय उवाच तं तथा कृपयाविष्टम अश्रुपूर्णाकुलेक्षणम विषीदन्तम इदं वाक्यम उवाच मधुसूदनः 2...
Book 3. Chapter 176 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 176 1 [वै] स भीमसेनस तेजस्वी तथा सर्पवशं गतः चिन्तयाम आस सर्पस्य वीर्यम अत्यद्भुतं महत 2 उवाच च...
Book 7. Chapter 64 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 64 1 [स] ततॊ वयूढेष्व अनीकेषु समुत्क्रुष्टेषु मारिष ताड्यमानासु भेरीषु मृदङ्गेषु नदत्सु च 2...
Book 6. Chapter 2 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 2 1 [व] ततः पूर्वापरे संध्ये समीक्ष्य भगवान ऋषिः सर्ववेद विदां शरेष्ठॊ वयासः सत्यवती सुतः 2...
Book 12. Chapter 89 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 89 1 यदा राजा समर्थॊ ऽपि कॊशार्थी सयान महामते कथं परवर्तेत तदा तन मे बरूहि पिता मह 2 यथादेशं यथाकालम...
Book 1. Chapter 171 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 171 1 [आुर्व] उक्तवान अस्मि यां करॊधात परतिज्ञां पितरस तदा सर्वलॊकविनाशाय न सा मे वितथा भवेत 2 वृथा...
Book 1. Chapter 81 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 81 1 [व] एवं स नाहुषॊ राजा ययातिः पुत्रम ईप्सितम राज्ये ऽभिषिच्य मुदितॊ वानप्रस्थॊ ऽभवन मुनिः 2...
Book 12. Chapter 152 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 152 1 [य] पापस्य यद अधिष्ठानं यतः पापं परवर्तते एतद इच्छाम्य अहं जञातुं तत्त्वेन भरतर्षभ 2 [भ] पापस्य...
Book 5. Chapter 104 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 104 1 [ज] अनर्थे जातनिर्बन्धं परार्थे लॊभमॊहितम अनार्यकेष्व अभिरतं मरणे कृतनिश्चयम 2 जञातीनां...
Book 14. Chapter 95 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 95 1 [ज] धर्मागतेन तयागेन भगवन सर्वम अस्ति चेत एतन मे सर्वम आचक्ष्व कुशलॊ हय असि भाषितुम 2...
Book 2. Chapter 67 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 67 1 वैशंपायन उवाच ततॊ वयध्वगतं पार्थं परातिकामी युधिष्ठिरम उवाच वचनाद राज्ञॊ धृतराष्ट्रस्य...
Book 3. Chapter 27 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 27 1 [वै] वसत्स्व अथ दवैतवने पाण्डवेषु महात्मसु अनुकीर्णं महारण्यं बराह्मणैः समपद्यत 2 ईर्यमाणेन...
Book 15. Chapter 32 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 15 Chapter 32 1 [वै] स तैः सह नरव्याघ्रैर भरातृभिर भरतर्षभ राजा रुचिरपद्माक्षैर आसां चक्रे तदाश्रमे 2 तापसैश च...
Book 14. Chapter 72 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 72 1 [व] दीक्षा काले तु संप्राप्ते ततस ते सुमहर्त्विजः विधिवद दीक्षयाम आसुर अश्वमेधाय पार्थिवम 2...
Book 3. Chapter 168 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 168 1 [अर्ज] ततॊ ऽशमवर्षं सुमहत परादुरासीत समन्ततः नगमात्रैर महाघॊरैस तन मां दृढम अपीडयत 2 तद अहं...
Book 1. Chapter 66 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 66 1 [षक] एवम उक्तस तया शक्रः संदिदेश सदागतिम परातिष्ठत तदा काले मेनका वायुना सह 2 अथापश्यद वरारॊहा...
Book 1. Chapter 196 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 196 1 [दरॊण] मन्त्राय समुपानीतैर धृतराष्ट्र हितैर नृप धर्म्यं पथ्यं यशस्यं च वाच्यम इत्य...
Book 12. Chapter 211 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 211 1 [य] केन वृत्तेन वृत्तज्ञॊ जनकॊ मिथिलाधिपः जगाम मॊक्षं धर्मज्ञॊ भॊगान उत्सृज्य मानुषान 2 [भी]...
Book 5. Chapter 1 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 1 1 [व] कृत्वा विवाहं तु कुरुप्रवीरास; तदाभिमन्यॊर मुदितस्वपक्षाः विश्रम्य चत्वार्य उषसः परतीताः;...
Book 15. Chapter 24 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 15 Chapter 24 1 [वै] कुन्त्यास तु वचनं शरुत्वा पण्डवा राजसत्त्नम वरीडिताः संन्यवर्तन्त पाञ्चाल्या...
Book 14. Chapter 64 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 64 1 [बराह्मणाह] करियताम उपहारॊ ऽदय तर्यम्बकस्य महात्मनः कृत्वॊपहारं नृपते ततः सवार्थे यतामहे 2 [व]...
Book 12. Chapter 78 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 78 1 केषां राजा परभवति वित्तस्य भरतर्षभ कया च वृत्त्या वर्तेत तन मे बरूहि पिता मह 2 अब्राह्मणानां...
Book 1. Chapter 180 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 180 1 [वै] तस्मै दित्सति कन्यां तु बराह्मणाय महात्मने कॊप आसीन महीपानाम आलॊक्यान्यॊन्यम अन्तिकात 2...
Book 1. Chapter 70 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 70 1 [व] परजापतेस तु दक्षस्य मनॊर वैवस्वतस्य च भरतस्य कुरॊः पूरॊर अजमीढस्य चान्वये 2 यादवानाम इमं...
Book 12. Chapter 207 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 207 1 [गुरु] अत्रॊपायं परवक्ष्यामि यथावच छास्त्र चक्षुषा तद विज्ञानाच चरन पराज्ञः पराप्नुयात...
Book 1. Chapter 224 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 224 1 [वै] मन्दपालॊ ऽपि कौरव्य चिन्तयानः सुतांस तदा उक्तवान अप्य अशीतांशुं नैव स सम न तप्यते 2 स...
Book 13. Chapter 38 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 38 1 [य] सत्रीणां सवभावम इच्छामि शरॊतुं भरतसत्तम सत्रियॊ हि मूलं दॊषाणां लघु चित्ताः पितामह 2 [भ]...
Book 1. Chapter 97 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 97 1 [व] ततः सत्यवती दीना कृपणा पुत्रगृद्धिनी पुत्रस्य कृत्वा कार्याणि सनुषाभ्यां सह भारत 2 धर्मं च...
Book 1. Chapter 167 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 167 1 [ग] ततॊ दृष्ट्वाश्रमपदं रहितं तैः सुतैर मुनिः निर्जगाम सुदुःखार्तः पुनर एवाश्रमात ततः 2 सॊ...
Book 12. Chapter 144 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 144 1 [भ] ततॊ गते शाकुनिके कपॊती पराह दुःखिता संस्मृत्य भर्तारम अथॊ रुदती शॊकमूर्छिता 2 नाहं ते...
Book 5. Chapter 112 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 112 1 [न] अथाह गालवं दीनं सुपर्णः पततां वरः निर्मितं वह्निना भूमौ वायुना वैधितं तथा यस्माद धिरण्मयं...
Book 14. Chapter 83 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 83 1 [व] स तु वाजी समुद्रान्तां पर्येत्य पृथिवीम इमाम निवृत्तॊ ऽभिमुखॊ राजन्येन नागाह्वयं पुरम 2...
Book 2. Chapter 71 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 71 1 [ध] कथं गच्छति कौन्तेयॊ धर्मराजॊ युधिष्ठिरः भीमसेनः सव्यसाची माद्रीपुत्रौ च ताव उभौ 2 धौम्यश...
Book 3. Chapter 199 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 199 1 [मार्क] स तु विप्रम अथॊवाच धर्मव्याधॊ युधिष्ठिर यद अहं हय आचरे कर्म घॊरम एतद असंशयम 2 विधिस तु...
Book 3. Chapter 31 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 31 1 [दरौ] नमॊ धात्रे विधात्रे च यौ मॊहं चक्रतुस तव पितृपैतामहे वृत्ते वॊढव्ये ते ऽनयथा मतिः 2 नेह...
Book 12. Chapter 319 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 319 1 [भी] गिरिपृष्ठं समारुह्य सुतॊ वयासस्य भारत समे देशे विविक्ते च निःशलाक उपाविशत 2 धारयाम आस...
Book 7. Chapter 115 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 115 1 [धृ] अहन्य अहनि मे दीप्तं यशः पतति संजय हता मे बहवॊ यॊधा मन्ये कालस्य पर्ययम 2 धनंजयस तु...
Book 8. Chapter 34 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 34 1 [स] तान अभिद्रवतॊ दृष्ट्वा पाण्डवांस तावकं बलम करॊशतस तव पुत्रस्य न सम राजन नयवर्तत 2 ततः पक्षात...
Book 12. Chapter 66 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 66 1 शरुता मे कथिताः पूर्वैश चत्वारॊ मानवाश्रमाः वयाख्यानम एषाम आचक्ष्व पृच्छतॊ मे पिता मह 2...
Book 5. Chapter 9 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 9 1 [य] कथम इन्द्रेण राजेन्द्र सभार्येण महात्मना दुःखं पराप्तं परं घॊरम एतद इच्छामि वेदितुम 2 [ष]...
Book 13. Chapter 26 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 26 1 [य] तीर्थानां दर्शनं शरेयः सनानं च भरतर्षभ शरवणं च महाप्राज्ञ शरॊतुम इच्छामि तत्त्वतः 2...
Book 12. Chapter 219 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 219 1 [भी] अत्रैवॊदाहरन्तीमम इतिहासं पुरातनम शतक्रतॊश च संवादं नमुचेश च युधिष्ठिर 2 शरिया विहीनम...
Book 6. Chapter 32 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 32 1 शरीभगवान उवाच भूय एव महाबाहॊ शृणु मे परमं वचः यत ते ऽहं परीयमाणाय वक्ष्यामि हितकाम्यया 2 न मे...
Book 3. Chapter 160 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 160 1 [वै] ततः सूर्यॊदये धौम्यः कृत्वाह्निकम अरिंदम आर्ष्टिषेणेन सहितः पाण्डवान अभ्यवर्तत 2 ते...
Book 7. Chapter 72 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 72 1 [स] तथा तस्मिन परवृत्ते तु संग्रामे लॊमहर्षणे कौरवेयांस तरिधा भूतान पाण्डवाः समुपाद्रवन 2...
Book 3. Chapter 187 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 187 1 [देव] कामं देवापि मां विप्र न विजानन्ति तत्त्वतः तवत परीत्या तु परवक्ष्यामि यथेदं विसृजाम्य...
Book 7. Chapter 95 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 95 1 [स] ततः स सात्यकिर धीमान महात्मा वृष्णिपुंगवः सुदर्शनं निहत्याजौ यन्तारम इदम अब्रवीत 2...
Book 12. Chapter 307 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 307 1 [य] ऐश्वर्यं वा महत पराप्य धनं वा भरतर्षभ दीर्घम आयुर अवाप्याथ कथं मृत्युम अतिक्रमेत 2 तपसा वा...
Book 3. Chapter 223 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 223 1 [दरौ] इमं तु ते मार्गम अपेतदॊषं; वक्ष्यामि चित्तग्रहणाय भर्तुः यस्मिन यथावत सखिवर्तमाना;...
Book 5. Chapter 33 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 33 1 [व] दवाःस्थं पराह महाप्राज्ञॊ धृतराष्ट्रॊ महीपतिः विदुरं दरष्टुम इच्छामि तम इहानय माचिरम 2...
Book 1. Chapter 89 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 89 1 [ज] भगवञ शरॊतुम इच्छामि पूरॊर वंशकरान नृपान यद वीर्या यादृशाश चैव यावन्तॊ यत पराक्रमाः 2 न हय...
Book 1. Chapter 179 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 179 1 [वै] यदा निवृत्ता राजानॊ धनुषः सज्य कर्मणि अथॊदतिष्ठद विप्राणां मध्याज जिष्णुर उदारधीः 2...
Book 12. Chapter 81 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 81 1 यद अप्य अल्पतरं कर्म तद अप्य एकेन दुष्करम पुरुषेणासहायेन किम उ राज्यं पिता मह 2 किं शीलः किं...
Book 12. Chapter 107 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 107 1 [र] न निकृत्या न दम्भेन बरह्मन्न इच्छामि जीवितुम नाधर्मयुक्तानीच्छेयम अर्थान सुमहतॊ ऽपय अहम 2...
Book 15. Chapter 6 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 15 Chapter 6 1 [य] न मां परीणयते राज्यं तवय्य एवं दुःखिते नृप धिन माम अस्तु सुदुर्बुद्धिं राज्यसक्तं परमादिनम...
Book 1. Chapter 124 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 124 1 [वै] कृतास्त्रान धार्तराष्ट्रांश च पाण्डुपुत्रांश च भारत दृष्ट्वा दरॊणॊ ऽबरवीद राजन...
Book 2. Chapter 32 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 32 1 [व] पिता महं गुरुं चैव परत्युद्गम्य युधिष्ठिरः अभिवाद्य ततॊ राजन्न इदं वचनम अब्रवीत भीष्मं...
Book 5. Chapter 151 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 151 1 [व] वासुदेवस्य तद वाक्यम अनुस्मृत्य युधिष्ठिरः पुनः पप्रच्छ वार्ष्णेयं कथं मन्दॊ ऽबरवीद इदम 2...
Book 6. Chapter 88 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 88 1 [स] ततस तद बाणवर्षं तु दुःसहं दानवैर अपि दधार युधि राजेन्द्रॊ यथा वर्षं महाद्विपः 2 ततः...
Book 3. Chapter 72 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 72 1 दमयन्त्य उवाच गच्छ केशिनि जानीहि क एष रथवाहकः उपविष्टॊ रथॊपस्थे विकृतॊ हरस्वबाहुकः 2 अभ्येत्य...
Book 9. Chapter 5 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 5 1 [स] अथ हैमवते परस्थे सथित्वा युद्धाभिनन्दिनः सर्व एव महाराज यॊधास तत्र समागताः 2 शल्यश च...
Book 3. Chapter 299 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 299 1 [वै] धर्मेण ते ऽभयनुज्ञाताः पाण्डवाः सत्यविक्रमाः अज्ञातवासं वत्स्यन्तश छन्ना वर्षं तरयॊदशम...
Book 3. Chapter 95 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 95 1 [ल] यदा तव अमन्यतागस्त्यॊ गार्हस्थ्ये तां कषमाम इति तदाभिगम्य परॊवाच वैदर्भं पृथिवीपतिम 2 राजन...
Book 14. Chapter 27 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 27 1 [बर] संकल्पदंश मशकं शॊकहर्षहिमातपम मॊहान्ध कारतिमिरं लॊभव्याल सरीसृपम 2 विषयैकात्ययाध्वानं...
Book 7. Chapter 148 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 148 1 [स] ततः कर्णॊ रणे दृष्ट्वा पार्षतं परवीरहा आजघानॊरसि शरैर दशभिर मर्मभेदिभिः 2 परतिविव्याध तं...
Book 1. Chapter 33 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 33 1 [स] मातुः सकाशात तं शापं शरुत्वा पन्नगसत्तमः वासुकिश चिन्तयाम आस शापॊ ऽयं न भवेत कथम 2 ततः स...
Book 8. Chapter 69 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 69 1 [स] तथा निपातिते कर्णे तव सैन्ये च विद्रुते आश्लिष्य पार्थं दाशार्हॊ हर्षाद वचनम अब्रवीत 2 हतॊ...
Book 16. Chapter 5 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 16 Chapter 5 1 [वै] ततॊ ययुर दारुकः केशवश च; बभ्रुश च रामस्य पदं पतन्तः अथापश्यन रामम अनन्तवीर्यं; वृक्षे सथितं...
Book 9. Chapter 29 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 29 1 [धृ] हतेषु सर्वसैन्येषु पाण्डुपुत्रै रणाजिरे मम सैन्यावशिष्टास ते किम अकुर्वत संजय 2 कृतवर्मा...
Book 5. Chapter 89 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 89 1 [व] पृथाम आमन्त्र्य गॊविन्दः कृत्वा चापि परदक्षिणम दुर्यॊधन गृहं शौरिर अभ्यगच्छद अरिंदमः 2...
Book 12. Chapter 244 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 244 1 [वयास] दवन्द्वानि मॊक्षजिज्ञासुर अर्थधर्माव अनुष्ठितः वक्त्रा गुणवता शिष्यः शराव्यः पूर्वम...
Book 10. Chapter 3 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 10 Chapter 3 1 [स] कृपस्य वचनं शरुत्वा धर्मार्थसहितं शुभम अश्वत्थामा महाराज दुःखशॊकसमन्वितः 2 दह्यमानस तु...
Book 11. Chapter 24 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 11 Chapter 24 1 [ग] सॊमदत्तसुतं पश्य युयुधानेन पातितम वितुद्यमानं विहगैर बहुभिर माधवान्तिके 2...
Book 3. Chapter 260 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 260 1 [मार्क] ततॊ बरह्मर्षयः सिद्धा देवराजर्षयस तथा हव्यवाहं पुरस्कृत्य बराह्मणं शरणं गताः 2 [अग्नि]...
Book 6. Chapter 96 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 96 1 [स] अभिमन्यू रथॊदारः पिशंगैस तुरगॊत्तमैः अभिदुद्राव तेजस्वी दुर्यॊधन बलं महत विकिरञ...
Book 12. Chapter 344 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 344 1 [बराह्मण] अतिभारॊद्यतस्यैव भारापनयनं महत पराश्वास करं वाक्यम इदं मे भवतः शरुतम 2...
Book 5. Chapter 70 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 70 1 [व] संजये परतियाते तु धर्मराजॊ युधिष्ठिरः अभ्यभाषत दाशार्हम ऋषभं सर्वसात्वताम 2 अयं स कालः...
Book 13. Chapter 82 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 82 1 [भ] ये च गाः संप्रयच्छन्ति हुतशिष्टाशिनश च ये तेषां सत्राणि यज्ञाश च नित्यम एव युधिष्ठिर 2 ऋते...
Book 4. Chapter 30 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 30 1 [वै] ततस तेषां महाराज तत्रैवामित तेजसाम छद्म लिङ्गप्रविष्टानां पाण्डवानां महात्मनाम 2 वयतीतः...
Book 12. Chapter 119 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 119 1 [भ] एवं शुना समान भृत्यान सवस्थाने यॊ नराधिपः नियॊजयति कृत्येषु स राज्यफलम अश्नुते 2 न शवा...
Book 12. Chapter 25 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 25 1 [वैषम्पायन] पुनर एव महर्षिस तं कृष्णद्वैपायनॊ ऽबरवीत अजातशत्रुं कौन्तेयम इदं वचनम अर्थवत 2...
Book 13. Chapter 125 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 125 1 [य] साम्ना वापि परदाने वा जयायः किं भवतॊ मतम परब्रूहि भरतश्रेष्ठ यद अत्र वयतिरिच्यते 2 [भ] साम्ना...
Book 7. Chapter 156 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 156 1 [अर्ज] कथम अस्मद्धितार्थं ते कैश च यॊगैर जनार्दन जरासंधप्रभृतयॊ घातिताः पृथिवीष्वराः 2 [वासु]...
Book 5. Chapter 97 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 97 1 [नारद] एतत तु नागलॊकस्य नाभिस्थाने सथितं पुरम पातालम इति विख्यातं दैत्यदानव सेवितम 2 इदम अद्भिः...
Book 9. Chapter 37 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 37 1 [ज] सप्त सारस्वतं कस्मात कश च मङ्कणकॊ मुनिः कथं सिद्धश च भगवान कश चास्य नियमॊ ऽभवत 2 कस्य वंशे...
Book 13. Chapter 65 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 65 1 [य] दह्यमानाय विप्राय यः परयच्छत्य उपानहौ यत फलं तस्य भवति तन मे बरूहि पितामह 2 [भ] उपानहौ...
Book 3. Chapter 287 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 287 1 [जनम] किं तद गुह्यं न चाख्यातं कर्णायेहॊष्ण रश्मिना कीदृशे कुण्डले ते च कवचं चैव कीदृशम 2 कुतश च...
Book 6. Chapter 71 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 71 1 [स] विहृत्य च ततॊ राजन सहिताः कुरुपाण्डवाः वयतीतायां तु शर्वर्यां पुनर युद्धाय निर्ययुः 2 तत्र...
Book 7. Chapter 31 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 31 1 [स] परतिघातं तु सैन्यस्य नामृष्यत वृकॊदरः सॊ ऽभिनद बाह्लिकं षष्ट्या कर्णं च दशभिः शरैः 2 तस्य...
Book 14. Chapter 39 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 39 1 [बर] नैव शक्या गुणा वक्तुं पृथक्त्वेनेह सर्वशः अविच्छिन्नानि दृश्यन्ते रजः सत्त्वं तमस तथा 2...
Book 3. Chapter 123 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 123 1 [ल] कस्य चित तव अथ कालस्य सुराणाम अश्विनौ नृप कृताभिषेकां विवृतां सुकन्यां ताम अपश्यताम 2 तां...
Book 4. Chapter 34 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 34 1 [उत्तर] अद्याहम अनुगच्छेयं दृढधन्वा गवां पदम यदि मे सारथिः कश चिद भवेद अश्वेषु कॊविदः 2 तम एव...
Book 5. Chapter 74 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 74 1 [व] तथॊक्तॊ वासुदेवेन नित्यमन्युर अमर्षणः सदश्ववत समाधावद बभाषे तदनन्तरम 2 अन्यथा मां...
Book 13. Chapter 86 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 86 1 [य] उक्ताः पितामहेनेह सुवर्णस्य विधानतः विस्तरेण परदानस्य ये गुणाः शरुतिलक्षणाः 2 यत तु कारणम...
Book 3. Chapter 264 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 264 1 [मार्क] ततॊ ऽविदूरे नलिनीं परभूतकमलॊत्पलाम सीताहरणदुःखार्तः पम्पां रामः समासदत 2 मारुतेन...
Book 3. Chapter 68 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 68 1 बृहदश्व उवाच अथ दीर्घस्य कालस्य पर्णादॊ नाम वै दविजः परत्येत्य नगरं भैमीम इदं वचनम अब्रवीत 2...
Book 12. Chapter 340 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 340 1 [य] धर्माः पितामहेनॊक्ता मॊक्षधर्माश्रिताः शुभाः धर्मम आश्रमिणां शरेष्ठं वक्तुम अर्हति मे...
Book 6. Chapter 92 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 92 1 [स] पुत्रं तु निहतं शरुत्वा इरावन्तं धनंजयः दुःखेन महताविष्टॊ निःश्वसन पन्नगॊ यथा 2 अब्रवीत...
Book 10. Chapter 7 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 10 Chapter 7 1 [स] स एवं चिन्तयित्वा तु दरॊणपुत्रॊ विशां पते अवतीर्य रथॊपस्थाद दध्यौ संप्रयतः सथितः 2 [द] उग्रं...
Book 11. Chapter 20 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 11 Chapter 20 1 [ग] अध्यर्धगुणम आहुर यं बले शौर्ये च माधव पित्रा तवया च दाशार्ह दृप्तं सिंहम इवॊत्कटम 2 यॊ बिभेद...
Book 2. Chapter 28 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 28 1 [व] तथैव सहदेवॊ ऽपि धर्मराजेन पूजितः महत्या सेनया सार्धं परययौ दक्षिणां दिशम 2 स शूरसेनान...
Book 13. Chapter 4 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 4 1 [भ] शरूयतां पार्थ तत्त्वेन विश्वामित्रॊ यथा पुरा बराह्मणत्वं गतस तात बरह्मर्षित्वं तथैव च 2...
Book 7. Chapter 35 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 35 1 [स] सौभद्रस तु वचः शरुत्वा धर्मराजस्य धीमतः अचॊदयत यन्तारं दरॊणानीकाय भारत 2 तेन संचॊद्यमानस तु...
Book 3. Chapter 127 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 127 1 [य] कथंवीर्यः स राजाभूत सॊमकॊ वदतां वर कर्माण्य अस्य परभावं च शरॊतुम इच्छामि तत्त्वतः 2 [ल]...
Book 3. Chapter 283 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 283 1 कृतपूर्वाह्णिकाः सर्वे समेयुस ते तपॊधनाः 2 तद एव सर्वं सावित्र्या महाभाग्यं महर्षयः...
Book 6. Chapter 75 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 75 1 [स] ततॊ दुर्यॊधनॊ राजा लॊहितायति भास्करे संग्रामरभसॊ भीमं हन्तुकामॊ ऽभयधावत 2 तम आयान्तम...
Book 5. Chapter 93 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 93 1 [व] तेष्व आसीनेषु सर्वेषु तूष्णींभूतेषु राजसु वाक्यम अभ्याददे कृष्णः सुदंष्ट्रॊ...
Book 3. Book 3 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT PARALLEL DEVANAGARI AND ROMANIZATION BOOK 3 IMPORTANT NOTE: This etext uses Unicode extensively. You will need to make sure that your browser is set up to view Unicode properly. For more information, read the Unicode page. Chapter 1 Chapter 2 Chapter 3 Chapter 4 Chapter...
Book 13. Chapter 61 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 61 1 [य] इदं देयम इदं देयम इतीयं शरुतिचॊदना बहु देयाश च राजानः किं सविद देयम अनुत्तमम 2 [भ] अति दानानि...
Book 9. Chapter 33 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 33 1 [स] तस्मिन युद्धे महाराज संप्रवृत्ते सुदारुणे उपविष्टेषु सर्वेषु पाण्डवेषु महात्मसु 2 ततस...
Book 1. Chapter 29 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 29 1 [स] जाम्बूनदमयॊ भूत्वा मरीचिविकचॊज्ज्वलः परविवेश बलात पक्षी वारिवेग इवार्णवम 2 सचक्रं कषुर...
Book 13. Chapter 121 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 121 1 [य] विद्या तपश च दानं च किम एतेषां विशिष्यते पृच्छामि तवा सतां शरेष्ठ तन मे बरूहि पितामह 2 [भ]...
Book 12. Chapter 21 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 21 1 [देवस्थान] अत्रैवॊदाहरन्तीमम इतिहासं पुरातनम इन्द्रेण समये पृष्टॊ यद उवाच बृहस्पतिः 2 संतॊषॊ...
Book 7. Chapter 152 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 152 1 [स] तम आगतम अभिप्रेक्ष्य भीमकर्माणम आहवे हर्षम आहारयां चक्रुः कुरवः सर्व एव ते 2 तथैव तव पुत्रास...
Book 3. Chapter 76 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 76 1 बृहदश्व उवाच अथ तां वयुषितॊ रात्रिं नलॊ राजा सवलंकृतः वैदर्भ्या सहितः काल्यं ददर्श वसुधाधिपम...
Book 2. Chapter 36 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 36 1 [व] एवम उक्त्वा ततॊ भीष्मॊ विरराम महायशाः वयाजहारॊत्तरं तत्र सहदेवॊ ऽरथवद वचः 2 केशवं केशि...
Book 5. Chapter 155 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 155 1 [व] एतस्मिन्न एव काले तु भीष्मकस्य महात्मनः हिरण्यलॊम्नॊ नृपतेः साक्षाद इन्द्र सखस्य वै 2...
Book 12. Chapter 103 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 103 1 [य] जैत्र्या वा कानि रूपाणि भवन्ति पुरुषर्षभ पृतनायाः परशस्तानि तानीहेच्छामि वेदितुम 2 [भ]...
Book 1. Chapter 120 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 120 1 [ज] कृपस्यापि महाब्रह्मन संभवं वक्तुम अर्हसि शरस्तम्भात कथं जज्ञे कथं चास्त्राण्य अवाप्तवान 2...
Book 15. Chapter 2 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 15 Chapter 2 1 [वै] एवं संपूजितॊ राजा पाण्डवैर अम्बिका सुतः विजहार यथापूर्वम ऋषिभिः पर्युपासितः 2 बरह्म...
Book 13. Chapter 98 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 98 1 [य] एवं तदा परयाचन्तं भास्करं मुनिसत्तमः जमदग्निर महातेजाः किं कार्यं परत्यपद्यत 2 [भ] तथा...
Book 12. Chapter 240 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 240 1 [वयास] मनः परसृजते भावं बुद्धिर अध्यवसायिनी हृदयं परियाप्रिये वेद तरिविधा कर्मचॊदना 2...
Book 16. Chapter 1 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 16 Chapter 1 1 [वै] षट तरिंशे तव अथ संप्राप्ते वर्षे कौरवनन्दन ददर्श विपरीतानि निमित्तानि युधिष्ठिरः 2 ववुर...
Book 1. Chapter 37 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 37 1 [स] एवम उक्तः स तेजस्वी शृङ्गी कॊपसमन्वितः मृतधारं गुरुं शरुत्वा पर्यतप्यत मन्युना 2 स तं कृशम...
Book 3. Chapter 139 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 139 1 [ल] एतस्मिन्न एव काले तु बृहद्द्युम्नॊ महीपतिः सत्रम आस्ते महाभागॊ रैभ्य याज्यः परतापवान 2 तेन...
Book 14. Chapter 23 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 23 1 [बर] अत्राप्य उदाहरन्तीमम इतिहासं पुरातनम सुभगे पञ्च हॊतॄणां विधानम इह यादृशम 2 पराणापानाव...
Book 9. Chapter 1 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 1 1 [ज] एवं निपतिते कर्णे समरे सव्यसाचिना अल्पावशिष्टाः कुरवः किमकुर्वत वै दविज 2 उदीर्यमाणं च बलं...
Book 3. Chapter 91 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 91 1 [व] ततः परयान्तं कौन्तेयं बराह्मणा वनवासिनः अभिगम्य तदा राजन्न इदं वचनम अब्रुवन 2 राजंस...
Book 3. Chapter 164 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 164 1 [अर्ज] ततस ताम अवसं परीतॊ रजनीं तत्र भारत परसादाद देवदेवस्य तर्यम्बकस्य महात्मनः 2 वयुषितॊ...
Book 7. Chapter 76 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 76 1 [स] सरंसन्त इव मज्जानस तावकानां भयान नृप तौ दृष्ट्वा समतिक्रान्तौ वासुदेवधनंजयौ 2 सर्वे तु...
Book 6. Chapter 36 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 36 1 शरीभगवान उवाच परं भूयः परवक्ष्यामि जञानानां जञानम उत्तमम यज जञात्वा मुनयः सर्वे परां सिद्धिम...
Book 13. Chapter 22 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 22 1 [य] न बिभेति कथं सा सत्री शापस्य परमद्युतेः कथं निवृत्तॊ भगवांस तद भवान परब्रवीतु मे 2 [भ]...
Book 7. Chapter 111 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 111 1 [स] तवात्मजांस तु पतितान दृष्ट्वा कर्णः परतापवान करॊधेन महताविष्टॊ निर्विण्णॊ ऽभूत स जीवितात 2...
Book 12. Chapter 62 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 62 1 [युधिस्ठिर] शिवान सुखान महॊदर्कान अहिंस्राँल लॊकसंमतान बरूहि धर्मान सुखॊपायान मद्विधानां...
Book 8. Chapter 30 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 30 1 [स] ततः पुनर महाराज मद्रराजम अरिंदमम अभ्यभाषत राधेयः संनिवार्यॊत्तरं वचः 2 यत तवं निदर्शनार्थं...
Book 12. Chapter 85 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 85 1 अत्राप्य उदाहरन्तीमम इतिहासं पुरातनम बृहस्पतेश च संवादं शक्रस्य च युधिष्ठिर 2 किं सविद एकपदं...
Book 5. Chapter 37 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 37 1 [वि] सप्तदशेमान राजेन्द्र मनुः सवायम्भुवॊ ऽबरवीत वैचित्रवीर्य पुरुषान आकाशं मुष्टिभिर घनतः 2...
Book 12. Chapter 303 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 303 1 [या] न शक्यॊ निर्गुणस तात गुणी कर्तुं विशां पते गुणवांश चाप्य अगुणवान यथातत्त्वं निबॊध मे 2...
Book 3. Chapter 227 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 227 1 [वै] कर्णस्य वचनं शरुत्वा राजा दुर्यॊधनस तदा हृष्टॊ भूत्वा पुनर दीन इदं वचनम अब्रवीत 2 बरवीषि यद...
Book 3. Chapter 183 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 183 1 [मार्क] भूय एव तु माहात्म्यं बराह्मणानां निबॊध मे वैन्यॊ नामेह राजर्षिर अश्वमेधाय दीक्षितः तम...
Book 7. Chapter 91 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 91 1 [स] शृणुष्वैक मना राजन यन मां तवं परिपृच्छसि दराव्यमाणे बले तस्मिन हार्दिक्येन महात्मना 2...
Book 5. Chapter 108 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 108 1 [सुपर्ण] इयं दिग दयिता राज्ञॊ वरुणस्य तु गॊपतेः सदा सलिलराजस्य परतिष्ठा चादिर एव च 2 अत्र पश्चाद...
Book 12. Chapter 203 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 203 1 [य] यॊगं मे परमं तात मॊक्षस्य वद भारत तम अहं तत्त्वतॊ जञातुम इच्छामि वदतां वर 2 [भी] अत्राप्य...
Book 1. Chapter 220 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 220 1 [ज] किमर्थं शार्ङ्गकान अग्निर न ददाह तथागते तस्मिन वने दह्यमाने बरह्मन्न एतद वदाशु मे 2 अदाहे हय...
Book 1. Chapter 74 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 74 1 [षु] यः परेषां नरॊ नित्यम अतिवादांस तितिक्षति देव यानि विजानीहि तेन सर्वम इदं जितम 2 यः...
Book 1. Chapter 184 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 184 1 [वै] धृष्टद्युम्नस तु पाञ्चाल्यः पृष्ठतः कुरुनन्दनौ अन्वगच्छत तदा यान्तौ भार्गवस्य निवेशनम 2...
Book 14. Chapter 60 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 60 1 [व] कथयन्न एव तु तदा वासुदेवः परतापवान महाभारत युद्धं तत कथान्ते पितुर अग्रतः 2 अभिमन्यॊर वधं...
Book 7. Chapter 68 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 68 1 [स] हते सुदक्षिणे राजन वीरे चैव शरुतायुधे जवेनाभ्यद्रवन पार्थं कुपिताः सैनिकास तव 2 अभीषाहा...
Book 15. Chapter 20 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 15 Chapter 20 1 [वै] विदुरेणैवम उक्तस तु धृतराष्ट्रॊ जनाधिपः परीतिमान अभवद राजा राज्ञॊ जिष्णॊश च कर्मणा 2 ततॊ...
Book 6. Chapter 28 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 28 1 शरीभगवान उवाच अनाश्रितः कर्मफलं कार्यं कर्म करॊति यः स संन्यासी च यॊगी च न निरग्निर न चाक्रियः...
Book 3. Chapter 239 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 239 1 [वै] परायॊपविष्टं राजानं दुर्यॊधनम अमर्षणम उवाच सान्त्वयन राजञ शकुनिः सौबलस तदा 2 सम्यग उक्तं...
Book 3. Chapter 35 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 35 1 [य] असंशयं भारत सत्यम एतद; यन मा तुदन वाक्यशल्यैः कषिणॊषि न तवा विगर्हे परतिकूलम एतन; ममानयाद धि...
Book 14. Chapter 87 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 87 1 [व] तस्मिन यज्ञे परवृत्ते तु वाग्मिनॊ हेतुवादिनः हेतुवादान बहून पराहुः परस्परजिगीषवः 2 ददृशुस...
Book 5. Chapter 116 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 116 1 [न] तथैव सा शरियं तयक्त्वा कन्या भूत्वा यशस्विनी माधवी गालवं विप्रम अन्वयात सत्यसंगरा 2 गालवॊ...
Book 1. Chapter 163 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 163 1 [वसिस्ठ] यैषां ते तपती नाम सावित्र्य अवरजा सुता तां तवां संवरणस्यार्थे वरयामि विभावसॊ 2 स हि...
Book 1. Chapter 93 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 93 1 [षम्तनु] आपवॊ नाम कॊ नव एष वसूनां किं च दुष्कृतम यस्याभिशापात ते सर्वे मानुषीं तनुम आगताः 2 अनेन...
Book 12. Chapter 140 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 140 1 [य] यद इदं घॊरम उद्दिष्टम अश्रद्धेयम इवानृतम अस्ति सविद दस्यु मर्यादा याम अहं परिवर्जये 2...
Book 5. Chapter 29 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 29 1 [व] अविनाशं संजय पाण्डवानाम; इच्छाम्य अहं भूतिम एषां परियं च तथा राज्ञॊ धृतराष्ट्रस्य सूत;...
Book 7. Book 7 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT PARALLEL DEVANAGARI AND ROMANIZATION BOOK 7 IMPORTANT NOTE: This etext uses Unicode extensively. You will need to make sure that your browser is set up to view Unicode properly. For more information, read the Unicode page. Chapter 1 Chapter 2 Chapter 3 Chapter 4 Chapter...
Book 6. Chapter 3 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 3 1 [वय] खरा गॊषु परजायन्ते रमन्ते मातृभिः सुताः अनार्तवं पुष्पफलं दर्शयन्ति वने दरुमाः 2...
Book 12. Chapter 88 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 88 1 राष्ट्रगुप्तिं च मे राजन राष्ट्रस्यैव च संग्रहम सम्यग जिज्ञासमानाय परब्रूहि भरतर्षभ 2...
Book 1. Chapter 80 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 80 1 [व] पौरवेणाथ वयसा ययातिर नहुषात्मजः परीतियुक्तॊ नृपश्रेष्ठश चचार विषयान परियान 2 यथाकामं...
Book 1. Chapter 170 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 170 1 [बराह्मणी] नाहं गृह्णामि वस तात दृष्टीर नास्ति रुषान्विता अयं तु भर्गवॊ नूनम ऊरुजः कुपितॊ ऽदय...
Book 12. Chapter 153 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 153 1 [य] अनर्थानाम अधिष्ठानम उक्तॊ लॊभः पितामह अज्ञानम अपि वै तात शरॊतुम इच्छामि तत्त्वतः 2 [भ] करॊति...
Book 5. Chapter 105 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 105 1 [न] एवम उक्तस तदा तेन विश्वामित्रेण धीमता नास्ते न शेते नाहारं कुरुते गालवस तदा 2 तवग अस्थि भूतॊ...
Book 14. Chapter 94 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 94 1 [ज] यज्ञे सक्ता नृपतयस तपः सक्ता महर्षयः शान्ति वयवसिता विप्राः शमॊ दम इति परभॊ 2 तस्माद...
Book 2. Chapter 66 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 66 1 जनमेजय उवाच अनुज्ञातांस तान विदित्वा सरत्नधनसंचयान पाण्डवान धार्तराष्ट्राणां कथम आसीन मनस...
Book 18. Book 18 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT PARALLEL DEVANAGARI AND ROMANIZATION BOOK 18 IMPORTANT NOTE: This etext uses Unicode extensively. You will need to make sure that your browser is set up to view Unicode properly. For more information, read the Unicode page. Chapter 1 Chapter 2 Chapter 3 Chapter 4 Chapter...
Book 3. Chapter 26 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 26 1 [वै] तत काननं पराप्य नरेन्द्रपुत्राः; सुखॊचिता वासम उपेत्य कृच्छ्रम विजह्रुर इन्द्र परतिमाः...
Book 15. Chapter 33 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 15 Chapter 33 1 [धृ] युधिष्ठिर महाबाहॊ कच चित तात कुशल्य असि सहितॊ भरातृभिः सर्वैः पौरजानपदैस तथा 2 ये च तवाम...
Book 14. Chapter 73 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 73 1 [व] तरिगर्तैर अभवद युद्धं कृतवैरैः किरीटिनः महारथसमाज्ञातैर हतानां पुत्र नप्तृभिः 2 ते...
Book 3. Chapter 169 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 169 1 [अर्ज] अदृश्यमानास ते दैत्या यॊधयन्ति सम मायया अदृश्यान अस्त्रवीर्येण तान अप्य अहम अयॊधयम 2...
Book 1. Chapter 197 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 197 1 [विदुर] राजन निःसंशयं शरेयॊ वाच्यस तवम असि बान्धवैः न तव अशुश्रूषमाणेषु वाक्यं...
Book 1. Chapter 67 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 67 1 [दुह्सन्त] सुव्यक्तं राजपुत्री तवं यथा कल्याणि भाषसे भार्या मे भव सुश्रॊणि बरूहि किं करवाणि ते...
Book 12. Chapter 210 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 210 1 [गुरु] न स वेद परं धर्मं यॊ न वेद चतुष्टयम वयक्ताव्यक्ते च यत तत्त्वं संप्राप्तं परमर्षिणा 2...
Book 3. Chapter 190 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 190 1 [वै] भूय एव बराह्मणमहाभाग्यं वक्तुम अर्हसीत्य अब्रवीत पाण्डवेयॊ मार्कण्डेयम 2 अथाचष्ट...
Book 7. Chapter 82 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 82 1 [स] बृहत कषत्रम अथायान्तं केकयं दृढविक्रमम कषेमधूर्तिर महाराज विव्याधॊरसि मार्गणैः 2 बृहत...
Book 12. Chapter 310 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 310 1 [य] कथं वयासस्य धर्मात्मा शुकॊ जज्ञे महातपः सिधिं च परमां पराप्तस तन मे बरूहि पितामह 2 कस्यां...
Book 3. Chapter 6 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 6 1 [व] पाण्डवास तु वने वासम उद्दिश्य भरतर्षभाः परययुर जाह्नवी कूलात कुरुक्षेत्रं सहानुगाः 2...
Book 3. Chapter 234 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 234 1 [वै] ततॊ दिव्यास्त्रसंपन्ना गन्धर्वा हेममालिनः विसृजन्तः शरान दीप्तान समन्तात पर्यवारयन 2...
Book 3. Chapter 38 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 38 1 [वै] कस्य चित तव अथ कालस्य धर्मराजॊ युधिष्ठिरः संस्मृत्य मुनिसंदेशम इदं वचनम अब्रवीत 2 विविक्ते...
Book 5. Chapter 24 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 24 1 [सम्जय] यथार्हसे पाण्डव तत तथैव; कुरून कुरुश्रेष्ठ जनं च पृच्छसि अनामयास तात मनस्विनस ते;...
Book 4. Chapter 64 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 64 1 [वै] ततॊ राज्ञः सुतॊ जयेष्ठः पराविशत पृथिवीं जयः सॊ ऽभिवाद्य पितुः पादौ धर्मराजम अपश्यत 2 स तं...
Book 12. Chapter 96 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 96 1 अथ यॊ विजिगीषेत कषत्रियः कषत्रियं युधि कस तस्य धर्म्यॊ विजय एतत पृष्टॊ बरवीहि मे 2 स सहायॊ...
Book 7. Chapter 102 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 102 1 [स] वयूहेष्व आलॊड्यमानेषु पाण्डवानां ततस ततः सुदूरम अन्वयुः पार्थाः पाञ्चालाः सह सॊमकैः 2...
Book 1. Chapter 189 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 189 1 [वयास] पुरा वै नैमिषारण्ये देवाः सत्रम उपासते तत्र वैवस्वतॊ राजञ शामित्रम अकरॊत तदा 2 ततॊ यमॊ...
Book 1. Chapter 79 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 79 1 [व] जरां पराप्य ययातिस तु सवपुरं पराप्य चैव ह पुत्रं जयेष्ठं वरिष्ठं च यदुम इत्य अब्रवीद वचः 2...
Book 8. Chapter 23 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 23 1 [स] पुत्रस तव महाराज मद्रराजम इदं वचः विनयेनॊपसंगम्य परणयाद वाक्यम अब्रवीत 2 सत्यव्रत महाभाग...
Book 12. Chapter 71 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 71 1 केन वृत्तेन वृत्तज्ञ वर्तमानॊ महीपतिः सुखेनार्थान सुखॊदर्कान इह च परेत्य चाप्नुयात 2 इयं...
Book 9. Chapter 63 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 63 1 [धृ] अधिष्ठितः पदा मूर्ध्नि भग्नसक्थॊ महीं गतः शौटीरमानी पुत्रॊ मे कान्य अभाषत संजय 2 अत्यर्थं...
Book 13. Chapter 31 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 31 1 [य] शरुतं मे महद आख्यानम एतत कुरुकुलॊद्वह सुदुष्प्रापं बरवीषि तवं बराह्मण्यं वदतां वर 2...
Book 6. Chapter 25 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 25 1 अर्जुन उवाच जयायसी चेत कर्मणस ते मता बुद्धिर जनार्दन तत किं कर्मणि घॊरे मां नियॊजयसि केशव 2...
Book 3. Chapter 177 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 177 1 [वै] युधिष्ठिरस तम आसाद्य सर्पभॊगाभिवेष्टितम दयितं भरतरं वीरम इदं वचनम अब्रवीत 2 कुन्ती मातः...
Book 7. Chapter 65 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 65 1 [धृ] तस्मिन परभग्ने सैन्याग्रे वध्यमाने किरीटिना के नु तत्र रणे वीराः परत्युदीयुर धनंजयम 2 आहॊ...
Book 6. Chapter 78 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 78 1 संजय उवाच तथा परवृत्ते संग्रामे निवृत्ते च सुशर्मणि परभग्नेषु च वीरेषु पाण्डवेन महात्मना 2...
Book 3. Chapter 82 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 82 1 [पुलस्त्य] ततॊ गच्छेत धर्मज्ञ धर्मतीर्थं पुरातनम तत्र सनात्वा नरॊ राजन धर्मशीलः समाहितः आ...
Book 14. Chapter 30 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 30 1 [पितरह] अत्राप्य उदाहरन्तीमम इतिहासं पुरातनम शरुत्वा च तत तथा कार्यं भवता दविजसत्तम 2 अलर्कॊ...
Book 13. Chapter 9 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 9 1 [य] बराह्मणानां तु ये लॊके परतिश्रुत्य पितामह न परयच्छन्ति मॊहात ते के भवन्ति महामते 2 एतन मे...
Book 7. Chapter 38 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 38 1 [धृ] दवैधीभवति मे चित्तं हरिया तुष्ट्या च संजय मम पुत्रस्य यत सैन्यं सौभद्रः समवारयत 2...
Book 1. Chapter 24 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 24 1 [सू] इत्य उक्तॊ गरुडः सर्पैर ततॊ मातरम अब्रवीत गच्छाम्य अमृतम आहर्तुं भक्ष्यम इच्छामि वेदितुम 2...
Book 12. Chapter 253 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 253 1 [भी] अत्राप्य उदाहरन्तीमम इतिहासं पुरातनम तुलाधारस्य वाक्यानि धर्मे जाजलिना सह 2 वने वनचरः कश...
Book 5. Chapter 79 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 79 1 [सहदेव] यद एतत कथितं राज्ञा धर्म एष सनातनः यथा तु युद्धम एव सयात तथा कार्यम अरिंदम 2 यदि परशमम...
Book 12. Chapter 110 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 110 1 [य] कथं धर्मे सथातुम इच्छन नरॊ वर्तेत भारत विद्वञ जिज्ञासमानाय परब्रूहि भरतर्षभ 2 सत्यं...
Book 4. Chapter 39 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 39 1 [उत्तर] सुवर्णविकृतानीमान्य आयुधानि महात्मनाम रुचिराणि परकाशन्ते पार्थानाम आशु कारिणाम 2 कव...
Book 1. Chapter 133 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 133 1 [वै] पाण्डवास तु रथान युक्त्वा सदश्वैर अनिलॊपमैः आरॊहमाणा भीष्मस्य पादौ जगृहुर आर्तवत 2 राज्ञश...
Book 2. Chapter 25 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 25 1 [व] स शवेतपर्वतं वीरः समतिक्रम्य भारत देशं किं पुरुषावासं दरुमपुत्रेण रक्षितम 2 महता संनिपातेन...
Book 5. Chapter 146 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 146 1 [वासु] भीष्मेणॊक्ते ततॊ दरॊणॊ दुर्यॊधनम अभाषत मध्ये नृपाणां भद्रं ते वचनं वचनक्षमः 2 पातीपः...
Book 3. Chapter 269 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 269 1 [मार्क] ततॊ निविशमानांस तान सैनिकान रावणानुगाः अभिजग्मुर गणान एके पिशाचक्षुद्ररक्षसाम 2...
Book 3. Chapter 65 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 65 1 बृहदश्व उवाच हृतराज्ये नले भीमः सभार्ये परेष्यतां गते दविजान परस्थापयाम आस नलदर्शनकाङ्क्षया...
Book 8. Chapter 60 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 60 1 [स] ततः कर्णः कुरुषु परद्रुतेषु; वरूथिना शवेतहयेन राजन पाञ्चाल पुत्रान वयधमत सूतपुत्रॊ;...
Book 12. Chapter 32 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 32 1 [वैषम्पायन] तूष्णींभूतं तु राजानं शॊचमानं युधिष्ठिरम तपस्वी धर्मतत्त्वज्ञः कृष्णद्वैपायनॊ...
Book 13. Chapter 132 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 132 1 [उ] भगवन सर्वभूतेश सुरासुरनसं कृत धर्माधर्मे नृणां देव बरूहि मे संशयं विभॊ 2 कर्मणा मनसा वाचा...
Book 7. Chapter 141 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 141 1 [स] भूरिस तु समरे राजञ शैनेयं रथिनां वरम आपतन्तम अपासेधत परपानाद इव कुञ्जरम 2 अथैनं सात्यकिः...
Book 5. Chapter 80 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 80 1 [व] राज्ञस तु वचनं शरुत्वा धर्मार्थसहितं हितम कृष्णा दाशार्हम आसीनम अब्रवीच छॊककर्षिता 2 सुता...
Book 9. Chapter 20 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 20 1 [स] तस्मिंस तु निहते शूरे शाल्वे समितिशॊभने तवाभज्यद बलं वेगाद वातेनेव महाद्रुमः 2 तत परभग्नं...
Book 13. Chapter 72 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 72 1 [बर] यॊ ऽयं परश्नस तवया पृष्टॊ गॊप्रदानाधिकारवान नास्य परष्टास्ति लॊके ऽसमिंस तवत्तॊ ऽनयॊ हि...
Book 3. Chapter 290 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 290 1 [वै] गते तस्मिन दविजश्रेष्ठे कस्मिंश चित कालपर्यये चिन्तयाम आस सा कन्या मन्त्रग्राम बलाबलम 2...
Book 6. Chapter 66 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 66 1 [स] अकरॊत तुमुलं युद्धं भीष्मः शांतनवस तदा भीमसेन भयाद इच्छन पुत्रांस तारयितुं तव 2 पूर्वाह्णे...
Book 7. Chapter 26 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 26 1 [स] यन मां पार्थस्य संग्रामे कर्माणि परिपृच्छसि तच छृणुष्व महाराज पार्थॊ यद अकरॊन मृधे 2 रजॊ...
Book 3. Chapter 134 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 134 1 [अस्त] अत्रॊग्रसेनसमितेषु राजन; समागतेष्व अप्रतिमेषु राजसु न वै विवित्सान्तरम अस्ति वादिनां;...
Book 5. Chapter 158 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 158 1 [स] सेनानिवेशं संप्राप्य कैतव्यः पाण्डवस्य ह समागतः पाण्डवेयैर युधिष्ठिरम अभाषत 2 अभिज्ञॊ...
Book 3. Chapter 277 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 277 1 [य] नात्मानम अनुशॊचामि नेमान भरातॄन महामुने हरणं चापि राज्यस्य यथेमां दरुपदात्मजाम 2 दयूते...
Book 6. Chapter 81 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 81 1 [स] स तुद्यमानस तु शरैर धनंजयः; पदा हतॊ नाग इव शवसन बली बाणेन बाणेन महारथानां; चिच्छेद चापानि रणे...
Book 12. Chapter 353 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 353 1 [भीस्म] स चामन्त्र्यॊरग शरेष्ठं बराह्मणः कृतनिश्चयः दीक्षाकान्स्की तदा राजंश चयवनं भार्गवं...
Book 5. Chapter 67 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 67 1 [धृ] कथं तवं माधवं वेत्थ सर्वलॊकमहेश्वरम कथम एनं न वेदाहं तन ममाचक्ष्व संजय 2 विद्या राजन न ते...
Book 13. Chapter 95 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 95 1 [भ] अथात्रि परमुखा राजन वने तस्मिन महर्षयः वयचरन भक्षयन्तॊ वै मूलानि च फलानि च 2 अथापश्यन...
Book 4. Chapter 27 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 27 1 [वै] ततः शांतनवॊ भीष्मॊ भरतानां पितामहः शरुतवान देशकालज्ञस तत्त्वज्ञः सर्वधर्मवित 2 आचार्य...
Book 7. Chapter 22 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 22 1 [धृ] सर्वेषाम एव मे बरूहि रथचिह्नानि संशय ये दरॊणम अभ्यवर्तन्त करुद्धा भीम पुरॊगमाः 2 [स] ऋश्य...
Book 3. Chapter 130 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 130 1 [ल] इह मर्त्यास तपस तप्त्वा सवर्गं गच्छन्ति भारत मर्तुकामा नरा राजन्न इहायान्ति सहस्रशः 2 एवम...
Book 3. Chapter 294 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 294 1 [वै] देवराजम अनुप्राप्तं बराह्मण छद्मना वृषः दृष्ट्वा सवागतम इत्य आह न बुबॊधास्य मानसम 2...
Book 3. Chapter 98 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 98 1 [य] भूय एवाहम इच्छामि महर्षेस तस्य धीमतः कर्मणां विस्तरं शरॊतुम अगस्त्यस्य दविजॊत्तम 2 [लॊमष]...
Book 6. Chapter 62 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 62 1 [भस] ततः स भगवान देवॊ लॊकानां परमेश्वरः बरह्माणं परत्युवाचेदं सनिग्धगम्भीरया गिरा 2 विदितं तात...
Book 9. Chapter 8 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 8 1 [स] तथ परववृते युद्धं कुरूणां भयवर्धनम सृञ्जयैः सह राजेन्द्र घॊरं देवासुरॊपमम 2 नरा रथा गजौघाश च...
Book 5. Chapter 84 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 84 1 [धृ] उपप्लव्याद इह कषत्तर उपयातॊ जनार्दनः वृकस्थले निवसति स च परातर इहैषति 2 आहुकानाम अधिपतिः...
Book 12. Chapter 249 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 249 1 [सथाणु] परजा सर्ग निमित्तं मे कार्यवत्ताम इमां परभॊ विद्धि सृष्टास तवया हीमा मा कुप्यासां...
Book 13. Chapter 76 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 76 1 [व] ततॊ युधिष्ठिरॊ राजा भूयः शांतनवं नृप गॊधाने विस्तरं धीमान पप्रच्छ विनयान्वितः 2 गॊप्रदाने...
Book 9. Chapter 24 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 24 1 [स] अस्यतां यतमानानां शूराणाम अनिवर्तिनाम संकल्पम अकरॊन मॊघं गाण्डीवेन धनंजयः 2...
Book 13. Chapter 136 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 136 1 [य] के पूज्याः के नमः कार्याः कथं वर्तेत केषु च किमाचारः कीदृशेषु पितामह न रिष्यते 2 [भ]...
Book 12. Chapter 36 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 36 1 [वयास] तपसा कर्मभिश चैव परदानेन च भारत पुनाति पापं पुरुषः पूतश चेन न परवर्तते 2 एककालं तु...
Book 16. Chapter 8 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 16 Chapter 8 1 [वै] एवम उक्तः स बीभत्सुर मातुलेन परंतपः दुर्मना दीनमनसं वसुदेवम उवाच ह 2 नाहं वृष्णिप्रवीरेण...
Book 8. Chapter 64 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 64 1 [स] तद देव नागासुरसिद्धसंघैर; गन्धर्वयक्षाप्सरसां च संघैः बरह्मर्षिराजर्षिसुपर्णजुष्टं; बभौ...
Book 7. Chapter 145 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 145 1 [स] तस्मिन सुतुमुले युद्धे वर्तमाने भयावहे धृष्टद्युम्ने महाराज दरॊणम एवाभ्यवर्तत 2 संमृजानॊ...
Book 1. Chapter 129 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 129 1 [वै] पराणाधिकं भीमसेनं कृतविद्यं धनंजयम दुर्यॊधनॊ लक्षयित्व पर्यतप्यत दुर्मतिः 2 ततॊ...
Book 4. Chapter 23 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 23 1 [वै] ते दृष्ट्वा निहतान सूतान राज्ञे गत्वा नयवेदयन गन्धर्वैर निहता राजन सूतपुत्राः परःशताः 2...
Book 5. Chapter 63 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 63 1 [धृ] दुर्यॊधन विजानीहि यत तवां वक्ष्यामि पुत्रक उत्पथं मन्यसे मार्गम अनभिज्ञ इवाध्वगः 2...
Book 13. Chapter 91 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 91 1 [य] केन संकल्पितं शराद्धं कस्मिन काले किम आत्मकम भृग्वङ्गिरसके काले मुनिना कतरेण वा 2 कानि...
Book 3. Chapter 273 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 273 1 [मार्क] ताव उभौ पतितौ दृष्ट्वा भरातराव अमितौजसौ बबन्ध रावणिर भूयॊ शरैर दत्तवरैस तदा 2 तौ वीरौ...
Book 6. Chapter 85 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 85 1 [धृ] दृष्ट्वा मम हतान पुत्रान बहून एकेन संशय भीष्मॊ दरॊणः कृपश चैव किम अकुर्वत संयुगे 2 अहन्य...
Book 13. Chapter 68 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 68 1 [य] भूय एव कुरुश्रेष्ठ दानानां विधिम उत्तमम कथयस्व महाप्राज्ञ भूमिदानं विशेषतः 2 पृथिवीं...
Book 12. Chapter 257 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 257 1 [भी] अत्राप्य उदाहरन्तीमम इतिहासं पुरातनम परजानाम अनुकम्पार्थं गीतं राज्ञा विचख्नुना 2...
Book 12. Chapter 28 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 28 1 [वैषम्पायन] जञातिशॊकाभितप्तस्य पराणान अभ्युत्सिकृक्षतः जयेष्ठस्य पाण्डुपुत्रस्य वयासः...
Book 13. Chapter 128 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 128 1 [महेष्वर] तिलॊत्तमा नाम पुरा बरह्मणा यॊषिद उत्तमा तिलं तिलं समुद्धृत्य रत्नानां निर्मिता...
Book 1. Chapter 20 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 20 1 [सू] तं समुद्रम अतिक्रम्य कद्रूर विनतया सह नयपतत तुरगाभ्याशे नचिराद इव शीघ्रगा 2 निशाम्य च बहून...
Book 14. Chapter 34 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 34 1 [बर] नेदम अल्पात्मना शक्यं वेदितुं नाकृतात्मना बहु चाल्पं च संक्षिप्तं विप्लुतं च मतं मम 2...
Book 3. Chapter 86 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 86 1 [धर्म] दक्षिणस्यां तु पुण्यानि शृणु तीर्थनि भारत विस्तरेण यथाबुद्धिकीर्त्यमानानि भारत 2...
Book 12. Chapter 349 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 349 1 [भीस्म] स पन्नगपतिस तत्र परययौ बराह्मणं परति तम एव मनसा धयायन कार्यवत्तां विचारयन 2 तम...
Book 3. Chapter 61 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 61 1 बृहदश्व उवाच सा निहत्य मृगव्याधं परतस्थे कमलेक्षणा वनं परतिभयं शून्यं झिल्लिकागणनादितम 2...
Book 2. Chapter 21 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 21 1 [व] ततस तं निश्चितात्मानं युद्धाय यदुनन्दनः उवाच वाग्मी राजानं जरासंधम अधॊक्षजः 2 तरयाणां केन...
Book 5. Chapter 142 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 142 1 [व] असिद्धानुनये कृष्णे कुरुभ्यः पाण्डवान गते अभिगम्य पृथां कषत्ता शनैः शॊचन्न इवाब्रवित 2...
Book 12. Chapter 114 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 114 1 [य] राजा राज्यम अनुप्राप्य दुर्बलॊ भरतर्षभ अमित्रस्यातिवृद्धस्य कथं तिष्ठेद असाधनः 2 [भ]...
Book 1. Chapter 137 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 137 1 [वै] अथ रात्र्यां वयतीतायाम अशॊषॊ नागरॊ जनः तत्राजगाम तवरितॊ दिदृक्षुः पाण्डुनन्दनान 2...
Book 12. Chapter 149 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 149 1 [भ] शृणु पार्थ यथावृत्तम इतिहासं पुरातनम गृध्रजम्बुक संवादं यॊ वृत्तॊ वैदिशे पुरा 2 दुःखिताः...
Book 4. Chapter 60 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 60 1 [वै] भीष्मे तु संग्रामशिरॊ विहाय; पलायमाने धेतराष्ट्र पुत्रः उच्छ्रित्य केतुं विनदन महात्मा;...
Book 12. Chapter 92 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 92 1 कालवर्षी च पर्जन्यॊ धर्मचारी च पार्थिवः संपद यदैषा भवति सा बिभर्ति सुखं परजाः 2 यॊ न जानाति...
Book 5. Chapter 20 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 20 1 [व] स तु कौरव्यम आसाद्य दरुपदस्य पुरॊहितः सत्कृतॊ धृतराष्ट्रेण भीष्मेण विदुरेण च 2 सर्वं...
Book 3. Chapter 2 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 2 1 [व] परभातायां तु शर्वर्यां तेषाम अक्लिष्टकर्मणाम वनं यियासतां विप्रास तस्थुर भिक्षा भुजॊ...
Book 12. Chapter 314 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 314 1 [भी] एतच छरुत्वा तु वचनं कृतात्मा कृतनिश्चयः आत्मनात्मानम आस्थाय दृष्ट्वा चात्मानम आत्मना 2...
Book 3. Chapter 230 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 230 1 [वै] ततस ते सहिताः सर्वे दुर्यॊधनम उपागमन अब्रुवंश च महाराज यद ऊचुः कौरवं परति 2 गन्धर्वैर...
Book 3. Chapter 194 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 194 1 [मार्क] स एवम उक्तॊ राजर्षिर उत्तङ्केनापराजितः उत्तङ्कं कौरवश्रेष्ठ कृताञ्जलिर अथाब्रवीत 2 न...
Book 7. Chapter 86 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 86 1 [स] परीतियुक्तं च हृद्यं च मधुराक्षरम एव च कालयुक्तं च चित्रं च सवतया चाभिभाषितम 2 धर्मराजस्य तद...
Book 3. Chapter 173 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 173 1 [जनम] तस्मिन कृतास्त्रे रथिनां परधाने; परत्यागते भवनाद वृत्र हन्तुः अतः परं किम अकुर्वन्त...
Book 7. Chapter 61 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 61 1 [धृ] शवॊभूते किम अकार्षुस ते दुःखशॊकसमन्विताः अभिमन्यौ हते तत्र के वायुध्यन्त मामकाः 2 जानन्तस...
Book 14. Chapter 69 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 69 1 [व] बरह्मास्त्रं तु यदा राजन कृष्णेन परतिसंहृतम तदा तद वेश्म ते विप्रा तेजसाभिविदीपितम 2 ततॊ...
Book 6. Chapter 21 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 21 1 [स] बृहतीं धार्तराष्ट्राणां दृष्ट्वा सेनां समुद्यताम विषादम अगमद राजा कुन्तीपुत्रॊ...
Book 15. Chapter 29 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 15 Chapter 29 1 [वै] एवं ते पुरुषव्याघ्राः पाण्डवा मातृनन्दनाः समरन्तॊ मातरं वीरा बभूवुर भृशदुःखिताः 2 ये...
Book 13. Chapter 35 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 35 1 [भ] जन्मनैव महाभागॊ बराह्मणॊ नाम जायते नमस्यः सर्वभूतानाम अतिथिः परसृताग्र भुक 2 सर्वान नः...
Book 7. Chapter 106 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 106 1 [धृ] यौ तौ कर्णश च भीमश च संप्रयुद्धौ महाबलौ अर्जुनस्य रथॊपान्ते कीदृशः सॊ ऽभवद रणः 2 पूर्वं हि...
Book 12. Chapter 75 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 75 1 यॊगक्षेमॊ हि राष्ट्रस्य राजन्यायत्त उच्यते यॊगक्षेमश च राज्ञॊ ऽपि समायत्त पुरॊहिते 2...
Book 8. Chapter 27 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 27 1 [स] परयान एव तदा कर्णॊ हर्षयन वाहिनीं तव एकैकं समरे दृष्ट्वा पाण्डवं पर्यपृच्छत 2 यॊ ममाद्य...
Book 3. Chapter 22 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 22 1 [वा] एवं स पुरुषव्याघ्र शाल्वॊ राज्ञां महारिपुः युध्यमानॊ मया संख्ये वियद अभ्यागमत पुनः 2 ततः...
Book 14. Chapter 90 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 90 1 [व] स परविश्य यथान्यायं पाण्डवानां निवेशनम पितामहीम अभ्यवदत साम्ना परमवल्गुना 2 तथा...
Book 7. Chapter 98 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 98 1 [स] दुःशासन रथं दृष्ट्वा समीपे पर्यवस्थितम भारद्वाजस ततॊ वाक्यं दुःशासनम अथाब्रवीत 2 दुःशासन...
Book 5. Chapter 101 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 101 1 [न] इयं भॊगवती नाम पुरी वासुकिपालिता यादृशी देवराजस्य पुरी वर्यामरावती 2 एष शेषः सथितॊ नागॊ...
Book 2. Chapter 62 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 62 1 [दरौ] पुरस्तात करणीयं मे न कृतं कार्यम उत्तरम विह्वलास्मि कृतानेन कर्षता बलिना बलात 2 अभिवादं...
Book 1. Chapter 174 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 174 1 [आर्ज] अस्माकम अनुरूपॊ वै यः सयाद गन्धर्व वेदवित पुरॊहितस तम आचक्ष्व सर्वं हि विदितं तव 2 [ग]...
Book 1. Chapter 84 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 84 1 [य] अहं ययातिर नहुषस्य पुत्रः; पूरॊः पिता सर्वभूतावमानात परभ्रंशितः सुरसिद्धर्षिलॊकात;...
Book 12. Chapter 157 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 157 1 [य] यतः परभवति करॊधः कामश च भरतर्षभ शॊकमॊहौ विवित्सा च परासुत्वं तथा मदः 2 लॊभॊ मात्सर्यम...
Book 6. Chapter 7 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 7 1 [धृ] उक्तॊ दवीपस्य संक्षेपॊ विस्तरं बरूहि संजय यावद भूम्यवकाशॊ ऽयं दृश्यते शशलक्षणे तस्य...
Book 12. Chapter 214 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 214 1 [य] दविजातयॊ वरतॊपेता यद इदं भुञ्जते हविः अन्नं बराह्मण कामाय कथम एतत पितामह 2 [भी] अवेदॊक्त...
Book 5. Chapter 4 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 4 1 [दरुपद] एवम एतन महाबाहॊ भविष्यति न संशयः न हि दुर्यॊधनॊ राज्यं मधुरेण परदास्यति 2 अनुवर्त्स्यति...
Book 1. Chapter 63 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 63 1 [वै] स कदा चिन महाबाहुः परभूतबलवाहनः वनं जगाम गहनं हयनागशतैर वृतः 2 खड्गशक्ति धरैर वीरैर...
Book 1. Chapter 193 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 193 1 [धृ] अहम अप्य एवम एवैतच चिन्तयामि यथा युवाम विवेक्तुं नाहम इच्छामि तव आकरं विदुरं परति 2 अतस...
Book 8. Chapter 39 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 39 1 [स] दरौणिर युधिष्ठिरं दृष्ट्वा शैनेयेनाभिरक्षितम दरौपदेयैस तथा शूरैर अभ्यवर्तत हृष्टवत 2...
Book 7. Chapter 118 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 118 1 [स] स बाहुर अपतद भूमौ स खड्गः स शुभाङ्गदः आदधज जीवलॊकस्य दुःखम उत्तमम उत्तमः 2 परहरिष्यन हृतॊ...
Book 14. Chapter 77 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 77 1 [व] ततॊ गाण्डीवभृच छूरॊ युद्धाय समवस्थितः विबभौ युधि दुर्धर्षॊ हिमवान अचलॊ यथा 2 ततः सैन्धव...
Book 15. Chapter 37 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 15 Chapter 37 1 [वै] तच छरुत्वा विविधं तस्य राजर्षेः परिदेवितम पुनर नवीकृतः शॊकॊ गान्धार्या जनमेजय 2 कुन्त्या...
Book 12. Chapter 202 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 202 1 [य] पितामह महाप्राज्ञ युधि सत्यपराक्रम शरॊतुम इच्छामि कार्त्स्न्येन कृष्णम अव्ययम ईश्वरम 2 यच...
Book 1. Chapter 221 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 221 1 [वै] ततः परज्वलिते शुक्रे शार्ङ्गकास ते सुदुःखिताः वयथिताः परमॊद्विग्ना नाधिजग्मुः परायणम 2...
Book 1. Chapter 185 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 185 1 [वै] ततस तथॊक्तः परिहृष्टरूपः; पित्रे शशंसाथ स राजपुत्रः धृष्टद्युम्नः सॊमकानां परबर्हॊ;...
Book 1. Chapter 75 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 75 1 [व] ततः काव्यॊ भृगुश्रेष्ठः समन्युर उपगम्य ह वृषपर्वाणम आसीनम इत्य उवाचाविचारयन 2 नाधर्मश...
Book 14. Chapter 61 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 61 1 [व] एतच छरुत्वा तु पुत्रस्य वचः शूरात्मजस तदा विहाय शॊकं धर्मात्मा ददौ शराद्धम अनुत्तमम 2 तथैव...
Book 7. Chapter 69 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 69 1 [स] ततः परविष्टे कौन्तेये सिन्धुराजजिघांसया दरॊणानीकं विनिर्भिद्य भॊजानीकं च दुस्तरम 2...
Book 15. Chapter 21 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 15 Chapter 21 1 [वै] ततः परभाते राजा स धृतराष्ट्रॊ ऽमबिका सुतः आहूय पाण्डवान वीरान वनवास कृतक्षणः 2 गान्धारी...
Book 6. Chapter 29 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 29 1 शरीभगवान उवाच मय्य आसक्तमनाः पार्थ यॊगं युञ्जन मदाश्रयः असंशयं समग्रं मां यथा जञास्यसि तच...
Book 3. Chapter 238 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 238 1 [दुर] चित्रसेनं समागम्य परहसन्न अर्जुनस तदा इदं वचनम अक्लीबम अब्रवीत परवीरहा 2 भरातॄन अर्हसि...
Book 3. Chapter 34 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 34 1 [वै] याज्ञसेन्या वचः शरुत्वा भीमसेनॊ ऽतयमर्षणः निःश्वसन्न उपसंगम्य करुद्धॊ राजानम अब्रवीत 2...
Book 14. Chapter 86 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 86 1 [व] इत्य उक्त्वानुययौ पार्थॊ हयं तं कामचारिणम नयवर्तत ततॊ वाजी येन नागाह्वयं पुरम 2 तं निवृत्तं...
Book 5. Chapter 117 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 117 1 [न] गालवं वैनतेयॊ ऽथ परहसन्न इदम अब्रवीत दिष्ट्या कृतार्थं पश्यामि भवन्तम इह वै दविज 2 गालवस तु...
Book 1. Chapter 92 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 92 1 [व] ततः परतीपॊ राजा स सर्वभूतहिते रतः निषसाद समा बह्वीर गङ्गातीरगतॊ जपन 2 तस्य रूपगुणॊपेता...
Book 1. Chapter 162 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 162 1 [ग] एवम उक्त्वा ततस तूर्णं जगामॊर्ध्वम अनिन्दिता स तु राजा पुनर भूमौ तत्रैव निपपात ह 2 अमात्यः...
Book 12. Chapter 141 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 141 1 [य] पितामह महाप्राज्ञ सर्वशास्त्रविशारद शरणं पालयानस्य यॊ धर्मस तं वदस्व मे 2 [भ] महान धर्मॊ...
Book 5. Chapter 28 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 28 1 [य] असंशयं संजय सत्यम एतद; धर्मॊ वरः कर्मणां यत तवम आत्थ जञात्वा तु मां संजय गर्हयेस तवं; यदि...
Book 3. Chapter 165 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 165 1 [अर्ज] कृतास्त्रम अभिविश्वस्तम अथ मां हरिवाहनः संस्पृश्य मूर्ध्नि पाणिभ्याम इदं वचनम अब्रवीत...
Book 7. Chapter 77 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 77 1 [वासु] सुयॊधनम अतिक्रान्तम एनं पश्य धनंजय आपद गतम इमं मन्ये नास्त्य अस्य सदृशॊ रथः 2 दूरपाती...
Book 6. Chapter 37 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 37 1 शरीभगवान उवाच ऊर्ध्वमूलम अधःशाखम अश्वत्थं पराहुर अव्ययम छन्दांसि यस्य पर्णानि यस तं वेद स...
Book 13. Chapter 23 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 23 1 [य] किम आहुर भरतश्रेष्ठ पात्रं विप्राः सनातनम बराह्मणं लिङ्गिनं चैव बराह्मणं वाप्य अलिङ्गिनम 2...
Book 7. Chapter 110 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 110 1 [धृ] दैवम एव परं मन्ये धिक पौरुषम अनर्थकम यत्राधिरथिर आयस्तॊ नातरत पाण्डवं रणे 2 कर्णः पार्थान स...
Book 8. Chapter 31 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 31 1 [स] ततः परानीक भिदं वयूहम अप्रतिमं परैः समीक्ष्य कर्णः पार्थानां धृष्टद्युम्नाभिरक्षितम 2...
Book 12. Chapter 63 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 63 1 जया कर्षणं शत्रुनिबर्हणं च; कृषिर वणिज्या पशुपालनं च शुश्रूषणं चापि तथार्थ हेतॊर; अकार्यम एतत...
Book 12. Chapter 84 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 84 1 हरीनिषेधाः सदा सन्तः सत्यार्जव समन्विताः शक्ताः कथयितुं सम्यक ते तव सयुः सभा सदः 2 अत्य...
Book 5. Chapter 36 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 36 1 [वि] अत्रैवॊदाहरन्तीमम इतिहासं पुरातनम आत्रेयस्य च संवादं साध्यानां चेति नः शरुतम 2 चरन्तं...
Book 12. Chapter 302 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 302 1 [या] एते परधानस्य गुणास तरयः पुरुषसत्तम कृत्स्नस्य चैव जगतस तिष्ठन्त्य अनपगाः सदा 2 शतधा...
Book 3. Chapter 226 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 226 1 [वै] धृतराष्ट्रस्य तद वाक्यं निशम्य सह सौबलः दुर्यॊधनम इदं काले कर्णॊ वचनम अब्रवीत 2 परव्राज्य...
Book 3. Chapter 182 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 182 1 [वै] मार्कण्डेयं महात्मानम ऊचुः पाण्डुसुतास तदा माहात्म्यं दविजमुख्यानां शरॊतुम इच्छाम...
Book 5. Chapter 109 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 109 1 [सुपर्ण] यस्माद उत्तार्यते पापाद यस्मान निःश्रेयसॊ ऽशनुते तस्माद उत्तारण फलाद उत्तरेत्य...
Book 7. Chapter 90 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 90 1 [स] आत्मापराधात संभूतं वयसनं भरतर्षभ पराप्य पराकृतवद वीर न तवं शॊचितुम अर्हसि 2 तव निर्गुणतां...
Book 3. Chapter 77 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 77 1 बृहदश्व उवाच स मासम उष्य कौन्तेय भीमम आमन्त्र्य नैषधः पुराद अल्पपरीवारॊ जगाम निषधान परति 2...
Book 2. Chapter 37 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 37 1 [व] ततः सागरसंकाशं दृष्ट्वा नृपतिसागरम रॊषात परचलितं सर्वम इदम आह युधिष्ठिरः 2 भीष्मं मतिमतां...
Book 5. Chapter 154 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 154 1 [ज] आपगेयं महात्मानं भीष्मं शस्त्रभृतां वरम पितामहं भारतानां धवजं सर्वमहीक्षिताम 2...
Book 12. Chapter 102 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 102 1 [य] किं शीलाः किं समुत्थानाः कथंरूपाश च भारत किं संनाहाः कथं शस्त्रा जनाः सयुः संयुगे नृप 2 [भ]...
Book 15. Chapter 3 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 15 Chapter 3 1 [वै] स राजा सुमहातेजा वृद्धः कुरुकुलॊद्वहः नापश्यत तदा किं चिद अप्रियं पाण्डुनन्दने 2...
Book 1. Chapter 121 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 121 1 [वै] विशेषार्थी ततॊ भीष्मः पौत्राणां विनयेप्सया इष्वस्त्रज्ञान पर्यपृच्छद आचार्यान...
Book 13. Chapter 99 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 99 1 [य] आरामाणां तडागानां यत फलं कुरुनन्दन तद अहं शरॊतुम इच्छामि तवत्तॊ ऽदय भरतर्षभ 2 [भ] सुप्रदर्शा...
Book 12. Chapter 241 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 241 1 [वयास] सृजते तु गुणान सत्त्वं कषेत्रज्ञस तव अनुतिष्ठति गुणान विक्रियतः सर्वान उदासीनवद...
Book 1. Chapter 36 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 36 1 [ष] जरत्कारुर इति परॊक्तं यत तवया सूतनन्दन इच्छाम्य एतद अहं तस्य ऋषेः शरॊतुं महात्मनः 2 किं...
Book 3. Chapter 138 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 138 1 [ल] भरद्वाजस तु कौन्तेय कृत्वा सवाध्यायम आह्निकम समित कलापम आदाय परविवेश सवम आश्रमम 2 तं सम...
Book 14. Chapter 22 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 22 1 [बर] अत्राप्य उदाहरन्तीमम इतिहासं पुरातनम सुभगे सप्त हॊतॄणां विधानम इह यादृशम 2 घराणं चक्षुश च...
Book 3. Chapter 90 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 90 1 [लॊमष] धनंजयेन चाप्य उक्तं यत तच छृणु युधिष्ठिर युधिष्ठिरं भरातरं मे यॊजयेर धर्म्यया शरिया 2...
Book 4. Chapter 35 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 35 1 [वै] स तां दृष्ट्वा विशालाक्षीं राजपुत्रीं सखीं सखा परहसन्न अब्रवीद राजन कुत्रागमनम इत्य उत 2...
Book 5. Chapter 75 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 75 1 [भगवान] भावं जिज्ञासमानॊ ऽहं परणयाद इदम अब्रुवम न चाक्षेपान न पाण्डित्यान न करॊधान न विवक्षया 2...
Book 13. Chapter 87 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 87 1 [य] चातुर्वर्ण्यस्य धर्मात्मन धर्मः परॊक्तस तवयानघ तथैव मे शराद्धविधिं कृत्स्नं परब्रूहि...
Book 3. Chapter 265 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 265 1 [मार्क] ततस तां भर्तृशॊकार्तां दीनां मलिनवाससम मणिशेषाभ्यलंकारां रुदतीं च पतिव्रताम 2...
Book 3. Chapter 69 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 69 1 बृहदश्व उवाच शरुत्वा वचः सुदेवस्य ऋतुपर्णॊ नराधिपः सान्त्वयञ शलक्ष्णया वाचा बाहुकं...
Book 12. Chapter 341 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 341 1 [भीस्म] आसीत किल कुरुश्रेष्ठ महापद्मे पुरॊत्तमे गङ्गाया दक्षिणे तीरे कश चिद विप्रः समाहितः 2...
Book 6. Chapter 93 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 93 1 [स] ततॊ दुर्यॊधनॊ राजा शकुनिश चापि सौबलः दुःशासनश च पुत्रस ते सूतपुत्रश च दुर्जयः 2 समागम्य...
Book 10. Chapter 6 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 10 Chapter 6 1 [धृ] दवारदेशे ततॊ दरौणिम अवस्थितम अवेक्ष्य तौ अकुर्वतां भॊजकृपौ किं संजय वदस्व मे 2 [स]...
Book 11. Chapter 21 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 11 Chapter 21 1 [गान्धारी] एष वैकर्तनः शेते महेष्वासॊ महारथः जवलितानलवत संख्ये संशान्तः पार्थ तेजसा 2 पश्य...
Book 2. Chapter 29 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 29 1 [व] नकुलस्य तु वक्ष्यामि कर्माणि विजयं तथा वासुदेव जिताम आशां यथासौ वयजयत परभुः 2 निर्याय...
Book 7. Chapter 34 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 34 1 [स] तद अनीकम अनाधृष्यं भारद्वाजेन रक्षितम पार्थाः समभ्यवर्तन्त भीमसेनपुरॊगमाः 2 सात्यकिश...
Book 13. Chapter 5 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 5 1 [य] आनृशंसस्य धर्मस्य गुणान भक्त जनस्य च शरॊतुम इच्छामि कार्त्स्न्येन तन मे बरूहि पितामह 2 [भ]...
Book 3. Chapter 126 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 126 1 [य] मान्धाता राजशार्दूलस तरिषु लॊकेषु विश्रुतः कथं जातॊ महाब्रह्मन यौवनाश्वॊ नृपॊत्तमः कथं...
Book 3. Chapter 282 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 282 1 [मार्क] एतस्मिन्न एव काले तु दयुमत्सेनॊ महावने लब्धचक्षुः परसन्नात्मा दृष्ट्या सर्वं ददर्श ह 2...
Book 6. Chapter 74 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 74 1 [स] ततॊ दुर्यॊधनॊ राजा मॊहात परत्यागतस तदा शरवर्षैः पुनर भीमं परत्यवारयद अच्युतम 2 एकीभूताः...
Book 5. Chapter 92 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 92 1 [व] तथा कथयतॊर एव तयॊर बुद्धिमतॊस तदा शिवा नक्षत्रसंपन्ना सा वयतीयाय शर्वरी 2...
Book 9. Chapter 32 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 32 1 [स] एवं दुर्यॊधनॊ राजन गर्जमाने मुहुर मुहुः युधिष्ठिरस्य संक्रुद्धॊ वासुदेवॊ ऽबरवीद इदम 2 यदि...
Book 13. Chapter 60 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 60 1 [य] दानं यज्ञक्रिया चेह किंस्वित परेत्य महाफलम कस्य जयायः फलं परॊक्तं कीदृशेभय कथं कदा 2 एतद...
Book 13. Chapter 120 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 120 1 [भ] कषत्रधर्मम अनुप्राप्तः समरन्न एव स वीर्यवान तयक्त्वा च कीटतां राजंश चचार विपुलं तपः 2 तस्य...
Book 1. Chapter 28 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 28 1 [स] ततस तमिन दविजश्रेष्ठ समुदीर्णे तथाविधे गरुत्मान पक्षिराट तूर्णं संप्राप्तॊ विबुधान परति 2...
Book 12. Chapter 20 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 20 1 [वैषम्पायन] तस्मिन वाक्यान्तरे वक्ता देवस्थानॊ महातपाः अभिनीततरं वाक्यम इत्य उवाच...
Book 7. Chapter 153 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 153 1 [स] संप्रेक्ष्य समरे भीमं रक्षसा गरस्तम अन्तिकात वासुदेवॊ ऽबरवीद वाक्यं घटॊत्कचम इदं तदा 2...
Book 10. Chapter 2 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 10 Chapter 2 1 [कृप] शरुतं ते वचनं सर्वं हेतुयुक्तं मया विभॊ ममापि तु वचः किं चिच छृणुष्वाद्य महाभुज 2 आबद्धा...
Book 11. Chapter 25 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 11 Chapter 25 1 [ग] काम्बॊजं पश्य दुर्धर्षं काम्बॊजास्तरणॊचितम शयानम ऋषभस्कन्धं हतं पांसुशु माधव 2 यस्य...
Book 3. Chapter 261 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 261 1 [य] उक्तं भगवता जन्म रामादीनां पृथक पृथक परस्थान कारणं बरह्मञ शरॊतुम इच्छामि कथ्यताम 2 कथं...
Book 6. Chapter 97 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 97 1 [धृ] आर्जुनिं समरे शूरं विनिघ्नन्तं महारथम अलम्बुसः कथं युद्धे परत्ययुध्यत संजय 2...
Book 12. Chapter 345 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 345 1 [भीस्म] स वनानि विचित्राणि तीर्थानि च सरांसि च अभिगच्छन करमेण सम कं चिन मुनिम उपस्थितः 2 तं स तेन...
Book 5. Chapter 71 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 71 1 [भगवान] संजयस्य शरुतं वाक्यं भवतश च शरुतं मया सर्वं जानाम्य अभिप्रायं तेषां च भवतश च यः 2 तव...
Book 13. Chapter 83 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 83 1 [य] उक्तं पितामहेनेदं गवां दानम अनुत्तमम विशेषेण नरेन्द्राणाम इति धर्मम अवेक्षताम 2 राज्यं हि...
Book 4. Chapter 31 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 31 1 [वै] निर्याय नगराच छूरा वयूढानीकाः परहारिणः तरिगर्तान अस्पृशन मत्स्याः सूर्ये परिणते सति 2 ते...
Book 12. Chapter 118 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 118 1 [भ] स शवा परकृतिम आपन्नः परं दैन्यम उपागमत ऋषिणा हुंकृतः पापस तपॊवनबहिष्कृतः 2 एवं राज्ञा...
Book 12. Chapter 24 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 24 1 [युधिस्ठिर] भगवन कर्मणा केन सुद्युम्नॊ वसुधाधिपः संसिद्धिं परमां पराप्तः शरॊतुम इच्छामि तं...
Book 13. Chapter 124 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 124 1 [य] सत सत्रीणां समुदाचारं सव धर्मभृतां वर शरॊतुम इच्छाम्य अहं तवत्तस तं मे बरूहि पितामह 2 [भ]...
Book 7. Chapter 157 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 157 1 [धृ] एकवीर वधे मॊघा शक्तिः सूतात्मजे यदा कस्मात सर्वान समुत्सृज्य स तां पार्थे न मुक्तवान 2...
Book 5. Chapter 96 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 96 1 [कण्व] मातलिस तु वरजन मार्गे नारदेन महर्षिणा वरुणं गच्छता दरष्टुं समागच्छद यदृच्छया 2 नारदॊ...
Book 13. Chapter 64 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 64 1 [भ] सर्वान कामान परयच्छन्ति ये परयच्छन्ति काञ्चनम इत्य एवं भगवान अत्रिः पितामहसुतॊ ऽबरवीत 2...
Book 9. Chapter 36 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 36 1 [वै] ततॊ विनशनं राजन्न आजगाम हलायुधः शूद्राभीरान परति दवेषाद यत्र नष्टा सरस्वती 2 यस्मात सा...
Book 3. Chapter 286 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 286 1 [कर्ण] भगवन्तम अहं भक्तॊ यथा मां वेत्थ गॊपते तथा परमतिग्मांशॊ नान्यं देवं कथं चन 2 न मे दारा न मे...
Book 6. Chapter 70 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 70 1 [स] अथ राजन महाबाहुः सात्यकिर युद्धदुर्मदः विकृष्य चापं समरे भारसाधनम उत्तमम 2 परामुञ्चत...
Book 13. Chapter 1 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 1 1 [य] शमॊ बहुविधाकारः सूक्ष्म उक्तः पितामह न च मे हृदये शान्तिर अस्ति कृत्वेदम ईदृशम 2 अस्मिन...
Book 7. Chapter 30 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 30 1 [धृ] तेष्व अनीकेषु भग्नेषु पाण्डुपुत्रेण संजय चलितानां दरुतानां च कथम आसीन मनॊ हि वः 2 अनीकानां...
Book 14. Chapter 38 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 38 1 [बर] अतः परं परवक्ष्यामि तृतीयं गुणम उत्तमम सर्वभूतहितं लॊके सतां धर्मम अनिन्दितम 2 आनन्दः...
Book 3. Chapter 122 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 122 1 [ल] भृगॊर महर्षेः पुत्रॊ ऽभूच चयवनॊ नाम भार्गवः समीपे सरसः सॊ ऽसय तपस तेपे महाद्युतिः 2...
Book 12. Chapter 106 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 106 1 [मुनि] अथ चेत पौरुषं किं चित कषत्रियात्मनि पश्यसि बरवीमि हन्त ते नीतिं राज्यस्य परतिपत्तये 2...
Book 1. Chapter 125 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 125 1 [वै] कुरुराजे च रङ्गस्थे भीमे च बलिनां वरे पक्षपात कृतस्नेहः स दविधेवाभवज जनः 2 हा वीर...
Book 15. Chapter 7 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 15 Chapter 7 1 [धृ] सपृश मां पाणिना भूयः परिष्वज च पाण्डव जीवामीव हि संस्पर्शात तव राजीवलॊचन 2 मूर्धानं च...
Book 2. Chapter 33 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 33 1 [व] ततॊ ऽभिषेचनीये ऽहनि बराह्मणा राजभिः सह अन्तर वेदीं परविविशुः सत्कारार्थं महर्षयः 2...
Book 5. Chapter 150 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 150 1 [ज] युधिष्ठिरं सहानीकम उपयान्तं युयुत्सया संनिविष्टं कुरुक्षेत्रं वासुदेवेन पालितम 2...
Book 6. Chapter 89 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 89 1 [स] विमुखीकृत्य तान सर्वांस तावकान युधि राक्षसः जिघांसुर भरतश्रेष्ठ दुर्यॊधनम उपाद्रवत 2 तम...
Book 3. Chapter 73 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 73 1 बृहदश्व उवाच दमयन्ती तु तच छरुत्वा भृशं शॊकपरायणा शङ्कमाना नलं तं वै केशिनीम इदम अब्रवीत 2 गच्छ...
Book 9. Chapter 4 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 4 1 [स] एवम उक्तॊ ऽतॊ राजा गौतमेन यशस्विना निःश्वस्य दीर्घम उष्णं च तूष्णीम आसीद विशां पते 2 ततॊ...
Book 3. Chapter 298 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 298 1 [वै] ततस ते यक्षवचनाद उदतिष्ठन्त पाण्डवाः कषुत्पिपासे च सर्वेषां कषणे तस्मिन वयगच्छताम 2 [य]...
Book 3. Chapter 94 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 94 1 [व] ततः संप्रस्थितॊ राजा कौन्तेयॊ भूरिदक्षिणः अगस्त्याश्रमम आसाद्य दुर्जयायाम उवास ह 2 तत्र वै...
Book 14. Chapter 26 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 26 1 [बर] एकः शास्ता न दवितीयॊ ऽसति शास्ता; यथा नियुक्तॊ ऽसमि तथा चरामि हृद्य एष तिष्ठन पुरुषः शास्ति...
Book 7. Chapter 149 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 149 1 [स] दृष्ट्वा घटॊत्कचं राजन सूतपुत्र रथं परति परयान्तं तवयरा युक्तं जिघांसुं कर्णम आहवे 2...
Book 1. Chapter 32 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 32 1 [ष] जाता वै भुजगास तात वीर्यवन्तॊ दुरासदाः शापं तं तव अथ विज्ञाय कृतवन्तॊ नु किं परम 2 [स] तेषां तु...
Book 9. Book 9 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT PARALLEL DEVANAGARI AND ROMANIZATION BOOK 9 IMPORTANT NOTE: This etext uses Unicode extensively. You will need to make sure that your browser is set up to view Unicode properly. For more information, read the Unicode page. Chapter 1 Chapter 2 Chapter 3 Chapter 4 Chapter...
Book 16. Chapter 4 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 16 Chapter 4 1 [वै] काली सत्री पाण्डुरैर दन्तैः परविश्य हसती निशि सत्रियः सवप्नेषु मुष्णन्ती दवारकां...
Book 8. Chapter 68 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 68 1 [स] शल्यस तु कर्णार्जुनयॊर विमर्दे; बलानि दृष्ट्वा मृदितानि बाणैः दुर्यॊधनं यान्तम...
Book 9. Chapter 28 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 28 1 [स] ततः करुद्धा महाराज सौबलस्या पदानुगाः तयक्त्वा जीवितम आक्रन्दे पाण्डवान पर्यवारयन 2 तान...
Book 5. Chapter 88 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 88 1 [व] अथॊपगम्य विदुरम अपहाह्णे जनार्दनः पितृष्वसारं गॊविन्दः सॊ ऽभयगच्छद अरिंदमः 2 सा दृष्ट्वा...
Book 12. Chapter 245 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 245 1 [वयास] शरीराद विप्रमुक्तं हि सूक्ष्मभूतं शरीरिणम कर्मभिः परिपश्यन्ति शास्त्रॊक्तैः...
Book 7. Chapter 114 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 114 1 [स] ततः कर्णॊ महाराज भीमं विद्ध्वा तरिभिः शरैः मुमॊच शरवर्षाणि चित्राणि च बहूनि च 2 वध्यमानॊ...
Book 12. Chapter 67 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 67 1 चातुराश्रम्य उक्तॊ ऽतर चातुर्वर्ण्यस तथैव च राष्ट्रस्य यत्कृत्य तमं तन मे बरूहि पिता मह 2...
Book 8. Chapter 35 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 35 1 [धृ] सुदुष्करम इदं कर्मकृतं भीमेन संजय येन कर्णॊ महाबाहू रथॊपस्थे निपातितः 2 कर्णॊ हय एकॊ रणे...
Book 5. Chapter 8 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 8 1 [व] शल्यः शरुत्वा तु दूतानां सैन्येन महता वृतः अभ्ययात पाण्डवान राजन सह पुत्रैर महारथैः 2 तस्य...
Book 13. Chapter 27 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 27 1 [व] बृहस्पतिसमं बुद्ध्या कषमया बरह्मणः समम पराक्रमे शक्रसमम आदित्यसमतेजसम 2 गाङ्गेयम...
Book 12. Chapter 218 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 218 1 [भी] शतक्रतुर अथापश्यद बलेर दीप्तां महात्मनः सवरूपिणीं शरीराद धि तदा निष्क्रामतीं शरियम 2 तां...
Book 6. Chapter 33 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 33 1 अर्जुन उवाच मदनुग्रहाय परमं गुह्यम अध्यात्मसंज्ञितम यत तवयॊक्तं वचस तेन मॊहॊ ऽयं विगतॊ मम 2...
Book 3. Chapter 161 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 161 1 [वै] तस्मिन नगेन्द्रे वसतां तु तेषां; महात्मनां सद वरतम आस्थितानाम रतिः परमॊदश च बभूव तेषाम;...
Book 7. Chapter 73 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 73 1 [धृ] बाणे तस्मिन निकृत्ते तु धृष्टद्युम्ने च मॊक्षिते तेन वृष्णिप्रवीरेण युयुधानेन संजय 2...
Book 3. Chapter 186 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 186 1 [वै] ततः स पुनर एवाथ मार्कण्डेयं यशस्विनम पप्रच्छ विनयॊपेतॊ धर्मराजॊ युधिष्ठिरः 2 नैके...
Book 7. Chapter 94 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 94 1 [स] दरॊणं स जित्वा पुरुषप्रवीरस; तथैव हार्दिक्य मुखांस तवदीयान परहस्य सूतं वचनं बभाषे;...
Book 12. Chapter 306 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 306 1 [या] अव्यक्तस्थं परं यत तत पृष्टस ते ऽहं नराधिप परं गुह्यम इमं परश्नं शृणुष्वावहितॊ नृप 2...
Book 3. Chapter 222 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 222 1 [वै] उपासीनेषु विप्रेषु पाण्डवेषु महात्मसु दरौपदी सत्यभामा च विविशाते तदा समम जाहस्यमाने...
Book 5. Chapter 32 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 32 1 [व] अनुज्ञातः पाण्डवेन परययौ संजयस तदा शासनं धृतराष्ट्रस्य सर्वं कृत्वा महात्मनः 2 संप्राप्य...
Book 1. Chapter 178 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 178 1 [वै] ते ऽलंकृताः कुण्डलिनॊ युवानः; परस्परं सपर्धमानाः समेताः अस्त्रं बलं चात्मनि मन्यमानाः;...
Book 1. Chapter 88 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 88 1 [वस] पृच्छामि तवां वसु मना रौशदश्विर; यद्य अस्ति लॊकॊ दिवि मह्यं नरेन्द्र यद्य अन्तरिक्षे...
Book 12. Chapter 80 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 80 1 कव समुत्थाः कथं शीला ऋत्विजः सयुः पिता मह कथं विधाश च राजेन्द्र तद बरूहि वदतां वर 2 परतिकर्म...
Book 15. Chapter 25 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 15 Chapter 25 1 [वै] ततॊ भागी रथी तीरे मेध्ये पुण्यजनॊचिते निवासम अकरॊद राजा विदुरस्या मते सथिताः 2 तत्रैनं...
Book 14. Chapter 65 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 65 1 [व] एतस्मिन्न एव काले तु वासुदेवॊ ऽपि वीर्यवान उपायाद वृष्णिभिः सार्धं पुरं वारणसाह्वयम 2 समयं...
Book 12. Chapter 79 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 79 1 वयाख्याता कषत्रधर्मेण वृत्तिर आपत्सु भारत कथं चिद वैश्य धर्मेण जीवेद वा बराह्मणॊ न वा 2 अशक्तः...
Book 1. Chapter 71 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 71 1 [ज] ययातिः पूर्वकॊ ऽसमाकं दशमॊ यः परजापतेः कथं स शुक्रतनयां लेभे परमदुर्लभाम 2 एतद इच्छाम्य अहं...
Book 1. Chapter 181 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 181 1 [वै] अजिनानि विधुन्वन्तः करकांश च दविजर्षभाः ऊचुस तं भीर न कर्तव्या वयं यॊत्स्यामहे परान 2 तान...
Book 12. Chapter 206 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 206 1 [गुरु] रजसा साध्यते मॊहस तमसा च नरर्षभ करॊधलॊभौ भयं दर्प एतेषां साधनाच छुचिः 2 परमं परमात्मानं...
Book 13. Chapter 39 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 39 1 [य] इमे वै मानवा लॊके सत्रीषु सज्जन्त्य अभीक्ष्णशः मॊहेन परम आविष्टा दैवादिष्टेन पार्थिव...
Book 1. Chapter 225 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 225 1 [मन्दपाल] युष्माकं परिरक्षार्थं विज्ञप्तॊ जवलनॊ मया अग्निना च तथेत्य एवं पूर्वम एव...
Book 1. Chapter 166 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 166 1 [ग] कल्माषपाद इत्य अस्मिँल लॊके राजा बभूव ह इक्ष्वाकुवंशजः पार्थ तेजसासदृशॊ भुवि 2 स कदा चिद वनं...
Book 1. Chapter 96 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 96 1 [व] हते चित्राङ्गदे भीष्मॊ बाले भरातरि चानघ पालयाम आस तद राज्यं सत्यवत्या मते सथितः 2...
Book 12. Chapter 145 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 145 1 [भ] विमानस्थौ तु तौ राजँल लुब्धकॊ वै ददर्श ह दृष्ट्वा तौ दम्पती दुःखाद अचिन्तयत सद गतिम 2...
Book 5. Chapter 113 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 113 1 [न] एवम उक्तः सुपर्णेन तथ्यं वचनम उत्तमम विमृश्यावहितॊ राजा निश्चित्य च पुनः पुनः 2 यष्टा...
Book 14. Chapter 82 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 82 1 [अर्जुन] किम आगमनकृत्यं ते कौरव्य कुलनन्दिनि मणिपूर पतेर मातुस तथैव च रणाजिरे 2 कच चित...
Book 3. Chapter 198 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 198 1 [मार्क] चिन्तयित्वा तद आश्चर्यं सत्रिया परॊक्तम अशेषतः विनिन्दन स दविजॊ ऽऽतमानम आगः कृत...
Book 2. Chapter 70 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 70 1 [व] तस्मिन संप्रस्थिते कृष्णा पृथां पराप्य यशस्विनीम आपृच्छद भृशदुःखार्ता याश चान्यास तत्र...
Book 3. Chapter 30 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 30 1 [य] करॊधॊ हन्ता मनुष्याणां करॊधॊ भावयिता पुनः इति विद्धि महाप्राज्ञे करॊधमूलौ भवाभवौ 2 यॊ हि...
Book 12. Chapter 318 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 318 1 [नारद] सुखदुःखविपर्यासॊ यदा समुपपद्यते नैनं परज्ञा सुनीतं वा तरायते नापि पौरुषम 2 सवभावाद...
Book 7. Chapter 67 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 67 1 [स] संनिरुद्धस तु तैः पार्थॊ महाबलपराक्रमः दरुतं समनुयातश च दरॊणेन रथिनां वरः 2 किरन्न इषुगणांस...
Book 3. Chapter 175 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 175 1 [जनम] कथं नागायुतप्राणॊ भीमसेनॊ महाबलः भयम आहारयत तीव्रं तस्माद अजगरान मुने 2 पौलस्त्य यॊ...
Book 14. Book 14 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT PARALLEL DEVANAGARI AND ROMANIZATION BOOK 14 IMPORTANT NOTE: This etext uses Unicode extensively. You will need to make sure that your browser is set up to view Unicode properly. For more information, read the Unicode page. Chapter 1 Chapter 2 Chapter 3 Chapter 4 Chapter...
Book 6. Chapter 27 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 27 1 अर्जुन उवाच संन्यासं कर्मणां कृष्ण पुनर यॊगं च शंससि यच छरेय एतयॊर एकं तन मे बरूहि सुनिश्चितम 2...
Book 13. Chapter 33 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 33 1 [य] किं राज्ञः सर्वकृत्यानां गरीयः सयात पितामह किं कुर्वन कर्म नृपतिर उभौ लॊकौ समश्नुते 2 [भ] एतद...
Book 9. Chapter 61 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 61 1 [स] ततस ते परययुः सर्वे निवासाय महीक्षितः शङ्खान परध्मापयन्तॊ वै हृष्टाः परिघबाहवः 2 पाण्डवान...
Book 12. Chapter 73 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 73 1 य एव तु सतॊ रक्षेद असतश च निबर्हयेत स एव राज्ञा कर्तव्यॊ राजन राजपुरॊहितः 2 अत्राप्य...
Book 8. Chapter 21 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 21 1 [स] ततः कर्णं पुरस्कृत्य तवदीया युद्धदुर्मदाः पुनर आवृत्य संग्रामं चक्रुर देवासुरॊपमम 2...
Book 7. Chapter 100 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 100 1 [धृ] किं तस्यां मम सेनायां नासन के चिन महारथाः ये तथा सात्यकिं यान्तं नैवाघ्नन नाप्य अवारयन 2...
Book 12. Chapter 94 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 94 1 यत्राधर्मं परणयते दुर बले बलवत तरः तां वृत्तिम उपजीवन्ति ये भवन्ति तद अन्वयाः 2 राजानम...
Book 4. Chapter 66 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 66 1 [विराट] यद्य एष राजा कौरव्यः कुन्तीपुत्रॊ युधिष्ठिरः कतमॊ ऽसयार्जुनॊ भराता भीमश च कतमॊ बली 2...
Book 5. Chapter 26 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 26 1 [य] कां नु वाचं संजय मे शृणॊषि; युद्धैषिणीं येन युद्धाद बिभेषि अयुद्धं वै तात युद्धाद गरीयः; कस...
Book 3. Chapter 236 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 236 1 [जनम] शत्रुभिर जितबद्धस्य पाण्डवैश च महात्मभिः मॊक्षितस्य युधा पश्चान मानस्थस्य दुरात्मनः 2...
Book 12. Chapter 312 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 312 1 [भी] स मॊक्षम अनुचिन्त्यैव शुकः पितरम अभ्यगात पराहाभिवाद्य च गुरुं शरेयॊ ऽरथी विनयान्वितः 2...
Book 3. Chapter 4 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 4 1 [व] ततॊ दिवाकरः परीतॊ दर्शयाम आस पाण्डवम दीप्यमानः सववपुषा जवलन्न इव हुताशनः 2 यत ते ऽभिलषितं...
Book 14. Chapter 88 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 88 1 [व] समागतान वेद विदॊ राज्ञश च पृथिवीश्वरान दृष्ट्वा युधिष्ठिरॊ राजा भीमसेनम अथाब्रवीत 2 उपयाता...
Book 7. Chapter 80 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 80 1 [धृ] धवजान बहुविधाकारान भराजमानान अतिश्रिया पार्थानां मामकानां च तान ममाचक्ष्व संजय 2 [स] धवजान...
Book 5. Chapter 119 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 119 1 [न] अथ परचलितः सथानाद आसनाच च परिच्युतः कम्पितेनैव मनसा धर्षितः शॊकवह्निना 2 मलानस्रग...
Book 3. Chapter 192 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 192 1 [वै] युधिष्ठिरॊ धर्मराजः पप्रच्छ भरतर्षभ मार्कण्डेयं तपॊवृद्धं दीर्यायुर अम अकल्मषम 2...
Book 5. Chapter 2 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 2 1 [बलदेव] शरुतं भवद्भिर गद पूर्वजस्य; वाक्यं यथा धर्मवद अर्थवच च अजातशत्रॊश च हितं हितं च;...
Book 12. Chapter 212 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 212 1 [भी] जनकॊ जनदेवस तु जञापितः परमर्षिणा पुनर एवानुपप्रच्छ साम्प्रयाये भवाभवौ 2 भगवन यद इदं...
Book 1. Chapter 65 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 65 1 [व] ततॊ गच्छन महाबाहुर एकॊ ऽमात्यान विसृज्य तान नापश्यद आश्रमे तस्मिंस तम ऋषिं संशितव्रतम 2 सॊ...
Book 1. Chapter 195 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 195 1 [भस] न रॊचते विग्रहॊ मे पाण्डुपुत्रैः कथं चन यथैव धृतराष्ट्रॊ मे तथा पाण्डुर असंशयम 2...
Book 7. Chapter 79 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 79 1 [स] तावकास तु समीक्ष्यैव वृष्ण्यन्धककुरूत्तमौ पराग अत्वरञ जिघांसन्तस तथैव विजयः परान 2...
Book 14. Chapter 71 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 71 1 [व] एवम उक्तस तु कृष्णेन धर्मपुत्रॊ युधिष्ठिरः वयासम आमन्त्र्य मेधावी ततॊ वचनम अब्रवीत 2...
Book 6. Chapter 39 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 39 1 अर्जुन उवाच ये शास्त्रविधिम उत्सृज्य यजन्ते शरद्धयान्विताः तेषां निष्ठा तु का कृष्ण सत्त्वम...
Book 15. Chapter 31 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 15 Chapter 31 1 [वै] ततस ते पाण्डवा दूराद अवतीर्य पदातयः अभिजग्मुर नरपतेर आश्रमं विनयानताः 2 स च पौरजनः सर्वॊ ये...
Book 3. Chapter 24 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 24 1 [वै] तस्मिन दशार्हाधिपतौ परयाते; युधिष्ठिरॊ भीमसेनार्जुनौ च यमौ च कृष्णा च पुरॊहितश च; रथान...
Book 3. Chapter 228 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 228 1 [वै] धृतराष्ट्रं ततः सर्वे ददृशुर जनमेजय पृष्ट्वा सुखम अथॊ राज्ञः पृष्ट्वा राज्ञा च भारत 2 ततस...
Book 2. Chapter 64 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 64 1 [कर्ण] या नः शरुता मनुष्येषु सत्रियॊ रूपेण संमताः तासाम एतादृशं कर्म न कस्यां चन शुश्रुमः 2...
Book 5. Chapter 107 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 107 1 [सुपर्ण] इयं विवस्वता पूर्वं शरौतेन विधिना किल गुरवे दक्षिणा दत्ता दक्षिणेत्य उच्यते ऽथ दिक 2...
Book 14. Chapter 96 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 96 1 [ज] कॊ ऽसौ नकुल रूपेण शिरसा काञ्चनेन वै पराह मानुषवद वाचम एतत पृष्टॊ वदस्व मे 2 [व] एतत पूर्वं न...
Book 12. Chapter 151 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 151 1 [भ] एवम उक्त्वा तु राजेन्द्र शल्मलिं बरह्मवित्तमः नारदः पवने सर्वं शल्मलेर वाक्यम अब्रवीत 2...
Book 1. Chapter 172 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 172 1 [ग] एवम उक्तः स विप्रर्षिर वसिष्ठेन महात्मना नययच्छद आत्मनः कॊपं सर्वलॊकपराभवात 2 ईजे च स...
Book 1. Chapter 82 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 82 1 [व] सवर्गतः स तु राजेन्द्रॊ निवसन देव सद्मनि पूजितस तरिदशैः साध्यैर मरुद्भिर वसुभिस तथा 2...
Book 6. Chapter 1 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 1 1 [ज] कथं युयुधिरे वीराः कुरुपाण्डवसॊमकाः पार्थिवाश च महाभागा नानादेशसमागताः 2 [व] यथा युयुधिरे...
Book 5. Chapter 38 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 38 1 [वि] ऊर्ध्वं पराणा हय उत्क्रामन्ति यूनः सथविर आयति परत्युत्थानाभिवादाभ्यां पुनस तान...
Book 4. Chapter 25 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 25 1 [वै] ततॊ दुर्यॊधनॊ राजा शरुत्वा तेषां वचस तदा चिरम अन्तर मना भूत्वा परत्युवाच सभा सदः 2 सुदुःखा...
Book 13. Chapter 97 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 97 1 [य] यद इदं शराद्धधर्मेषु दीयते भरतर्षभ छत्रं चॊपानहौ चैव केनैतत संप्रवर्तितम कथं चैतत...
Book 5. Chapter 65 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 65 1 [व] दुर्यॊधने धार्तराष्ट्रे तद वचॊ ऽपरतिनन्दति तूष्णींभूतेषु सर्वेषु समुत्तस्थुर नरेश्वराः 2...
Book 6. Chapter 83 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 83 1 [स] परिणाम्य निशां तां तु सुखसुप्ता जनेश्वराः कुरवः पाण्डवाश चैव पुनर युद्धाय निर्ययुः 2 ततः...
Book 12. Chapter 351 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 351 1 [सूर्य] नैष देवॊ ऽनिलसखॊ नासुरॊ न च पन्नगः उञ्छवृत्ति वरते सिद्धॊ मुनिर एष दिवं गतः 2 एष...
Book 3. Chapter 79 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 79 1 [ज] भगवन काम्यकात पार्थे गते मे परपिता महे पाण्डवाः किम अकुर्वन्त तम ऋते सव्यसाचिनम 2 स हि तेषां...
Book 3. Chapter 275 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 275 1 [मार्क] स हत्वा रावणं कषुद्रं राक्षसेन्द्रं सुरद्विषम बभूव हृष्टः ससुहृद रामः सौमित्रिणा सह 2...
Book 2. Chapter 39 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 39 1 [षिषु] स मे बहुमतॊ राजा जरासंधॊ महाबलः यॊ ऽनेन युद्धं नेयेष दासॊ ऽयम इति संयुगे 2 केशवेन कृतं यत...
Book 3. Chapter 136 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 136 1 [यव] परतिभास्यन्ति वै वेदा मम तातस्य चॊभयॊः अति चान्यान भविष्यावॊ वरा लब्धास तथा मया 2 [भरद]...
Book 7. Chapter 24 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 24 1 [स] महद भैरवम आसीन नः संनिवृत्तेषु पाण्डुषु दृष्ट्वा दरॊणं छाद्यमानं तैर भास्करम इवाम्बुदैः 2...
Book 6. Chapter 64 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 64 1 [भस] शृणु चेदं महाराज बरह्मभूतस्तवं मम बरह्मर्षिभिश च देवैश च यः पुरा कथितॊ भुवि 2 साध्यानाम अपि...
Book 3. Chapter 292 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 292 1 [वै] ततॊ गर्भः समभवत पृथायाः पृथिवीपते शुक्ले दशॊत्तरे पक्षे तारापतिर इवाम्बरे 2 सा बान्धवभयाद...
Book 13. Chapter 70 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 70 1 दत्तानां फलसंप्राप्तिं गवां परब्रूहि मे ऽनघ विस्तरेण महाबाहॊ न हि तृप्यामि कथ्यताम 2 [भ]...
Book 9. Chapter 22 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 22 1 [स] वर्तमाने तथा युद्धे घॊररूपे भयानके अभज्यत बलं तत्र तव पुत्रस्य पाण्डवैः 2 तांस तु यत्नेन...
Book 5. Chapter 82 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 82 1 [व] परयान्तं देवकीपुत्रं परवीर रुजॊ दश महारथा महाबाहुम अन्वयुः शस्त्रपाणयः 2 पदातीनां सहस्रं च...
Book 7. Chapter 143 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 143 1 [स] शतानीकं शरैस तूर्णं निर्दहन्तं चमूं तव चित्रसेनस तव सुतॊ वारयाम आस भारत 2 नाकुलिश चित्रसेनं...
Book 12. Chapter 30 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 30 1 [युधिस्ठिर] स कथं काञ्चनष्ठीवी सृञ्जयस्य सुतॊ ऽभवत पर्वतेन किमर्थं च दत्तः केन ममार च 2 यदा...
Book 8. Chapter 62 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 62 1 [स] दुःशासने तु निहते पुत्रास तव महारथाः महाक्रॊधविषा वीराः समरेष्व अपलायिनः दश राजन...
Book 13. Chapter 130 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 130 1 [उमा] देशेषु रमणीयेषु गिरीणां निर्झरेषु च सरवन्तीनां च कुञ्जेषु पर्वतॊपवनेषु च 2 देशेषु च...
Book 1. Chapter 38 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 38 1 [षृ] यद्य एतत साहसं तात यदि वा दुष्कृतं कृतम परियं वाप्य अप्रियं वा ते वाग उक्ता न मृषा मया 2...
Book 3. Chapter 67 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 67 1 दमयन्त्य उवाच मां चेद इच्छसि जीवन्तीं मातः सत्यं बरवीमि ते नरवीरस्य वै तस्य नलस्यानयने यत 2...
Book 10. Chapter 8 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 10 Chapter 8 1 [धृ] तथा परयाते शिबिरं दरॊणपुत्रे महारथे कच चित कृपश च भॊजश च भयार्तौ न नयवर्तताम 2 कच चिन न...
Book 5. Chapter 144 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 144 1 [व] ततः सूर्यान निश्चरितां कर्णः शुश्राव भारतीम दुरत्ययां परणयिनीं पितृवद भास्करेरिताम 2...
Book 2. Chapter 27 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 27 1 [व] ततः कुमार विषये शरेणिमन्तम अथाजयत कॊसलाधिपतिं चैव बृहद्बलम अरिंदमः 2 अयॊध्यायां तु...
Book 1. Chapter 131 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 131 1 [वै] ततॊ दुर्यॊधनॊ राजा सर्वास ताः परकृतीः शनैः अर्थमानप्रदानाभ्यां संजहार सहानुजः 2...
Book 12. Chapter 112 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 112 1 [य] असौम्याः सौम्य रूपेण सौम्याश चासौम्य दर्शिनः ईदृशान पुरुषांस तात कथं विद्यामहे वयम 2 [भ]...
Book 13. Chapter 89 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 89 1 [भ] यमस तु यानि शराद्धानि परॊवाच शशबिन्दवे तानि मे शृणु काम्यानि नक्षत्रेषु पृथक पृथक 2 शराद्धं...
Book 12. Chapter 251 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 251 1 [य] इमे वै मानवाः सर्वे धर्मं परति विशङ्किताः कॊ ऽयं धर्मः कुतॊ धर्मस तन मे बरूहि पितामह 2 धर्मॊ...
Book 1. Chapter 26 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 26 1 [स] सपृष्टमात्रा तु पद्भ्यां स गरुडेन बलीयसा अभज्यत तरॊः शाखा भग्नां चैनाम अधारयत 2 तां भग्नां स...
Book 14. Chapter 32 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 32 1 [बर] अत्राप्य उदाहरन्तीमम इतिहासं पुरातनम बराह्मणस्य च संवादं जनकस्य च भामिनि 2 बराह्मणं जनकॊ...
Book 3. Chapter 128 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 128 1 [स] बरह्मन यद यद यथा कार्यं तत तत कुरु तथा तथा पुत्र कामतया सर्वं करिष्यामि वचस तव 2 [ल] ततः स...
Book 3. Chapter 80 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 80 1 [व] धनंजयॊत्सुकास ते तु वने तस्मिन महारथाः नयवसन्त महाभागा दरौपद्या सह पाण्डवाः 2 अथापश्यन...
Book 1. Chapter 135 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 135 1 [वै] विदुरस्य सुहृत कश चित खनकः कुशलः कव चित विविक्ते पाण्डवान राजन्न इदं वचनम अब्रवीत 2 परहितॊ...
Book 12. Chapter 116 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 116 1 [य] पितामह महाप्राज्ञ संशयॊ मे महान अयन सच छेत्तव्यस तवया राजन भवान कुलकरॊ हि नः 2 पुरुषाणाम अयं...
Book 5. Chapter 140 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 140 1 [सम्जय] कर्णस्य वचनं शरुत्वा केशवः परवीरहा उवाच परहसन वाक्यं समितपूर्वम इदं तदा 2 अपि तवां न...
Book 2. Chapter 23 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 23 1 [व] पार्थः पराप्य धनुःश्रेष्ठम अक्षय्यौ च महेषुधी रथं धवजं सभां चैव युधिष्ठिरम अभाषत 2 धनुर...
Book 3. Chapter 63 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 63 1 बृहदश्व उवाच उत्सृज्य दमयन्तीं तु नलॊ राजा विशां पते ददर्श दावं दह्यन्तं महान्तं गहने वने 2...
Book 6. Chapter 99 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 99 1 [स] मध्याह्ने तु महाराज संग्रामः समपद्यत लॊकक्षयकरॊ रौद्रॊ भीष्मस्य सह सॊमकैः 2 गाङ्गेयॊ...
Book 3. Chapter 84 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 84 1 [व] भरातॄणां मतम आज्ञाय नारदस्य च धीमतः पिता मह समं धौम्यं पराह राजा युधिष्ठिरः 2 मया स...
Book 3. Chapter 288 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 288 1 [कुन्ती] बराह्मणं यन्त्रिता राजन उपस्थास्यामि पूजया यथाप्रतिज्ञं राजेन्द्र न च मिथ्या...
Book 14. Chapter 36 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 36 1 [बर] तद अव्यक्तम अनुद्रिक्तं सर्वव्यापि धरुवं सथिरम नवद्वारं पुरं विद्यात तरिगुणं पञ्च...
Book 1. Chapter 22 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 22 1 [सू] एवं सतुतस तदा कद्र्वा भगवान हरिवाहनः नीलजीमूतसंघातैर वयॊम सर्वं समावृणॊत 2 ते मेघा मुमुचुस...
Book 7. Chapter 159 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 159 1 [स] घटॊत्कचे तु निहते सूतपुत्रेण तां निशाम दुःखामर्ष वशं पराप्तॊ धर्मपुत्रॊ युधिष्ठिरः 2...
Book 12. Chapter 255 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 255 1 [जाजलि] यथा परवर्तितॊ धर्मस तुलां धारयता तवया सवर्गद्वारं च वृत्तिं च भूतानाम अवरॊत्स्यते 2...
Book 5. Chapter 98 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 98 1 [न] हिरण्यपुरम इत्य एतत खयातं पुरवरं महत दैत्यानां दानवानां च माया शतविचारिणाम 2 अनल्पेन...
Book 9. Chapter 38 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 38 1 [वै] उषित्वा तत्र रामस तु संपूज्याश्रमवासिनः तथा मङ्कणके परीतिं शुभां चक्रे हलायुधः 2 दत्त्वा...
Book 6. Chapter 87 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 87 1 [धृ] इरावन्तं तु निहतं दृष्ट्वा पार्था महारथाः संग्रामे किम अकुर्वन्त तन ममाचक्ष संजय 2 [स]...
Book 3. Chapter 271 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 271 1 [मार्क] ततॊ विनिर्याय पुरात कुम्भकर्णः सहानुगः अपश्यत कपिसैन्यं तज जितकाश्य अग्रतः सथितम 2 तम...
Book 13. Chapter 93 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 93 1 [य] दविजातयॊ वरतॊपेता हविस ते यदि भुञ्जते अन्नं बराह्मण कामाय कथम एतत पितामह 2 [भ] अवेदॊक्त वरताश...
Book 5. Chapter 61 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 61 1 [व] तथा तु पृच्छन्तम अतीव पार्थान; वैचित्रवीर्यं तम अचिन्तयित्वा उवाच कर्णॊ धृतराष्ट्र पुत्रं;...
Book 4. Chapter 21 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 21 1 [भीमस] तथा भद्रे करिष्यामि यथा तवं भीरु भाषसे अद्य तं सूदयिष्यामि कीचकं सह बान्धवम 2 अस्याः...
Book 12. Chapter 108 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 108 1 [य] बराह्मणक्षत्रियविशां शूद्राणां च परंतप धर्मॊ वृत्तं च वृत्तिश च वृत्त्युपायफलानि च 2...
Book 15. Chapter 9 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 15 Chapter 9 1 [वै] ततॊ राज्ञाभ्यनुज्ञातॊ धृतराष्ट्रः परतापवान ययौ सवभवनं राजा गान्धार्यानुगतस तदा 2...
Book 7. Chapter 147 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 147 1 [स] विद्रुतं सवबलं दृष्ट्वा वध्यमानं महात्मभिः करॊधेन महताविष्टः पुत्रस तव विशां पते 2...
Book 13. Chapter 134 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 134 1 [म] परावरज्ञे धर्मज्ञे तपॊवननिवासिनि साध्वि सुभ्रु सुकेशान्ते हिमवत्पर्वतात्मजे 2 दक्षे शम...
Book 8. Chapter 66 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 66 1 [स] ततॊ ऽपयाताः शरपात मात्रम; अवस्थिताः कुरवॊ भिन्नसेनाः विद्युत परकाशं ददृशुः समन्ताद;...
Book 12. Chapter 34 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 34 1 [वैषम्पायन] युधिष्ठिरस्य तद वाक्यं शरुत्वा दवैपायनस तदा समीक्ष्य निपुणं बुद्ध्या ऋषिः परॊवाच...
Book 9. Chapter 26 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 26 1 [स] दुर्यॊधनॊ महाराज सुदर्शश चापि ते सुतः हात शेषौ तदा संख्ये वाजिमध्ये वयवस्थितौ 2 ततॊ...
Book 13. Chapter 74 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 74 1 [य] विस्रम्भितॊ ऽहं भवता धर्मान परवदता विभॊ परवक्ष्यामि तु संदेहं तन मे बरूहि पितामह 2 वरतानां...
Book 5. Chapter 86 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 86 1 [दुर] यद आह विरुदः कृष्णे सर्वं तत सत्यम उच्यते अनुरक्तॊ हय असंहार्यः पार्थान परति जनार्दनः 2 यत...
Book 6. Chapter 60 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 60 1 [स] ततॊ भूरिश्रवा राजन सात्यकिं नवभिः शरैः अविध्यद भृशसंक्रुद्धस तॊत्त्रैर इव महाद्विपम 2...
Book 3. Chapter 296 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 296 1 [य] नापदाम अस्ति मर्यादा न निमित्तं न कारणम धर्मस तु विभजत्य अत्र उभयॊः पुण्यपापयॊः 2 [भीम]...
Book 13. Book 13 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT PARALLEL DEVANAGARI AND ROMANIZATION BOOK 13 IMPORTANT NOTE: This etext uses Unicode extensively. You will need to make sure that your browser is set up to view Unicode properly. For more information, read the Unicode page. Chapter 1 Chapter 2 Chapter 3 Chapter 4 Chapter...
Book 3. Chapter 132 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 132 1 [ल] यः कथ्यते मन्त्रविद अग्र्यबुद्धिर; औद्दालकिः शवेतकेतुः पृथिव्याम तस्याश्रमं पश्य...
Book 14. Chapter 28 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 28 1 [बर] गन्धान न जिघ्रामि रसान न वेद्मि; रूपं न पश्यामि न च सपृशामि न चापि शब्दान विविधाञ शृणॊमि; न...
Book 7. Chapter 20 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 20 1 [स] ततॊ युधिष्ठिरॊ दरॊणं दृष्ट्वान्तिकम उपागतम महता शरवर्षेण परत्यगृह्णाद अभीतवत 2 ततॊ...
Book 15. Chapter 35 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 15 Chapter 35 1 [वै] तथा समुपविष्टेषु पाण्डवेषु महात्मसु वयासः सत्यवती पुत्रः परॊवाचामन्त्र्य पार्थिवम 2...
Book 14. Chapter 75 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 75 1 [व] एवं तरिरात्रम अभवत तद युद्धं भरतर्षभ अर्जुनस्य नरेन्द्रेण वृत्रेणेव शतक्रतॊः 2 ततश चतुर्थे...
Book 1. Chapter 191 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 191 1 [वै] पाण्डवैः सह संयॊगं गतस्य दरुपदस्य तु न बभूव भयं किं चिद देवेभ्यॊ ऽपि कथं चन 2 कुन्तीम आसाद्य...
Book 1. Chapter 61 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 61 1 [ज] देवानां दानवानां च यक्षाणाम अथ रक्षसाम अन्येषां चैव भूतानां सर्वेषां भगवन्न अहम 2 शरॊतुम...
Book 12. Chapter 69 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 69 1 पार्थिवेन विशेषेण किं कार्यम अवशिष्यते कथं रक्ष्यॊ जनपदः कथं रक्ष्याश च शत्रवः 2 कथं चारं...
Book 5. Chapter 6 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 6 1 [दरुपद] भूतानां पराणिनः शरेष्ठाः पराणिनां बुद्धिजीविनः बुद्धिमत्सु नराः शरेष्ठा नराणां तु...
Book 13. Chapter 29 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 29 1 [भ] एवम उक्तॊ मतङ्गस तु संशितात्मा यतव्रतः अतिष्ठद एकपादेन वर्षाणां शतम अच्युत 2 तम उवाच ततः...
Book 12. Chapter 216 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 216 1 [य] यया बुद्ध्या महीपालॊ भरष्ट शरीर विचरेन महीम कालदण्ड विनिष्पिष्टस तन मे बरूहि पितामह 2 [भी]...
Book 6. Chapter 5 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 5 1 [व] एवम उक्त्वा ययौ वयासॊ धृतराष्ट्राय धीमते धृतराष्ट्रॊ ऽपि तच छरुत्वा धयानम एवान्वपद्यत 2 स...
Book 12. Chapter 155 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 155 1 [भ] सर्वम एतत तपॊ मूलं कवयः परिचक्षते न हय अतप्त तपा मूढः करियाफलम अवाप्यते 2 परजापतिर इदं सर्वं...
Book 1. Chapter 86 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 86 1 [आ] चरन गृहस्थः कथम एति देवान; कथं भिक्षुः कथम आचार्य कर्मा वानप्रस्थः सत्पथे संनिविष्टॊ;...
Book 1. Chapter 176 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 176 1 [वै] एवम उक्ताः परयातास ते पाण्डवा जनमेजय राज्ञा दक्षिणपाञ्चालान दरुपदेनाभिरक्षितान 2 ततस ते...
Book 2. Chapter 60 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 60 1 [वै] धिग अस्तु कषत्तारम इति बरुवाणॊ; दर्पेण मत्तॊ धृतराष्ट्रस्य पुत्रः अवैक्षत परातिकामीं...
Book 3. Chapter 188 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 188 1 [वै] एवम उक्तास तु ते पार्था यमौ च पुरुषर्षभौ दरौपद्या कृष्णया सार्धं नमश चक्रुर जनार्दनम 2 स...
Book 14. Chapter 92 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 92 1 [ज] पितामहस्य मे यज्ञे धर्मपुत्रस्य धीमतः यद आश्चर्यम अभूत किं चित तद भवान वक्तुम अर्हति 2 [व]...
Book 5. Chapter 103 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 103 1 [कण्व] गरुडस तत तु शुश्राव यथावृत्तं महाबलः आयुः परदानं शक्रेण कृतं नागस्य भारत 2 पक्षवातेन...
Book 12. Chapter 308 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 308 1 [य] अपरित्यज्य गार्हस्थ्यं कुरुराजर्षिसत्तम कः पराप्तॊ विनयं बुद्ध्या मॊक्षतत्त्वं वदस्व मे...
Book 3. Chapter 20 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 20 1 [वा] एवम उक्तस तु कौन्तेय सूतपुत्रस तदा मृधे परद्युम्नम अब्रवीच छलक्ष्णं मधुरं वाक्यम अञ्जसा 2...
Book 8. Chapter 25 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 25 1 [दुर] एवं स भगवान देवः सर्वलॊकपितामहः सारथ्यम अकरॊत तत्र यत्र रुद्रॊ ऽभवद रथी 2 रथिनाभ्यधिकॊ...
Book 12. Chapter 77 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 77 1 सवकर्मण्य अपरे युक्तास तथैवान्ये वि कर्मणि तेषां विशेषम आचक्ष्व बराह्मणानां पिता मह 2 विद्या...
Book 7. Chapter 104 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 104 1 [धृ] तथा तु नर्दमानं तं भीमसेनं महाबलम मेघस्तनित निर्घॊषं के वीराः पर्यवारयन 2 न हि पश्याम्य अहं...
Book 12. Chapter 208 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 208 1 [गुरु] दुरन्तेष्व इन्द्रियार्थेषु सक्ताः सीदन्ति जन्तवः ये तव असक्ता महात्मानस ते यान्ति...
Book 13. Chapter 37 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 37 1 [य] अपूर्वं वा भवेत पार्थम अथ वापि चिरॊषितम दूराद अभ्यागतं वापि किं पात्रं सयात पितामह 2 [भ] करिया...
Book 6. Chapter 23 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 23 1 धृतराष्ट्र उवाच धर्मक्षेत्रे कुरुक्षेत्रे समवेता युयुत्सवः मामकाः पाण्डवाश चैव किम अकुर्वत...
Book 7. Chapter 63 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 63 1 [स] तस्यां निशायां वयुष्टायां दरॊणः शस्त्रभृतां वरः सवान्य अनीकानि सर्वाणि पराक्रामद...
Book 3. Chapter 171 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 171 1 [अर्ज] ततॊ माम अभिविश्वस्तं संरूढशरविक्षतम देवराजॊ ऽनुगृह्येदं काले वचनम अब्रवीत 2 दिव्यान्य...
Book 7. Chapter 84 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 84 1 [स] अलम्बुसं तथा युद्धे विचरन्तम अभीतवत हैडिम्बः परययौ तूर्णं विव्याध च शितैः शरैः 2 तयॊः...
Book 3. Chapter 196 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 196 1 [वै] ततॊ युधिष्ठिरॊ राजा मार्कण्डेयं महाद्युतिम पप्रच्छ भरतश्रेष्ठ धर्मप्रश्नं सुदुर्वचम 2...
Book 4. Book 4 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT PARALLEL DEVANAGARI AND ROMANIZATION BOOK 4 IMPORTANT NOTE: This etext uses Unicode extensively. You will need to make sure that your browser is set up to view Unicode properly. For more information, read the Unicode page. Chapter 1 Chapter 2 Chapter 3 Chapter 4 Chapter...
Book 3. Chapter 232 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 232 1 [य] अस्मान अभिगतांस तात भयार्ताञ शरणैषिणः कौरवान विषमप्राप्तान कथं बरूयास तम ईदृशम 2 भवन्ति...
Book 12. Chapter 316 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 316 1 [भी] एतस्मिन्न अन्तरे शून्ये नारदः समुपागमत शुकं सवाध्यायनिरतं वेदार्थान वक्तुम ईप्सितान 2...
Book 5. Chapter 22 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 22 1 [धृ] पराप्तान आहुः संजय पाण्डुपुत्रान; उपप्लव्ये तान विजानीहि गत्वा अजातशत्रुं च सभाजयेथा;...
Book 12. Chapter 90 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 90 1 वनस्पतीन भक्ष्यफलान न छिन्द्युर विषये तव बराह्मणानां मूलफलं धर्म्यम आहुर मनीषिणः 2...
Book 1. Chapter 98 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 98 1 [भस] जामदग्न्येन रामेण पितुर वधम अमृष्यता करुद्धेन च महाभागे हैहयाधिपतिर हतः शतानि दश बाहूनां...
Book 1. Chapter 168 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 168 1 [वस] मा भैः पुत्रि न भेतव्यं रक्षसस ते कथं चन नैतद रक्षॊभयं यस्मात पश्यसि तवम उपस्थितम 2 राजा...
Book 4. Chapter 62 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 62 1 [वै] ततॊ विजित्य संग्रामे कुरून गॊवृषभेक्षणः समानयाम आस तदा विराटस्य धनं महत 2 गतेषु च...
Book 7. Chapter 92 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 92 1 [स] ते किरन्तः शरव्रातान सर्वे यत्ताः परहारिणः तवरमाणा महाराज युयुधानम अयॊधयन 2 तं दरॊणः सप्त...
Book 3. Chapter 180 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 180 1 [वै] काम्यकं पराप्य कौन्तेया युधिष्ठिरपुरॊगमाः कृतातिथ्या मुनिगणैर निषेदुः सह कृष्णया 2 ततस...
Book 2. Chapter 68 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 68 1 वैशंपायन उवाच वनवासाय चक्रुस ते मतिं पार्थाः पराजिताः अजिनान्य उत्तरीयाणि जगृहुश च यथाक्रमम 2...
Book 3. Chapter 28 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 28 1 [वै] ततॊ वनगताः पार्थाः सायाह्ने सह कृष्णया उपविष्टाः कथाश चक्रुर दुःखशॊकपरायणाः 2 परिया च...
Book 3. Chapter 224 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 224 1 [वै] मार्कण्डेयाधिभिर विप्रैः पाण्डवैश च महात्मभिः कथाभिर अनुकूलाभिः सहासित्वा जनार्दनः 2...
Book 12. Chapter 300 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 300 1 [या] तत्त्वानां सर्ग संख्या च कालसंख्या तथैव च मया परॊक्तानुपूर्व्येण संहारम अपि मे शृणु 2 यथा...
Book 5. Chapter 34 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 34 1 [धृ] जाग्रतॊ दह्यमानस्य यत कार्यम अनुपश्यसि तद बरूहि तवं हि नस तात धर्मार्थकुशलः शुचिः 2 तवं मां...
Book 12. Chapter 86 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 86 1 कथं सविद इह राजेन्द्र पालयन पार्थिव परजाः परति धर्मं विशेषेण कीर्तिम आप्नॊति शाश्वतीम 2...
Book 12. Chapter 61 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 61 1 [भीस्म] आश्रमाणां महाबाहॊ शृणु सत्यपराक्रम चतुर्णाम इह वर्णानां कर्माणि च युधिष्ठिर 2...
Book 8. Chapter 33 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 33 1 [स] विदार्य कर्णस तां सेनां धर्मराजम उपाद्रवत रथहस्त्यश्वपत्तीनां सहस्रैः परिवारितः 2 नानायुध...
Book 1. Chapter 69 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 69 1 [षक] राजन सर्षप मात्राणि परच छिद्राणि पश्यसि आत्मनॊ बिल्वमात्राणि पश्यन्न अपि न पश्यसि 2 मेनका...
Book 1. Chapter 199 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 199 1 [दरुपद] एवम एतन महाप्राज्ञ यथात्थ विदुराद्य माम ममापि परमॊ हर्षः संबन्धे ऽसमिन कृते विभॊ 2 गमनं...
Book 7. Chapter 112 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 112 1 [स] भीमसेनस्य राधेयः शरुत्वा जयातलनिस्वनम नामृष्यत यथामत्तॊ गजः परतिगज सवनम 2 अपक्रम्य स...
Book 13. Chapter 21 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 21 1 [भ] अथ सा सत्री तम उक्त्वा तु विप्रम एवं भवत्व इति तैलं दिव्यम उपादाय सनानशाटीम उपानयत 2...
Book 6. Chapter 35 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 35 1 शरीभगवान उवाच इदं शरीरं कौन्तेय कषेत्रम इत्य अभिधीयते एतद यॊ वेत्ति तं पराहुः कषेत्रज्ञ इति...
Book 7. Chapter 75 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 75 1 [स] सलिले जनिते तस्मिन कौन्तेयेन महात्मना निवारिते दविषत सैन्ये कृते च शरवेश्मनि 2 वासुदेवॊ...
Book 3. Chapter 167 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 167 1 [अर्ज] ततॊ निवातकवचाः सर्वे वेगेन भारत अभ्यद्रवन मां सहिताः परगृहीतायुधा रणे 2 आच्छिद्य...
Book 12. Chapter 143 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 143 1 [भ] ततस तं लुब्धकः पश्यन कृपयाभिपरिप्लुतः कपॊतम अग्नौ पतितं वाक्यं पुनर उवाच ह 2 किम ईदृशं...
Book 1. Chapter 160 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 160 1 [आर्ह] तापत्य इति यद वाक्यम उक्तवान असि माम इह तद अहं जञातुम इच्छामि तापत्यार्थ विनिश्चयम 2 तपती...
Book 1. Chapter 90 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 90 1 [ज] शरुतस तवत्तॊ मया विप्र पूर्वेषां संभवॊ महान उदाराश चापि वंशे ऽसमिन राजानॊ मे परिश्रुताः 2...
Book 12. Chapter 98 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 98 1 कषत्रधर्मान न पापीयान धर्मॊ ऽसति भरतर्षभ अभियाने च युद्धे च राजा हन्ति महाजनम 2 अथ सम कर्मणा...
Book 14. Chapter 84 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 84 1 [व] मागधेनार्चितॊ राजन पाण्डवः शवेतवाहनः दक्षिणां दिशम आस्थाय चारयाम आस तं हयम 2 ततः स पुनर...
Book 5. Chapter 115 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 115 1 [ग] महावीर्यॊ महीपालः काशीनाम ईश्वरः परभुः दिवॊदास इति खयातॊ भैमसेनिर नराधिपः 2 तत्र गच्छावहे...
Book 3. Chapter 8 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 8 1 [व] शरुत्वा च विदुरं पराप्तं राज्ञा च परिसान्त्वितम धृतराट्रात्मजॊ राजा पर्यतप्यत दुर्मतिः 2 स...
Book 3. Chapter 36 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 36 1 [भि] संधिं कृत्वैव कालेन अन्तकेन पतत्रिणा अनन्तेनाप्रमेयेन सरॊतसा सर्वहारिणा 2 परत्यक्षं...
Book 15. Chapter 23 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 15 Chapter 23 1 [कुन्ती] एवम एतन महाबाहॊ यथा वदसि पाण्डव कृतम उद्धर्षणं पूर्वं मया वः सीदतां नृप 2 दयूतापहृत...
Book 3. Chapter 179 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 179 1 [वै] निदाघान्तकरः कालः सर्वभूतसुखावहः तत्रैव वसतां तेषां परावृट समभिपद्यत 2 छादयन्तॊ...
Book 14. Chapter 63 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 63 1 [व] ततस ते परययुर हृष्टाः परहृष्टनरवाहनाः रथघॊषेण महता पूरयन्तॊ वसुंधराम 2 संस्तूयमानाः...
Book 1. Chapter 77 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 77 1 [व] ययातिः सवपुरं पराप्य महेन्द्र पुरसंनिभम परविश्यान्तःपुरं तत्र देव यानीं नयवेशयत 2 देव...
Book 1. Chapter 187 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 187 1 [वै] तत आहूय पाञ्चाल्यॊ राजपुत्रं युधिष्ठिरम परिग्रहेण बराह्मेण परिगृह्य महाद्युतिः 2...
Book 1. Chapter 223 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 223 1 [जरितारि] पुरतः कृच्छ्रकालस्य धीमाञ जागर्ति पूरुषः स कृच्छ्रकालं संप्राप्य वयथां नैवैति...
Book 12. Chapter 200 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 200 1 [य] पितामह महाप्राज्ञ पुन्दरीकाक्षम अच्युतम कर्तारम अकृतं विष्णुं भूतानां परभवाप्ययम 2...
Book 7. Chapter 151 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 151 1 [स] तस्मिंस तथा वर्तमाने कर्ण राक्षसयॊर मृधे अलायुधॊ राक्षसेन्द्रॊ वीर्यवान अभ्यवर्तत 2...
Book 13. Chapter 122 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 122 1 [भ] एवम उक्तः परत्युवाच मैत्रेयः कर्म पूजकः अत्यन्तं शरीमति कुले जातः पराज्ञॊ बहुश्रुतः 2...
Book 12. Chapter 22 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 22 1 [वैषम्पायन] तस्मिन वाक्यान्तरे वाक्यं पुनर एवार्जुनॊ ऽबरवीत विषण्णमनसं जयेष्ठम इदं भरातरम...
Book 13. Chapter 62 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 62 1 [य] कानि दानानि लॊके ऽसमिन दातुकामॊ महीपतिः गुणाधिकेभ्यॊ विप्रेभ्यॊ दद्याद भरतसत्तम 2 केन...
Book 9. Chapter 30 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 30 1 [स] ततस तेष्व अपयातेषु रथेषु तरिषु पाण्डवाः तं हरदं परत्यपद्यन्त यात्र दुर्यॊधनॊ ऽभवत 2 आसाद्य...
Book 5. Chapter 90 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 90 1 [व] तं भुक्तवन्तम आश्वस्तं निशायां विदुरॊ ऽबरवीत नेदं सम्यग वयवसितं केशवागमनं तव 2...
Book 6. Chapter 76 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 76 1 [स] अथ शूरा महाराज परस्परकृतागसः जग्मुः सवशिबिराण्य एव रुधिरेण समुक्षिताः 2 विश्रम्य च...
Book 3. Chapter 280 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 280 1 [मार्क] ततः काले बहुतिथे वयतिक्रान्ते कदा चन पराप्तः स कालॊ मर्तव्यं यत्र सत्यवता नृप 2...
Book 3. Chapter 124 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 124 1 [ल] ततः शरुत्वा तु शर्यातिर वयः सथं चयवनं कृतम संहृष्टः सेनया सार्धम उपायाद भार्गवाश्रमम 2...
Book 7. Chapter 36 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 36 1 [स] तां परभग्नां चमूं दृष्ट्वा सौभद्रेणामितौजसा दुर्यॊधनॊ भृशं करुद्धः सवयं सौभद्रम अभ्ययात 2...
Book 13. Chapter 7 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 7 1 [य] कर्मणां मे समस्तानां शुभानां भरतर्षभ फलानि महतां शरेष्ठ परब्रूहि परिपृच्छतः 2 [भ] रहस्यं यद...
Book 11. Chapter 23 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 11 Chapter 23 1 [ग] एष शल्यॊ हतः शेते साक्षान नकुल मातुलः धर्मज्ञेन सता तात धर्मराजेन संयुगे 2 यस तवया सपर्धते...
Book 10. Chapter 4 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 10 Chapter 4 1 [कृप] दिष्ट्या ते परतिकर्तव्ये मतिर जातेयम अच्युत न तवा वारयितुं शक्तॊ वज्रपाणिर अपि सवयम 2...
Book 5. Chapter 148 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 148 1 [वासु] एवम उक्ते तु भीष्मेण दरॊणेन विदुरेण च गान्धार्या धृतराष्ट्रेण न च मन्दॊ ऽनवबुध्यत 2...
Book 12. Chapter 343 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 343 1 [अतिथि] उपदेशं तु ते विप्र करिष्ये ऽहं यथागमम पुरुणा मे यथाख्यातम अर्थतस तच च मे शृणु 2 यत्र...
Book 6. Chapter 91 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 91 1 [स] तस्मिन महति संक्रन्दे राजा दुर्यॊधनस तदा गाङ्गेयम उपसंगम्य विनयेनाभिवाद्य च 2 तस्य सर्वं...
Book 3. Chapter 267 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 267 1 [मार्क] ततस तत्रैव रामस्य समासीनस्य तैः सह समाजग्मुः कपिश्रेष्ठाः सुग्रीववचनात तदा 2 वृतः...
Book 13. Chapter 85 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 85 1 [वसिस्ठ] अपि चेदं पुरा राम शरुतं मे बरह्म दर्शनम पितामहस्य यद्वृत्तं बरह्मणः परमात्मनः 2...
Book 5. Chapter 77 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 77 1 [भगवान] एवम एतन महाबाहॊ यथा वदसि पाण्डव सर्वं तव इदं समायत्तं बीभत्सॊ कर्मणॊर दवयॊः 2 कषेत्रं हि...
Book 4. Chapter 37 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 37 1 [वै] तं दृष्ट्वा कलीव वेषेण रथस्थं नरपुंगवम शमीम अभिमुखं यान्तं रथम आरॊप्य चॊत्तरम 2...
Book 3. Chapter 92 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 92 1 [य] न वै निर्गुणम आत्मानं मन्ये देवर्षिसत्तम तथास्मि दुःखसंतप्तॊ यथा नान्यॊ महीपतिः 2 परांश च...
Book 6. Chapter 68 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 68 1 [स] शिखण्डी सह मत्स्येन विराटेन विशां पते भीष्मम आशु महेष्वासम आससाद सुदुर्जयम 2 दरॊणं कृपं...
Book 9. Chapter 2 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 2 1 [वै] विसृष्टास्व अथ नारीषु धृतराष्ट्रॊ ऽमबिका सुतः विललाप महाराज दुःखाद दुःखतरं गतः 2 सधूमम इव...
Book 7. Chapter 28 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 28 1 [धृ] तथा करुद्धः किम अकरॊद भगदत्तस्य पाण्डवः पराग्ज्यॊतिषॊ वा पार्थस्य तन मे शंस यथातथम 2 [स]...
Book 14. Chapter 20 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 20 1 [वा] अत्राप्य उदाहरन्तीमम इतिहासं पुरातनम दम्पत्यॊः पार्थ संवादम अभयं नाम नामतः 2 बराह्मणी...
Book 16. Chapter 2 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 16 Chapter 2 1 [ज] कथं विनष्टा भगवन्न अन्धका वृष्णिभिः सह पश्यतॊ वासुदेवस्य भॊजाश चैव महारथाः 2 [वै] षट तरिंशे...
Book 1. Chapter 34 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 34 1 [स] शरुत्वा तु वचनं तेषां सर्वेषाम इति चेति च वासुकेश च वचः शरुत्वा एलापत्रॊ ऽबरवीद इदम 2 न स...
Book 12. Chapter 243 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 243 1 [वयास] गन्धान रसान नानुरुन्ध्यात सुखं वा; नालंकारांश चाप्नुयात तस्य तस्य मानं च कीर्तिं च यशश च...
Book 5. Chapter 69 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 69 1 [धृ] चक्षुष्मतां वै सपृहयामि संजय; दरक्ष्यन्ति ये वासुदेवं समीपे विभ्राजमानं वपुषा परेण;...
Book 15. Chapter 1 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 15 Chapter 1 1 [ज] पराप्य राज्यं महाभागाः पाण्डवा मे पितामहाः कथम आसन महाराजे धृतराष्ट्रे महात्मनि 2 स हि राजा...
Book 1. Chapter 123 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 123 1 [वै] अर्जुनस तु परं यत्नम आतस्थे गुरु पूजने अस्त्रे च परमं यॊगं परियॊ दरॊणस्य चाभवत 2 दरॊणेन तु...
Book 12. Chapter 100 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 100 1 अत्राप्य उदाहरन्तीमम इतिहासं पुरातनम परतर्दनॊ मैथिलश च संग्रामं यत्र चक्रतुः 2 यज्ञॊपवीती...
Book 4. Chapter 29 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 29 1 [वै] अथ राजा तरिगर्तानां सुशर्मा रथयूथपः पराप्तकालम इदं वाक्यम उचाव तवरितॊ भृशम 2 असकृन निकृतः...
Book 5. Chapter 156 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 156 1 [ज] तथा वयूढेष्व अनीकेषु कुरुक्षेत्रे दविजर्षभ किम अकुर्वन्त कुरवः कालेनाभिप्रचॊदिताः 2 तथा...
Book 2. Chapter 35 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 35 1 [व] ततॊ युधिष्ठिरॊ राजा शिशुपालम उपाद्रवत उवाच चैनं मधुरं सान्त्वपूर्वम इदं वचः 2 नेदं युक्तं...
Book 3. Chapter 75 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 75 1 दमयन्त्य उवाच न माम अर्हसि कल्याण पापेन परिशङ्कितुम मया हि देवान उत्सृज्य वृतस तवं निषधाधिप 2...
Book 3. Chapter 279 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 279 1 [मार्क] अथ कन्याप्रदाने स तम एवार्थं विचिन्तयन समानिन्ये च तत सर्वं भाण्डं वैवाहिकं नृपः 2 ततॊ...
Book 12. Chapter 247 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 247 1 [भी] भूतानां गुणसंख्यानं भूयः पुत्र निशामय दवैपायन मुखाद भरष्टं शलाघया परयानघ 2 दीप्तानलनिभः...
Book 13. Chapter 78 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 78 1 [वसिस्ठ] शतं वर्षसहस्राणां तपस तप्तं सुदुश्चरम गॊभिः पूर्वविसृष्टाभिर गच्छेम शरेष्ठताम इति 2...
Book 13. Chapter 138 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 138 1 [वायु] शृणु मूढ गुणान कांश चिद बराह्मणानां महात्मनाम ये तवया कीर्तिता राजंस तेभ्यॊ ऽथ...
Book 1. Chapter 30 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 30 1 [ग] सख्यं मे ऽसतु तवया देव यथेच्छसि पुरंदर बलं तु मम जानीहि महच चासह्यम एव च 2 कामं नैतत परशंसन्ति...
Book 16. Chapter 6 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 16 Chapter 6 1 [वै] दारुकॊ ऽपि कुरून गत्वा दृष्ट्वा पार्थान महारथान आचष्ट मौसाले वृष्णीन...
Book 12. Chapter 38 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 38 1 [युधिस्ठिर] शरॊतुम इच्छामि भगवन विस्तरेण महामुने राजधर्मान दविजश्रेष्ठ चातुर्वर्ण्यस्य...
Book 14. Chapter 24 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 24 1 [बराह्मण] अत्राप्य उदाहरन्तीमम इतिहासं पुरातनम नारदस्य च संवादम ऋषेर देवमतस्य च 2 [देवमत]...
Book 3. Chapter 96 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 96 1 [लॊमष] ततॊ जगाम कौरव्य सॊ ऽगस्त्यॊ भिक्षितुं वसु शरुतर्वाणं महीपालं यं वेदाभ्यधिकं नृपैः 2 स...
Book 9. Chapter 6 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 6 1 [स] एतच छरुत्वा वचॊ राज्ञॊ मद्रराजः परतापवान दुर्यॊधनं तदा राजन वाक्यम एतद उवाच ह 2 दुर्यॊधन...
Book 3. Chapter 71 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 71 1 बृहदश्व उवाच ततॊ विदर्भान संप्राप्तं सायाह्ने सत्यविक्रमम ऋतुपर्णं जना राज्ञे भीमाय...
Book 5. Chapter 152 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 152 1 [व] वयुषितायां रजन्यां तु राजा दुर्यॊधनस ततः वयभजत तान्य अनीकानि दश चैकं च भारत 2...
Book 2. Chapter 31 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 31 1 [व] स गत्वा हास्तिनपुरं नकुलः समितिंजयः भीष्मम आमन्त्रयाम आस धृतराष्ट्रं च पाण्डवः 2 परययुः...
Book 1. Chapter 127 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 127 1 [वै] ततः सरस्तॊत्तर पटः सप्रस्वेदः सवेपथुः विवेशाधिरथॊ रङ्गं यष्टिप्राणॊ हवयन्न इव 2 तम आलॊक्य...
Book 15. Chapter 5 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 15 Chapter 5 1 [धृ] विदितं भवताम एतद यथावृत्तः कुरु कषयः ममापराधात तत सर्वम इति जञेयं तु कौरवाः 2 यॊ ऽहं...
Book 12. Chapter 104 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 104 1 [य] कथं मृदौ कथं तीक्ष्णे महापक्षे च पार्थिव अरौ वर्तेत नृपतिस तन मे बरूहि पितामह 2 [भ] अत्राप्य...
Book 3. Chapter 120 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 120 1 [सात्यकि] न राम कालः परिदेवनाय; यद उत्तरं तत्र तद एव सर्वे समाचरामॊ हय अनतीत कालं; युधिष्ठिरॊ...
Book 13. Chapter 3 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 3 1 [य] बराह्मण्यं यदि दिष्प्रापं तरिभिर वर्णैर नराधिप कथं पराप्तं महाराज कषत्रियेण महात्मना 2...
Book 7. Chapter 32 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 32 1 [स] पूर्वम अस्मासु भग्नेषु फल्गुनेनामितौजसा दरॊणे च मॊघसंकल्पे रक्षिते च युधिष्ठिरे 2 सर्वे...
Book 6. Chapter 72 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 72 1 धृतराष्ट्र उवाच एवं बहुगुणं सैन्यम एवं बहुविधं परम वयूढम एवं यथाशास्त्रम अमॊघं चैव संजय 2...
Book 3. Chapter 88 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 88 1 [धौम्य] उदीच्यां राजशार्दूल दिशि पुण्यानि यानि वै तानि ते कीर्तयिष्यामि पुण्यान्य आयतनानि च 2...
Book 3. Chapter 284 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 284 1 [जनम] यत तत तदा महाब्रह्मँल लॊमशॊ वाक्यम अब्रवीत इन्द्रस्य वचनाद एत्य पाण्डुपुत्रं...
Book 9. Chapter 34 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 34 1 [ज] पूर्वम एव यदा रामस तस्मिन युद्धे उपस्थिते आमन्त्र्य केशवं यातॊ वृष्णिभिः सहितः परभुः 2...
Book 13. Chapter 66 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 66 1 [य] शरुतं दानफलं तात यत तवया परिकीर्तितम अन्नं तु ते विशेषेण परशस्तम इह भारत 2 पानीय दानं परमं...
Book 12. Chapter 259 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 259 1 [य] कथं राजा परजा रक्षेन न च किं चित परतापयेत पृच्छामि तवां सतां शरेष्ठ तन मे बरूहि पितामह 2 [भी]...
Book 5. Chapter 94 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 94 1 [व] तस्मिन्न अभिहिते वाक्ये केशवेन महात्मना सतिमिता हृष्टरॊमाण आसन सर्वे सभासदः 2 कः सविद...
Book 7. Chapter 155 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 155 1 [स] हैडिम्बं निहतं दृष्ट्वा विकीर्णम इव पर्वतम पाण्डवा दीनमनसः सर्वे बाष्पाकुलेक्षणाः 2...
Book 12. Chapter 26 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 26 1 [वैषम्पायन] दवैपायन वचॊ शरुत्वा कुपिते च धनंजये वयासम आमन्त्र्य कौन्तेयः परत्युवाच...
Book 13. Chapter 126 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 126 1 [य] पितामह महाप्राज्ञ सर्वशास्त्रविशारद आगमैर बहुभिः सफीतॊ भवान नः परथितः कुले 2 तवत्तॊ...
Book 4. Chapter 33 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 33 1 [वै] याते तरिगर्तं मत्स्ये तु पशूंस तान सवान परीप्सति दुर्यॊधनः सहामात्यॊ विराटम उपयाद अथ 2...
Book 1. Chapter 139 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 139 1 [वै] तत्र तेषु शयानेषु हिडिम्बॊ नाम राक्षसः अविदूरे वनात तस्माच छाल वृक्षम उपाश्रितः 2 करूरॊ...
Book 13. Chapter 81 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 81 1 [य] मया गवां पुरीषं वै शरिया जुष्टम इति शरुतम एतद इच्छाम्य अहं शरॊतुं संशयॊ ऽतर हि मे महान 2 [भ]...
Book 5. Chapter 73 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 73 1 [वै] एतच छरुत्वा महाबाहुः केशवः परहसन्न इव अभूतपूर्वं भीमस्य मार्दवॊपगतं वचः 2 गिरेर इव लघुत्वं...
Book 6. Chapter 95 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 95 1 [स] परभातायां तु शर्वर्यां परातर उत्थाय वै नृपः राज्ञः समाज्ञापयत सेनां यॊजयतेति ह अद्य भीष्मॊ...
Book 12. Chapter 347 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 347 1 [भीस्म] अथ काले बहुतिथे पूर्णे पराप्तॊ भुजंगमः दत्ताभ्यनुज्ञः सवं वेश्म कृतकर्मा विवस्वतः 2...
Book 3. Chapter 263 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 263 1 [मार्क] सखा दशरथस्यासीज जटायुर अरुणात्मजः गृध्रराजॊ महावीर्यः संपातिर यस्य सॊदरः 2 स ददर्श तदा...
Book 11. Chapter 27 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 11 Chapter 27 1 [व] ते समासाद्य गङ्गां तु शिवां पुण्यजनॊचिताम हरदिनीं वप्रसंपन्नां महानूपां महावनाम 2...
Book 3. Chapter 32 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 32 1 [य] वल्गु चित्रपदं शलक्ष्णं याज्ञसेनि तवया वचः उक्तं तच छरुतम अस्माभिर नास्तिक्यं तु परभाषसे 2...
Book 2. Chapter 72 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 72 1 [व] वनं गतेषु पार्थेषु निर्जितेषु दुरॊदरे धृतराष्ट्रं महाराज तदा चिन्ता समाविशत 2 तं चिन्तयानम...
Book 5. Chapter 111 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 111 1 [न] ऋषभस्य ततः शृङ्गे निपत्य दविज पक्षिणौ शाण्डिलीं बराह्मणीं तत्र ददृशाते तपॊऽनविताम 2...
Book 7. Chapter 88 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 88 1 [स] परयाते तव सैन्यं तु युयुधाने युयुत्सया धर्मराजॊ महाराज सवेनानीकेन संवृतः परायाद दरॊण...
Book 14. Chapter 80 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 80 1 [व] तथा विलप्यॊपरता भर्तुः पादौ परगृह्य सा उपविष्टाभवद देवी सॊच्छ्वासं पुत्रम ईक्षती 2 ततः...
Book 12. Chapter 147 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 147 1 [भ] एवम उक्तः परत्युवाच तं मुनिं जनमेजयः गर्ह्यं भवान गर्हयति निन्द्यं निन्दति मा भवान 2 धिक...
Book 1. Chapter 94 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 94 1 [व] स एवं शंतनुर धीमान देवराजर्षिसत्कृतः धर्मात्मा सर्वलॊकेषु सत्यवाग इति विश्रुतः 2 दमॊ दानं...
Book 1. Chapter 164 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 164 1 [वै] स गन्धर्ववचः शरुत्वा तत तदा भरतर्षभ अर्जुनः परया परीत्या पूर्णचन्द्र इवाबभौ 2 उवाच च...
Book 12. Chapter 204 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 204 1 [गुरु] चतुर्विधानि भूतानि सथावराणि चराणि च अव्यक्तप्रभवान्य आहुर अव्यक्तनिधनानि च...
Book 7. Chapter 108 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 108 1 [धृ] अत्यद्भुतम अहं मन्ये भीमसेनस्य विक्रमम यत कर्णं यॊधयाम आस समरे लघुविक्रमम 2 तरिदशान अपि...
Book 8. Chapter 29 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 29 1 [स] मद्राधिपस्याधिरथिस तदैवं; वचॊ निशम्याप्रियम अप्रतीतः उवाच शल्यं विदितं ममैतद; यथाविधाव...
Book 1. Chapter 183 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 183 1 [वै] भरातृवचस तत परसमीक्ष्य सर्वे; जयेष्ठस्य पाण्डॊस तनयास तदानीम तम एवार्थं धयायमाना मनॊभिर;...
Book 1. Chapter 73 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 73 1 [व] कृतविद्ये कचे पराप्ते हृष्टरूपा दिवौकसः कचाद अधीत्य तां विद्यां कृतार्था भरतर्षभ 2 सर्व एव...
Book 14. Chapter 67 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 67 1 [व] एवम उक्तस तु राजेन्द्र केशिहा दुःखमूर्छितः तथेति वयाजहारॊच्चैर हलादयन्न इव तं जनम 2...
Book 15. Chapter 27 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 15 Chapter 27 1 [वै] नारदस्य तु तद वाक्यं परशशंसुर दविजॊत्तमाः शतयूपस तु राजर्षिर नारदं वाक्यम अब्रवीत 2 अहॊ...
Book 12. Chapter 82 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 82 1 एवम अग्राह्यके तस्मिञ जञातिसंबन्धिमण्डले मित्रेष्व अमित्रेष्व अपि च कथं भावॊ विभाव्यते 2...
Book 12. Chapter 159 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 159 1 [भ] कृतार्थॊ यक्ष्यमाणश च सर्ववेदान्तगश च यः आचार्य पितृभार्यार्थं सवाध्यायार्थम अथापि वा 2...
Book 5. Chapter 30 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 30 1 [स] आमन्त्रये तवा नरदेव देव; गच्छाम्य अहं पाण्डव सवस्ति ते ऽसतु कच चिन न वाचा वृजिनं हि किं चिद;...
Book 6. Chapter 9 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 9 1 [धृ] वर्णाणां चैव नामानि पर्वतानां च संजय आचक्ष्व मे यथातत्त्वं ये च पर्वतवासिनः 2 [स] दक्षिणेन तु...
Book 3. Chapter 220 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 220 1 [मार्क] यदा सकन्देन मातॄणाम एवम एतत परियं कृतम अथैनम अब्रवीत सवाहा मम पुत्रस तवम औरसः 2 इच्छाम्य...
Book 12. Chapter 304 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 304 1 [या] सांख्यज्ञानं मया परॊक्तं यॊगज्ञानं निबॊध मे यथा शरुतं यथादृष्टं तत्त्वेन नृपसत्तम 2...
Book 7. Chapter 96 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 96 1 [स] जित्वा यवनकाम्बॊजान युयुधानस ततॊ ऽरजुनम जगाम तव सैन्यस्य मध्येन रथिनां वरः 2 शरदंष्ट्रॊ...
Book 3. Chapter 184 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 184 1 [मार्क] अत्रैव च सरस्वत्या गीतं परपुरंजय पृष्टया मुनिना वीर शृणु तर्क्षेण धीमता 2 [तार्क्स्य]...
Book 14. Chapter 79 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 79 1 [व] ततॊ बबु विधं भीरुर विलप्य कमलेक्षणा मुमॊह दुःखाद दुर्धर्षा निपपात च भूतले 2 परतिलभ्य च सा...
Book 7. Chapter 71 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 71 1 [स] राजन संग्रामम आश्चर्यं शृणु कीर्तयतॊ मम कुरूणां पाण्डवानां च यथा युद्धम अवर्तत 2 भारद्वाजं...
Book 3. Chapter 163 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 163 1 [वै] यथागतं गते शक्रे भरातृभिः सह संगतः कृष्णया चैव बीभत्सुर धर्मपुत्रम अपूजयत 2 अभिवादयमानं...
Book 15. Chapter 39 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 15 Chapter 39 1 [वयास] भद्रे दरक्ष्यसि गान्धारि पुत्रान भरातॄन सखींस तथा वधूश च पतिभिः सार्धं निशि...
Book 6. Chapter 31 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 31 1 शरीभगवान उवाच इदं तु ते गुह्यतमं परवक्ष्याम्य अनसूयवे जञानं विज्ञानसहितं यज जञात्वा...
Book 13. Chapter 25 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 25 1 [य] इदं मे तत्त्वतॊ राजन वक्तुम अर्हसि भारत अहिंसयित्वा केनेह बरह्महत्या विधीयते 2 [भ] वयासम...
Book 8. Chapter 37 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 37 1 [स] वर्तमाने तदा युद्धे कषत्रियाणां निमज्जने गाण्डीवस्य महान घॊषः शुश्रुवे युधि मारिष 2...
Book 12. Chapter 65 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 65 1 एवं वीर्यः सर्वधर्मॊपपन्नः; कषात्रः शरेष्ठः सर्वधर्मेषु धर्मः पाल्यॊ युष्माभिर लॊकसिंहैर...
Book 7. Chapter 116 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 116 1 [स] तद उद्यतं महाबाहुं दुःशासन रथं परति तवरितं तवरणीयेषु धनंजय हितैषिणम 2 तरिगर्तानां...
Book 12. Chapter 288 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 288 1 [य] सत्यं कषमां दमं परज्ञां परशंसन्ति पितामह विद्वांसॊ मनुजा लॊके कथम एतन मतं तव 2 [भी] अत्र ते...
Book 5. Chapter 45 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 45 1 [सन] यत तच छुक्रं महज जयॊतिर दीप्यमानं महद यशः तद वै देवा उपासन्ते यस्माद अर्कॊ विराजते यॊगिनस...
Book 2. Chapter 19 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 19 1 [वा] एष पार्थ महान सवादुः पशुमान नित्यम अम्बुमान निरामयः सुवेश्माढ्यॊ निवेशॊ मागधः शुभः 2...
Book 11. Chapter 11 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 11 Chapter 11 1 [व] हतेषु सर्वसैन्येषु धर्मराजॊ युधिष्ठिरः शुश्रुवे पितरं वृद्धं निर्यातं गजसाह्वयात 2 सॊ...
Book 3. Chapter 59 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 59 1 नल उवाच यथा राज्यं पितुस ते तत तथा मम न संशयः न तु तत्र गमिष्यामि विषमस्थः कथं चन 2 कथं समृद्धॊ...
Book 3. Chapter 255 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 255 1 [वै] संतिष्ठत परहरत तूर्णं विपरिधावत इति सम सैधवॊ राजा चॊदयाम आस तान नृपान 2 ततॊ घॊरतरः शब्दॊ...
Book 6. Chapter 44 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 44 1 [स] राजञ शतसहस्राणि तत्र तत्र तदा तदा निर्मर्यादं परयुद्धानि तत ते वक्ष्यामि भारत 2 न पुत्रः...
Book 3. Chapter 116 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 116 1 [अक] स वेदाध्ययने युक्तॊ जमदग्निर महातपः तपस तेपे ततॊ देवान नियमाद वशम आनयत 2 स परसेनजितं राजन्न...
Book 12. Chapter 10 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 10 1 [भीम] शरॊत्रियस्येव ते राजन मन्दकस्याविपश्चितः अनुवाक हता बुद्धिर नैषा तत्त्वार्थ दर्शिनी 2...
Book 8. Chapter 42 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 42 1 [स] ततः पुनः समाजग्मुर अभीताः कुरुसृञ्जयाः युधिष्ठिर मुखाः पार्था वैकर्तन मुखा वयम 2 ततः...
Book 1. Chapter 18 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 18 1 [सू] एतत ते सर्वम आख्यातम अमृतं मथितं यथा यत्र सॊ ऽशवः समुत्पन्नः शरीमान अतुलविक्रमः 2 यं...
Book 13. Chapter 110 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 110 1 [य] पितामहेन विधिवद यज्ञा परॊक्ता महात्मना गुणाश चैषां यथातत्त्वं परेत्य चेह च सर्वशः 2 न ते...
Book 7. Chapter 163 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 163 1 [स] ततॊ दुःशासनः करुद्धः सहदेवम उपाद्रवत रथवेगेन तीव्रेण कम्पयन्न इव मेदिनीम 2 तस्यापतत एवाशु...
Book 13. Chapter 50 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 50 1 [य] दर्शने कीदृशः सनेहः संवासे च पितामह महाभाग्यं गवां चैव तन मे बरूहि पितामह 2 [भ] हन्त ते...
Book 5. Chapter 164 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 164 1 [भीस्म] शकुनिर मातुलस ते ऽसौ रथ एकॊ नराधिप परसज्य पाण्डवैर वैरं यॊत्स्यते नात्र संशयः 2 एतस्य...
Book 3. Chapter 47 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 47 1 [ज] यद इदं शॊचितं राज्ञा धृतराष्ट्रेण वै मुने परव्राज्य पाण्डवान वीरान सर्वम एतन निरर्थकम 2 कथं...
Book 7. Chapter 9 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 9 1 [व] एवं पृष्ट्वा सूतपुत्रं हृच छॊकेनार्दितॊ भृशम जये निराशः पुत्राणां धृतराष्ट्रॊ ऽपतत कषितौ 2...
Untitled : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT PARALLEL DEVANAGARI AND ROMANIZATION This the Sanskrit text of the Mahabharata in Sanskrit. This is derived from electronic files created by Prof. Muneo Tokunaga of Kyoto and edited by John D. Smith. Their data was used to generate parallel Devanagari and Romanizati...
Book 12. Chapter 296 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 296 1 [वसिस्ठ] अप्रबुद्धम अथाव्यक्तम इमं गुणविधिं शृणु गुणान धारयते हय एषा सृजत्य आक्षिपते तथा 2...
Book 12. Chapter 132 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 132 1 [भ] अत्र कर्मान्त वचनं कीर्तयन्ति पुराविदः परत्यक्षाव एव धर्मार्थौ कषत्रियस्य विजानतः तत्र न...
Book 1. Chapter 111 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 111 1 [व] तत्रापि तपसि शरेष्ठे वर्तमानः स वीर्यवान सिद्धचारणसंघानां बभूव परियदर्शनः 2 शुश्रूषुर...
Book 12. Chapter 271 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 271 1 [उषनस] नमस तस्मै भगवते देवाय परभविष्णवे यस्य पृथ्वी तलं तात साकाशं बाहुगॊचरम 2 मूर्धा यस्य तव...
Book 3. Chapter 108 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 108 1 [लॊमष] भगीरथवचः शरुत्वा परियार्थं च दिवौकसाम एवम अस्त्व इति राजानं भगवान परत्यभाषत 2 धारयिष्ये...
Book 14. Chapter 12 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 12 1 [वा] दविविधॊ जायते वयाधिः शारीरॊ मानसस तथा परस्परं तयॊर जन्म निर्द्वंद्वं नॊपलभ्यते 2 शरीरे...
Book 5. Chapter 183 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 183 1 भीष्म उवाच ततः परभाते राजेन्द्र सूर्ये विमल उद्गते भार्गवस्य मया सार्धं पुनर युद्धम अवर्तत 2...
Book 8. Chapter 6 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 6 1 [स] हते दरॊणे महेष्वासे तस्मिन्न अहनि भारत कृते च मॊघसंकल्पे दरॊणपुत्रे महारथे 2 दरवमाणे महाराज...
Book 3. Chapter 155 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 155 1 [वै] निहते राक्षसे तस्मिन पुनर नारायणाश्रमम अभ्येत्य राजा कौन्तेयॊ निवासम अकरॊत परभुः 2 स...
Book 7. Chapter 47 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 47 1 [स] स कर्णं कर्णिना कर्णे पुनर विव्याध फाल्गुनिः शरैः पञ्चाशता चैनम अविध्यत कॊपयन भृशम 2...
Book 7. Chapter 120 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 120 1 [धृ] तदवस्थे हते तस्मिन भूरिश्रवसि कौरवे यथा भूयॊ ऽभवद युद्धं तन ममाचक्ष्व संजय 2 [स] भूरिश्रवसि...
Book 12. Chapter 188 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 188 1 [भीस्म] हन्त वक्ष्यामि ते पार्थ धयानयॊगं चतुर्विधम यं जञात्वा शाश्वतीं सिद्धिं गच्छन्ति...
Book 13. Chapter 153 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 153 1 [व] ततः कुन्तीसुतॊ राजा पौरजानपदं जनम पूजयित्वा यथान्यायम अनुजज्ञे गृहान परति 2 सान्त्वयाम आस...
Book 12. Chapter 53 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 53 1 [वैषम्पायन] ततः परविश्य भवनं परसुप्तॊ मधुसूदनः याममात्रावशेषायां यामिन्यां परत्यबुध्यत 2 स...
Book 13. Chapter 13 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 13 1 [य] किं कर्तव्यं मनुष्येण लॊकयात्रा हितार्थिना कथं वै लॊकयात्रां तु किं शीलश च समाचरेत 2 [भ]...
Book 9. Chapter 41 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 41 1 [ज] वसिष्ठस्यापवाहॊ वै भीमवेगः कथं नु सः किमर्थं च सरिच्छ्रेष्ठा तम ऋषिं परत्यवाहयत 2 केन...
Book 4. Chapter 46 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 46 1 [भीस्म] साधु पश्यति वै दरॊणः कृपः साध्व अनुपश्यति कर्णस तु कषत्रधर्मेण यथावद यॊद्धुम इच्छति 2...
Book 14. Chapter 5 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 5 1 [य] कथंवीर्यः समभवत स राजा वदतां वरः कथं च जातरूपेण समयुज्यत स दविज 2 कव च तत सांप्रतं दरव्यं...
Book 5. Chapter 139 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 139 1 [कर्ण] असंशयं सौहृदान मे परणयाच चात्थ केशव सख्येन चैव वार्ष्णेय शरेयस्कामतया एव च 2 सर्वं...
Book 12. Chapter 332 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 332 1 [नरनारायणौ] धन्यॊ ऽसय अनुगृहीतॊ ऽसि यत ते दृष्टः सवयंप्रभुः न हि तं दृष्टवान कश चित पद्मयॊनिर...
Book 3. Chapter 216 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 216 1 [मार्क] गरहाः सॊपग्रहाश चैव ऋषयॊ मातरस तथा हुताशनमुखाश चापि दीप्ताः पारिषदां गणाः 2 एते चान्ये...
Book 10. Chapter 12 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 10 Chapter 12 1 [व] तस्मिन परयाते दुर्धर्षे यदूनाम ऋषभस ततः अब्रवीत पुण्डरीकाक्षः कुन्तीपुत्रं युधिष्ठिरम 2...
Book 1. Chapter 45 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 45 1 [ष] यद अपृच्छत तदा राजा मन्त्रिणॊ जनमेजयः पितुः सवर्गगतिं तन मे विस्तरेण पुनर वद 2 [स] शृणु बरह्मन...
Book 12. Chapter 196 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 196 1 [मनु] यद इन्द्रियैस तूपकृतान पुरस्तात; पराप्तान गुणान संस्मरते चिराय तेष्व...
Book 12. Chapter 232 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 232 1 [वयास] पृच्छतस तव सत पुत्र यथावद इह तत्त्वतः सांख्यन्यायेन संयुक्तं यद एतत कीर्तितं मया 2...
Book 1. Chapter 211 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 211 1 [वै] ततः कतिपयाहस्य तस्मिन रैवतके गिरौ वृष्ण्यन्धकानाम अभवत सुमहान उत्सवॊ नृप 2 तत्र दानं ददुर...
Book 6. Chapter 19 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 19 1 [धृ] अक्षौहिण्यॊ दशैकां च वयूढां दृष्ट्वा युधिष्ठिरः कथम अल्पेन सैन्येन परत्यव्यूहत पाण्डवः 2...
Book 15. Chapter 11 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 15 Chapter 11 1 [धृ] मण्डलानि च बुध्येथाः परेषाम आत्मनस तथा उदासीनगुणानां च मध्यमानां तथैव च 2 चतुर्णां...
Book 7. Chapter 59 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 59 1 [य] मुखेन रजनी वयुष्टा कच चित ते मधुसूदन कच चिज जञानानि सर्वाणि परसन्नानि तवाच्युत 2 [स] वासुदेवॊ...
Book 12. Chapter 3 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 3 1 [नारद] कर्णस्य बाहुवीर्येण परश्रयेण दमेन च तुतॊष भृगुशार्दूलॊ गुरुशुश्रूषया तथा 2 तस्मै स...
Book 14. Chapter 51 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 51 1 [व] ततॊ ऽभयचॊदयत कृष्णॊ युज्यताम इति दारुकम मुहूर्ताद इव चाचष्ट युक्तम इत्य एव दारुकः 2 तथैव...
Book 5. Chapter 127 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 127 1 [व] कृष्णस्य वचनं शरुत्वा धृतराष्ट्रॊ जनेश्वरः विदुरं सर्वधर्मज्ञं तवरमाणॊ ऽभयभाषत 2 गच्छ तात...
Book 2. Chapter 44 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 44 1 [ष] दुर्यॊधन न ते ऽमर्षः कार्यः परति युधिष्ठिरम भागधेयानि हि सवानि पाण्डवा भुञ्जते सदा 2 अनेकैर...
Book 3. Chapter 208 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 208 1 [मार्क] बरह्मणॊ यस तृतीयस तु पुत्रः कुरुकुलॊद्वह तस्यापव सुता भार्या परजास तस्यापि मे शृणु 2...
Book 5. Chapter 18 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 18 1 [ष] ततः शक्रः सतूयमानॊ गन्धर्वाप्सरसां गणैः ऐरावतं समारुह्य दविपेन्द्रं लक्षणैर युतम 2 पावकश च...
Book 1. Chapter 152 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 152 1 [वै] तेन शब्देन वित्रस्तॊ जनस तस्याथ रक्षसः निष्पपात गृहाद राजन सहैव परिचारिभिः 2 तान भीतान...
Book 6. Chapter 102 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 102 1 संजय उवाच ततः पिता तव करुद्धॊ निशितैः सायकॊत्तमैः आजघान रणे पार्थान सहसेनान समन्ततः 2 भीमं...
Book 4. Chapter 58 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 58 1 [वै] अथ दुर्यॊधनः कर्णॊ दुःशासनविविंशती दरॊणश च सह पुत्रेण कृपश चातिरथॊ रणे 2 पुनर ईयुः...
Book 12. Chapter 171 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 171 1 [युधिस्थिर] ईहमानः समारम्भान यदि नासादयेद धनम धनतृष्णाभिभूतश च किं कुर्वन सुखम आप्नुयात 2...
Book 14. Chapter 55 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 55 1 [ज] उत्तङ्कः केन तपसा संयुक्तः सुमहातपाः यः शापं दातुकामॊ ऽभूद विष्णवे परभविष्णवे 2 [व] उत्तङ्कॊ...
Book 12. Chapter 7 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 7 1 [वैषम्पायन] युधिष्ठिरस तु धर्मात्मा शॊकव्याकुल चेतनः शुशॊच दुःखसंतप्तः समृत्वा कर्णं महारथम 2...
Book 15. Chapter 15 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 15 Chapter 15 1 [वै] एवम उक्तास तु ते तेन पौरजानपदा जनाः वृद्धेन राज्ञा कौरव्य नष्टसंज्ञा इवाभवन 2...
Book 12. Chapter 236 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 236 1 [भी] परॊक्ता गृहस्थ वृत्तिस ते विहिता या मनीसिनाम तदनन्तरम उक्तं यत तन निबॊध युधिष्ठिर 2 करमशस...
Book 1. Chapter 215 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 215 1 [वै] सॊ ऽबरवीद अर्जुनं चैव वासुदेवं च सात्वतम लॊकप्रवीरौ तिष्ठन्तौ खाण्डवस्य समीपतः 2 बराह्मणॊ...
Book 1. Chapter 41 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 41 1 [स] एतस्मिन्न एव काले तु जरत्कारुर महातपाः चचार पृथिवीं कृत्स्नां यत्रसायं गृहॊ मुनिः 2 चरन...
Book 13. Chapter 149 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 149 1 [य] नाभाग धेयः पराप्नॊति धनं सुबलवान अपि भागधेयान्वितस तव अर्थान कृशॊ बालश च विन्दति 2 नालाभ...
Book 12. Chapter 49 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 49 1 [वासुदेव] शृणु कौन्तेय रामस्य मया यावत परिश्रुतम महर्षीणां कथयतां कारणं तस्य जन्म च 2 यथा च...
Book 12. Chapter 192 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 192 1 [य] कालमृत्युयमानां च बराह्मणस्य च सत्तम विवादॊ वयाहृतः पूर्वं तद भवान वक्तुम अर्हति 2 [भी]...
Book 6. Chapter 106 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 106 1 [स] अर्जुनस तु रणे राजन दृष्ट्वा भीष्मस्य विक्रमम शिखण्डिनम अथॊवाच समभ्येहि पितामहम 2 न चापि...
Book 1. Chapter 156 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 156 1 [वै] एतच छरुत्वा तु कौन्तेयाः शल्यविद्धा इवाभवन सर्वे चास्वस्थ मनसॊ बभूवुस ते महारथाः 2 ततः...
Book 12. Chapter 175 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 175 1 [य] कुतः सृष्टम इदं विश्वं जगत सथावरजङ्गमम परलये च कम अभ्येति तन मे बरूहि पितामह 2 ससागरः सगगनः...
Book 12. Chapter 328 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 328 1 [जनमेजय] अस्तौषीद यैर इमं वयासः सशिष्यॊ मधुसूदनम नामभिर विविधैर एषां निरुक्तं भगवन मम 2 वक्तुम...
Book 11. Chapter 4 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 11 Chapter 4 1 [धृ] कथं संसारगहनं विज्ञेयं वदतां वर एतद इच्छाम्य अहं शरॊतुं तत्त्वम आख्याहि पृच्छतः 2 [विदुर]...
Book 5. Chapter 123 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 123 1 [व] ततः शांतनवॊ भीष्मॊ दुर्यॊधनम अमर्षणम केशवस्य वचः शरुत्वा परॊवाच भरतर्षभ 2 कृष्णेन वाक्यम...
Book 2. Chapter 40 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 40 1 [भ] चेदिराजकुले जातस तर्यक्ष एष चतुर्भुजः रासभाराव सदृशं रुराव च ननाद च 2 तेनास्य माता पितरौ...
Book 9. Chapter 45 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 45 1 [वै] शृणु मातृगणान राजन कुमारानुचरान इमान कीर्त्यमानान मया वीर सपत्नगणसूदनान 2 यशस्विनीनां...
Book 13. Chapter 17 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 17 1 [वासुदेव] ततः स परयतॊ भूत्वा मम तात युधिष्ठिर पराञ्जलिः पराह विप्रर्षिर नाम संहारम आदितः 2 [उ]...
Book 12. Chapter 228 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 228 1 [वयास] अथ चेद रॊचयेद एतद दरुह्येत मनसा तथा उन्मज्जंश च निमज्जंश च जञानवान पलववान भवेत 2 परज्ञया...
Book 7. Chapter 124 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 124 1 [स] ततॊ युधिष्ठिरॊ राजा रथाद आप्लुत्य भारत पर्यष्वजत तदा कृष्णाव आनन्दाश्रु परिप्लुतः 2...
Book 17. Chapter 2 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 17 Chapter 2 1 [वै] ततस ते नियतात्मान उदीचीं दिशम आस्थिताः ददृशुर यॊगयुक्ताश च हिमवन्तं महागिरिम 2 तं चाप्य...
Book 12. Chapter 57 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 57 1 [भीस्म] नित्यॊद्युक्तेन वै राज्ञा भवितव्यं युधिष्ठिर परशाम्यते च राजा हि नारीवॊद्यम वर्जितः 2...
Book 3. Chapter 151 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 151 1 [वै] स गत्वा नलिनीं रम्यां राक्षसैर अभिरक्षिताम कैलासशिखरे रम्ये ददर्श शुभकानने 2...
Book 7. Chapter 43 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 43 1 [स] सैन्धवेन निरुद्धेषु जयगृद्धिषु पाण्डुषु सुघॊरम अभवद युद्धं तवदीयानां परिः सह 2 परविश्य तव...
Book 8. Chapter 2 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 2 1 [स] हते दरॊणे महेष्वासे तव पुत्रा महारथाः बभूवुर आश्वस्त मुखा विषण्णा गतचेतसः 2 अवाङ्मुखाः...
Book 12. Chapter 336 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 336 1 अहॊ हय एकान्तिनः सर्वान परीणाति भगवान हरिः विधिप्रयुक्तां पूजां च गृह्णाति भगवान सवयम 2 ये तु...
Book 10. Chapter 16 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 10 Chapter 16 1 [व] तद आज्ञाय हृषीकेशॊ विसृष्टं पापकर्मणा हृष्यमाण इदं वाक्यं दरौणिं परत्यब्रवीत तदा 2...
Book 3. Chapter 212 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 212 1 [मार्क] आपस्य मुदिता भार्या सहस्य परमा परिया भूपतिर भुव भर्ता च जनयत पावकं परम 2 भूतानां चापि...
Book 4. Chapter 42 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 42 1 [वै] अथ दुर्यॊधनॊ राजा समरे भीष्मम अब्रवीत दरॊणं च रथशार्दूलं कृक्पं च सुमहारथम 2 उक्तॊ ऽयम अर्थ...
Book 14. Chapter 1 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 1 1 [व] कृतॊदकं तु राजानं धृतराष्ट्रं युधिष्ठिरः पुरस्कृत्य महाबाहुर उत्तताराकुलेन्द्रियः 2...
Book 1. Chapter 148 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 148 1 [कुन्ती] कुतॊ मूलम इदं दुःखं जञातुम इच्छामि तत्त्वतः विदित्वा अपकर्षेयं शक्यं चेद अपकर्षितुम 2...
Book 12. Chapter 136 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 136 1 [य] सर्वत्र बुद्धिः कथिता शरेष्ठा ते भरतर्षभ अनागता तथॊत्पन्ना दीर्घसूत्रा विनाशिनी 2 तद...
Book 1. Chapter 115 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 115 1 [व] कुन्तीपुत्रेषु जातेषु धृतराष्ट्रात्मजेषु च मद्रराजसुता पाण्डुं रहॊ वचनम अब्रवीत 2 न मे...
Book 12. Chapter 292 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 292 1 [वसिस्ठ] एवम अप्रतिबुद्धत्वाद अबुद्धम अनुवर्तते देहाद देहसहस्राणि तथा समभिपद्यते 2...
Book 3. Chapter 43 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 43 1 [वै] गतेषु लॊकपालेषु पार्थः शत्रुनिबर्हणः चिन्तयाम आस राजेन्द्र देवराजरथागमम 2 ततश...
Book 5. Chapter 160 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 160 1 [स] दुर्यॊधनस्य तद वाक्यं निशम्य भरतर्षभः नेत्राभ्याम अतिताम्राभ्यां कैतव्यं समुदैक्षत 2 स...
Book 5. Chapter 187 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 187 1 राम उवाच परत्यक्षम एतल लॊकानां सर्वेषाम एव भामिनि यथा मया परं शक्त्या कृतं वै पौरुषं महत 2 न चैव...
Book 14. Chapter 16 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 16 1 [ज] सभायां वसतॊस तस्यां निहत्यारीन महात्मनॊः केशवार्जुनयॊः का नु कथा समभवद दविज 2 [व] कृष्णेन...
Book 9. Chapter 18 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 18 1 [स] पातिते युधि दुर्धर्षॊ मद्रराजे महारथे तावकास तव पुत्राश च परायशॊ विमुखाभवन 2 वणिजॊ नावि...
Book 12. Chapter 275 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 275 1 [य] शॊकाद दुःखाच च मृत्यॊश च तरस्यन्ति परानिनः सदा उभयं मे यथा न सयात तन मे बरूहि पितामह 2 [भी]...
Book 8. Chapter 58 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 58 1 [स] राजन कुरूणां परवरैर बलैर भीमम अभिद्रुतम मज्जन्तम इव कौन्तेयम उज्जिहीर्षुर धनंजयः 2 विमृद्य...
Book 3. Chapter 251 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 251 1 [वै] अथासीनेषु सर्वेषु तेषु राजसु भारत कॊटिकाश्य वचॊ शरुत्वा शैब्यं सौवीरकॊ ऽबरवीत 2 यदा वाचं...
Book 2. Chapter 8 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 8 1 [न] कथयिष्ये सभां दिव्यां युधिष्ठिर निबॊध ताम वैवस्वतस्य याम अर्थे विश्वकर्मा चकार ह 2 तैजसी सा...
Book 11. Chapter 15 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 11 Chapter 15 1 [व] एवम उक्त्वा तु गान्धारी युधिष्ठिरम अपृच्छत कव स राजेति सक्रॊधा पुत्रपौत्र वधार्दिता 2 ताम...
Book 12. Chapter 128 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 128 1 [य] मित्रैः परहीयमाणस्य बह्व अमित्रस्य का गतिः राज्ञः संक्षीण कॊशस्य बलहीनस्य भारत 2...
Book 5. Chapter 41 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 41 1 [धृ] अनुक्तं यदि ते किं चिद वाचा विदुर विद्यते तन मे शुश्रूषवे बरूहि विचित्राणि हि भाषसे 2...
Book 13. Chapter 54 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 54 1 [भ] ततः स राजा रात्र्यन्ते परतिबुद्धॊ महामनाः कृतपूर्वाह्णिकः परायात सभार्यस तद वनं परति 2 ततॊ...
Book 13. Chapter 114 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 114 1 [य] अहिंसा वैदिकं कर्म धयानम इन्द्रियसंयमः तपॊ ऽथ गुरुशुश्रूषा किं शरेयः पुरषं परति 2 [ब]...
Book 8. Chapter 46 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 46 1 [स] महासत्त्वौ तु तौ दृष्ट्वा सहितौ केशवार्जुनौ हतम आधिरथिं मेने संख्ये गाण्डीवधन्वना 2 ताव...
Book 12. Chapter 14 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 14 1 [वैषम्पायन] अव्याहरति कौन्तेये धर्मराजे युधिष्ठिरे भरातॄणां बरुवतां तांस तान विविधान वेद...
Book 7. Chapter 167 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 167 1 [स] परादुर्भूते ततस तस्मिन्न अस्त्रे नारायणे तदा परावात सपृषतॊ वायुर अनभ्रे सतनयित्नुमान 2...
Book 3. Chapter 112 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 112 1 [र] इहागतॊ जटिलॊ बरह्म चारी; न वै हरस्वॊ नातिदीर्घॊ मनॊ वी सुवर्णवर्णः कमलायताक्षः; सुतः...
Book 6. Chapter 40 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 40 1 अर्जुन उवाच संन्यासस्य महाबाहॊ तत्त्वम इच्छामि वेदितुम तयागस्य च हृषीकेश पृथक केशिनिषूदन 2...
Book 4. Chapter 6 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 6 1 [वै] ततॊ विराटं परथमं युधिष्ठिरॊ; राजा सभायाम उपविष्टुम आव्रजत वैडूर्य रूपान परतिमुच्य...
Book 13. Chapter 42 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 42 1 [भ] विपुलस तव अकरॊत तीव्रं तपः कृत्वा गुरॊर वचः तपॊ युक्तम अथात्मानम अमन्यत च वीर्यवान 2 स तेन...
Book 9. Chapter 10 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 10 1 [स] तस्मिन विलुलिते सैन्ये वध्यमाने परस्परम दरवमाणेषु यॊधेषु निनदत्सु च दन्तिषु 2 कूजतां...
Book 13. Chapter 102 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 102 1 [य] शरुतं मे भरतश्रेष्ठ पुष्पधूप परदायिनाम फलं बलिविधाने च तद भूयॊ वक्तुम अर्हसि 2...
Book 8. Chapter 50 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 50 1 [स] इति सम कृष्ण वचनात परत्युच्चार्य युधिष्ठिरम बभूव विमनाः पार्थः किं चित कृत्वेव पातकम 2 ततॊ...
Book 7. Chapter 171 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 171 1 [स] भीमसेनं समाकीर्णं दृष्ट्वास्त्रेण धनंजयः तेजसः परतिघातार्थं वारुणेन समावृणॊत 2 नालक्षयत...
Book 7. Chapter 16 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 16 1 [स] ते सेने शिबिरं गत्वा नयविशेतां विशां पते यथाभागं यथान्यायं यथा गुल्मं च सर्वशः 2...
Book 3. Chapter 104 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 104 1 [लॊमष] तान उवाच समेतांस तु बरह्मा लॊकपितामहः गच्छध्वं विबुधाः सर्वे यथाकामं यथेप्सितम 2 महता...
Book 6. Chapter 56 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 56 1 [स] वयुष्टां निशां भारत भारतानाम; अनीकिनिनां परमुखे महात्मा ययौ सपत्नान परति जातकॊपॊ; वृतः...
Book 3. Chapter 247 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 247 1 [देवदूत] महर्षे ऽकार्यबुद्धिस तवं यः सवर्गसुखम उत्तमम संप्राप्तं बहु मन्तव्यं विमृशस्य अबुधॊ...
Book 5. Chapter 168 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 168 1 [भीस्म] पाञ्चालराजस्य सुतॊ राजन परपुरंजयः शिखण्डी रथमुख्यॊ मे मतः पार्थस्य भारत 2 एष यॊत्स्यति...
Book 18. Chapter 5 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 18 Chapter 5 1 [ज] भीष्मद्रॊणौ महात्मानौ धृतराष्ट्रश च पार्थिवः विराटद्रुपदौ चॊभौ शङ्खश चैवॊत्तरस तथा 2...
Book 4. Chapter 17 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 17 1 [दरौ] अशॊच्यं नु कुतस तस्या यस्या भर्ता युधिष्ठिरः जानं सर्वाणि दुःखानि किं मां तवं परिपृच्छसि...
Book 5. Chapter 57 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 57 1 [धृ] कषत्रतेजा बरह्म चारी कौमाराद अपि पाण्डवः तेन संयुगम एष्यन्ति मन्दा विलपतॊ मम 2 दुर्यॊधन...
Book 7. Chapter 5 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 5 1 [स] रथस्थं पुरुषव्याघ्रं दृष्ट्वा कर्णम अवस्थितम हृष्टॊ दुर्यॊधनॊ राजन्न इदं वचनम अब्रवीत 2 स...
Book 5. Chapter 191 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 191 1 भीष्म उवाच एवम उक्तस्य दूतेन दरुपदस्य तदा नृप चॊरस्येव गृहीतस्य न परावर्तत भारती 2 स यत्नम...
Book 6. Chapter 48 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 48 1 [धृ] एवं वयूढेष्व अनीकेषु मामकेष्व इतरेषु च कथं परहरतां शरेष्ठाः संप्रहारं परचक्रिरे 2 [स] समं...
Book 15. Chapter 40 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 15 Chapter 40 1 [वै] ततॊ निशायां पराप्तायां कृतसायाह्निक करियाः वयासम अभ्यगमन सर्वे ये तत्रासन समागताः 2...
Book 1. Chapter 3 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 3 1 [सूत] जनमेजयः पारिक्षितः सह भरातृभिः कुरुक्षेत्रे दीर्घसत्त्रम उपास्ते तस्य भरातरस तरयः...
Book 12. Chapter 263 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 263 1 [य] धर्मम अर्थं च कामं च वेदाः शंसन्ति भारत कस्य लाभॊ विशिष्टॊ ऽतर तन मे बरूहि पितामह 2 [भी] अत्र...
Book 1. Chapter 14 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 14 1 [षौनक] सौते कथय ताम एतां विस्तरेण कथां पुनः आस्तीकस्य कवेः साधॊः शुश्रूषा परमा हि नः 2 मधुरं...
Book 12. Chapter 120 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 120 1 [य] राजवृत्तान्य अनेकानि तवया परॊक्तानि भारत पूर्वैः पूर्वनियुक्तानि राजधर्मार्थवेदिभिः 2...
Book 1. Chapter 103 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 103 1 [भस] गुणैः समुदितं सम्यग इदं नः परथितं कुलम अत्य अन्यान पृथिवीपालान पृथिव्याम अधिराज्यभाक 2...
Book 12. Chapter 284 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 284 1 [पराषर] एष धर्मविधिस तात गृहस्थस्य परकीर्तितः तपस्विधिं तु वक्ष्यामि तन मे निगदतः शृणु 2...
Book 5. Chapter 49 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 49 1 [धृ] किम असौ पाण्डवॊ राजा धर्मपुत्रॊ ऽभयभाषत शरुत्वेमा बहुलाः सेनाः परत्यर्थेन समागताः 2 किम...
Book 3. Chapter 55 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 55 1 बृहदश्व उवाच वृते तु नैषधे भैम्या लॊकपाला महौजसः यान्तॊ ददृशुर आयान्तं दवापरं कलिना सह 2...
Book 3. Chapter 259 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 259 1 [मार्क] पुलस्त्यस्य तु यः करॊधाद अर्धदेहॊ ऽभवन मुनिः विश्रवा नाम सक्रॊधः स वैश्रवणम ऐक्षत 2...
Book 2. Chapter 15 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 15 1 [य] सम्राड गुणम अभीप्सन वै युष्मान सवार्थपरायणः कथं परहिणुयां भीमं बलात केवलसाहसात 2...
Book 5. Chapter 176 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 176 1 अकृतव्रण उवाच दुःखद्वयम इदं भद्रे कतरस्य चिकीर्षसि परतिकर्तव्यम अबले तत तवं वत्से बरवीहि मे 2...
Book 12. Chapter 320 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 320 1 [भी] इत्य एवम उक्त्वा वचनं बरह्मर्षिः सुमहातपः परातिष्ठत शुकः सिद्धिं हित्वा लॊकांश...
Book 3. Chapter 204 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 204 1 [मार्क] एवं संकथिते कृत्स्ने मॊक्षधर्मे युधिष्ठिर दृढं परीतिमना विप्रॊ धर्मव्याधम उवाच ह 2...
Book 2. Chapter 48 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 48 1 [द] दायं तु तस्मै विविधं शृणु मे गदतॊ ऽनघ यज्ञार्थं राजभिर दत्तं महान्तं धनसंचयम 2 मेरुमन्दरयॊर...
Book 4. Chapter 54 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 54 1 [वै] तं पार्थः परतिजग्राह वायुवेगम इवॊद्धतम शरजालेन महता वर्षमाणम इवाम्बुदम 2 तयॊर देवासुरसमः...
Book 5. Chapter 14 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 14 1 [ष] अथैनां रुपिणीं साध्वीम उपातिष्ठद उपश्रुतिः तां वयॊ रूप्प संपन्नां दृष्ट्वा देवीम...
Book 9. Chapter 53 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 53 1 [वै] कुरुक्षेत्रं ततॊ दृष्ट्वा दत्त्वा दायांश च सात्वतः आश्रमं सुमहद दिव्यम अगमज जनमेजय 2...
Book 7. Chapter 132 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 132 1 [स] दरुपदस्यात्मजान दृष्ट्वा कुन्तिभॊजसुतांस तथा दरॊणपुत्रेण निहतान राक्षसांश च सहस्रशः 2...
Book 12. Chapter 41 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 41 1 [वैषम्पायन] परकृतीनां तु तद वाक्यं देशकालॊपसंहितम शरुत्वा युधिष्ठिरॊ राजाथॊत्तरं परत्यभाषत 2...
Book 8. Chapter 13 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 13 1 [स] अथॊत्तरेण पाण्डूनां सेनायां धवनिर उत्थितः रथनागाश्वपत्तीनां दण्डधारेण वध्यताम 2...
Book 1. Chapter 49 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 49 1 [स] तत आहूय पुत्रं सवं जरत्कारुर भुजंगमा वासुकेर नागराजस्य वचनाद इदम अब्रवीत 2 अहं तव पितुः...
Book 13. Chapter 141 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 141 1 [भ] इत्य उक्तस तव अर्जुनस तूष्णीम अभूद वायुस तम अब्रवीत शृणु मे हैहय शरेष्ठ कर्मात्रेः...
Book 3. Chapter 147 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 147 1 [वै] एतच छरुत्वा वचस तस्य वानरेन्द्रस्य धीमतः भीमसेनस तदा वीरः परॊवाचामित्रकर्शनः 2 कॊ भवान...
Book 7. Chapter 55 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 55 1 [स] एतच छरुत्वा वचस तस्य केशवस्य महात्मनः सुभद्रा पुत्रशॊकार्ता विललाप सुदुःखिता 2 हा पुत्र मम...
Book 11. Book 11 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT PARALLEL DEVANAGARI AND ROMANIZATION BOOK 11 IMPORTANT NOTE: This etext uses Unicode extensively. You will need to make sure that your browser is set up to view Unicode properly. For more information, read the Unicode page. Chapter 1 Chapter 2 Chapter 3 Chapter 4 Chapter...
Book 6. Chapter 15 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 15 1 [धृ] कथं कुरूणाम ऋषभॊ हतॊ भीष्मः शिखण्डिना कथं रथात स नयपतत पिता मे वासवॊपमः 2 कथम आसंश च मे...
Book 1. Chapter 140 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 140 1 [वै] तां विदित्वा चिरगतां हिडिम्बॊ राक्षसेश्वरः अवतीर्य दरुमात तस्माद आजगामाथ पाण्डवान 2...
Book 14. Chapter 9 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 9 1 [इन्द्र] कच चित सुखं सवपिषि तवं बृहस्पते; कच चिन मनॊज्ञाः परिचारकास ते कच चिद देवानां सुखकामॊ...
Book 6. Chapter 110 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 110 1 [स] अर्जुनस तु रणे शल्यं यतमानं महारथम छादयाम आस समरे शरैः संनतपर्वभिः 2 सुशर्माणं कृपं चैव...
Book 12. Chapter 163 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 163 1 [भ] तस्यां निशायां वयुष्टायां गते तस्मिन दविजॊत्तमे निष्क्रम्य गौतमॊ ऽगच्छत समुद्रं परति...
Book 3. Chapter 16 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 16 1 [य] वासुदेव महाबाहॊ विस्तरेण महामते सौभस्य वधम आचक्ष्व न हि तृप्यामि कथ्यतः 2 [वा] हतं शरुत्वा...
Book 5. Chapter 135 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 135 1 [क] अर्जुनं केशव बरूयास तवयि जाते सम सूतके उपॊपविष्टा नारीभिर आश्रमे परिवारिता 2 अथान्तरिक्षे...
Book 2. Chapter 56 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 56 1 [वि] दयूतं मूलं कलहस्यानुपाति; मिथॊ भेदाय महते वा रणाय यद आस्थितॊ ऽयं धृतराष्ट्रस्य पुत्रॊ;...
Book 14. Chapter 43 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 43 1 [बर] मनुष्याणां तु राजन्यः कषत्रियॊ मध्यमॊ गुणः कुञ्जरॊ वाहनानां च सिंहश चारण्यवासिनाम 2 अविः...
Book 3. Chapter 159 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 159 1 [वैष्र] युधिष्ठिर धृतिर दाक्ष्यं देशकालौ पराक्रमः लॊकतन्त्रविधानानाम एष पञ्चविधॊ विधिः 2...
Book 12. Chapter 220 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 220 1 [य] मग्नस्य वयसने कृच्छ्रे किं शरेयः पुरुषस्य हि बन्धुनाशे महीपाल राज्यनाने ऽपि वा पुनः 2 तवं...
Book 1. Chapter 203 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 203 1 [नारद] ततॊ देवर्षयः सर्वे सिद्धाश च परमर्षयः जग्मुस तदा पराम आर्तिं दृष्ट्वा कत कदनं महत 2 ते...
Book 1. Chapter 57 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 57 1 [व] राजॊपरिचरॊ नाम धर्मनित्यॊ महीपतिः बभूव मृगयां गन्तुं स कदा चिद धृतव्रतः 2 स चेदिविषयं रम्यं...
Book 12. Chapter 184 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 184 1 [भरद्वाज] दानस्य किं फलं पराहुर धर्मस्य चरितस्य च तपसश च सुतप्तस्य सवाध्यायस्य हुतस्य च 2 [भृगु]...
Book 5. Chapter 131 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 131 1 [क] अत्राप्य उदाहरन्तीमम इतिहासं पुरातनम विदुरायाश च संवादं पुत्रस्य च परंतप 2 अत्र शरेयश च...
Book 2. Chapter 52 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 52 1 [व] ततः परायाद विदुरॊ ऽशवैर उदारैर; महाजवैर बलिभिः साधु दान्तैः बलान नियुक्तॊ धृतराष्ट्रेण...
Book 3. Chapter 12 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 12 1 [धृ] किर्मीरस्य वधं कषत्तः शरॊतुम इच्छामि कथ्यताम रक्षसा भीमसेनस्य कथम आसीत समागमः 2 [वि] शृणु...
Book 6. Chapter 114 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 114 1 संजय उवाच एवं ते पण्डवाः सर्वे पुरस्कृत्य शिखण्डिनम विव्यधुः समरे भीष्मं परिवार्य समन्ततः 2...
Book 1. Chapter 144 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 144 1 [वै] ते वनेन वनं वीरा घनन्तॊ मृगगणान बहून अपक्रम्य ययू राजंस तवरमाणा महारथाः 2 मत्स्यांस...
Book 12. Chapter 167 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 167 1 [भ] ततश चितां बकपतेः कारयाम आस राक्षसः रत्नैर गन्धैश च बहुभिर वस्त्रैश च समलंकृताम 2 तत्र...
Book 1. Chapter 53 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 53 1 [स] इदम अत्यद्भुतं चान्यद आस्तीकस्यानुशुश्रुमः तथा वरैश छन्द्यमाने राज्ञा पारिक्षितेन ह 2...
Book 12. Chapter 180 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 180 1 [भृगु] न परनाशॊ ऽसति जीवानां दत्तस्य च कृतस्य च याति देहान्तरं परानी शरीरं तु विशीर्यते 2 न...
Book 7. Chapter 128 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 128 1 [स] तद उदीर्णगजाश्वौघं बलं तव जनाधिप पाण्डुसेनाम अभिद्रुत्य यॊधयाम आस सर्वतः 2 पाञ्चालाः कुरवश...
Book 12. Chapter 224 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 224 1 [य] आद्यन्तं सर्वभूतानां शरॊतुम इच्छामि कौरव धयानं कर्म च कालं च तथैवायुर युगे युगे 2...
Book 1. Chapter 207 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 207 1 [वै] कथयित्वा तु तत सर्वं बराह्मणेभ्यः स भारत परययौ हिमवत्पार्श्वं ततॊ वज्रधरात्मजः 2...
Book 9. Chapter 49 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 49 1 [वै] तस्मिन्न एव तु धर्मात्मा वसति सम तपॊधनः गार्हस्थ्यं धर्मम आस्थाय असितॊ देवलः पुरा 2...
Book 14. Chapter 47 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 47 1 [बर] संन्यासं तप इत्य आहुर वृद्धा निश्चित दर्शिनः बराह्मणा बरह्मयॊनिस्था जञानं बरह्म परं...
Book 5. Chapter 10 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 10 1 [इ] सर्वं वयाप्तम इदं देवा वृत्रेण जगद अव्ययम न हय अस्य सदृशं किं चित परतिघाताय यद भवेत 2 समर्थॊ...
Book 12. Chapter 179 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 179 1 [भरद्वाज] यदि परानायते वायुर वायुर एव विचेष्टते शवसित्य आभासते चैव तस्माज जीवॊ निरर्थकः 2 यद्य...
Book 4. Chapter 50 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 50 1 [वै] अपयाते तु राधेये दुर्यॊधन पुरॊगमाः अनीकेन यथा सवेन शरैर आर्च्छन्त पाण्डवम 2 बहुधा तस्य...
Book 11. Chapter 8 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 11 Chapter 8 1 [व] विदुरस्य तु तद वाक्यं निशम्य कुरुसत्तमः पुत्रशॊकाभिसंतप्तः पपात भुवि मूर्छितः 2 तं तथा...
Book 12. Chapter 324 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 324 1 [युधिस्थिर] यदा भक्तॊ भगवत आसीद राजा महावसुः किमर्थं स परिभ्रष्टॊ विवेश विवरं भुवः 2 [भीस्म]...
Book 3. Chapter 200 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 200 1 [मार्क] धर्मव्याधस तु निपुणं पुनर एव युधिष्ठिर विप्रर्षभम उवाचेदं सर्वधर्मभृतां वरः 2...
Book 15. Chapter 19 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 15 Chapter 19 1 [वै] एवम उक्तस तु राज्ञा स विदुरॊ बुद्धिसत्तमः धृतराष्ट्रम उपेत्येदं वाक्यम आह महार्थवत 2...
Book 6. Chapter 11 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 11 1 [धृ] भारतस्यास्य वर्षस्य तथा हैमवतस्य च परमाणम आयुषः सूत फलं चापि शुभाशुभम 2 अनागतम अतिक्रान्तं...
Book 3. Chapter 143 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 143 1 [वै] ते शूरास तत धन्वानस तूनवन्तः समार्गणाः बद्धगॊधाङ्गुलि तराणाः खद्गवन्तॊ ऽमितौजसः 2...
Book 14. Chapter 59 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 59 1 [वा] शरुतवान अस्मि वार्ष्णेय संग्रामं परमाद्भुतम नराणां वदतां पुत्र कथॊद्घातेषु नित्यशः 2 तवं...
Book 7. Chapter 51 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 51 1 [य] तवयि याते महाबाहॊ संशप्तकबलं परति परयत्नम अकरॊत तीव्रम आचार्यॊ गरहणे मम 2 वयाढानीकं वयं...
Book 7. Chapter 136 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 136 1 [स] ततॊ युधिष्ठिरश चैव भीमसेनश च पाण्डवः दरॊणपुत्रं महाराज समन्तात पर्यवारयन 2 ततॊ दुर्यॊधनॊ...
Book 13. Chapter 145 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 145 1 [य] दुर्वाससः परसादात ते यत तदा मधुसूदन अवाप्तम इह विज्ञानं तन मे वयाख्यातुम अर्हसि 2 महाभाग्यं...
Book 8. Chapter 17 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 17 1 [स] हस्तिभिस तु महामात्रास तव पुत्रेण चॊदिताः धृष्टद्युम्नं जिघांसन्तः करुद्धाः पार्षतम...
Book 12. Chapter 45 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 45 1 [जनमेजय] पराप्य राज्यं महातेजा धर्मराजॊ युधिष्ठिरः यद अन्यद अकरॊद विप्र तन मे वक्तुम इहार्हसि...
Book 9. Chapter 57 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 57 1 [स] समुदीर्णं ततॊ दृष्ट्वा सांग्रामं कुरुमुख्ययॊः अथाब्रवीद अर्जुनस तु वासुदेवं यशस्विनम 2...
Book 1. Chapter 219 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 219 1 [वै] तथा शैलनिपातेन भीषिताः खाण्डवालयाः दानवा राक्षसा नागास तरक्ष्वृक्षवनौकसः दविपाः...
Book 1. Chapter 10 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 10 1 [र] मम पराणसमा भार्या दष्टासीद भुजगेन ह तत्र मे समयॊ घॊर आत्मनॊरग वै कृतः 2 हन्यां सदैव भुजगं यं...
Book 13. Chapter 118 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 118 1 [य] अकामाश च स कामाश च हता ये ऽसमिन महाहवे कां यॊनिं परतिपन्नास ते तन मे बरूहि पितामह 2 दुःखं...
Book 12. Chapter 18 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 18 1 [वैषम्पायन] तूष्णींभूतं तु राजानं पुनर एवार्जुनॊ ऽबरवीत संतप्तः शॊकदुःखाभ्यां राज्ञॊ...
Book 13. Chapter 58 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 58 1 [य] यानीमानि बहिर वेद्यां दानानि परिचक्षते तेभ्यॊ विशिष्टं किं दानं मतं ते कुरुपुंगव 2 कौतूहलं...
Book 12. Chapter 267 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 267 1 [भी] अत्रैवॊदाहरन्तीमम इतिहासं पुरातनम नारदस्य च संवादं देवलस्यासितस्य च 2 आसीनं देवलं वृद्धं...
Book 15. Chapter 44 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 15 Chapter 44 1 [ज] दृष्ट्वा पुत्रांस तथा पौत्रान सानुबन्धाञ जनाधिपः धृतराष्ट्रः किम अकरॊद राजा चैव...
Book 1. Chapter 7 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 7 1 [सूत] शप्तस तु भृगुणा वह्निः करुद्धॊ वाक्यम अथाब्रवीत किम इदं साहसं बरह्मन कृतवान असि सांप्रतम 2...
Book 5. Chapter 195 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 195 1 वैशंपायन उवाच एतच छरुत्वा तु कौन्तेयः सर्वान भरातॄन उपह्वरे आहूय भरतश्रेष्ठ इदं वचनम अब्रवीत...
Book 11. Chapter 19 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 11 Chapter 19 1 [ग] एष माधव पुत्रॊ मे विकर्णः पराज्ञसंमतः भूमौ विनिहतः शेते भीमेन शतधा कृतः 2 गजमध्य गतः शेते...
Book 2. Chapter 11 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 11 1 [न] पुरा देवयुगे राजन्न आदित्यॊ भगवान दिवः आगच्छन मानुषं लॊकं दिदृक्षुर विगतक्लमः 2 चरन...
Book 5. Chapter 172 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 172 1 भीष्म उवाच ततॊ ऽहं समनुज्ञाप्य कालीं सत्यवतीं तदा मन्त्रिणश च दविजांश चैव तथैव च पुरॊहितान...
Book 2. Chapter 4 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 4 1 [व] ततः परवेशनं चक्रे तस्यां राजा युधिष्ठिरः अयुतं भॊजयाम आस बराह्मणानां नराधिपः 2 घृतपायसेन...
Book 3. Chapter 51 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 51 1 बृहदश्व उवाच दमयन्ती तु तच छरुत्वा वचॊ हंसस्य भारत तदा परभृति न सवस्था नलं परति बभूव सा 2 ततश...
Book 12. Chapter 280 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 280 1 [पराषर] मनॊरथरथं पराप्य इन्द्रियार्थ हयं नरः रश्मिभिर जञानसंभूतैर यॊ गच्छति स बुद्धिमान 2...
Book 12. Chapter 124 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 124 1 [य] इमे जना नरश्रेष्ठ परशंसन्ति सदा भुवि धर्मस्य शीलम एवादौ ततॊ मे संशयॊ महान 2 यदि तच छक्यम...
Book 1. Chapter 107 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 107 1 [वै] ततः पुत्रशतं जज्ञे गान्धार्यां जनमेजय धृतराष्ट्रस्य वैश्यायाम एकश चापि शतात परः 2 पाण्डॊः...
Book 6. Chapter 52 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 52 1 [स] परभातायां तु शर्वर्यां भीष्मः शांतनवस ततः अनीकान्यानुसंयाने वयादिदेशाथ भारत 2 गारुडं च...
Book 1. Book 1 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT PARALLEL DEVANAGARI AND ROMANIZATION BOOK 1 IMPORTANT NOTE: This etext uses Unicode extensively. You will need to make sure that your browser is set up to view Unicode properly. For more information, read the Unicode page. Chapter 1 Chapter 2 Chapter 3 Chapter 4 Chapter...
Book 7. Chapter 12 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 12 1 [स] ततस ते सैनिकाः शरुत्वा तं युधिष्ठिर निग्रहम सिन्ह नादरवांश चक्रुर बाणशङ्खरवैः सह 2 तत तु...
Book 16. Book 16 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT PARALLEL DEVANAGARI AND ROMANIZATION BOOK 16 IMPORTANT NOTE: This etext uses Unicode extensively. You will need to make sure that your browser is set up to view Unicode properly. For more information, read the Unicode page. Chapter 1 Chapter 2 Chapter 3 Chapter 4 Chapter...
Book 3. Chapter 100 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 100 1 [लॊमषा] समुद्रं ते समाश्रित्य वारुणं निधिम अम्भसाम कालेयाः संप्रवर्तन्त तरैलॊक्यस्य विनाशने...
Book 8. Chapter 54 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 54 1 [स] अथ तव इदानीं तुमुले विमर्दे; दविषद्भिर एकॊ बहुभिः समावृतः महाभये सारथिम इत्य उवाच; भीमश चमूं...
Book 13. Chapter 106 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 106 1 [य] दानं बहुविधाकारं शान्तिः सत्यम अहिंसता सवदारतुष्टिश चॊक्ता ते फलं दानस्य चैव यत 2...
Book 12. Chapter 279 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 279 1 [य] अतः परं महाबाहॊ यच छरेयस तद वदस्व मे न तृप्याम्य अमृतस्येव वससस ते पितामह 2 किं कर्म पुरुषः...
Book 9. Chapter 14 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 14 1 [स] दुर्यॊधनॊ महाराज धृष्टद्युम्नश च पर्षतः चक्रतुः सुमहद युद्धां शरशक्तिसमाकुलम 2 तयॊर आसन...
Book 13. Chapter 46 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 46 1 [भ] पराचेतसस्य वचनं कीर्तयन्ति पुरा विदः यस्याः किं चिन नाददते जञातयॊ न स विक्रयः 2 अर्हणं तत...
Book 4. Chapter 2 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 2 1 [भम] पौरॊगवॊ बरुवाणॊ ऽहं बल्लवॊ नाम नामतः उपस्थास्यामि राजानं विराटम इति मे मतिः 2 सूपानस्य...
Book 5. Chapter 53 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 53 1 [स] एवम एतन महाराज यथा वदसि भारत युद्धे विनाशः कषत्रस्य गाण्डीवेन परदृश्यते 2 इदं तु नाभिजानामि...
Book 7. Chapter 1 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 1 1 [ज] तम अप्रतिमसत्त्वौजॊ बलवीर्यपराक्रमम हतं देवव्रतं शरुत्वा पाञ्चाल्येन शिखण्डिना 2...
Book 1. Chapter 119 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 119 1 [व] ततः कषत्ता च राजा च भीष्मश च सह बन्धुभिः ददुः शराद्धं तदा पाण्डॊः सवधामृतमयं तदा 2 कुरूंश च...
Book 4. Chapter 13 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 13 1 [वै] वसमानेषु पार्थेषु मत्स्यस्य नगरे तदा महारथेषु छन्नेषु मासा दशसमत्ययुः 2 याज्ञसेनी...
Book 18. Chapter 1 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 18 Chapter 1 1 [ज] सवर्गं तरिविष्टपं पराप्य मम पूर्वपितामहाः पाण्डवा धार्तराष्ट्राश च कानि सथानानि भेजिरे 2...
Book 3. Chapter 243 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 243 1 [वै] परविशन्तं महाराज सूतास तुष्टुवुर अच्युतम जनाश चापि महेष्वासं तुष्टुवू राजसत्तमम 2 लाजैश...
Book 14. Chapter 10 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 10 1 [इ] एवम एतद बरह्मबलं गरीयॊ; न बरह्मतः किं चिद अन्यद गरीयः आविक्षितस्य तु बलं न मृष्ये; वज्रम...
Book 5. Chapter 181 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 181 1 भीष्म उवाच आत्मनस तु ततः सूतॊ हयानां च विशां पते मम चापनयाम आस शल्यान कुशलसंमतः 2...
Book 7. Chapter 18 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 18 1 [स] दृष्ट्वा तु संनिवृत्तांस तान संशप्तकगणान पुनः वासुदेवं महात्मानम अर्जुनः समभाषत 2...
Book 6. Chapter 58 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 58 1 धृतराष्ट्र उवाच दैवम एव परं मन्ये पौरुषाद अपि संजय यत सैन्यं मम पुत्रस्य पाण्डुसैन्येन वध्यते...
Book 12. Chapter 273 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 273 1 [भी] वृत्रस्य तु महाराज जवराविष्टस्य सर्वशः अभवन यानि लिङ्गानि शरीरे तानि मे शृणु 2 जवलितास्यॊ...
Book 4. Chapter 8 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 8 1 [वै] ततः केशान समुत्क्षिप्य वेल्लिताग्रान अनिन्दितान जुगूह दक्षिणे पार्श्वे मृदून असितलॊचना 2...
Book 1. Chapter 113 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 113 1 [व] एवम उक्तस तया राजा तां देवीं पुनर अब्रवीत धर्मविद धर्मसंयुक्तम इदं वचनम उत्तमम 2 एवम एतत...
Book 12. Chapter 130 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 130 1 [य] हीने परमके धर्मे सर्वलॊकातिलङ्घिनि सर्वस्मिन दस्यु साद्भूते पृथिव्याम उपजीवने 2...
Book 4. Chapter 19 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 19 1 [दरौ] अहं सैरन्धि वेषेण चरन्ती राजवेश्मनि शौचदास्मि सुदेष्णाया अक्षधूर्तस्य कारणात 2...
Book 5. Chapter 59 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 59 1 [व] संजयस्य वचः शरुत्वा परज्ञा चक्षुर नरेश्वरः ततः संख्यातुम आरेभे तद वचॊ गुणदॊषतः 2 परसंख्याय...
Book 12. Chapter 294 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 294 1 [करालजनक] नानात्वैकत्वम इत्य उक्तं तवयैतद ऋषिसत्तम पश्यामि चाभिसंदिग्धम एतयॊर वै निदर्शनम 2...
Book 3. Chapter 249 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 249 1 [कॊटि] का तवं कदम्बस्य विनम्य शाखाम; एकाश्रमे तिष्ठसि शॊभमाना देदीप्यमानाग्निशिखेव नक्तं;...
Book 3. Chapter 45 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 45 1 [वै] ततॊ देवाः सगन्धर्वाः समादायार्घ्यम उत्तमम शक्रस्य मतम आज्ञाय पार्थम आनर्चुर अञ्जसा 2...
Book 5. Chapter 166 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 166 1 [भीस्म] समुद्यतॊ ऽयं भारॊ मे सुमहान सागरॊपमः धार्तराष्ट्रस्य संग्रामे वर्षपूगाभिचिन्तितः 2...
Book 13. Chapter 52 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 52 1 [य] संशयॊ मे महाप्राज्ञ सुमहान सागरॊपमः तन मे शृणु महाबाहॊ शरुत्वा चाख्यातुम अर्हसि 2 कौतूहलं...
Book 7. Chapter 161 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 161 1 [स] तरिभागमात्रशेषायां रात्र्यां युद्धम अवर्तत कुरूणां पाण्डवानां च संहृष्टानां विशां पते 2...
Book 8. Chapter 40 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 40 1 [स] भीमसेनं सपाञ्चाल्यं चेदिकेकयसंवृतम वैकर्तनः सवयं रुद्ध्वा वरयाम आस सायकैः 2 ततस तु...
Book 12. Chapter 12 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 12 1 [वैषम्पायन] अर्जुनस्य वचॊ शरुत्वा नकुलॊ वाक्यम अब्रवीत राजानम अभिसंप्रेक्ष्य सर्वधर्मभृतां...
Book 13. Chapter 112 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 112 1 [य] पितामह महाबाहॊ सर्वशास्त्रविशारद शरॊतुम इच्छामि मर्त्यानां संसारविधुम उत्तमम 2 केन...
Book 3. Chapter 114 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 114 1 [वै] ततः परयातः कौशिक्याः पाण्डवॊ जनमेजय आनुपूर्व्येण सर्वाणि जगामायतनान्य उत 2 स सागरं...
Book 6. Chapter 46 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 46 1 [स] कृते ऽवहारे सैन्यानां परथमे भरतर्षभ भीष्मे च युधि संरब्धे हृष्टे दुर्यॊधने तथा 2 धर्मराजस...
Book 3. Chapter 257 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 257 1 [जनम] एवं हृतायां कृष्णायां पराप्य कलेशम अनुत्तमम अत ऊर्ध्वं नरव्याघ्राः किम अकुर्वत...
Book 11. Chapter 13 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 11 Chapter 13 1 [ब] धृतराष्ट्राभ्यनुज्ञातास ततस ते कुरुपुंगवाः अभ्ययुर भरातरः सर्वे गान्धारीं सह केशवाः 2 ततॊ...
Book 5. Chapter 178 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 178 1 भीष्म उवाच ततस तृतीये दिवसे समे देशे वयवस्थितः परेषयाम आस मे राजन पराप्तॊ ऽसमीति महाव्रतः 2 तम...
Book 5. Chapter 47 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 47 1 [धृ] पृच्छामि तवां संजय राजमध्ये; किम अब्रवीद वाक्यम अदीनसत्त्वः धनंजयस तात युधां परणेता;...
Book 12. Chapter 173 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 173 1 [युधिस्ठिर] बान्धवाः कर्म वित्तं वा परज्ञा वेह पितामह नरस्य का परतिष्ठा सयाद एतत पृष्ठॊ वदस्व...
Book 1. Chapter 150 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 150 1 [वै] करिष्य इति भीमेन परतिज्ञाते तु भारत आजग्मुस ते ततः सर्वे भैक्षम आदाय पाण्डवाः 2 आकारेणैव तं...
Book 6. Chapter 100 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 100 1 [स] अर्जुनस तु नरव्याघ्र सुशर्मप्रमुखान नृपान अनयत परेतराजस्य भवनं सायकैः शितैः 2 सुशर्मापि...
Book 2. Chapter 46 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 46 1 [ज] कथं समभवद दयूतं भरातॄणां तन महात्ययम यत्र तद वयसनं पराप्तं पाण्डवैर मे पितामहैः 2 के च तत्र...
Book 5. Chapter 125 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 125 1 [व] शरुत्वा दुर्यॊधनॊ वाक्यम अप्रियं कुरुसंसदि परत्युवाच महाबाहुं वासुदेवं यशस्विनम 2...
Book 11. Chapter 2 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 11 Chapter 2 1 [व] ततॊ ऽमृतसमैर वाक्यैर हलादयन पुरुषर्षभम वैचित्र वीर्यं विदुरॊ यद उवाच निबॊध तत 2 [विदुर]...
Book 3. Chapter 149 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 149 1 [वै] एवम उक्तस तु भीमेन समितं कृत्वा पलवंगमः यदि ते ऽहम अनुग्राह्यॊ दर्शयात्मानम आत्मना 2 [वै]...
Book 12. Chapter 1 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 1 1 [वैषम्पायन] कृतॊदकास ते सुहृदं सर्वेषां पाण्डुनन्दनाः विदुरॊ धृतराष्ट्रश च सर्वाश च भरत...
Book 14. Chapter 53 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 53 1 [उ] बरूहि केशव तत्त्वेन तवम अध्यात्मम अनिन्दितम शरुत्वा शरेयॊ ऽधिधास्यामि शापं वा ते जनार्दन 2...
Book 15. Chapter 13 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 15 Chapter 13 1 [य] एवम एतत करिष्यामि यथात्थ पृथिवीपते भूयश चैवानुशास्यॊ ऽहं भवता पार्थिवर्षभ 2 भीष्मे सवर्गम...
Book 1. Chapter 213 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 213 1 [वै] उक्तवन्तॊ यदा वाक्यम असकृत सर्ववृष्णयः ततॊ ऽबरवीद वासुदेवॊ वाक्यं धर्मार्थसंहितम 2...
Book 12. Chapter 230 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 230 1 [वयास] एषा पूर्वतरा वृत्तिर बराह्मणस्य विधीयते जञानवान एव कर्माणि कुर्वन सर्वत्र सिध्यति 2...
Book 12. Chapter 194 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 194 1 [य] किं फलं जञानयॊगस्य वेदानां नियमस्य च भूतात्मा वा कथं जञेयस तन मे बरूहि पितामह 2 [भी] अत्राप्य...
Book 1. Chapter 47 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 47 1 [स] एवम उक्त्वा ततः शरीमान मन्त्रिभिश चानुमॊदितः आरुरॊह परतिज्ञां स सर्पसत्राय पार्थिवः...
Book 3. Chapter 214 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 214 1 [मार्क] शिवा भार्या तवाङ्गिरसः शीलरूपगुणान्विता तस्याः सा परथमं रूपं कृत्वा देवी जनाधिप जगाम...
Book 10. Chapter 10 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 10 Chapter 10 1 [व] तस्यां रात्र्यां वयतीतायां धृष्टद्युम्नस्य सारथिः शशंस धर्मराजाय सौप्तिके कदनं कृतम 2...
Book 3. Chapter 18 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 18 1 [वा] एवम उक्त्वा रौक्मिणेयॊ यादवान भरतर्षभ दंशितैर हरिभिर युक्तं रथम आस्थाय काञ्चनम 2...
Book 12. Chapter 330 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 330 1 [भगवान] सूर्या चन्द्रमसौ शश्वत केशैर मे अंशुसंज्ञितैः बॊधयंस तापयंश चैव जगद उत्तिष्ठतः पृथक 2...
Book 2. Chapter 58 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 58 1 [ष] बहु वित्तं पराजैषीः पाण्डवानां युधिष्ठिर आचक्ष्व वित्तं कौन्तेय यदि ते ऽसत्य अपराजितम 2 [य]...
Book 14. Chapter 7 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 7 1 [स] कथम अस्मि तवया जञातः केन वा कथितॊ ऽसमि ते एतद आचक्ष्व मे तत्त्वम इच्छसे चेत परियं मम 2 सत्यं ते...
Book 4. Chapter 44 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 44 1 [कृप] सदैव तव राधेय युद्धे करूरतरा मतिः नार्थानां परकृतिं वेत्थ नानुबन्धम अवेक्षसे 2 नया हि...
Book 9. Chapter 43 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 43 1 [ज] सरस्वत्याः परभावॊ ऽयम उक्तस ते दविजसात्तम कुमारस्याभिषेकं तु बरह्मन वयाख्यातुम अर्हसि 2...
Book 13. Chapter 11 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 11 1 [य] कीदृशे पुरुषे तात सत्रीषु वा भरतर्षभ शरीः पद्मा वसते नित्यं तन मे बरूहि पितामह 2 [भ] अत्र ते...
Book 1. Chapter 59 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 59 1 [व] अथ नारायणेनेन्द्रश चकार सह संविदम अवतर्तुं महीं सवर्गाद अंशतः सहितः सुरैः 2 आदिश्य च सवयं...
Book 13. Chapter 151 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 151 1 [य] किं शरेयः पुरुषस्येह किं कुर्वन सुखम एधते विपाप्मा च भवेत केन किं वा कल्मष नाशनम 2 [भ] अयं...
Book 12. Chapter 51 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 51 1 [वैषम्पायन] शरुत्वा तु वचनं भीष्मॊ वासुदेवस्य धीमतः किं चिद उन्नाम्य वदनं पराञ्जलिर वाक्यम...
Book 7. Chapter 122 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 122 1 [धृ] तस्मिन विनिहते वीरे सैन्धवे सव्यसाचिना मामका यद अकुर्वन्त तन ममाचक्ष्व संजय 2 [स] सैन्धवं...
Book 7. Chapter 45 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 45 1 [धृ] यथा वदसि मे सूत एकस्य बहुभिः सह संग्रामं तुमुलं घॊरं जयं चैव महात्मनः 2 अश्रद्धेयम...
Book 3. Chapter 157 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 157 1 [जनम] पाण्डॊः पुत्रा महात्मानः सर्वे दिव्यपराक्रमाः कियन्तं कालम अवसन पर्वते गन्धमादने 2 कानि...
Book 8. Chapter 4 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 4 1 [वै] एतच छरुत्वा महाराज धृतराष्ट्रॊ ऽमबिका सुतः अब्रवीत संजयं सूतं शॊकव्याकुल चेतनः 2...
Book 14. Chapter 3 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 3 1 [व] युधिष्ठिर तव परज्ञा न सम्यग इति मे मतिः न हि कश चित सवयं मर्त्यः सववशः कुरुते करियाः 2 ईश्वरेण...
Book 12. Chapter 169 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 169 1 [य] अतिक्रामति काले ऽसमिन सर्वभूतक्षयावहे किं शरेयः परतिपद्येत तन मे बरूहि पितामह 2 [भीस्म]...
Book 4. Chapter 40 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 4 Chapter 40 1 [उत्तर] आस्थाय विपुलं वीर रथं सारथिना मया कतमं यास्यसे ऽनीकम उक्तॊ यास्याम्य अहं तवया 2 [अर्ज]...
Book 10. Chapter 14 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 10 Chapter 14 1 [व] इङ्गितेनैव दाशार्हस तम अभिप्रायम आदितः दरौणेर बुद्ध्वा महाबाहुर अर्जुनं परत्यभाषत 2...
Book 3. Chapter 210 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 210 1 [मार्क] काश्यपॊ हय अथ वासिष्ठः पराणश च पराणपुत्रकः अग्निर आङ्गिरसश चैव चयवनस तरिषु वर्चकः 2...
Book 12. Chapter 334 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 334 1 [वैषम्पायन] शरुत्वैतन नारदॊ वाक्यं नरनारायणेरितम अत्यन्तभक्तिमान देवे एकान्तित्वम...
Book 7. Chapter 41 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 41 1 [धृ] बालम अत्यन्तसुहिनम अवार्य बलदर्पितम युद्धेषु कुशलं वीरं कुलपुत्रं तनुत्यजम 2 गाहमानम...
Book 14. Chapter 49 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 49 1 [बर] हन्त वः संप्रवक्ष्यामि यन मां पृच्छथ सत्तमाः समस्तम इह तच छरुत्वा सम्यग एवावधार्यताम 2...
Book 3. Chapter 153 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 153 1 [वै] ततस तानि महार्हाणि दिव्यानि भरतर्षभः बहूनि बहुरूपाणि विरजांसि समाददे 2 ततॊ वायुर महाञ...
Book 12. Chapter 55 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 55 1 [वैषम्पायन] अथाब्रवीन महातेजा वाक्यं कौरवनन्दनः हन्त धर्मान परवक्ष्यामि दृढे वान मनसी मम 2 तव...
Book 7. Chapter 126 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 126 1 [धृ] सिन्धुराजे हते तात समरे सव्यसाचिना तथैव भूरिश्रवसि किम आसीद वॊ मनस तदा 2 दुर्यॊधनेन च दरॊणस...
Book 13. Chapter 15 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 15 1 [उप] एतान सहस्रशश चान्यान समनुध्यातवान हरः कस्मात परसादं भगवान न कुर्यात तव माधव 2 तवादृशेन हि...
Book 9. Chapter 47 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 47 1 [वै] ततस तीर्थवरं रामॊ ययौ बदर पाचनम तपस्विसिद्धचरितं यत्र कन्या धृतव्रता 2 भरद्वाजस्य दुहिता...
Book 1. Chapter 209 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 209 1 [वर्ग] ततॊ वयं परव्यथिताः सर्वा भरतसत्तम आयाम शरणं विप्रं तं तपॊधनम अच्युतम 2 रूपेण वयसा चैव...
Book 2. Chapter 42 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 2 Chapter 42 1 [व] ततः शरुत्वैव भीष्मस्य चेदिराड उरुविक्रमः युयुत्सुर वासुदेवेन वासुदेवम उवाच ह 2 आह्वये तवां...
Book 11. Chapter 6 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 11 Chapter 6 1 [धृ] अहॊ खलु महद दुःखं कृच्छ्रवासं वसत्य असौ कथं तस्य रतिस तत्र तुष्टिर वा वदतां वर 2 स देशः कव नु...
Book 5. Chapter 121 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 121 1 [न] सद्भिर आरॊपितः सवर्गं पार्थिवैर भूरिदक्षिणैः अभ्यनुज्ञाय दौहित्रान ययातिर दिवम आस्थितः 2...
Book 12. Chapter 177 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 177 1 [भरद्वाज] एते ते धातवः पञ्च बरह्मा यान असृजत पुरा आवृता यैर इमे लॊका महाभूताभिसंज्ञितैः 2 यद...
Book 6. Chapter 104 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 104 1 [धृ] कथं शिखण्डी गाङ्गेयम अभ्यवर्तत संयुगे पाण्डवाश च तथा भीष्मं तन ममाचक्ष्व संजय 2 [स] ततः...
Book 1. Chapter 154 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 154 1 [बराह्मण] गङ्गा दवारं परति महान बभूवर्षिर महातपाः भरद्वाजॊ महाप्राज्ञः सततं संशितव्रतः 2 सॊ...
Book 7. Chapter 138 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 138 1 [स] वर्तमाने तथा युद्धे घॊररूपे भयावहे तमसा संवृते लॊके रजसा च महीपते नापश्यन्त रणे यॊधाः...
Book 12. Chapter 190 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 190 1 [य] गतीनाम उत्तमा पराप्तिः कथिता जापकेष्व इह एकैवैषा गतिस तेषाम उत यान्त्य अपराम अपि 2 [भी]...
Book 1. Chapter 43 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 43 1 [स] वासुकिस तव अब्रवीद वाक्यं जरत्कारुम ऋषिं तदा सनामा तव कन्येयं सवसा मे तपसान्विता 2...
Book 8. Chapter 19 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 19 1 [स] शवेताश्वॊ ऽपि महाराज वयधमत तावकं बलम यथा वायुः समासाद्य तूला राशिं समन्ततः 2 परत्युद्ययुस...
Book 1. Chapter 217 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 217 1 [वै] तौ रथाभ्यां नरव्याघ्रौ दावस्यॊभयतः सथितौ दिक्षु सर्वासु भूतानां चक्राते कदनं महत 2 यत्र...
Book 9. Chapter 59 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 9 Chapter 59 1 [धृ] अधर्मेण हतं दृष्टा राजानं माधवॊत्तमः किम अब्रवीत तदा सूत बलदेवॊ महाबलः 2...
Book 12. Chapter 234 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 234 1 [षुक्र] कषरात परभृति यः सर्गः सगुणानीन्द्रियाणि च बुद्ध्यैश्वर्याभिसर्गार्थं यद धयानं...
Book 15. Chapter 17 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 15 Chapter 17 1 [वै] वयुषितायां रजन्यां तु धृतराष्ट्रॊ ऽमबिका सुतः विदुरं परेषयाम आस युधिष्ठिर निवेशनम 2 स...
Book 14. Chapter 57 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 14 Chapter 57 1 [व] स मित्रसहम आसाद्य तव अभिज्ञानम अयाचत तस्मै ददाव अभिज्ञानं स चेक्ष्वाकुवरस तदा 2 [स] न चैवैषा...
Book 12. Chapter 5 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 5 1 [नारद] आविष कृतबलं कर्णं जञात्वा राजा तु मागधः आह्वयद दवैरथेनाजौ जरासंधॊ महीपतिः 2 तयॊः समभवद...
Book 1. Chapter 9 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 9 1 [सूत] तेषु तत्रॊपविष्टेषु बराह्मणेषु समन्ततः रुरुश चुक्रॊश गहनं वनं गत्वा सुदुःखितः 2...
Book 6. Chapter 42 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 6 Chapter 42 1 [धृ] एवं वयूढेष्व अनीकेषु मामकेष्व इतरेषु च के पूर्वं पराहरंस तत्र कुरवः पाण्डवास तथा 2 [स]...
Book 3. Chapter 110 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 110 1 [लॊमष] एषा देव नदी पुण्या कौशिकी भरतर्षभ विश्वा मित्राश्रमॊ रम्यॊ एष चात्र परकाशते 2 आश्रमश चैव...
Book 7. Chapter 165 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 7 Chapter 165 1 [स] करूरम आयॊधनं जज्ञे तस्मिन राजसमागमे रुद्रस्येव हि करुद्धस्य निघ्नतस तु पशून यथा 2 हस्तानाम...
Book 13. Chapter 116 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 116 1 [य] अहिंसा परमॊ धर्म इत्य उक्तं बहुशस तवया शराद्धेषु च भवान आह पितॄन आमिष काङ्क्षिणः 2 मांसैर...
Book 12. Chapter 16 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 16 1 [वैषम्पायन] अर्जुनस्य वचॊ शरुत्वा भीमसेनॊ ऽतय अमर्षणः धैर्यम आस्थाय तेजस्वी जयेष्ठं भरातरम...
Book 8. Chapter 44 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 8 Chapter 44 1 [धृ] निवृत्ते भीमसेने च पाण्डवे च युधिष्ठिरे वध्यमाने बले चापि मामके पाण्डुसृञ्जयैः 2 दरवमाणे...
Book 13. Chapter 56 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 56 1 [च] अवश्यं कथनीयं मे तवैतन नरपुंगव यदर्थं तवाहम उच्छेत्तुं संप्राप्तॊ मनुजाधिप 2 भृगूणां...
Book 12. Chapter 269 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 269 1 [य] किं शीलः किं समाचारः किं विद्यः किं परायनः पराप्नॊति बरह्मणः सथानं यत परं परकृतेर धरुवम 2...
Book 5. Chapter 43 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 5 Chapter 43 1 [धृ] ऋचॊ यजूंष्य अधीते यः सामवेदं च यॊ दविजः पापानि कुर्वन पापेन लिप्यते न स लिप्यते 2 [सन] नैनं...
Book 1. Chapter 109 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 1 Chapter 109 1 [ज] कथितॊ धार्तराष्ट्राणाम आर्षः संभव उत्तमः अमानुषॊ मानुषाणां भवता बरह्म वित्तम 2 नामधेयानि...
Book 11. Chapter 17 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 11 Chapter 17 1 [वैषम्पायन] ततॊ दुर्यॊधनं दृष्ट्वा गान्धारी शॊककर्शिता सहसा नयपतद भूमौ छिन्नेव कदली वने 2 सा...
Book 3. Chapter 253 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 3 Chapter 253 1 [वै] ततॊ दिशः संप्रविहृत्य पार्था; मृगान वराहान महिषांश च हत्वा धनुर्धराः शरेष्ठतमाः...
Book 13. Chapter 108 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 108 1 [य] यथा जयेष्ठः कनिष्ठेषु वर्तते भरतर्षभ कनिष्ठाश च यथा जयेष्ठे वर्तेरंस तद बरवीहि मे 2 [भ]...
Book 12. Chapter 277 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 12 Chapter 277 1 [य] कथं नु मुक्तः पृथिवीं चरेद अस्मद्विधॊ नृपः नित्यं कैश च गुणैर युक्तः सङ्गपाशाद विमुच्यते 2...
Book 13. Chapter 48 : THE MAHABHARATA IN SANSKRIT Book 13 Chapter 48 1 [य] अर्थाश्रयाद वा कामाद वा वर्णानां वाप्य अनिश्चयात अज्ञानाद वापि वर्णानां जायते वर्णसंकरः 2...